hotaks444
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उदयपुर की सुहानी यादें
लेखक:- पारतो सेनगुप्ता
आज मैं आप लोगों को एक असली घटना सुनाने वाला हूँ। यह घटना मेरी ज़िंदगी की बहुत ही सुखद घटना है। पिछले साल मैं उदयपुर में होटल शिकरबाड़ी में रुका हुआ था। यह होटल एक सुनसान जगह पर बहुत आलीशान तरीके से बनाया हुआ है और इस होटल के चारों तरफ जंगल भी है। उस दिन शाम को थोड़ी हल्की बूँदा बाँदी हुई थी और इसलिए मौसम सुहाना था। मैं होटल के स्वीमिंग पूल में तैरने के लिए गया हुआ था। मैं इसलिए अपने कपड़े उतार करके और स्वीमिंग कॉस्टूम पहन कर एक बड़ा पैग ब्लडी मैरी लेके स्वीमिंग पूल पर पहुँच गया। मैंने स्वीमिंग पूल पर जा करके पहले अपना ड्रिंक एक टेबल पर रखा और फिर स्वीमिंग पूल में डुबकी लगायी और हल्के-हल्के स्ट्रोक के साथ तैरने लगा। थोड़ी देर तैरने के बाद मैंने एक बहुत खूबसूरत औरत को, जिसकी उम्र अंदाजन करीब २७-२८ रही होगी, स्वीमिंग पूल की तरफ आते देखा। उस औरत के हाथ में एक ईंगलिश की किताब थी। थोड़ी देर तक तैरने के बाद मैं पूल से बाहर निकल कर अपनी टेबल पर आके बैठ गया और अपने ड्रिंक में चुसकी लगाने लगा। वो औरत भी मेरी टेबल के पास बैठी अपनी किताब पढ़ रही थी।
मैं उस औरत की खूबसूरती से बहुत ही प्रभावित हो गया था और आँखें फाड़- फाड़ कर उसको देख रहा था। वो औरत एक जींस, टॉप और हाई हील्स के सैंडल पहनी हुई थी। उसकी जींस और टॉप इतना टाईट था कि उसका हर अंग बाहर झलक रहा था। मैंने अपने ड्रिंक से एक लम्बा घूँट लिया और फिर से पूल के तरफ बढ़ गया। लेकिन जाने से पहले मैंने उस औरत को एक बार फिर से घूर कर देखा। मैंने पूल पर जाके छलाँग लगायी और तैरने लगा। तैरते समय मैं बार-बार उस औरत को देख रहा था और थोड़ी देर के बाद देखा वो औरत भी मुझे देख रही है और हल्के-हल्के मुस्कुरा रही है। मैं भी तब उसको देख कर मुस्कुरा दिया और पूल से बाहर आकर उसके पास जाकर उसको हल्के से “हैलो” बोला।
वो भी जवाब में “हैलो” बोली और फिर धीरे से बोली, “आप बहुत अच्छा तैरना जानते हैं और आपका जिस्म भी माशाल्लाह काफी हट्टा-कट्टा है।” मैं धीरे से उसको “थैंक्स” बोला और अपने आप को उससे परिचय कराया। उसने भी तब अपना परिचय दिया और बोली, “मेरा नाम हीना है और मैं अपने शौहर के साथ उदयपुर आयी हुई हूँ। इस समय मेरे शौहर ज़वार माईंस, जो कि उदयपुर से करीब ५० मील दूर है, अपने कारोबार के सिलसीले में गये हुए हैं। मैं अपने कमरे में अकेले बैठे-बैठे बहुत बोर हो गयी थी इसलिए इस वक्त स्वीमिंग पूल के किनारे आ कर बैठी हूँ।”
मैंने उससे पूछा “आप क्या पीना पसंद करेंगी?”
वो पलट कर मुझसे पूछी, “आप क्या पी रहे हैं?”
मैंने बोला, “मैं ब्लडी मैरी पी रहा हूँ” तो हीना बोली, “मैं भी ब्लडी-मैरी ले लूँगी।”
मैंने तब जाकर दो ब्लडी मैरी का आर्ड दे दिया। अचानक एक वेटर कॉर्डलेस फोन ले करके हम लोगों के पास दौड़ा आया और बोला, “मैडम आपका फोन है।” वेटर से फोन लेकर के हीना फोन पर बातें करने लगी। अचानक उसकी आवाज़ बदल गयी और फोन पर बोल रही थी, “ओह गॉड! ओह गॉड! हाँ! ओके! नहीं! मैं बिल्कुल ठीक हूँ! हाँ! मैं होटल में ही रहूँगी!” और फिर उसने फोन काट दिया। हीना के चेहरे पर परेशानी मुझे साफ-साफ दिखलाई दे रही थी।
मैंने हीना से पूछा, “क्या हुआ?”
