sakshiroy123
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- Jul 29, 2020
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दोस्तों आज का जमाना इंटरनेट का है। आज के समय में हम सभी अपना ज्यादातर टाइम इंटरनेट पर बिताते हैं, और सब से ज्यादा दोस्ती करने वाली वेबसाइट पर। पर इस इंटरनेट के जमाने का कुछ लोग बहुत गलत फायदा उठाते हैं , फेक आईडी बना कर।
हैलो दोस्तों , मेरा नाम राजीव है , मैं पंजाब का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र २४ साल है और मेरी शारीरिक लम्बाई ५.६ फुट है। और मेरे लण्ड की लम्बाई लगभग ६ इंच है। ये कहानी है ३ साल पहले की जब मैं २१ साल का था। मेरी बदकिस्मती थी कि मेरे पास सूंदर सुडोल शरीर , स्मार्ट और आकर्षक चेहरा और एक लम्बा मोटा लण्ड होने के बावजूद भी मैं अभी तक कुंवारा था। मुझे लगता था शायद मैं अच्छा नहीं दिखता , इसलिए मैंने अपनी आईडी पर एक मॉडल की फोटो लगा रखी थी। हमारे मोहल्ले में एक बहुत सूंदर लड़की थी मानसी , जो मुझसे काफी अच्छे से बात भी करती थी। उसका शरीर गदरीला था , न ज्यादा मोटा न ज्यादा पतला। फिगर उसकी ३८-३४-३६ की थी। जैसी शादियों के ५-६ साल बाद भाभियो की हो जाती। मैं उसे जब भी देखता तो बस दिल करता कि ऐसी लड़की मिल जाये बस चोदने को। पर वो मुझसे २ साल बड़ी थी और मोहल्ले की थी। इसलिए मैं सिर्फ उसके नाम की मुठ मार सकता था , उसे चोद नहीं सकता था।
पर ये कहानी है मेरे ऑनलाइन प्यार की। मैं रोज कॉलेज से आकर इंटरनेट पर लडकियां ढूंढने लगता। जो सच में लड़किया मिलती वो दोस्ती रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करती और फेक आईडी वाले कर लेते। अब तो इसपर से भी भरोसा उठ रहा था। एक दिन रात में मुझे एक पायल नाम की लड़की की आईडी से मैसेज आया। मुझे फिर से लगा ये कोई लड़का है और लड़की की आईडी बना कर मजे ले रहा है। क्यूंकि उसकी आईडी पर भी किसी मॉडल की फोटो ही लगी थी। पर मुझे भी नीद नहीं आ रही थी तो मैं भी मजे लेने लगा और उस से बात करने लगा।
करीब एक घंटे तक मैं उस से इधर उधर की बात करता रहा। फिर मैंने इसे बोला रात बहुत हो गयी है अब बस कर भाई सो जा तू भी। उसका मैसेज आया अरे मैं भाई नहीं बहन हूँ। मैंने उसके मैसेज का उत्तर नहीं दिया और सो गया। अगली रात फिर से मैसेज आ गया और पूछने लगी ये फोटो तुम्हारी है। मैंने बोला नहीं तुम्हारी तरह ही किसी मॉडल की लगा रखी है। बस फर्क इतना है कि मैंने लड़के की लगाई और मैं लड़का ही हूँ और तुमने लड़का होकर लड़की की फोटो लगाई है। उसने इस बार हंसने वाले स्टीकर भेजे और बोला मुझे तो तुम कोई लड़की लगते हो। मैंने बोला ऐसा कर तू वीडियो कॉल कर ले और मेरा लण्ड देख ले। उसका मेसेज आया हाँ ये ठीक है , तू मुझे लण्ड दिखा मैं तुझे अपनी चूचियां दिखा देती हूँ तो तुझे भी यकीन हो जायेगा मैं लड़की ही हूँ।
