RE: Free Sex Kahani स्पेशल करवाचौथ
साहिल:" बस मम्मी और मत लाना, मेरा पेट भर गया हैं
रूबी:" अभी तूने ठीक से खाया भी नहीं और बोलता हैं कि पेट भर गया।
रूबी बोलती हुई आई और दो पूड़ी और उसकी प्लेट में रख गई।साहिल मना करता रह गया जबकि रूबी स्माइल करती हुई फिर से किचेन में घुस गई।
साहिल:" मम्मी देखो ना मैं पहले ही पर भर खा चुका हूं, अब कैसे खाऊ आप ही बताओ।
खा लो बेटा तुम बहुत खुश किस्मत हो जो तुम्हे जबरदस्ती खाना खिलाया जा रहा हैं और एक हम हैं जिन्हें ठीक से खाना खाए बहुत टाइम हो गया है।
अनूप की आवाज सुनकर साहिल ने अपने बाप को नमस्ते किया और बोला:"
" ऐसा क्यों बोलते हो पापा, मम्मी तो देखो कितने प्यार से खाना खिलाती हैं।
अनूप लगभग ताना मारते हुए बोला:" बेटा वो तो तुम्हे खिला रही है, मुझे पता नहीं कब खिलाएगी ?
रूबी अपने बेटे के सामने कोई हंगामा नहीं करना चाहती थी इसलिए बोली:"
" जाइए आप भी हाथ धोकर जल्दी से आ जाइए।
अनूप चेहरे को एक स्माइल लिए बाथरूम चला गया और जल्दी ही फ्रेश होकर साहिल के पास बैठ गया जो एक पूड़ी तो खा चुका था जबकि कभी दूसरी पूड़ी तो कभी अपने पेट को देख रहा था।
रूबी अंदर से अनूप के लिए खाना लेकर आ गई और अनूप ने भी खाना शुरू कर दिया। रूबी साहिल की हालत देखकर मुस्करा उठी और बोली:"
" जल्दी खा ना देर क्यों कर रहा हैं इस उम्र में नहीं खाएगा तो कब खाएगा ?
साहिल ने धीरे से पूड़ी उठाई और रूबी खुश होकर फिर से किचेन में चली गई और कुछ पुड़िया लेकर आ गई और देखा कि साहिल अभी तक हाथ में पूड़ी लिए बैठा हुआ हैं।
रूबी:" रुक बेटे तुझे मैं दिखाती हू कि खाना कैसे खाया जाता हैं?
इतना कहकर उसने साहिल के हाथ से पूड़ी ली और निवाला बनाकर उसके मुंह में लगभग ठूस दिया तो साहिल जैसे तैसे करके खाने लगा और मदद भरी नजरो से अपने बाप की तरफ देखा तो आज उसकी हालत देख कर अनूप भी मुस्कुरा उठा, पता नहीं कितने सालों के बाद उसके होंठो पर स्माइल आई थी।
अनूप:" बस भी करो रूबी, उसका पेट भर गया हैं!!
रूबी:" आप खाना खाईए आराम से, आपको तो जैसे इसकी चिंता बिल्कुल भी नहीं है, देखो ना कितना कमजोर हो गया है।
अनूप की दूसरी बार बोलने की हिम्मत नहीं हुई और आराम से खाना खाने लगा। साहिल को जब कोई रास्ता नहीं मिला तो थक हार कर जैसे तैसे उसने वो आखिरी पूड़ी भी खा ली।
दोनो को खाना खिलाने के बाद रूबी ने भी खाना खाया और अनूप अपना लैपटॉप लेकर काम करने लगा।
साहिल:" मम्मी मैं थोड़ी देर छत पर टहल कर आता हूं, आपने इतना ज्यादा खिला दिया हैं अब घूमकर ही पचाना पड़ेगा।
रूबी जो किचेन में बर्तन धो रही थी बोली:" अच्छा तुम चलो, मैं भी थोड़ी देर बाद आती हूं उपर।
साहिल छत पर आ गया और उसे उपर बहुत ही ठंडी ठंडी हवा लग रही थी क्योंकि छत का पीछे वाला हिस्सा खुला हुआ था और उधर से हवाएं आ रही थी।
साहिल दिल्ली जैसे मेट्रो सिटी में रह रहा था और सप्ताह में दो दिन के लिए मेरठ आता था। दिल्ली में दोस्तो के साथ रह रह कर वो सेक्सी मूवी देखना, लड़कियों के जिस्म के बारे में सब कुछ सीख गया था।
ठंडी ठंडी हवाएं अपना जादू दिखाने लगी और साहिल के अंदर तरंगे उठने लगी। तभी साहिल के दोस्त आरव का फोन आ गया तो उसने उठाया और बोला:"
" हा भाई कैसा हैं तू ?
