छाया भाग 1
प्रस्तावना
कुछ रिश्ते जन्म के साथ ही मिलते हैं उन रिश्तो में एक अलग आत्मीयता होती है और कुछ रिश्ते सामाजिक मजबूरियों की वजह से थोप दिए जाते हैं पर कामुकता से उत्पन्न हुआ प्रेम इन थोपे गए रिश्तो को नजरअंदाज कर देता है. "छाया" इन्हीं थोपे गए रिश्तो के बीच पनपते प्रेम का चित्रण है...
कांटा
ब्लू लाइन कंस्ट्रक्शन का शानदार आफिस नेहरू प्लेस जैसे हाई प्रोफाईल कामर्शियल इलाके में एक इमारत की एक तीसरी मंजिल पर स्थित था।
ब्लू लाइन इंस्ट्रक्शन रियल एस्टेट से जुड़ी राजधानी दिल्ली की एक जानी-मानी कम्पनी थी, जिसका मालिक जानकी लाल था।
जानकी लाल उस वक्त अपने आलीशान केबिन में मौजूद था।...
आशा
(सामाजिक उपन्यास)
Chapter 1
आशा ने एक खोजपूर्ण दृष्टि अपने सामने रखे शीशे पर प्रतिबिम्बित अपने चेहरे पर डाली और फिर सन्तुष्टिपूर्ण ढंग से सिर हिलाती हुई अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करने लगी ।
“हाय मैं मर जावां ।”
आशा ने चौंक कर अपने पीछे देखा ।
किचन के द्वार पर सरला खड़ी थी । उसके एक हाथ में...
Thriller विश्वासघात
शनिवार : शाम
वह कैन्टीन इरविन हस्पताल के कम्पाउंड के भीतर मुख्य इमारत के पहलू में बनी एक एकमंजिला इमारत में थी जिसकी एक खिड़की के पास की टेबल पर बैठा रंगीला चाय चुसक रहा था और अपने दो साथियों के वहां पहुंचने का इन्तजार कर रहा था। खिड़की में से उसे हस्पताल के आगे से गुजरता...
पापी परिवार की पापी वासना
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राजशर्मा एक और मस्त कहानी लेकर आया हूँ जो आपका भरपूर मनोरंजन करेगी
कवल वयस्कों के लिये
यह कहानी 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिये वर्जित है। इस कहानी के सारे पात्र और घटनायें काल्पनिक हैं जिनका यथार्थ से कोई सम्बंध नहीं है। इस कहानी में...
Thriller stori-एक खून और
केन ब्रेन्डन ने दरवाजा खोला और अपने घर की लॉबी में दाखिल हुआ।
“हाय हनी, मैं आ गया।”—उसने ऊँची आवाज में कहा—“कहाँ हो तुम?”
“किचन में....और कहाँ होऊँगी?”—पत्नी ने पूछा— “आज तुम जल्दी आ गए?”
वो अपने घर के सजे-संवरे रसोईघर के दरवाजे पर पहुँचा जहाँ भीतर उसकी पत्नी उनका रात...
ये कैसी दूरियाँ( एक प्रेमकहानी )
कुछ हो ना हो पर रिश्तों को निभाने के लिए जिन्दगी में प्यार होना ज़रूरी है। पर क्या सच में? अगर ऐसा है तो फिर आज प्यार से जोड़े गये रिश्ते क्यों टूटते हैं?क्यों अधिकतर लोग नयी उम्र में जिससे प्यार करते हैं, शादी के बाद उससे रिश्ता तोड़ लेते हैं? सच तो ये है कि...
दोस्तो,
हमारे घर मे मैं और मेरी 1 बड़ी बेहेन है .मेरा नाम सोनू है और मेरे दीदी का नाम प्रीती है बात तब की है जब मैं 10th क्लास मे था और मेरी दीदी 12th क्लास में थी हम दोनों मैं किसी भी नार्मल भाई बेहेन की तरह प्यार था बचपन से हम साथ थे मेरे दीदी मेरा बहुत ध्यान रखती थी लेकिन मेरी लाइफ मै 1 दिन...
बाप के रंग में रंग गई बेटी
फ्रेंड्स ये कहानी एक ऐसे बाप और बेटी की है जिन्होने समाज की मरियादा को तोड़ कर एक दूसरे को अपने रंग में रंग लिया और किस तरह उनकी ये कहानी आगे बढ़ी यही जानने के मेरे साथ इस सफ़र पर चलने के लिए तैयार हो जाइए .
यह मेरी कहानी नही है मैंने सिर्फ हिंदी अनुवाद किया है
यह कहानी किसकी है मुझे नही पता पर मेरी मनपसंद है शायद आपको भी पसंद आये इसलिए प्रस्तुत कर रहा हु अनुवाद करते हुए कुछ टायपिंग में गलतिया हो सकती है तो पहले ही माफी मांगता हूं --- सलिल
हेलो फ्रेंड्स में आरएसएस का एक पुराना रीडर हूण। कुछ दिन से...