मेरा कैमरा सीधे लण्ड पर था और मैंने हाथ में पकड़ा हुआ था और हिला रहा था। वो सच में लड़की थी यार , मैंने देखा कई वो भी अपनी चूचियां मसल रही है। क्या बड़ी बड़ी चूचियां थी यार , गोरी गोरी पांच पांच किलो की। मैं उसे देखता ही रह गया और जोर जोर से मुठ मरने लगा। वो बोली बस कर सिर्फ देख के ही मुठ मार लेगा , चल सेक्सी बातें करते हैं। वीडियो कॉल पर ही मैंने उसे चोदना शुरू किया , वो अपनी चूत में ऊँगली डाल कर खुद को चोद रही थी और मैं मुठ मार कर अपना लण्ड शांत कर रहा था। १० मिनट में ही वो झड़ गयी मैंने भी मुठ मार कर खुद को शांत किया। अब रोज हम ऐसा करने लगे।
लड़की बड़ी अजीब लगी पर मुझे क्या , मुझे तो बस एक लड़की मिल गयी थी चोदने को बेशक ऑनलाइन ही सही। सेक्सी फिल्म देख कर मुठ मरने से तो अच्छा था। ये सिलसिला चलता रहा रोज। एक दिन दोपहर में कॉलेज से वापिस आते हुए मानसी ने मुझे रोका और बोला उसके लैपटॉप में वायरस आ गया है , अगर तू ठीक कर सकता है तो कर दे। तो मैंने भी बोला हाँ दीदी , मैं घर से खाना खा कर आता हूँ फिर कर देता हूँ। मैं खाना खा कर करीब एक घंटे बाद मानसी के घर चला गया। उसकी मम्मी काम पर गयी थी तो घर में वो अकेली ही रहती थी। आज वो जिस रूप में थी मैंने पहली बार देखा था। काले रंग की जालीदार मैक्सी और अंदर से उसने सफ़ेद रंग की ब्रा और पेंटी पहनी हुयी थी जो कि साफ़ नजर आ रही थी।
उसने मुझे अपना लैपटॉप दिया और सोफे पर बैठने को बोला। मैंने पजामा पहन रखा था और बहुत मुश्किल से अपना खड़ा लण्ड छुपा रहा था। वो बार बार मेरे पास चिपका कर बैठ जाती और लैपटॉप की कमियां बताने लगती। मेरा ध्यान बस उसकी जालीदार मैक्सी के अंदर ही था। वो बोली तू कर दे इसे ठीक और मैं जब तक नाहा लेती हूँ। इतना बोल कर वो नहाने चली गयी और मैंने अपने लण्ड को थोड़ा आराम दिया। मैं अब उसका लैपटॉप ठीक करने लगा। लैपटॉप ठीक करते करते मैंने देखा कि उसकी लैपटॉप में बहुत सारी सेक्सी फिल्मे थी।
मेरा लण्ड पहले से खड़ा था और अब ये फिल्मे। मुझसे रहा ना गया और मैंने तुरंत फिल्म चला ली और मुठ मरने लगा। दस मिनट बाद मुझे लगा कोई मेरे पीछे खड़ा है। मैं रुक गया और फिल्म बंद कर दी। पीछे मुड़ कर देखा तो कोई नहीं था। फिर मैं दुबारा उसका लैपटॉप ठीक करने लगा। इतने में मानसी नहा कर बाहर आ गयी और इस बार साली ने सिर्फ एक टीशर्ट और एक जांघो तक की निक्कर पहनी थी। आकर मुझे पूछी हो गया ठीक ? मैंने बोला नहीं दीदी अभी १० मिनट लगेंगे। वो बोली ठीक है तु कर मैं तेरे लिए कॉफ़ी बना देती हूँ। मैं लैपटॉप तो ठीक कर रहा था पर मेरी नजर अभी भी उसकी नंगी टांगो पर और उसकी बड़ी और भारी चूचियों पर थी।
वो फिर से आकर मेरे बगल में बैठ गयी। मैंने लैपटॉप ठीक कर के बता दिया तो वो बोली अच्छा अभी जो वीडियो तू देख रहा था वो डिलीट कर दे और मुझे बता नयी कहा से होंगी डाउनलोड। मैं चौंक गया और बोला दीदी ये क्या बोल रही हो। मानसी ने बोला मैंने देख लिया था तुझे देखते हुए सेक्सी फिल्म तो अब ज्यादा शर्मा मत बता। अब हम हंसने लगे और खुल कर बात करने लगे। हमारी बात धीरे धीरे सेक्स की तरफ जाने लगी और उसने मुझसे पूछा कि राजीव तूने कभी किया भी है सेक्स कि सिर्फ मेरी तरह फिल्म देख कर ही जी रहा है। मैंने बोला नहीं दीदी आज तक कुंवारा हूँ। हम फिर हंसने लगे। अब वो मेरे और ज्यादा करीब आ गयी थी। मैं अब लण्ड छुपा नहीं रहा था। मेरा लण्ड सरेआम पैजामे में तम्बू बना कर खड़ा था। मानसी भी बार बार मेरे लण्ड की तरफ देख रही थी।
