RE: Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग
दिन के 4:00 बजे थे। घर पे नेहा के अलावा और कोई नहीं था। नेहा का फोन बजता है।
राजीव- “हेलो, नेहा सब चले गये?"
नेहा- “हाँ.." नेहा ने जवाब दिया।
राजीव- "तो मैं आ जाऊँ?"
नेहा- “हाँ... हाँ, जल्दी आओ." नेहा ने बेचैनी से कहा। उसने फोन काटा। फोन के ऊपर नेहा का बायफ्रेंड राजीव था। घर खाली था, और इन दोनों को अकेले समय बिताने का मौका मिल गया था।
10 मिनट में राजीव घर पहुँच गया। नेहा के दरवाजा खोलते ही उसपर चढ़ गया। उसने नेहा को अपनी बाहों में लिया और उससे चूमने लगा। नेहा ने झटके से उसे दूर किया।
नेहा- “बस तुमको तो बस इसलिए ही आना था ना..” उसने हँसते हुए पूछा।
राजीव- “नहीं, मगर हाँ ये भी करने का मन था.." राजीव ने कहा।
नेहा- “पता था मुझे... मगर मेरा मन नहीं है." नेहा ने जवाब दिया।
राजीव- “ये क्या कह रही हो? आज जैसा मौका रोज-रोज नहीं मिलेगा। आज तो हम किसिंग और फांडलिंग से भी आगे बढ़ सकते हैं...” राजीव ने कहा।
नेहा- “हाहाहा... इतना आसान नहीं है राजीव। सारी मैं अभी ये सब नहीं कर सकती...” नेहा ने कहा। उसका मन बहूत था राजीव के साथ मेक-आउट करने का मगर वो खुद को कंट्रोल कर रही थी, और यह करके वो राजीव को अपने वश में करना चाहती थी।
राजीव- “मगर क्यों? किस तो हम करते ही रहते हैं। आज क्यों मना कर रही हो?" राजीव बोला।
नेहा- "बस मन नहीं है मेरा.." नेहा ने जवाब दिया, और ये कहते-कहते उसने अपने मम्मे दबाये। वो राजीव को चिढ़ा रही थी।
राजीव का लण्ड तो बड़ा होता जा रहा था। उसने नेहा का हाथ लिया और अपनी जीन्स के ऊपर से अपने लण्ड पर रख दिया।
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