खेल खेल में गंदी बात
मुझे चुदाये हुए काफ़ी दिन हो गये थे। मेरा निशाना अब मेरा भाई था। अचानक ही वो मुझे सेक्सी लगने लगा था। घर पर पज़ामें में उसका झूलता लण्ड मुझे उसकी ओर आकर्षित करता था। उसे छुप कर नहाते हुए देखना मेरी आदत बन गई थी। जब कभी वो बाहर पेशाब करता था तो खिड़की से झांक कर मै उसका लण्ड...
तूने मेरे जाना,कभी नही जाना
"मैने कभी आपसे ये तो नही चाहा था आपने ऐसा क्यू किया , मैने जो भी किया सिर्फ़ आप की ख़ुसी के लिए किया . मैं जानती हूँ मेरे रवैये से आपको काफ़ी तकलीफ़ पहुचि है लेकिन मेरे पास और कोई रास्ता नही था
.प्लीज़ मुझे कोई भी सज़ा दीजिए पर इस तरह मूह ना मोडिये .मुझे अपनी सफाई...