मैंने उसे दो तीन वेबसाइट बताई जहा से सेक्सी फिल्म डाउनलोड हो जाती है। लैपटॉप मेरी गोद में ही था और अब वो और ज्यादा चिपक कर खुद से डाउनलोड करने की कोशिश करने लगी। अब उसकी साँसे भी मैं महसूस कर पर रहा था। अभी अभी नाहा कर निकली तो उसकी बाल गीले थे और उसके शरीर से बहुत ही मनमोहक खुशबु आ रही थी। मुझसे रहा न गया और मैंने उसके गालो को चुम लिया। वो बड़े ध्यान से मेरी तरफ देखने लगी और मुस्कुरा दी। मुझे उसने हरी झंडी दिखा दी और मैंने तुरंत उसे पकड़ा और उसके होंठो को अपने होंठो में कैद कर लिया और चूसने लगा। एक ही मिनट बाद वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे बालों में हाथ फेरने लगी। अब तो बस हम एक दूसरे में खो चुके थे और लगातार एक दूसरे को चाट रहे थे। लगातार में उसके और वो मेरे गालो को , गर्दन पर और होंठो पर अपने थूक का प्रहार कर रहे थे और कुत्ते कुतिया की तरह एक दूसरे को चाट रहे थे।
मैंने किस करते करते ही उसकी टीशर्ट उतार दी , मैंने उसे बोला दीदी कितने सालो से सपना था इन चूचियों को मसलने का आज लगता सच होने वाला है। वो भी बोली मसल ले मेरी जान चूस भी ले खेल ले जितना खेलना है। मैंने एक हाथ से उसकी चूचियों को बारी बारी दबाना शुरू किया उसने भी मेरा खड़ा लण्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी। हम अभी भी लगातार एक दूसरे को चुम रहे थे। उसने रुकने का इशारा किया और बोली चल राजीव बैडरूम में चल के करते है चुदाई। ये इतनी बड़ी रांड है मुझे आज पता लगा। उसने वही पर मेरा पजामा उतारा और मेरा लण्ड भी आजाद कर दिया और पकड़ कर मुझे बैडरूम की तरफ ले गयी।
उसने अभी सिर्फ निक्कर पहनी थी और बाहर से ही पूरा नंगा होकर आया था। उसने कमरे के अंदर जाकर मेरा लण्ड छोड़ दिया और खुद जाकर बेड पर लेट गयी। अपने हाथों से कामुकता भरा इशारा किया और मुझे उसके बदन पर टूट जाने का न्योता दिया। मैं भी तुरंत उसके ऊपर लेट गया और एक बार फिर से उसके होंठो के रस को चूसने लगा। मेरा खड़ा लण्ड उसकी चूत को रगड़ रहा था और वो मदहोशी में आअह्ह्ह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह कर रही थी। मैंने उसे एक बार फिर से गर्म करने की कोशिश शुरू की और अपनी जीभ से उसके नंगे बदन को चाटना शुरू किया। उसके हाथ मेरे बालों में थे और वो मुझे अपने बदन पर टूट जाने के लिए मेरा सिर दबा रही थी। मैंने उसकी चूचियों को चूसना शुरू किया। गजब की पर्वत जैसी चूचियों की मालकिन थी वो रांड। मेरे मुँह में लाख कोशिशों के बाद भी उसकी चूचियां समा नहीं रही थी।
