RE: Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग
नेहा ये देखकर खुश हो गई। उसका भाई अपना ही वीर्य चाट रहा था। नेहा समर की मालेकिन बन गई थी। उसको एक्सट्रीम पावर का एहसास हुआ। उसे एहसास हुआ की उसका शरीर एक ऐसा हथियार है, जिससे वो किसी पर भी काबू कर सकती है। उसका शैतान दिमाग जाग रहा था।
समर ने जब पहली बार अपना वीर्य चखा तो उसे इतना पता नहीं लगा। पहले तो उसे बस यही सोचकर मजा आया की वो अपनी सेक्सी दीदी की उंगलियां चूस रहा है। धीरे-धीरे उसे अपने मुँह में वीर्य का स्वाद आने लगा। और उसे एहसास हुआ की उसका स्वाद इतना बुरा भी नहीं है जितना उसने सोचा था। वो मजे से, चूस-चूस के नेहा की उंगलियां खाने लगा।
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नेहा को भी बहुत आनंद आ रहा था। उसका भाई जोर से, कामुकता से उसकी उंगलियां चूस रहा था- “उम्म्म्म हाँ समर चूस मेरी उंगलियां, खा अपना वीर्य। उम्म्म्म..." नेहा कामुकता से बोल रही थी।
समर भी आँखें बंद करे, पूरे ध्यान से नेहा की एक-एक उंगली चूस रहा था। उसका मुँह अपने खुद के वीर्य से भरा हुआ था, और उसे बहुत अच्छा लग रहा था। जब उसने अपनी बहन की उंगलियों से एक-एक करके अच्छे से चाट दी, तो नेहा ने फिर थोड़ा सा वीर्य उठाया अपनी शार्टस से और फिर अपना हाथ समर के मुँह में डाल दिया। समर एक भूखे जानवर की तरह फिर से चाटने लगा। दोनों भाई बहन मजे ले रहे थे। नेहा ने अपने दूसरे हाथ से अपना चूचे दबाना शुरू कर दिया।
ये देखकर तो समर और भी पागल हो गया, और भी ज्यादा गति से अपनी दीदी का हाथ चाटने लगा। उसकी जीभ नेहा के पूरे हाथ पर नाच रही थी।
कम से कम 10 मिनट अपना हाथ चटवाने के बाद नेहा ने समर को रुकने को कहा- “तो भाई, कैसा लगा अपना वीर्य?" नेहा ने पूछा।
समर- “जितना सोचा था उससे काफी अच्छा दीदी..” समर ने बोला। वो अब भी अपने मुँह को से अपनी बहन की स्किन और अपने वीर्य को चख पा रहा था।
नेहा- “मैं खुश हूँ... तूने एक अच्छे बच्चे की तरह मेरी बात मानी..” नेहा ने अपनी टाँगें और ज्यादा फैलाते हुए कहा- “देख समर, तेरे वीर्य ने मेरी पूरी शार्टस खराब कर दी...” उसने अपनी चूत की तरफ इशारा किया, जहाँ वीर्य लगा हुआ था- “तूने भी इतना वीर्य खाया, मैंने भी। फिर भी ये साफ नहीं हुई। अब साफ तो करना पड़ेगा
ना.."
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