RE: Bhai Bahan Sex Kahani भाई-बहन वाली कहानियाँ
मैं उस वक़्त नहा रहा था और नहाकर वापस आया तो देखा दिव्या खाना लेकर खड़ी थी। उसने ट्राउजर और टी-शर्ट पहना हुआ था बड़ी मस्त लग रही थी। उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। उसने मेरे लंड की तरफ देखा तो तौलिया में से उसे बंबू बना दिखाई दिया।
उसने कहा- मैं तुम्हारे लिए खाना लाई हूँ.. खाना खा लो।
मैंने कहा- बस अभी कपड़े पहन कर आता हूँ।
मैं कमरे में जाकर लोवर और बनियान पहन कर आ गया। हम टीवी वाले कमरे में चले आए और टीवी देखने लगे। मैं खाना खाने लगा.. दिव्या अभी भी मुझसे बात नहीं कर रही थी।
मैंने सोच लिया था कि आज तो इसे ऐसे ही जाने नहीं दूँगा।
मैंने दिव्या से कहा- तुम मुझसे बात क्यों नहीं कर रही हो?
तो उसने कहा- मेरा मन नहीं है। मैं फालतू लोगों से बात नहीं करती।
तभी मैंने खाने को छोड़ दिया और कहा- ले जाओ खाना.. मैं भी फालतू लोगों का खाना नहीं ख़ाता।
मैं बिस्तर पर लेट गया।
उसने कहा- मेरा गुस्सा खाने पर क्यों दिखा रहे हो, खाना खा लो चुपचाप!
मैंने कहा- मैं बाहर होटल पर जाकर खा लूँगा।
उसने कहा- खाना तो आपको खाना ही पड़ेगा।
वो रोटी का टुकड़ा तोड़कर मेरे मुँह में डालने लगी। मैंने तभी उसे अपनी बांहों में भर लिया और कहा- प्लीज़ दिव्या, बताओ तुम मेरे साथ ऐसा क्यों कर रही हो?
उसने कहा- राजा जो हमारे बीच हुआ.. वो नहीं होना चाहिए था, मैं तुम्हें अपना भाई मानती हूँ और तुमसे बड़ी भी हूँ।
मैंने मन ही मन सोचा कि भाई..! मैंने तो अपनी सगी बहन को नहीं छोड़ा, ये तो मुँह बोली बहन बन रही है।
लेकिन मैंने कहा- यार तुम पहले एक लड़की हो और बाद में कुछ और हो।
यह कहकर मैंने उसे दबोच लिया।
वो बोलने लगी- नहीं राजा प्लीज़ मुझे छोड़ दो.. मुझे घर जाना है।
मैंने कहा- बस थोड़ी देर रुक जाओ, फिर चली जाना।
मैं उसे किस करने लगा, वो झटपटाने लगी और अपने आपको मुझे छुड़ाने लगी। लेकिन मैंने उसे नहीं छोड़ा और किस करता गया।
फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और गेट बंद कर दिया। वो डर गई और बोलने लगी- राजा प्लीज़ कुछ ग़लत मत करना..!
उसकी शक्ल रोने जैसे हो गई।
मैंने कहा- कुछ भी ग़लत नहीं होगा, बस थोड़ा बहुत ही करूँगा।
फिर मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके चूचे मसलने लगा.. किस करता गया। फिर मैंने उसकी टी-शर्ट ऊपर करके उसके चूचे ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा। कुछ देर बाद मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी, तो वो रोने लगी।
मुझे पता चल गया कि इसका भी मन है, पर ये नखरे दिखा रही है।
फिर मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके एक चुचे को मुँह में लिया तो वो एकदम से चीख पड़ी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… अहह.. लगती है।
मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी। अब उसका ऊपर का हिस्सा मेरे सामने बिल्कुल नंगा था। अब मैं अपने कंट्रोल से बाहर हो गया और अपने कपड़े उतारने लगा। जैसे ही मैंने अपनी अंडरवियर उतारने के लिए हाथ लगाया, उसने मेरा हाथ पकड़ा और रोने लगी।
वो बोलने लगी- प्लीज़ ये सब मत करो।
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा.. तुम टेंशन मत लो और अपना अंडरवियर उतार दिया। अब मैं बिल्कुल नंगा हो चुका था। फिर मैंने उसका पजामा उतारा। उसने काफ़ी रोकने की कोशिश की, पर मैं नहीं माना और उसका पजामा उतार ही दिया। फिर उसकी पेंटी भी उतार दी।
अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी पड़ी हुई थी। वो बिल्कुल अप्सरा की तरह लग रही थी, बिल्कुल गोरी।
उसने अपना एक हाथ अपनी बुर पर रख लिया और एक हाथ अपनी चुची पर रख लिया.. वो अपने आपको छुपाने लगी।
मैंने उसका हाथ उसकी बुर पर से हटाया और उसकी बुर पर अपना मुँह लगा दिया। उसकी बुर में जैसे ही जीभ डाली.. वो एकदम से लम्बी सी सांस लेकर उठी और ‘अहह..’ की आवाज़ करने लगी।
फिर मैंने करीब 2-3 मिनट तक उसकी बुर चाटी।
अब वो भी पूरे जोश में आ चुकी थी, उसने अपनी बुर पूरी खोल दी थी।
फिर मैंने अपना लंड उसकी बुर पर रखा और रगड़ने लगा। वो लंबी-लंबी साँसें ले रही थी। उससे बिल्कुल भी सब्र नहीं हो रहा था। वो बस ये चाहती थी कि जल्दी से मैं उसकी बुर में लंड डाल दूँ।
लेकिन मैंने कुछ देर सुपारा रगड़ने के बाद लंड हटा लिया और उससे कहा- इसे मुँह में लो।
पहले तो वो मना कर रही थी.. मगर मेरे ज्यादा ज़ोर देने पर उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी।
कुछ देर चूसने के बाद मैंने उसे लेटा कर उसके ऊपर लेट गया। उसके होंठों पर किस करने लगा और चुची भी दबाने लगा।
अब मैंने एक हाथ से अपना लंड उसकी बुर के छेद पर रखा और ज़ोर से धक्का मारा। मेरा लंड बुर में घुस गया और फिर मैं लंड को अन्दर-बाहर करने लगा और थोड़ी देर बाद मैं झड़ कर शांत हो गया.. लेकिन वो अभी भी गर्म थी।
मैं ढीला होकर लेट गया.. तो उसने मेरे ऊपर बैठकर मेरा लंड पकड़ा और अपनी बुर में लगाकर ऊपर-नीचे होने लगी। कुछ देर बाद वो भी झड़ गई।
फिर हम दोनों ऐसे ही नंगे लेटे रहे। थोड़ी देर बाद हमने दुबारा सेक्स किया।
उसके बाद वो अपने घर जाने लगी, तो मैंने पूछा- अब खाना कब मिलेगा?
वो बोली- कल ले कर आती हूँ।
फिर कुछ देर बाद दीदी का फोन आया कि वो लोग पहुँच गए हैं।
मैंने कहा- ओके..
फिर दीदी ने मुझसे पूछा- क्या हुआ?
मैं बोला- वही.. जो होना था, काम पास हो गया।
तो वो बोली- यार तू चीज़ ही ऐसी है.. कोई भी फ्लैट हो जाएगी।
उसके बाद भी हमने कई बार सेक्स किया।
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