मैंने फिर भी अपनी जीभ और दांतो का कमाल दिखाया और उसकी चूचियों का रस १० मिनट तक पीता रहा। वो बस मदहोशी में सिसकियाँ ले रही थी और उसकी कामुक आवाज से पूरा कमरा गूंज रहा था। मैंने धीरे धीरे निचे जाना शुरू किया और अपने दांतो से उसकी निक्कर निचे कर दी। अब उसकी चूत और मेरे बिच सिर्फ एक काले रंग की पेंटी थी। मैंने पहले पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत से खेलना शुरू किया। उसकी चूत और उसकी जांघो को हलके दांतो से काटना शुरू किया। वो बोली धीरे मेरी जान दांत के निशान पड़ जायेंगे। मैंने फिर दांतो की जगह जीभ का इस्तेमाल शुरू किया और उसकी चूत की आग में घी डाल दिया। अब मुझे अपना लण्ड चुसवाना था। मैंने उसे बोला तो वो बोली मेरा पहली बार है , तो तू ६९ पोजीशन में आजा , तो शायद मैं चूस पाऊँगी लण्ड तेरा। इतना बोल कर मैं खड़ा हुआ और उसने खुद ही अपनी निक्कर और पेंटी पूरी उतार दी और नंगी हो गयी।
अब हम ६९ पोजीशन में आ गए और वो मेरा लण्ड चूसने लगी और मैं उसकी चूत। पहले तो वो झिझकती रही पर जब मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चोदना शुरू किया तो वो और ज्यादा गर्म हो गयी और अब खुद ही अपना सिर हिला हिला कर मेरा लण्ड चूसने लगी। अब उसे भी लण्ड चूसने में मजा रहा था और मैं भी उसकी चूत की खुसबू में खो चूका था और कुत्तो की तरह जीभ से उसकी चूत चाट रहा था। वो भी रांड की तरह मेरा लण्ड चूस रही थी। उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी पर मैंने अपनी जीभ से उसकी चूत का सारा पानी चाट चाट कर साफ़ कर दिया। अब वो मेरा लण्ड मुँह से निकाल कर बोली राजीव अब रहा नहीं जाता , मेरी चूत और बर्दाश नहीं कर सकती ये गर्मी। अब चोद मुझे राजीव।
मैं भी अब दुबारा उसके ऊपर चढ़ गया और उसके मुँह पर हाथ रख लिया। उसने अपने हाथो से अपनी गुफा का रास्ता मेरे काले नाग को दिखाया और मैंने उस से पूछा डाल दूँ क्या ? उसने सिर हिला कर जवाब दिया हाँ। मैंने धीरे धीरे उसकी चूत में लण्ड घुसना शुरू किया। अभी लगभग ३ इंच ही लण्ड अंदर गया था और वो दर्द से तड़पने लगी। मैंने उसके मुँह से हाथ हटाया और बोला निकाल लू क्या। उसने सिर ना में हिलाया और बोला नहीं मेरी जान आज इस चूत की सील तुड़वा के रहूंगी में, तू बस धीरे धीरे अपना लण्ड गाड़ इसमें। वो चिल्लाती रही आआह्ह्ह आआह्ह्ह्ह मर गयी मैं आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह और मैं धीरे धीरे उसकी चूत को खोदता रहा। आखिरकार मेरे लण्ड ने उसकी चूत ने अंदर तक धावा बोल ही दिया और अब उसकी कामुक आवाज चीख में बदली आआआआहहह। उसने मुझे रुकने को बोला। मैं भी एक मिनट वैसे ही रुक गया और फिर से उसने मेरे होंठो को चूसना शुरू किया। २ मिनट बाद उसने बोला अब धीरे धीरे चोदना शुरू कर पर मेरे होंठ चूसते रह। मैंने ठीक वैसा किया और धीरे धीरे लण्ड को अंदर बाहर करना शुरू किया और उसके होंठ चुस्त रहा। ५ मिनट बाद उसने मेरी कमर को अपने पैरों से जकड लिया और इशारा कर दिया अब वो ढंग से चुदने को तैयार है।
