सीक्रेट एजेंट
सुबह ग्यारह बजे का वक्त था जबकि मुम्बई पुलिस हैडक्वार्टर्स की तीसरी मंजिल के एक मिनी कांफ्रेंस रुम जैसे कमरे में एक मिनी कांफ्रेंस ही जारी थी । उस कांफ्रेस की सदारत खुद मुम्बई पुलिस कमिश्नर जुआरी ने करनी थी लेकिन खड़े पैर उसके लिये होम मिनिस्टर का बुलावा आ गया था तो अब...
कत्ल की पहेली
Chapter 1
बोरीबन्दर के इलाके में वो एक बार था जो कि सेलर्स क्लब के नाम से जाना जाता था । उस जगह का बम्बई के वैसे हाई क्लास ठिकानों से कोई मुकाबला नहीं था लेकिन हाई क्लास ठिकानों जैसा तमाम रख-रखाव - जैसे बैंड की धुन पर अभिसार के गीत गाने वाली हसीना पॉप सिंगर, चायनीज, कन्टीन्टल...
Incest Kahani ek family ki
INTRODUCTION
Raj saxena : age 45 - peshe se ek buisnessman .... father of hero
Mohini saxena : age 40 - ye ek housewife hai .... Mother of hero
Rajni saxena : age 24 - police inspector
Ravi saxena : age 19 - student (hero)
Deepak saxena : age 38 - businessman -...
नसीब मेरा दुश्मन
वेद प्रकाश शर्मा
"अरे, असलम बाबू, आप! आइए, हम तो कब से आपकी राहों में पलकें बिछाए पड़े हैं।" शान्तिबाई ने ठीक इस तरह स्वागत किया जैसे मैं आसमान से उतरा कोई फरिश्ता होऊं, मन-ही-मन मुस्कराते हुए मैंने भी किसी नवाब के-से अंदाज में कहा—"लो हम आ गए हैं।"
"मगर हम आपसे बहुत नाराज...
कांटों का उपहार
लेखक-रानू का बहुचर्चित उपन्यास
रामगढ़ का इलाक़ा. दूर दूर तक फैला हुआ. सुबह की किरणें चप्पे चप्पे पर अपना जाल बुन चुकी थी. बच्चो ने धूप और मिट्टी से खेलना आरंभ कर दिया था.
वातावरण स्वच्छ था। नीले गगन की चादर पर पक्षी उन्मुक्त उड़ रहे थे। किसान अपने हल संभाले बैलों की जोड़ी...
अमरबेल एक प्रेमकहानी
भाग-1
गाँव में घुसते ही एक इमली का पेड़ पड़ता था. उस पेड़ के पास से गुजरने वालो को अक्सर एक लड़की उस इमली के पेड़ के नीचे खड़ी, बैठी. या काम करती दिखाई पड़ती थी. नाम था कोमल. कोमल दिखने में मोहल्ले की अन्य लड़कियों से खूबसूरत थी.
लम्बाई भी औसत थी. उम्र कोई अठारह के आस...
चीखती रूहें
जुलीना फिट्ज़वॉटर ने एक लंबी अंगड़ाई ली और उठ कर उस कमरे की तरफ चल पड़ी जहाँ लीज़ी और रॉबर्टू थे.
वो एक थका देने वाला दिन था जो जंगलों के पिछे सन-सेट के साथ दम तोड़ रहा था. जूलीया सोच रही थी कि रात शायद इस से भी
अधिक थका देने वाली होगी. जब कोई काम ना हो तो शंकाएँ और बेचैनी ही इस...
एक और घरेलू चुदाई
दोस्तो आपके लिए एक और मस्त कहानी लेकर आया हूँ मुझे उम्मीद है ये कहानी आपको ज़रूर पसंद आएगी
रामगढ़, शहर से दूर प्रकृति की छाँव मे बसा एक छोटा सा पर बड़ा ही प्यारा सा गाँव था , आबादी कुछ ज़्यादा नही थी करीब 100 एक घर होंगे एक तरफ घना जंगल था और दूसरी तरफ एक नदी थी पहाड़ो के...
