माँ का आशिक
आज सुबह से शहनाज़ बहुत खुश थी क्योंकि इकलौता बेटा शादाब दस साल के बाद घर वापिस लौट रहा था। इन सालों के दौरान दोनो के बीच बहुत कम बात हुई क्योंकि बेटा हॉस्टल में रहता था।
दरअसल शहनाज़ के पति की मौत गांव में डॉक्टर ना होने की वजह से हो गई थी इसलिए वी बुरी तरह से टूट गई थी और उसने उसी...
मासूमियत का अंत
सबसे पहले मैं आप सबको अपने बारे में थोड़ा सा बता देती हूँ। मेरा नाम सुहानी चौधरी है। जैसा मेरा नाम है वैसे ही मेरा शरीर। मेरा ठीक ठाक हाइट की हैं और तन का रंग भी गोरा है। मैं थोड़ी सी भरी भरी शरीर की हूँ पर मोटी नहीं हूँ। मेरी शक्ल काफी मासूम सी है और स्वभाव भी शर्मीला सा ही है।...
मेरा बेटा मेरा यार (माँ बेटे की वासना )
हाई , फ्रेंड्स मैं शाज़िया आपकी खिदमत मे एक और कहानी शुरू कर रही हूँ . और उम्मीद करती हूँ मेरी ये कोशिस आपको पसंद आएगी .
हेलो दोस्तों मेरा नाम कणिका है। मेरे दो बच्चे हैं । बड़ी बेटी का नाम डॉली है और उसकी शादी हो चुकी है। बेटे का नाम राज है वह भी...
निदा के कारनामे
साहिबान आपके लिए एक और कहानी पेश कर रही हूँ जो नेट से ली हुई है और आपको पसंद आएगी और ये छोटी कहानियों को मिलाकर बनी हुई कहानी है
01. दरजी के साथ
02. मेरा नौकर
03. जीजाजी
04. सोबिया अंकल के साथ
05. पापा के आफिस के साथी
06. बाबाजी मेरी बेटी को अपनी पनाह में ले लें...
मस्तानी ताई
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आपके लिए एक और मस्त कहानी लेकर हाजिर हूँ . दोस्तो एक बार मे काफ़ी दीनो के बाद अपने गाँव जा रहा था . गाँव मे मेरे ताउजि जी का परिवार रहता है ताई जी का स्नेह मुझ पर कुछ ज़्यादा ही रहता था वो मुझे कई बार बुला चुकी थी अचानक ताउजि को फालिश (...