Bhai Bahan Sex Kahani भाई-बहन वाली कहानियाँ
02-23-2021, 12:21 PM,
#74
RE: Bhai Bahan Sex Kahani भाई-बहन वाली कहानियाँ
बुर की सील

यह बात 2016 की है, मैं उस समय 19 साल का था और 12 वीं क्लास में था. उस समय मेरे लंड का साइज़ 6 इंच हो गया था. मेरी बहन छवि, जो उस समय 21 वर्ष की थी और थर्ड इयर में पढ़ती थी. उसका रंग बेहद गोरा है, हाईट कोई 5 फिट और 30-28-32 का मादक फ़िगर है. उसके बोबे बहुत सख्त और तने हुए थे.

मैंने मेरी बहन को कभी गंदी नज़र से नहीं देखा था, पर एक बार मेरी बहन बाज़ार जाने के लिए कपड़े बदल रही थी. उस जल्दी की वजह से वो गलती से दरवाजा बंद करना भूल गयी और उसी समय मैं अपनी बुक लेने उस कमरे में चला गया. मैंने जैसे ही दरवाज़ा खोला, मेरी आंखें फ़टी की फ़टी रह गईं और मेरा लंड खड़ा हो गया. मेरी बहन इस वक्त रेड कलर की ब्रा और पैंटी में थी. पहले तो मैं डर गया और सॉरी कह कर दरवाजा बंद करके वापस चला गया. पर मेरी निगाहें अब भी उसी लाल ब्रा पेंटी में बंद उसकी चूचियां और फूली हुई चूत पर ही मंथन कर रही थीं. मेरा लंड एकदम से खड़ा हो चुका था. मैं बाथरूम में जा कर दीदी के नाम की मुठ मारने लगा.

उस दिन से ही मैं अपनी दीदी को गंदी नजर से देख़ने लगा और मुठ मार कर अपनी हवस शांत करने लगा.

एक बार घर पर मेरे और दीदी के अलावा कोई नहीं था. मैंने मौका देखा और कुछ तय कर लिया. जब दीदी नहाने बाथरूम में गईं, तो बाथरूम के छेद में से देखने लगा.
दीदी ने सबसे पहले अपनी टी-शर्ट और कैपरी उतारी. ऊपरी कपड़े उतरने के बाद वो सिर्फ काले कलर की ब्रा पैंटी में रह गई थी. उसके दूध से सफ़ेद शरीर पर काले रंग के अंडरगारमेंट्स देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.

फिर उसने शीशे देखते हुए अपनी ब्रा को उतार दिया और वो अपने तने हुए मम्मों को खुद ही प्यार से देखने लगी. उसके बूब्स एकदम मक्खन से चिकने और एकदम गोरे थे.. उन पर लाइट पिंक कलर के निप्पल जड़े हुए थे. वो अपने निप्ल्लों से खेलने लगी. एक मिनट में ही उसके निप्पल एकदम तन गए. फिर उसने अपनी पेंटी उतारी. उसकी चूत पर थोड़े बाल थे, लेकिन पिंक कलर की चूत बड़ी मस्त लग रही थी. चूंकि बाथरूम में शीशे की पोजीशन दरवाजे वाली दीवार पर थी, इसलिए मैं अपनी दीदी के चूचे और चूत को पूरे साफ़ तौर पर देख पा रहा था. मैं यह सब देखने में मस्त हो गया. दीदी अपनी चूत पर अपनी हथेली से थपथपाने लगी. शायद वो अपनी चूत की आग को मिरर में देख कर थपथपा कर ठंडी करना चाह रही थी.

मैं उसकी हरकत को देख कर अपना लंड हिलाने लगा था. तभी घर की डोर बेल बजी, मैं तुरंत वहां से हट गया और मेन दरवाजे पर जाकर देखा, तो मेरा कजिन भाई आया था.
दीदी ने भी अन्दर से आवाज देकर पूछा- कौन आया है?
मैंने बताया और कुछ देर बाद वो भी नहा कर बाहर आ गयी.

उस दिन के बाद मैं अपनी दीदी को चोदने के मौके का इंतज़ार करने लगा. मैं कई बार उसकी बाथरूम की चूत और चूचियों के साथ खेलने की हरकत से भी अंदाज लगा लिया था कि दीदी को भी लंड की जरूरत है.

एक दिन वो पलंग पे बैठी थी. मैं वहां गया और उससे पढ़ने लगा. मैं बार बार अपना हाथ उसकी जांघ पे रख कर सहला रहा था. वो भी स्माइल दे रही थी और कुछ भी नहीं कह रही थी.
मैंने उसकी तरफ देखा और पूछा- स्माइल क्यों कर रही हो?
दीदी बोली- जब तू हाथ फेरता है तो गुदगुदी लगती है.
मैंने पूछा- और क्या लगता है?
वो आंख मारते हुए हंसने लगी.

तो मैंने उसको अपनी बांहों में उठा कर बेड पे लिटा दिया और उसके दोनों हाथों को पकड़ कर उसके होंठों पर किस करने लग गया. वो भी मुझसे लिपट गयी. हम दोनों एक दूसरे में समाने की कोशिश करने लगे. जब वो पूरी तरह गर्म हो गयी, तो मैं अपना एक हाथ उसके चूचे पे रख कर सहलाने लगा.
पर उतने में पापा मम्मी घर आ गए और हम जल्दी से अलग होकर पढ़ाई करने लगे. लेकिन अब मामला सैट हो चुका था, बस एकांत की जरूरत थी.

