RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
अपडेट 62
मैं घर आया और आधे घण्टे के बाद ही मैंने टीना को फोन लगा दिया. दूसरी तरफ से ‘हैलो’ की आवाज आई, मैंने पूछा- कौन?तो बोली- मैं टीना बोल रही हूँ.‘ओह…’ इतना कहने के बाद मैंने पूछा- क्या कर रही हो?‘अभी-अभी आई हूँ और अपने कमरे में हूँ.’
मैंने फिर पूछा- कमरे के क्या कर रही हो?तो बोली- कपड़े बदल रही हूँ.‘इस समय क्या पहना है?’‘इस समय ब्रा पैन्टी में हूँ.’‘मैं तुम्हे देखना चाहता हूँ.’‘नहीं’‘क्या कहा?’ मैं थोड़ा तेज आवाज में बोला.
वो बोली- यार, प्लीज समझा करो.ओ.के. कोई बात नहीं, अपनी साईज बता?’‘मुझे नहीं मालूम…’ वो बोली.‘तो पेन्टी ब्रा बिना साईज के ही पहनती हो?’‘यार, मम्मी लाती है. नम्बर 28 पड़ा है.’‘ठीक है, चल अब कल मिलते हैं.’
दूसरे दिन जब मैं स्कूल पहुंचा तो देखा दोनों क्लास के अन्दर पहले से ही पहुंची हैं, दोनों की सूरत उतरी हुई थी.मैंने उनसे हाथ मिलाया, दोनों ने हाथ मिलाया, फिर मैं अपनी सीट पर बैठ गया.
अभी भी दोनों का उदास चेहरा देख मैंने उनसे कहा- अब हम दोस्त हो गये हैं. डरो मत, मैं किसी को कुछ नहीं बताऊँगा और यह भी मत डरो कि मैं तुम दोनों को ब्लैक मेल करूंगा.फिर टीना की तरफ देखते हुए कहा- तुम्हारी हरकत के कारण ऐसा हुआ, नहीं तो तुम उसकी और वो तुम्हारी बुर या गांड चाटे, मुझे क्या करना है.वो दोनों कुछ नहीं बोली, बस मेरी तरफ देखती रही.
‘अच्छा ये बताओ, ये कब से चल रहा है?’‘दिसम्बर से…’ पायल जल्दी बोली और अपनी बात आगे बढ़ाते हुए बोली कि एक दिन ये मेरे घर अपने पापा के साथ आई, इसको एक सब्जेक्ट में कुछ प्रॉबल्म थी. टीना को छोड़कर उसके पापा चले गये और साथ में यह भी बोल गये कि वो एक पार्टी अटेन्ड करने जा रहे हैं, अगर ज्यादा देर न हुई तो टीना को पिक अप कर लेंगे. नहीं तो रात में टीना यही रूक जाये. मेरे परिवार को कोई ऐतराज नहीं था. टीना वहीं रूक गई, हम लोग काफी देर तक पढ़ती रही.रात होने लगी थी, इसके पापा नहीं आये तो मम्मी ने हम दोनों को खाना खिलाकर सोने के लिये बोल दिया और कहा कि इसके पापा अगर आ गये तो वो इसको उठा देगी.हम बातें करती हुई कब सो गई, पता ही नहीं चला.
रात को अचानक मुझे लगा कि मेरी चूत में कुछ चल रहा है, मैंने अपनी चडडी के अन्दर हाथ डाला तो टीना का हाथ मेरी फांकों के आस-पास हिस्से को सहला रहा था.मैंने उसका हाथ हटाया और करवट बदल ली.लेकिन यह क्या, ये तो मेरे चूतड़ को सहलाने लगी और गांड की छेद में अपनी उंगली रगड़ने लगी.मैंने बीच में ही टोकते कहा- पायल बस कर, लंड तन गया है. फिर मेरा मन पढ़ाई में नहीं लगेगा.
पायल चुप हो गई लेकिन टीना ने छेड़ते हुए कहा- सुन ले, पूरा मजा आयेगा.‘तू चाहती है कि कहानी सुनने के बाद मैं तेरी गांड में उंगली करूँ?’वो धीरे से बोली- लौड़े के… देख तो सही, अब हम सभी स्कूल में है, मरवायेगा क्या, भोसड़ी के?उसके गाली देने के अंदाज में मुझे हंसी आई.
मैं इससे पहले टीना से कुछ पूछता कि पायल बोली- चल तू भी क्या याद रखेगा मेरी जान, तू जब चाहे मेरी गांड में उंगली कर लेना.मैंने बात काटते हुए कहा- चल अब बस कर और भी बच्चे आने वाले हैं, किसी पीरियड में बता देना, मेरा लंड काफी कड़क हो गया है और मुझे दर्द महसूस हो रहा है.
फिर हमने अपनी बातें बंद कर दी.
उसके बाद कई दिन बीत गये, न उनकी कहानी सुनने का मौका आया और न ही किसी तरह के और सम्बन्ध बने.हाँ बस इतना होता था कि जब भी कभी हम लोगों को मौका मिलता तो वो दोनों मेरे लंड पर पैन्ट के ऊपर से हाथ फेर लेती और मैं उनकी चूची वगैरह दबा दिया करता और हम तीनों के बीच में गाली-गलौज और तू-तड़ाक से बातें होती, लेकिन एक खास बात ये भी थी कि हम तीनों की संगत ऐसी हो गई थी कि बाकी क्लास हमेशा शक की नजर से देखती, यहाँ तक कि मेरा वो दोस्त जिग्नेश भी.
समय बीतने के साथ-साथ हम तीनों का तालमेल काफी अच्छा हो गया था.
पर इसी बीच एक घटना हो गई, जिससे मुझे वो मिल गया जिसकी शायद मैंने कल्पना करनी भी छोड़ दिया था. एक दिन जिस हॉस्टल में मैं रहता था, कुछ बाहरी लड़कों और हॉस्टल के लड़कों में बवाल हो गया और हॉस्टल का काफी नुकसान हो गया था, मकान मालिक ने हम सभी को तत्काल हॉस्टल छोड़ने का हुकुम दे दिया, अब मेरे सामने मुसीबत थी कि मैं कहाँ जाऊँ.
या तो घर आ जाउ और रोज बस से आना जाना पड़ेगा लेकिन रोज 230 किमी का आना जाना मुमकिन नही था सो अब एक ही रास्ता था किसीके यहा पेइंग गेस्ट बन जाऊं या रूम शेअर करु
कहानी जारी रहेगी
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