RE: XXX Sex महाकाली--देवराज चौहान और मोना चौधरी सीरिज़
“मखानी।” उसी पल उसके कानों में, शौहरी की फुसफुसाहट पड़ी।
क्या है?" मखानी ने उखड़े स्वर में कहा। अब जान ले कि तेरे को अगला काम क्या करना...।”
मैं नहीं करूंगा।” मखानी गुस्से से चीखा।
क्या? तेरे को फिर बूढ़ा बना दूं।” ।
ऐसी जवानी का क्या फायदा कि तू मजे लेने नहीं देता। जवान बनाकर तू अपने काम ही लिए जा रहा है। मुझे भी अपना काम करने दे। पेट भरा हो तो मैं शांति से काम करूंगा तेरे ।”
बहुत बेसब्र है तू।”
“बूढ़े से जवान हुआ हूं, मैं चैक कर लें कि ये जवानी असली है कि नकली। बेचारी कमला रानी भी मेरे बिना तड़प-तड़प के जी रही है। उसकी आग भी तो बुझानी है। तेरे को अपने कामों की पड़ी है।”
“मेरे काम जब तक तू करेगा तब तक ही तेरी जवानी कायम रहेगी। ये बात समझ ले।”
जानता हूं मैं। अब तू चुप हो जा। मुझे ये काम कर लेने दे।
” कर ले ।”
तो क्या तू आंखें फाड़कर देखता रहेगा कि हम क्या कर रहे हैं। तू जा यहां से ।” मखानी झल्लाया।
“मैं नहीं जा सकता।”
क्यों?”
“जब तक तेरे भीतर हूं, तू जवान रहेगा। नहीं तो मर जाएगा। बोल जाऊँ?”
“नहीं। तू-तू मेरे भीतर ही रह।” मखानी घबराकर बोला। शौहरी की आवाज नहीं आई। मखानी का चेहरा पसीने से भरने लगा।
“क्या हुआ?” कमला रानी ने उसे देखा।
शौहरी ने ऐसी बात कही कि मैं ठंडा हो गया हूं।” मखानी ने मुंह लटकाकर कहा।
फिक्र क्यों करता है।” कमला रानी पास आ पहुंची—उसका हाथ थामा–“तेरे को अभी गर्म कर देती हूं।” ।
“हो गया गर्म ।” मखानी ने कहा और कमला रानी पर झपट पड़ा।
“मिल गई शांति?” शौहरी की आवाज मखानी के कानों में पड़ी।
“मजा आ गया। जवानी के वो दिन फिर से याद आ गए।” मखानी ने लम्बी आह भरकर कहा।।
“अब भी तो तू जवान है। जग्गू के रूप में है तू।” शौहरी ने शरारत भरे स्वर में कह।
ये तो कमला रानी बताएगी।” मखानी ने मोना चौधरी के बहरुप की तरफ देखा–“क्यों, जवान हूँ मैं?”
बहुत ।” कमला रानी ने छाती पर हाथ रखकर कहा-“तूने तो मेरी जान ही ले ली थी।”
तेरी जान लेकर मैं क्या करूंगा। पर अभी दिल नहीं भरा।”
मखानी।” शौहरी की आवाज पुनः सुनाई दी–“होश में आ। काम की सोच।”
“आराम का वक्त भी तो मिलना चाहिए।”
अभी आराम नहीं मिलेगा। कालचक्र गति में है। कोई भी आराम नहीं कर सकता।” ।
कब आराम करने को मिलेगा?
” जब कालचक्र थम जाएगा।
” कब थमेगा?” ।
जब सारे काम पूरे हो जाएंगे। लेकिन अगले काम के साथ तेरे को खुशी भी होगी।”
“कोई लड़की मिलेगी क्या?” मखानी के होंठों से निकला। ।
“अगला काम तू कमला रानी के साथ मिलकर करेगा।” शौहरी की आवाज सुनाई दी।
“सच?” मखानी ने खुश होकर कमला रानी को देखा। कमला रानी मुस्कराई।।
लेकिन तुम दोनों सिर्फ मेरा कहा काम करोगे, और कुछ नहीं करना है। समझ गए?
काम बता ।” मखानी बोला।
जग्गू को देवा के पास से दूर करना है। कोई शक्ति उसे कालचक्र की हरकतों का भी पूर्वाभास करा रही है, जो कि ठीक नहीं है। देवा कभी भी कालचक्र के खिलाफ कोई चाल चल सकता है। देवा को मौका नहीं मिलना चाहिए।” ।
लेकिन वो दोनों तो मुम्बई में हैं।” कमला रानी ने कहा।
“मैं तुम दोनों को पलों में मुम्बई पहुंचा दूंगा।”
ये सब करना कैसे है, तुमने सोचा है कुछ।” ।
हां। जग्गू को भटकाकर देवा से दूर ले जाना है। मैं बताता हूं ये कैसे होगा। मेरी बात सुन लो, परंतु मौके पर तुम लोगों को जो ठीक लगे, वही करना। काम को हर हाल में पूरा होना चाहिए।”
। “जब तक भौरी मुझे इजाजत नहीं देगी, मैं ये काम नहीं करूंगी।” कमला रानी बोल पड़ी।
“भौरी की ‘हां है।” शौहरी की आवाज आई। तभी भौरी की आवाज, कमला रानी के कानों में पड़ी।
शौहरी की बात मान । मेरी सहमति है उसकी बातों में ।
” “ठीक है।”
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