हीना बोली, “रोड पेएक टैंकर का ऐक्सीडैंट हो गया है और इसलिए पुलीस ने रोड ब्लॉक कर रखी है। जब तक रोड ब्लॉक नहीं खुलेगा, कोई गाड़ी आ या जा नहीं सकेगी और रोड ब्लॉक कल सुबह तक ही खुलेगा।” फिर कुछ रुक कर हीना बोली, “अब मेरे शौहर कल सुबह तक ही आ पायेंगे।” यह सुन कर मैं भगवान को लाख-लाख शुक्रिया बोला, क्योंकि यह मेरे लिए एक बहुत सुनहरा अवसर था। कहानी की नायिका हीना है!
मैं तब हीना को साँतवना देते हुए बोला, “अरे हीना जी आप मत घबराइए। आपके शौहर बिल्कुल ठीक हैं और कल सुबह वो सही सलामत लौट आयेंगे।”
तब हीना धीरे से बोली, “मुझे अपने शौहर से ज्यादा अपने लिए फ़िक्र है। अब पूरे दिनभर के लिए इस होटल में कैद हो गयी।”
मैं मुस्कुरा कर बोला, “अब ज्यादा फ़िक्र मत करिए। मैं आपसे वादा करता हूँ कि आप बोर नहीं होंगी।”
तब हीना ने हँसते हुए मुझसे पूछा, “आप कैसे मुझे बोर नहीं होने देंगे?”
मैंने हीना से बोला, “मैं आपको अच्छे अच्छे किस्से सुनाऊँगा, जोक सुनाऊँगा, और इसके अलावा आप जो भी कहेंगी मैं वो भी करूँगा।”
तब तक वेटर हम लोगों के लिए ड्रिंक्स ले आया और मैंने हीना को एक ग्लास ब्लडी मैरी पकड़ा दिया। हीना ने बड़ी अदा से ब्लडी मैरी मेरे हाथों से लिया और फिर मुस्कुरा कर के “थैंक्स” बोली। फिर मैंने भी अपना ग्लास उठा लिया और हीना से बोला, “चीयर्स।”
तब हीना भी मुझसे बोली, “चीयर्स तुम्हारे मज़बूत जिस्म के लिए।”
जब हीना ने मेरे जिस्म के लिए कमेंट किया तो मैं बोला, “नहीं हीना डीयर! तुम तो किसी भी फिल्म एक्ट्रैस से बहुत ज्यादा सुंदर हो। तुम्हारा शरीर भी तो बिल्कुल तराशा हुआ है।”
मेरी बातों को सुनकर हीना झेंप गयी और फिर शरमा कर बोली, “धत्त, तुम बहुत ही शैतान हो।”
लेखक:- पारतो सेनगुप्ता
आज मैं आप लोगों को एक असली घटना सुनाने वाला हूँ। यह घटना मेरी ज़िंदगी की बहुत ही सुखद घटना है। पिछले साल मैं उदयपुर में होटल शिकरबाड़ी में रुका हुआ था। यह होटल एक सुनसान जगह पर बहुत आलीशान तरीके से बनाया हुआ है और इस होटल के चारों तरफ जंगल भी है। उस दिन शाम को थोड़ी हल्की बूँदा बाँदी हुई थी और इसलिए मौसम सुहाना था। मैं होटल के स्वीमिंग पूल में तैरने के लिए गया हुआ था। मैं इसलिए अपने कपड़े उतार करके और स्वीमिंग कॉस्टूम पहन कर एक बड़ा पैग ब्लडी मैरी लेके स्वीमिंग पूल पर पहुँच गया। मैंने स्वीमिंग पूल पर जा करके पहले अपना ड्रिंक एक टेबल पर रखा और फिर स्वीमिंग पूल में डुबकी लगायी और हल्के-हल्के स्ट्रोक के साथ तैरने लगा। थोड़ी देर तैरने के बाद मैंने एक बहुत खूबसूरत औरत को, जिसकी उम्र अंदाजन करीब २७-२८ रही होगी, स्वीमिंग पूल की तरफ आते देखा। उस औरत के हाथ में एक ईंगलिश की किताब थी। थोड़ी देर तक तैरने के बाद मैं पूल से बाहर निकल कर अपनी टेबल पर आके बैठ गया और अपने ड्रिंक में चुसकी लगाने लगा। वो औरत भी मेरी टेबल के पास बैठी अपनी किताब पढ़ रही थी।
मैं उस औरत की खूबसूरती से बहुत ही प्रभावित हो गया था और आँखें फाड़- फाड़ कर उसको देख रहा था। वो औरत एक जींस, टॉप और हाई हील्स के सैंडल पहनी हुई थी। उसकी जींस और टॉप इतना टाईट था कि उसका हर अंग बाहर झलक रहा था। मैंने अपने ड्रिंक से एक लम्बा घूँट लिया और फिर से पूल के तरफ बढ़ गया। लेकिन जाने से पहले मैंने उस औरत को एक बार फिर से घूर कर देखा। मैंने पूल पर जाके छलाँग लगायी और तैरने लगा। तैरते समय मैं बार-बार उस औरत को देख रहा था और थोड़ी देर के बाद देखा वो औरत भी मुझे देख रही है और हल्के-हल्के मुस्कुरा रही है। मैं भी तब उसको देख कर मुस्कुरा दिया और पूल से बाहर आकर उसके पास जाकर उसको हल्के से “हैलो” बोला।
वो भी जवाब में “हैलो” बोली और फिर धीरे से बोली, “आप बहुत अच्छा तैरना जानते हैं और आपका जिस्म भी माशाल्लाह काफी हट्टा-कट्टा है।” मैं धीरे से उसको “थैंक्स” बोला और अपने आप को उससे परिचय कराया। उसने भी तब अपना परिचय दिया और बोली, “मेरा नाम हीना है और मैं अपने शौहर के साथ उदयपुर आयी हुई हूँ। इस समय मेरे शौहर ज़वार माईंस, जो कि उदयपुर से करीब ५० मील दूर है, अपने कारोबार के सिलसीले में गये हुए हैं। मैं अपने कमरे में अकेले बैठे-बैठे बहुत बोर हो गयी थी इसलिए इस वक्त स्वीमिंग पूल के किनारे आ कर बैठी हूँ।”
मैंने उससे पूछा “आप क्या पीना पसंद करेंगी?”
