RE: Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग
उसकी चूत एकदम कोमल थी, बाल का एक भी निशान नहीं था। वो अपनी प्यारी चूत का बहुत ख्याल रखती थी। धीरे-धीरे वो अपनी फुद्दी पे हाथ फेरने लगी। उसकी चूत पहले से ही एकदम गीली हो रखी थी। और वो उसे और गीला कर रही थी। उसने अपनी क्लिट को अपनी उंगलियों के बीच लिया और हल्का सा दबाया “अयाया..” उसके शरीर में मानो करेंट सा दौड़ गया हो। वो मजे में नाच सी गई। उसने अपनी क्लिट को थोड़े
और झटके दिए- “आहह... हाए...” उसके मुंह से आवाज आई। बस अब क्या था, बिना देरी किए उसने अपनी एक उंगली अपनी गीली चूत में घुसाई- “उम्म्म्म ..” सिसकी लेते हुए उसने उंगली धीरे से और अंदर घुसाई। वो अपनी चूत में बस एक उंगली घुसाती थी, क्योंकी उसे अपनी चूत की फिकर थी। धीरे-धीरे वो चूत में उंगली अंदर-बाहर करने लगी
वो मन ही मन सोच रही थी- “कब तक अपनी उंगलियों का सहारा लेना पड़ेगा? अब तो मुझे एक मर्द चाहिये। कब तक खुद को काबू करूँ? जी करता है एक मर्द का प्यार पाने का मगर." नेहा के मन में अभी भी बहुत शंकायें थी।
मगर वो बहुत जल्दी खतम हो रहे थे। वो पूरे मजे लेकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी, और उसके दिमाग में बस लण्ड घूम रहे थे। जब से उसने राजीव के लण्ड को छुआ था तभी से बस वो यही सोच रही थी। उसने लण्ड बस ब्लू-फिल्म और पोर्न में देखे थे, असल जिंदगी में नहीं। उसका कुछ खास मन भी नहीं करता था। मगर आज हालात कुछ और थे।
उसके बदन की प्यास बढ़ती जा रही थी। वो अब लण्ड देखना चाहती थी, छूना चाहती थी, चूमना चाहती थी। उसने चूत से उंगली निकाली। वो उसके सेक्स रस से सनी हुई थी। उसने आहिस्ते से अपनी उंगली को मुँह में लिया और अपना रस चूसने लगी। उसे अपनी चूत का रस बहत टेस्टी लगता था।
नेहा के मन में बहुत सवाल थे- “लण्ड भी ऐसे ही चूसते होंगे? कैसा होता होगा उसका स्वाद?” जिनके जवाब वो टूढ़ना चाहती थी। रस की एक-एक बूंद चूसने के बाद उसने फिर अपनी उंगली चूत में घुसाई और इस बार तेजी से खुद को चोदने लगी- “आहह... उम्म्म्म ... आअग्ी..” वो मजे में थी। उसका आर्गेज्म करीब था। उसने और तेजी से उंगली अंदर-बाहर करना स्टार्ट कर दिया। वो अपने एक्सट्रीम और इनटेन्स आर्गेज्म के लिए बेसबरी से इंतेजार कर रही थी।
उसने आँखें बंद की और वो बस सेक्स के नशे में डूबने ही वाली थी की- “दीदी..” समर ने दरवाजा खटकाते हुये कहा। नेहा चौंक गई। उसने एक पल में अपना हाथ अपनी कच्छी से बाहर निकाल लिया। मगर उसने समर का जवाब नहीं दिया।
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