सियासत और साजिश
दोस्तो हम भी इस फोरम पर एक कहानी शुरू करना चाहते है अगर आपकी इजाज़त हो तो वैसे सही बात तो ये है कि हम कोई रायटर नही है पर अगर कोई कहानी ज़्यादा ही पसंद आ जाए तो अपने पास रख लेते है दोस्तो एक ऐसी ही कहानी जिसे मैने बहुत समय पहले पढ़ा था उसे हिन्दी फ़ॉन्ट मे इस फोरम पर पोस्ट करना...
लेखक:- राजवीर/सतीश
मेरा अपने नये पाठकों से विनम्र निवेदन है कि कहानी से ठीक से तारतम्य बिठाने के लिए पहले मेरी पुरानी कहानि को एक बार पढ़ लें. कहानि पहले पढ़ लेने से आप को नयी कहानी का ज्यादा आनंद आयेगा, यूं नहीं भी पढ़ेंगे तो भी चलेगा.
!!अस्तु!!
!इति श्री पुरानी-कथा पुराण!
ख़ुशगवार अहसासों...
चुदासी माँ और गान्डू भाई
लेखक- dcum
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पात्र (किरदार) परिचय
01. विजय- आज मैं 6'2” कद का बिल्कुल गोरा और सुगठित शरीर का 28 साल का आकर्षक नवयुवक हूँ। मैंने यहीं चंडीगढ़ से हास्टल में रहकर ग्रेजुयेशन की है और कालेज लाइफ में पहलवानी में अच्छा नाम कमाया है। मेरे माता पिता और मेरा...
मेरे पड़ोस में एक अंकल हैं, जिनकी उम्र अभी 60 साल है। उनसे मेरी बहुत पक्की दोस्ती है, हम एक दूसरे से बहुत खुले हुए हैं और अपनी सभी बातें शेयर करते हैं। वो बहुत ही ठरकी किस्म के हैं, गाँव की जवान होती लड़कियों के बारे में बहुत सी बातें करते हैं।
उन्होंने मुझे अपनी जवानी की सच्ची घटना सुनाई जो मैं...
प्यास बुझती ही नही-1
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी लेकर हाजिर हू अब ये तो आप ही बताएँगे कि मेरी कोशिस
कैसी रही . तो दोस्तो कहानी का मज़ा लो और अपनी प्रतिक्रिया ज़रूर दे
छोड़ो मुझे....सुबह के 4 बज चुके है...और तुम फिर सुरू हो गये......पता है रात से तुम मुझे 3 बार चोद चुके...
भाभी का बदला
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और कहानी शुरू कर रहा हूँ हो सकता है कुछ दोस्तो ने ये कहानी पढ़ भी रखी हो
पर मुझे लगता है काफ़ी दोस्तो ने इस कहानी को नही पढ़ा होगा इसीलिए उन दोस्तों के लिए इस कहानी को पोस्ट कर रहा हूँ . और उम्मीद करता हूँ कि बाकी कहानियों की तरह इस कहानी को...
बलात्कार
कैसे दिन हफ्तों में और हफ्ते महीनो में बदल गये, मानो पता ही नहीं चला. अचानक ही एक दिन रूपाली को एहसास हुआ कि हवेली के चारों तरफ झाड़-घास-फूस बढ़ गये हैं. रूपाली को खुद पर गुस्सा आने लगा कि क्यूँ इतने वक़्त से उसने बिल्कुल ध्यान नहीं दिया.
आँगन में आकर उसने चंदर को आवाज़...
मेरा नाम सीमा गुप्ता है. मैं अभी 35 साल की हूँ. मैं देखने मे
ठीक ठाक सुंदर हू. गोरा रंग. बड़ा बदन. आकर्षक चेहरा. बड़े
बड़े तने हुए उरोज. मांसल जांघे. उभरे हुए कूल्हे. यानी कि मर्द
को प्रिय लगाने वाली हर चीज़ मेरे पास हे. लेकिन मैं विधवा हूँ.
मेरे पास मर्द ही नही है. मेरे पति का देहांत हुए सात...