RE: bahan sex kahani ऋतू दीदी
नीरु बैठे बैठे उच्छल कर मुझको चोद रही थी और उसके टाइट मम्मे ऊपर नीचे उच्छल रहे थे जिनको अब मैंने पकड़ लिए और दबाने लगा। नीरु अब आँख बंद करे तड़पते हुए मुझे चोदती रही और अपने मुँह से लगातार "ओह जीजा जी चोद दो मुझे " कहते हुए मुझे चोदती रही। जब वो झड़ने लगी तब मेरे ऊपर पूरा लेट गयी और उसके नंगे मम्मे मेरे सीने से चिपक गए और वो जोर से चीखी "आह जीजाजी क्या चोदा हैं"।
कुछ सेकण्ड्स के बाद उसको अहसास हुआ की उसने क्या किया हैं और अपना मुँह छिपाए वो मेरे ऊपर से उठी और सीधा वॉशरूम में भागी। पूरे १५ मिनट्स के बाद वो वॉशरूम से बाहर आई और वो रो रही थी। मैंने उसको रोने का कारण पूछा तो मुझ पर ही भड़क गयी की मैंने ही उसको करप्ट कर दिया और जीजाजी का नाम लेकर चोदने को मजबूर किया था। मैने उसको शांत कर लाइटली लेने को बोला। मगर मैं खुद समझ नहीं पा रहा था की मैं इसका क्या मतलब निकलूँ। मैंने उसको करप्ट किया था या वो खुद ही रेडी थी।
ये ९ महिने मेरे लिए बहुत मुश्किल से गुजरे। रह रह कर जीजाजी और निरु के चुदते हुयी तसवीरे ही घूम रही थी। जब बच्चा पैदा हुआ तो मुझे उस बच्चे की शकल जीजाजी जैसी लग रही थी। नीरु की प्रेगनेंसी से लेकर बच्चा पैदा होने तक मैंने निरु को कई बार बोला हैं की कहीं यह बच्चा जीजाजी का तो नहीं और निरु हमेशा बात को मजाक में उडा देती। उसको लगता की मैं मजाक कर रहा हूँ, पर मैं उसको सीरियसली पुछ रहा होता था। कभी कभी तो कोफ़्त कहकर निरु बोल ही देती की
"हॉ, यह बच्चा जीजाजी का ही है। क्या करना हैं?"
मै सिर्फ मुँह फाड़े उसको देखते ही रहता और वो मेरे गालो को खींच कर मुझे शांत कर देती। हालाँकि निरु का उस बच्चे से दिल लग चुका हैं पर बच्चा जब माँ का दूध पीना छोड़ देगा तब वो बच्चा ऋतू दीदी को सौंप दिया जाएगा। मेरे मन में शक़ का कीड़ा आज भी कुलबुला रहा है। मैंने निरु को बोला हैं की मैं वो एक्सपेरिमेंट आज भी करना चाहता हूँ ताकी जीजाजी का सच बाहर आए, पर निरु हमेशा बात को मजाक में उडा लेती है। मैने अपनी उम्मीदें नहीं खोयी है। मैं कोसिश करता रहूँगा की मैं यह सच पता लगा कर रहु और निरु को फिर मना लु की वो अपने जीजाजी का टेस्ट ले।
कहानी लिखी जाने तक बच्चा जीजाजी और ऋतू दीदी को सौंप दिया गया। बच्चा मिलने से जीजाजी बहुत खुश थे और जीजाजी जब प्रशांत से मिले तो उसको माफ़ कर दिया, क्यों की ऋतू दीदी ने अपनी गलती मान कर माफ़ी मांग ली थी। जीजाजी ने प्रशांत को अकेले में यह भी बताया की बच्चा ना होने की वजह से ऋतू दीदी को हाइपर सेक्स की बीमारी हो गयी थी। वो एक दिन भी बिना सेक्स के नहीं रह सकती है। अब शायद बच्चा मिलने से वो बीमारी ठीक हो जाए। शायद इसी हाइपर सेक्स की बीमारी के कारण ऋतू दीदी ट्रैन में अपना क्लीवेज दिखा रही थी और जीजाजी को वॉशरूम में और रात को हमारे सामने छोड़ रही थी। मगर वॉशरूम में निरु का नाम लेकर छोड़ने का रहस्य आज भी बना हुआ है।
एन्ड नोट: प्रशांत अब खुद एक बार फिर निरु-जीजाजी-ऋतुदीदी के साथ घूमने का प्लान के बारे में सोच रहा हैं, जहा वो अपना एक्सपेरिमेंट फिर से करना चाहता है। मेरे हिसाब से उसे शक़ करना बंद कर देना चाहिए और निरु के साथ आराम से रहना चहिये। जीजाजी ने प्रशांत पर एक अहसान ही किया हैं की निरु को यह नहीं बताया की प्रशांत ने निरु की दीदी के साथ क्या गलत काम किया हैं।
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end of part-1
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