RE: Bhai Bahan Sex Kahani भाई-बहन वाली कहानियाँ
रोहन भी अब कमीनेपन पर आ गया था, वो चुपचाप पायल के पास जाकर बैठ गया और उसने पायल से पूछ लिया कि क्या पायल ने कभी अपने भाई का लंड देखा है?
मैसज पढ़ते ही पायल ने रोहन की तरफ देखा और फिर जवाब लिख दिया कि ‘नहीं उसने नहीं देखा है।’
रोहन ने पूछा कि क्या पायल का दिल करता है अपने भाई का लंड देखने का?
तो पायल ने मना कर दिया।
रोहन पायल के पास बैठा हुआ पायल के चेहरे के हावभाव पढने की कोशिश कर रहा था।
स्पष्ट था कि पायल मैसज पढ़ कर गर्म हो रही थी और बार बार रोहन की तरफ और रोहन की बरमूडा में बने तम्बू की तरफ देख रही थी।
पायल नहीं जानती थी की खुद उसका भाई उसके पास बैठ कर ये कमीनापन कर रहा था।
रोहन ने फिर से एक मैसज किया कि अगर उसका भाई उसको चोदना चाहे तो क्या वो उसको चोदने देगी?
पायल ने दो तीन गालियाँ लिख कर वापिस भेजी और मोबाइल से नेट बंद कर दिया।
मोबाइल बंद होते ही रोहन उठ कर पायल के बिल्कुल पास बैठ गया और पायल के बदन के साथ सटते हुए उसको अपने फ़ोन में एक फनी विडियो क्लिप दिखाने लगा।
पर उसने गौर किया की पायल का ध्यान मोबाइल पर कम रोहन के टावर पर ज्यादा है।
उसने बेशर्मी से पायल के सामने ही अपने लंड को पकड़ कर नीचे दबाया जैसे तो उसको सेट करने की कोशिश कर रहा हो।
रोहन का लंड कम से कम सात इंच का लम्बा और लगभग अढाई इंच का मोटा था। बरमूडा में तम्बू बना हुआ साफ़ नजर आ रहा था।
रोहन ने जब अपने लंड को मसला तो पायल ने एकदम से अपनी नजरे दूसरी तरफ घुमा ली और उठ कर अपने कमरे की तरफ तेज कदमों से चली गई।
रोहन की लगाईं हुई आग अब भड़कने लगी थी।
पायल के जाने के कुछ देर बाद रोहन उठ कर पायल के कमरे की तरफ गया तो दरवाजा अन्दर से बंद था। पर रोहन जानता था कि कहाँ से पायल के कमरे के अन्दर झाँका जा सकता है।
वो जल्दी से वहाँ पहुंचा तो रोहन की आशा के अनुरूप पायल अपनी चूत ऊँगली से रगड़ रही थी।
घर में अगर बाकी लोग ना होते तो शायद रोहन उसी समय पायल को चोदने उसके कमरे में पहुँच जाता। पर अभी घर पर मम्मी और सोनम भी थे।
रोहन ने फिर से दो तीन दिन पायल को कोई मैसज नहीं किया और पायल के मैसज का इंतजार करने लगा।
तीसरे दिन पायल का मैसज आया की कहानी भेजो।
रोहन ने फिर से उसको दो-तीन कहानियाँ भेज दी।
पायल ने फिर से कहानियाँ पढ़ी और फिर से अपनी चूत में ऊँगली कर ली। अब रोहन का मन मचलने लगा था पायल की चूत में अपना लंड घुसाने को।
बहुत हिम्मत करके उसने पायल को चेक करने की सोची। शाम के समय जब सोनम और मम्मी रसोई के काम में व्यस्त थी तो रोहन ने देखा पायल मोबाइल पर कुछ कर रही थी, शायद कहानी ही पढ़ रही थी।
रोहन पायल के कमरे में गया और पायल से बिलकुल चिपक कर बैठ गया और उसने अपना हाथ पायल के कंधे पर रखा और पायल से बोला- क्या बात है पायल आजकल सारा सारा दिन मोबाइल से ही चिपकी रहती हो, भाई से बात करने का भी समय नहीं है तुम्हारे पास?
