RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
अपडेट 80
चाची मेरे बेड के पास आई और मेरे बेड के पीछे का पर्दा हटाया, और रूम में रौशनी हो गयी, पर मुझे कुछ फर्क नहीं पडा, फिर चाची से रहा नहीं गया, तो वो मेरे पास में बेड पे बैठ गयी, चाची ने डार्क ओलिव कलर की साड़ी पहनी थी और मैचिंग ब्लौस, ऊपर से भीगे बाल थे, खुले हुए, आधे पीछे रक्खे थे और आधे अपने लेफ्ट बॉब्स को कवर कर रहे हो ऐसे, चाची ने मुझे उठाने से पहले एक दो सेकंड देखा, फिर चाची ने मेरे सीने पे अपना हाथ रक्खा और सीने को सहलाने लगी, फिर वो मेरे सीने पे निप्पल को चूमने के लिए झुकी, पर फिर रुक गयी और वापस उठने लगी की मैंने चाची को झट से पकड़ा और वो जो मेरे ऊपर थी, तो चाची को पलटा के में चाची के ऊपर आ गया, और चाची के बॉब्स पे सर रख के सो गया.
“अच्छा तो तुम जाग रहे थे, और देख रहे थे की में क्या करती हूँ”.
“हाँ”.
“क्या हा, ऐसे किसी के पर्सनल बिहेवियर को देखना ठीक नही”... चाची ने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए मुझे अपने से अलग कर दि, तो में भी गुस्सा दिखाते हुये, अपने रूम से बाहर जाने लगा और चाची से कहा
“अच्छा तो ठीक हे, फिर आज मेरा कोई मूड नहीं हे, करना अकेले जो करना हो” और में बाहर जा रहा था की चाची ने पीछे से कहा
“गुस्सा आता हे तो ठीक हे, ग़ुस्से में अपने आप को भूलना नहीं चहिये, जरा अपना कुछ अंदर करो, कुछ कुछ दिख रहा हे. और वो हंस पडी, मैंने देखा तो मेरा अंडरवेअर कुछ निचे हट गया था तो मैंने पीछे मूड के उसे देखा और फिर चाची की और मुँह कर के मैंने अपने अंडरवेअर को दोनों हाथो से पकड़ा और फिर अपने दोनों गांड चिक्स दिखाते हुए फट से निचे किया और बाद में पेहन भी लिया. और में बाथरूम में चला गया. मैंने बाथरूम का डोर चाची की तरह जोर से पटका और खुला छोड़ दिया, में शुअर था की चाची जरूर आयेगी. इसिलिये में फुल नुड हो के नहाने लगा, लेकिन चाची नहीं आयी, वो बल्कि, बाथरूम के ठीक सामने ड्राइंग रूम में बैठ के टीवी देख रही थी और वो भी मुझे सुनाई दे ऐसे जोर से.
मै नहा के बाहर आया, मैंने सिर्फ शॉर्ट्स पहना था और बॉडी का ऊपर का पार्ट बिलकुल ओपन छोड़ दिया था चाची को पता था की उनके बाथरूम में न आने से में और भी गुस्सा करुँगा तो उन्होंने सामने से मुस्कुराते पूछा,
“क्या बात हे, रेशु, क्या मस्त बॉडी बनाई हे, क्या मसल्स हे, जरा पास आ तो, देखु तो तुझे. लेकिन में चाची से दूर बैठा और कहा
“अच्छा तो कल आपको पता नहीं चला, इस बॉडी के बारे में.
“कल किसी चीज़ का होश ही कहा था”. चाची बिचारि प्यार से बात कर रही थी और में झूठा घुस्सा फिर चाची से मैंने १० मिनट तक कोई बात नहीं की तो वो भी बिचारि किचन में जा के काम करने लगी और में भी अपने आप को गाली देणे लगा की साला झूठा काम करने की जरूरत क्या हे.
फिर तो चाची जब भी बिचारि किचन से किसी काम से बाहर आती तो में अपना हाथ अपने लंड के पास रख लेता और ऊपर निचे घुमाने लगता, लेकिन चाची देखति और अपने काम में लग जाती.
चाची पर साला कोई असर नहीं हो रहा था फिर में भी बोर हो के अपने रूम में चला गया और लैपटॉप उठाया और सोचा की देखु, कहीं माँ का कोई रिप्लाई तो नहीं आया.
लेकिन माँ के इ-मेल से कोई रिप्लाई नहीं था तो मैंने फिर से मस्त मस्त इरोटिक ६-७ स्टोरीज एक साथ वन बाय वन माँ को मेल कर दि, अब लग रहा था की माँ इतना तो पुछेगी की कौन हो तुम्, वग़ैरा वग़ैरा. फिर साथ साथ में पोर्न मूवी भी देखने लगा, मुझे पता था की इस टाइम माँ अपने क्लिनिक में होती हे, शायद पेशेंट्स भी कम होते हे, तो वो १००% ऑनलाइन तो होगी. फिर मैंने माँ को देखने के लिए की वो ऑनलाइन हे की नहीं मैंने अपने फेसबुक आईडी से लोगिन किया और माँ को देखने लगा, तो माँ सच में ऑनलाइन थी. फिर माँ से चाट करने लगा.
“हाय हनी.,..हो अरे रेशु..चाचि के यहाँ कुछ ज्यादा ही मज़ा आ रहा हे क्या..मॉम से फ़ोन पर भी बात नहीं करते”.
“नहीं माँ ऐसी कोई बात नहीं हे”.
बास ऐसे बात चल रही थी की माँ ने कहा की “अच्छा बेटा, एक काम कर तू दो तीन दिनों के लिए मेरे पास आ जा बाद में बड़ी चाची के पास जाना, मुझे भी तुझे देखने का बड़ा मन कर रहा हे, माँ ने जब ऐसे कहा तो मैंने भी माँ को हाँ कर दी और फिर लैपटॉप बंद कर के सोचने लगा. इतने में चाची अंदर आई और दरवाजे पे पोज़ बना के खड़ी हो गयी और कहा
“साहबजादे का गुस्सा उतरा की अभी भी हे...? चाची अभी भी लाइट मूड में थी.
“माँ से बात हो रही थी, वो कह रही थी, की में उनके पास चला जाऊं, बहुत दिनों से घर नहीं गया ना”. ये सुन के चाची के मुँह का रंग ही उड़ गया. सब पोज़ बोस हवा में गुम हो गया. फिर वो मेरे पास आई और मेरी और देखने लगी,
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