अब मैंने धीरे धीरे स्पीड बधाई और अब उसकी आवाज में हवस दुबारा वापिस आ गयी। और अब वो धीरे धीरे नहीं जोर जोर से चोद राजीव जोर से चोद मेरी जान आआह्ह्ह्ह आहहहहह आआह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह एसस्शह्ह्ह आआअह्ह्ह्ह ोुह्ह्ह्ह और तेज मेरी जान मेरे भाई और तेज। मैंने भी बोला ठीक है मेरी रांड दीदी चोद रहा हूँ। और में लगातार उसकी चूत को अपने लण्ड से खोदता रहा। वो भी गांड हिला हिला कर अब चुदाई का मजा ले रही थी। मैंने उसे पोजीशन बदलने को बोला पर वो बोली नहीं मेरी जान आज ऐसे ही कर अगली बार से तुझे बोलने का मौका नहीं मिलेगा। अगर ज्यादा मन है तो मेरी टाँगे पूरी ऊपर उठा ले पर इसी तरह मेरे ऊपर चढ़ कर ही चोद मुझे। मैंने भी उसकी टांगो को अपने कंधो पर रख कर हवा में लहराने दिया और निचे उसे चोदता रहा।
आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह मजा आ रहा है छोटे भाई आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह और तेज कर ले अब मेरी चूत मे तेरे लण्ड की जगह बन चुकी है अब जितना तेज चोद सकता है चोद। जितना आंटी ने दूध पिलाया है तुझे दिखा आज अपनी माँ के दूध का कमाल। आअह्ह्ह्हह चोद मेरी जान चोद। मैं लगातार इसी तरह उसे २५ मिनट तक चोदता रहा। उसकी चूत का खून मेरे लण्ड पर लग गया था और मेरा लण्ड खून से लाल हो चूका था। वो दर्द से चिल्ला रही थी पर लण्ड निकालने से मना कर रही थी। आख़िरकार वो झड़ गयी और उसने मुझे बोला तेरा कितना रह गया। मेरा भी होने वाला था तो वो बोली आज अपना सारा लावा मेरी चूत में गिरा दे , मैं महसूस करना चाहती हूँ तेरे लण्ड के रस की गर्मी।
मैंने भी पूरी पिचकारी उसकी चूत के अंदर ही मार दी और लावा अंदर जाते ही उसके चेहरे की मुस्कान गवाह थी कई उसे कितना मजा आया है। मैं ऐसे ही उसके ऊपर पांच मिनट तक लेटा रहा। फिर उठ कर साइड में लेट गया नंगा। वो भी उठी और अपने रुमाल से पहले अपनी चूत साफ़ की और उसके बाद मेरा लण्ड साफ़ करने लगी। मैंने बोला मानसी दीदी मजा आ गया आज तो , आज हम दोनों ही कुंवारे नहीं रहे। वो हंसने लगी और बोली मेरे भाई मानसी दीदी नहीं पायल दीदी बोल। मैं चौंक गया। वो बोली हाँ साले मैं तो जानती थी ये तेरी आईडी है पर तुझे नहीं पता था। तेरा लण्ड जब से देखा है मेरी हवस को मैं कण्ट्रोल नहीं कर पा रही थी और किसी बहाने से तुझसे चुदवाने का तरीका सोच रही थी। तो अब जब भी चोदना तो पायल दीदी बोल कर चोदना। मैंने बोला पायल रंडी दीदी बोलूंगा मैं तो। हम फिर से हंसने लगे और थोड़ी देर में मैं वहां से निकल गया।
उस दिन के बाद से हम रोज रात में ऑनलाइन एक दूसरे को चोदते और हर तीन चार दिन बाद मिल कर एक दूसरे की हवस मिटाते। दो साल तक ये सिलसिला लगातार चलता रहा। फिर मुझे नौकरी करने दिल्ली आना पड़ा। अब मेरी मानसी दीदी को कोई और चोदने लगा था पर वो रोज रात को मुझसे ऑनलाइन चुदवाती रही और बताती रही तेरे लण्ड जितनी ताकत नहीं है उसके बॉयफ्रेंड में। मैंने अब एक महीने की छुट्टी ली है ऑफिस से और आज जा रहा हूँ पंजाब। मानसी दीदी ने बोला है कि पंजाब आते ही पहले उसके घर आऊं और उसे चोद कर उसकी एक साल की प्यास बुझाउ।
तो दोस्तों मैं जा रहा हूँ , आप लोग कमेंट कर के बताइए कैसी लगी आपको मेरी पहली चुदाई की कहानी।
और भी इस तरह की कहानियों के लिए