वो पलट कर मुझसे पूछी, “आप क्या पी रहे हैं?”
मैंने बोला, “मैं ब्लडी मैरी पी रहा हूँ” तो हीना बोली, “मैं भी ब्लडी-मैरी ले लूँगी।”
मैंने तब जाकर दो ब्लडी मैरी का आर्ड दे दिया। अचानक एक वेटर कॉर्डलेस फोन ले करके हम लोगों के पास दौड़ा आया और बोला, “मैडम आपका फोन है।” वेटर से फोन लेकर के हीना फोन पर बातें करने लगी। अचानक उसकी आवाज़ बदल गयी और फोन पर बोल रही थी, “ओह गॉड! ओह गॉड! हाँ! ओके! नहीं! मैं बिल्कुल ठीक हूँ! हाँ! मैं होटल में ही रहूँगी!” और फिर उसने फोन काट दिया। हीना के चेहरे पर परेशानी मुझे साफ-साफ दिखलाई दे रही थी।
मैंने हीना से पूछा, “क्या हुआ?”
हीना बोली, “रोड पेएक टैंकर का ऐक्सीडैंट हो गया है और इसलिए पुलीस ने रोड ब्लॉक कर रखी है। जब तक रोड ब्लॉक नहीं खुलेगा, कोई गाड़ी आ या जा नहीं सकेगी और रोड ब्लॉक कल सुबह तक ही खुलेगा।” फिर कुछ रुक कर हीना बोली, “अब मेरे शौहर कल सुबह तक ही आ पायेंगे।” यह सुन कर मैं भगवान को लाख-लाख शुक्रिया बोला, क्योंकि यह मेरे लिए एक बहुत सुनहरा अवसर था। कहानी की नायिका हीना है!
मैं तब हीना को साँतवना देते हुए बोला, “अरे हीना जी आप मत घबराइए। आपके शौहर बिल्कुल ठीक हैं और कल सुबह वो सही सलामत लौट आयेंगे।”
तब हीना धीरे से बोली, “मुझे अपने शौहर से ज्यादा अपने लिए फ़िक्र है। अब पूरे दिनभर के लिए इस होटल में कैद हो गयी।”
मैं मुस्कुरा कर बोला, “अब ज्यादा फ़िक्र मत करिए। मैं आपसे वादा करता हूँ कि आप बोर नहीं होंगी।”
तब हीना ने हँसते हुए मुझसे पूछा, “आप कैसे मुझे बोर नहीं होने देंगे?”
मैंने हीना से बोला, “मैं आपको अच्छे अच्छे किस्से सुनाऊँगा, जोक सुनाऊँगा, और इसके अलावा आप जो भी कहेंगी मैं वो भी करूँगा।”
तब तक वेटर हम लोगों के लिए ड्रिंक्स ले आया और मैंने हीना को एक ग्लास ब्लडी मैरी पकड़ा दिया। हीना ने बड़ी अदा से ब्लडी मैरी मेरे हाथों से लिया और फिर मुस्कुरा कर के “थैंक्स” बोली। फिर मैंने भी अपना ग्लास उठा लिया और हीना से बोला, “चीयर्स।”
तब हीना भी मुझसे बोली, “चीयर्स तुम्हारे मज़बूत जिस्म के लिए।”
जब हीना ने मेरे जिस्म के लिए कमेंट किया तो मैं बोला, “नहीं हीना डीयर! तुम तो किसी भी फिल्म एक्ट्रैस से बहुत ज्यादा सुंदर हो। तुम्हारा शरीर भी तो बिल्कुल तराशा हुआ है।”
मेरी बातों को सुनकर हीना झेंप गयी और फिर शरमा कर बोली, “धत्त, तुम बहुत ही शैतान हो।”