दूसरे ही दिन जब पापा ऑफिस चले गए, तब मम्मी को किसी काम से मामा के घर जाना पड़ा. मम्मी के जाते ही मैंने छवि दीदी को बांहों में उठाकर मेरे बेड पे लिटा दिया और हम दोनों वासना के खेल में शुरू हो गए. मैंने पहले दीदी को किस किया, फिर एक एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिए. आज दीदी ने पिंक कलर की ब्रा पैंटी पहनी थी. दीदी उसमें बड़ी हॉट एंड सेक्सी लग रही थी.
मैंने दीदी को नंगी कर दिया और उसकी चूत के सामने पहली बार इतने नजदीक से दीदार किए. दीदी की चुत पे छोटे छोटे सुनहले से बाल थे, ऐसा लग रहा था कि कभी किसी ने इसको छुआ भी न हो. दीदी की चूत बिल्कुल सील बंद थी. मैं उसकी बंद चूत को देख कर पागल हो गया और उसके सख्त चूचे को पकड़ कर जोर जोर से दबाने लगा.

हम दोनों के होंठ एक हो चुके थे. मैंने अपना एक हाथ धीरे से उसकी चुत तक ले गया और उसे बड़े ही प्यार से सहलाने लगा. उसने भी अपनी चूत खोल दी और मेरी उंगली को चूत सहलाने के लिए चुदास जाहिर कर दी.

मैंने उंगली में थोड़ा सा थूक लगा कर अपनी एक उंगली दीदी की चूत के अन्दर डाल दी. उंगली घुसी, तो उसकी आह सी निकली. जब मुझे उसकी चुत गीली महसूस हुई, तो मैंने कुछ देर फिंगर करने के बाद चूत को चाटना शुरू कर दिया. दीदी अपनी टांगें पूरी खोल कर मेरी जीभ से चूत चटाई का मजा ले रही थी. मैं जोर जोर से अपनी जीभ से उसे चोदने लगा.
वो जोर जोर से सिसकारियां भर रही थी और आंखें बंद किए हुए बोल रही थी- आह … यश आराम से.

कुछ ही देर में मैंने उसकी चुत गीली महसूस की, तो मैंने अपना लंड चुत पे रख दिया. लंड का अहसास करते ही उसने आंखें खोल दीं और थोड़ा हिलने की कोशिश की. पर मेरे एक बार कहते ही वो चुदाई के लिए मान गयी. बस फिर मैंने अपने हाथ उसके मम्मों पे रखकर थोड़ा सा धक्का मारा, तो मेरे लंड का टोपा उसकी चुत में घुस गया था. उम्म्ह… अहह… हय… याह… वो दर्द के मारे रोने लग गयी, उसकी आंखों में आंसू और मुँह से झलकती पीड़ा से साफ पता लग रहा था कि बहुत डर रही है.

मैंने कुछ देर बाद एक और धक्का मारा, तो उसकी चीख निकल गयी. पर मेरा आधा लौड़ा उसकी चुत में जा चुका था. वो दर्द से चिल्ला रही थी और बोल रही थी- बस यश, निकाल लो, बहुत तेज दर्द हो रहा है.
मगर मैंने कोई परवाह न की बस लंड पेले हुए रुका रहा. कोई 2-3 मिनट बाद मैंने तीसरे झटके में अपना लंड पूरा अन्दर डाल दिया था. इस बार उसकी सील टूट गयी थी और खून निकलने लगा था. हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे, जब तक उसका दर्द कम नहीं हो गया. फिर कुछ देर में मैं अपने लंड को हिलाने लगा और ट्रेन की तरह अपनी स्पीड को बढ़ाने लगा. अब तो उसको भी मजे आ रहे थे और वो कामुक सिसकारियां ले रही थी.

इस वक्त मुझमें और राजधानी ट्रेन में कोई ज्यादा फर्क नहीं था. मैंने बहुत तेज स्पीड से अपनी दीदी की चूत को चोदने में लगा था.. पूरा बेड हिल रहा था.

कुछ देर बाद मैं झड़ने वाला था, तो मैंने लंड बाहर निकाल कर पूरा माल उसके फेस और मम्मों पे डाल दिया. वो भी मस्ती से मेरे कम को अपने जिस्म पर महसूस करने लगी अपनी मम्मों पर वीर्य को फैला कर मलने लगी.

हम दोनों आराम से बेड पर लेट गए और एक दूसरे को देख कर बस हंस रहे थे. कुछ टाइम बाद हम दोनों की आग फिर से भड़क उठी और फिर से चुदाई शुरू की. इस बार मैंने उसको घोड़ी बनने को बोला, तो झट से वो बन गयी. हम दोनों ने फिर से ब्लू फिल्म स्टाइल में चुदम चुदाई शुरू कर दी.

दीदी की चूत चोद कर मैंने अपना काम पूरा किया. बाद में उसी ने मुझे बताया कि वो खुद भी मुझसे अपनी सील तुड़वाना चाहती थी.

मेरी रियल सेक्स स्टोरी आपको मस्त लगी?
Reply


Messages In This Thread
RE: Bhai Bahan Sex Kahani भाई-बहन वाली कहानियाँ - by desiaks - 02-23-2021, 12:21 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,450,360 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 538,663 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,211,649 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 916,034 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,623,784 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,056,283 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,910,322 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,921,972 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,979,439 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,140 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 8 Guest(s)