आरव:" पूछ मत यार आज मैं बहुत खुश हूं,
साहिल:" अरे ऐसा क्या हो गया भाई, कुछ बता तो यार मुझे भी ?
आरव:" अरे वो सामने वाली भाभी हैं ना हमारे कमरे के सामने ?
साहिल को भाभी की याद आ गई और बोला:"
" अच्छा तो रेखा भाभी , हां तो क्या हुआ ?
आरव:" तू तो जानता ही है कि मैं उस पर लाइन मारता था, आज उसने मुझे अपने घर बुलाया था
साहिल को आरव से जलन महसूस हुई क्योंकि चोरी छिपे वो भी रेखा पर लाइन मारता था, साहिल बोला:"
" फिर क्या हुआ भाई ?
आरव की खुशी में डूबी हुई आवाज गूंजी:"
" होना क्या था मैं गया उसके घर, उसने बोला कि मैं उसके बेटे को ट्यूशन पढ़ा दू, ।
साहिल के होंठो पर स्माइल आ गई और उसके लंड ने एक हल्का सा झटका खाया और बोला:"
" वो तो गई काम से, भाई तेरे जैसे कमीने को मैंने जानता हूं, तू उसके बेटे को कम और उसे ज्यादा पढ़ाएगा वो भी सेक्सोलॉजी
आरव:" भाई ये तारीफ थी या बेइज्जती कुछ समझ नहीं आया !!
साहिल:" जो तेरा मन करे समझ ले भाई।
उसके बाद दोनो दोस्त एक साथ जोर जोर से हंसने लगे। साहिल अपनी हंसी रोकते हुए बोला:"
" तो फिर पढ़ाई शुरू करी या नहीं तूने रेखा भाभी की ?
आरव:" अरे भाई वो तो मेरे से भी ज्यादा तेज निकली, बार बार मेरे सामने ही अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा रही थी।
साहिल की सांसे थोड़ी तेज होने लगी और बोला:"
" फिर तो तूने खूब अपनी आंखे गरम करी होगी उसकी गोलाईयों को देखकर !!
आरव:" हान भाई, सच में बड़े गोरी गोरी, गोल गोल कबूतर हैं उसके साहिल।
साहिल को आरव के स्वर में उत्तेजना साफ महसूस हुई जिसका असर साहिल पर साफ हुआ और उसके लोअर में एक अच्छा खासा तम्बू बन गया और वो बोला:"
" आगे क्या हुआ, बोल ना भाई रुक क्यों गया ?
आरव समझ गया कि उसकी बाते सुनकर साहिल गरम हो गया है इसलिए स्माइल करते हुए बोला:"
" क्या हुआ लंड खड़ा हो गया तेरा कमीने?
साहिल को लगा जैसे उसकी चोरी पकड़ी गई हो और एक हाथ अपने लंड पर रखकर दिया और उसे छुपाने लगा, फिर उसे एहसास हुआ कि वो तो फोन पर बात कर रहा है और छत पर कोई नहीं हैं तो साहिल अपने आपको संभालते हुए लड़खड़ाती आवाज में बोला:"
"ना न न नहीं नहीं भाई,
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