RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
सुबह उठकर मैं कॉलेज गया, दोपहर को मैं वापस आया तो देखा आंटी चाची के पास बैठी थी, उन्हे देख कर मेरी गांड फटकर हाथ में आ गई,
रेशु- “चाची, मुझे बाहर जाना है, मेरा खाना लगा दो”
चाची- “कोई बात हो गई क्या … जो इतनी जल्दी जाने को कह रहा है”?
रेशु- “नहीं कोई बात नहीं हुई … बस काम है मुझे”,
चाची- “ठीक है तुम नहा लो, तब तक खाना लगा देती हूँ”,
चाची उठकर रसोई में चली गई, तो आंटी भी उठकर जाने को हो गई,
मैं नहाने जाने लगा,
आंटी- “क्या हुआ, जो इतनी जल्दी जा रहे हो और रात को क्या इशारा कर रहे थे”?
इतना सुनते ही मैं सुन्न हो गया,
आंटी- “मैं किसी से कुछ नहीं कहूँगी … डरो मत और ज्यादा स्मार्ट मत बनो … सारी हेकड़ी निकल जायेगी,
मैं चुप रहा, वो फिर हंसी,
आंटी- “बस हो गया … इतना ही दम था”?
इतना सुनते ही मेरा डर गायब हो गया, मैंने चारों तरफ देखा और उनको आंख मारी यह देखकर वो शर्मा गई,
उधर मैंने चाची को कह दिया कि मैं अब नहीं जाऊंगा,
आंटी मेरी इस बात पर मुस्कुरा दी और गांड हिलाते हुए अपने घर चली गई,
ऐसे ही कुछ दिन गुजरे कुछ खास नही हुआ,
एक दिन मेरी चाची ने मुझको कहा कि, “आंटी के लैपटॉप में कुछ खराबी आ गयी है, क्या तुम कुछ कर सकते हो? प्लीज़ उनकी मदद कर दो ना,”
मैं भी ऐसे ही मौके की तलाश में था और मैंने फ़ौरन चाची से कहा, “आंटी से कहो कि अपना लैपटॉप हमारे घर पर ले आये, मैं लैपटॉप ठीक कर दुँगा,”
एक शाम को आंटी अपना लैपटॉप मेरे घर पर ले आयी, मैंने उनको जाँच कर पाया कि उनके कम्प्यूटर में कुछ “बैड सैक्टर” और वायरस आ गये हैं, मैंने आंटी को यह बात बता दी और कहा कि लैपटॉप को फोरमैट करना पड़ेगा, आंटी ने अपना लैपटॉप फोरमैट करने की सहमती दे दी, मैंने फिर उनसे पूछा, “कोई जरूरी फाइल तो नहीं है जिसका बैक-अप लेना है,”
आंटी- “कुछ वर्ड फाइल ‘मॉय डॉक्यूमेंट’ फोल्डर में है, हो सके तो उनका बैक-अप ले लो”
फिर वो मेरी चाची के साथ जा कर बातें करने लगी, सबसे पहले मैंने उनके लैपटॉप में एक पेन-ड्राईव लगाकर और उनके ‘मॉय डॉक्यूमेंट’ में से सारी फाइल उसमें ट्राँसफर कर दीं, फिर मैंने अपनी उत्सुक्ता से उनके लैपटॉप में कोई सैक्सी फाइल ढूँढने लगा और मुझको उनके लैपटॉप में छुपी फाइलों में कुछ नंगी तसवीरें और क्लिप मिली और साथ में एक फोलडर में करीब चालीस पचास सैक्सी कहानियाँ भी थीं, कहानियाँ इंगलिश, हिंदी और गुजराती तीनों भाषाओं में थीं, मैंने उन फाइलों को भी अपने कम्प्यूटर में कॉपी कर लिया,उनकी इंटरनेट हिस्ट्री में कईं पोर्न वेबसाईट भी मिलीं, और फिर उनके लैपटॉप को फोरमैट कर दिया, फिर मैंने विंडो कॉपी कर दी, उसके बाद मैंने उनकी सब फाइलें पेन-ड्राईव से उनके लैपटॉप पर कॉपी कर दी और साथ में अपने लैपटॉप से भी कुछ नंगी क्लिप और तसवीरों की फाइलें और कहानी की फाइलें भी कॉपी कर दी, इन सब काम में मुझको करीब दो घंटे लग गये और इस दौरान आंटी मेरे चाची से बातें करती रही,
मैंने सब काम खतम करने के बाद आंटी को बुलाया और अपने लैपटॉप को चैक करने के लिये कहा, वो मेरे कमरे में मेरी चाची के साथ आयी और बोली, आंटी- “तुम को तसल्ली है तो ठीक ही होगा,”
मैंने कहा, “हाँ मेरे ख्याल से आपका लैपटॉप अब बिल्कुल ठीक है और फिर आपको दिक्कत नहीं देगा,”
फिर मैंने चाची से लैपटॉप से धूल साफ़ करने के लिये एयर स्प्रे का कैन लाने को कहा, चाची कमरे के बाहर गयी,
रेशु- "आपकी वर्ड फाइलें सब उसी फोल्डर में हैं और आपके लैपटॉप में कुछ क्लिप और तसवीरें भी थीं, मैंने उनको भी आपके लैपटॉप में फिर से कॉपी कर दिया है,”
फिर मैंने उनके लैपटॉप पर वो तसवीरों की फाइल खोल दी, वो उन तसवीरों को देख कर बहुत हैरान हो गयी,
रेशु- “आपका संग्रह बहुत ही अच्छा है, खास कर कहानियों का संग्रह, मैंने आपके लैपटॉप से आपका संग्रह अपने लैपटॉप पर कॉपी कर लिया है, आशा है की आप बुरा नहीं मानेंगी”
मेरी इन सब बातों को सुन कर वो बहुत ही शर्मा गयी और मेरे से नज़रें चुराने लगी और अपनी नज़र को झुकाते हुए बोली,
आंटी- “प्लीज़ यह बात तुम किसी से भी मत कहो” उनकी ज़ुबान कुछ लड़खड़ा रही थी,
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