पायल ने घबरा कर मोबाइल साइड में रख दिया, उसने कुछ जवाब नहीं दिया पर रोहन ने पायल के शरीर में कुछ कम्पन सी महसूस की।
पायल रोहन की बाहों में सिमटती जा रही थी, रोहन के स्पर्श ने शायद पायल की पेंटी में हलचल मचा दी थी।
रोहन ने अपना हाथ पायल के कंधे से सरका कर उसकी बगल में रख दिया और पायल को अपनी और खिंच कर बिलकुल अपनी बाहों में भर लिया।
ऐसा करने से उसका हाथ पायल की चूची पर पड़ गया।
रोहन को जब पायल की मुलायम चूची का एहसास हुआ तो रोहन ने चूची को हल्के से दबा दिया। पायल चूची पर रोहन का हाथ महसूस करते ही उचक पड़ी और एकदम से रोहन से अलग होकर रसोई में चली गई।
उस दिन के बाद से अब रोहन हर रोज पायल के बदन को छूने की कोशिश करता। शुरू शुरू में तो पायल झट से उठ कर वहाँ से चली जाती थी पर जब ये हर रोज होने लगा तो पायल को भी शायद ये अच्छा लगने लगा था, अब वो आराम से बैठी रहती थी या यूँ कहिये की वो अब रोहन से कुछ ज्यादा ही चिपक कर बैठी रहती थी।
रोहन भी कभी उसके गाल कभी माथे पर चूमता और बीच बीच में पायल को चूची को स्पर्श करता या हल्के से दबा देता।
वो दोनों ये सब अपनी मम्मी और सोनम की निगाह से बचा कर करते थे, अब दोनों को ही एक दूसरे का स्पर्श अच्छा लगने लगा था। ऐसे ही करीब पंद्रह दिन निकल गए।
और उस दिन…
रोहन शाम को चार बजे अपने कॉलेज से वापिस आया तो देखा कि घर पर कोई नहीं था, वो पहले अपनी मम्मी के कमरे में गया, वो वहाँ नहीं थी।
फिर सोनम का कमरा देखा तो वो भी नहीं थी।
आखिर में जब वो पायल के कमरे के पास पहुँचा तो पायल मोबाइल पर शायद कोई कहानी पढ़ रही थी और उसने स्कर्ट उतार कर साइड में रखी हुई थी, पेंटी भी जांघो से नीचे थी, एक हाथ में मोबाइल और दूसरे हाथ की ऊँगली चूत में थी।
रोहन को एक दम से अपने कमरे में देख कर पायल घबरा गई और उसने जल्दी से अपनी पेंटी ऊपर की और स्कर्ट उठा कर जल्दी से बाथरूम में घुस गई।
रोहन ने पायल को आवाज दी पर पायल ने कोई जवाब नहीं दिया।
‘पायल… पायल, अगर तुम बाहर नहीं आई तो मैं सब कुछ मम्मी को बता दूंगा.. एक मिनट में बाहर आओ वरना…’
पायल ने डरते हुए दरवाजा खोला, वो स्कर्ट पहन चुकी थी, वो घबरा कर रोने लगी।
रोहन ने उसका हाथ पकड़ा और उसको लेकर बेड पर बैठ गया- यह क्या कर रही थी पगली…?
‘भैया… प्लीज मम्मी को कुछ मत बताना… यह गलती दुबारा नहीं होगी!’ कह कर पायल जोर जोर से रोने लगी।
रोहन को तो जैसे सुनहरा मौका मिल गया था पायल को अपना बनाने का, उसने पायल को अपने सीने से लगा लिया और चुप करवाने के बहाने पायल के शरीर पर अपना हाथ घुमाने लगा- कोई बात नहीं पायल.. इस उम्र में ये सब हो जाता है… तू तो मेरी अच्छी बहन है ना… मैं किसी को कुछ नहीं बताउँगा, वैसे मम्मी और सोनम कहाँ गए है?
‘वो मार्किट में गए हैं कुछ सामान लेने…’
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