ज़िंदगी भी अजीब होती है
लेखक- FrankanstienTheKount
दोस्तो मुझे ये कहानी अच्छी लगी इसीलिए इस कहानी को मैं हिन्दी मे पोस्ट कर रहा हूँ
ज़िंदगी भी अजीब होती है कब कैसे मोड़ ले आती है हम कभी कल्पना भी नही कर सकते है. कुछ ऐसी ही मेरी कहानी है मैं कभी ऐसा नही बनना चाहता था पर एक चीज़ होती है तक़दीर...
अनोखा सफर
चेहरे पे पड़ते लहरो के थपेड़े ने मेरी आंखे खोली तो मैंने खुद को रेत पे पड़ा हुआ पाया। चारो तरफ नज़रे दौड़ाई तो लगा जैसे मैं किसी छोटे से द्वीप पर हु। मैं जहाँ पे खड़ा था रेत थी जो की थोड़ी दूर पे घने जंगलों में जाके ख़त्म हो रही थी। मैंने खुद पे नज़र दौड़ाई तो मेरे कपडे पानी में भीगे...
कलियुग की सीता—एक छिनार
लेखक - सीता
फ्रेंड्स एक और नई कहानी आपके लिए पढ़िए और मज़े लीजिए
हेलो दोस्तो,मैं हूँ सीता देवी!!ये मेरी पहली कहानी है लेकिन मेरी कहानी पढ़ने से पहले और अपने लंड को हाथ मे लेने से पहले एक बार सोचे ज़रूर क्योकि हो सकता है आपका कीबोर्ड बाढ़ मे ढह जाए!!
आपका कीमती टाइम...
वो शाम कुछ अजीब थी
भाइयो आपके लिए राजेश सरहदी की लिखी हुई एक और मस्ती से भरी कहानी लेकर आया हूँ , उम्मीद करता हूँ कि आप सभी मेरा साथ ज़रूर देंगे ,
अपने मा बाप की तरहा सोनल भी डॉक्टर बन गयी. आज उसे उसकी डिग्री मिलनेवाली थी. सोनल बिल्कुल अपनी मा पे गयी थी – खूबसूरती की इंतेहा – जो भी उसे देखता...
आज सुबह से सलोनी का मूड बिगड़ा हुआ था , क्या वजह थी वो खुद नहीं जानती थी | “कैसा बकवास दिन है” वो खुद को बोलती है | पूरे घर में ऐसी शांति थी कि घर की हर चीज़ से नीरसता झलक रही थी | तीन बेडरूम का घर काफी खुला डुला था | मगर उस उदासी और सन्नाटे में वो घर अपने असली अकार से कुछ जयादा ही बड़ा जान...
पहले सिस्टर फिर मम्मी
लेखक – motabansh
स्कूल से छुट्टी मिलते ही मैं बाहर आ गया। मैं दसवीं कक्षा का छात्र हैं। स्कूल गेट के बाहर हर रोज घर ले जाने के लिये रिक्शावाला, मेरा इन्तेजार कर रहा था। मेरे बैठते ही रिक्शावाला तेजी के साथ दीदी के स्कूल की तरफ रवाना हो गया। ये मेरा हर रोज का रूटीन था।...
मेरे पति और मेरी ननद
हैलो.. मेरा नाम अनीता है। मैं २६ साल की एक शादीशुदा औरत। गोरा रंग और खूबसूरत नाक नक्श। कोई भी एक बार मुझे देख लेता तो बस मुझे पाने के लिये तड़प उठता था। मेरा फिगर, ३६-२८-३८, बहुत सैक्सी है। मेरी शादी को कोई 8-9 महीने हुए हैं। जब भी मैं कहीं बाहर जाती हूँ तो सभी मर्द मुझे...
गीता चाची
लेखक-कथा प्रेमी
दोस्तो ये कहानी मैने पीडीएफ फ़ॉर्मेट मे पढ़ी थी आज मैं आपके लिए इसे टेक्स्ट मे लेकर हाजिर हूँ दोस्तो इन पुरानी कहानियों का जबाब नही है ये लाजबाब हैं उम्मीद करता हूँ मेरी ये कोशिस आपको पसंद आएगी
चाचाजी के बार बार आग्रह भरे खत आने से आख़िर मैंने यहा गर्मी की छुट्टी...
कलयुगी परिवार
हम 5 बहन भाई हैं 3 बहनें और 2 भाई. अब्बू गुजर चुके हैं अम्मी ऑलमोस्ट 51 यियर्ज़ की हैं लेकिन काफ़ी आक्टिव और अच्छी हैं. लंबा क़द ऑलमोस्ट 5’8” है और फिगर 38ए-33-36 है, रंग गोरा है और खुद को काफ़ी मेनटेन क्या हुआ है और अपनी आगे से काफ़ी यंग नज़र आती हैं वैसे भी कुछ औरतें नॅचुरली...
फटफटी फिर से चल पड़ी
दोस्तो एक और कहानी पोस्ट कर रहा हूँ वैसे तो इस कहानी का नाम शुभारम्भ है लेकिन मुझे इसका नाम फटफटी फिर से चल पड़ी अच्छा लगता है ये कहानी भी नेट से ली है आशा करता हूँ ये भी आपको पसंद आएगी
दरवाज़ा बंद होने की आवाज़ से मेरी नींद खुल गयी
अनीता चाची रूम साफ़ करने आई थी. मैं...