हैलो दोस्तों , मेरा नाम राजीव है , मैं पंजाब का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र २४ साल है और मेरी शारीरिक लम्बाई ५.६ फुट है। और मेरे लण्ड की लम्बाई लगभग ६ इंच है। ये कहानी है ३ साल पहले की जब मैं २१ साल का था। मेरी बदकिस्मती थी कि मेरे पास सूंदर सुडोल शरीर , स्मार्ट और आकर्षक चेहरा और एक लम्बा मोटा लण्ड होने के बावजूद भी मैं अभी तक कुंवारा था। मुझे लगता था शायद मैं अच्छा नहीं दिखता , इसलिए मैंने अपनी आईडी पर एक मॉडल की फोटो लगा रखी थी। हमारे मोहल्ले में एक बहुत सूंदर लड़की थी मानसी , जो मुझसे काफी अच्छे से बात भी करती थी। उसका शरीर गदरीला था , न ज्यादा मोटा न ज्यादा पतला। फिगर उसकी ३८-३४-३६ की थी। जैसी शादियों के ५-६ साल बाद भाभियो की हो जाती। मैं उसे जब भी देखता तो बस दिल करता कि ऐसी लड़की मिल जाये बस चोदने को। पर वो मुझसे २ साल बड़ी थी और मोहल्ले की थी। इसलिए मैं सिर्फ उसके नाम की मुठ मार सकता था , उसे चोद नहीं सकता था।
पर ये कहानी है मेरे ऑनलाइन प्यार की। मैं रोज कॉलेज से आकर इंटरनेट पर लडकियां ढूंढने लगता। जो सच में लड़किया मिलती वो दोस्ती रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करती और फेक आईडी वाले कर लेते। अब तो इसपर से भी भरोसा उठ रहा था। एक दिन रात में मुझे एक पायल नाम की लड़की की आईडी से मैसेज आया। मुझे फिर से लगा ये कोई लड़का है और लड़की की आईडी बना कर मजे ले रहा है। क्यूंकि उसकी आईडी पर भी किसी मॉडल की फोटो ही लगी थी। पर मुझे भी नीद नहीं आ रही थी तो मैं भी मजे लेने लगा और उस से बात करने लगा।
करीब एक घंटे तक मैं उस से इधर उधर की बात करता रहा। फिर मैंने इसे बोला रात बहुत हो गयी है अब बस कर भाई सो जा तू भी। उसका मैसेज आया अरे मैं भाई नहीं बहन हूँ। मैंने उसके मैसेज का उत्तर नहीं दिया और सो गया। अगली रात फिर से मैसेज आ गया और पूछने लगी ये फोटो तुम्हारी है। मैंने बोला नहीं तुम्हारी तरह ही किसी मॉडल की लगा रखी है। बस फर्क इतना है कि मैंने लड़के की लगाई और मैं लड़का ही हूँ और तुमने लड़का होकर लड़की की फोटो लगाई है। उसने इस बार हंसने वाले स्टीकर भेजे और बोला मुझे तो तुम कोई लड़की लगते हो। मैंने बोला ऐसा कर तू वीडियो कॉल कर ले और मेरा लण्ड देख ले। उसका मेसेज आया हाँ ये ठीक है , तू मुझे लण्ड दिखा मैं तुझे अपनी चूचियां दिखा देती हूँ तो तुझे भी यकीन हो जायेगा मैं लड़की ही हूँ।
मेरा कैमरा सीधे लण्ड पर था और मैंने हाथ में पकड़ा हुआ था और हिला रहा था। वो सच में लड़की थी यार , मैंने देखा कई वो भी अपनी चूचियां मसल रही है। क्या बड़ी बड़ी चूचियां थी यार , गोरी गोरी पांच पांच किलो की। मैं उसे देखता ही रह गया और जोर जोर से मुठ मरने लगा। वो बोली बस कर सिर्फ देख के ही मुठ मार लेगा , चल सेक्सी बातें करते हैं। वीडियो कॉल पर ही मैंने उसे चोदना शुरू किया , वो अपनी चूत में ऊँगली डाल कर खुद को चोद रही थी और मैं मुठ मार कर अपना लण्ड शांत कर रहा था। १० मिनट में ही वो झड़ गयी मैंने भी मुठ मार कर खुद को शांत किया। अब रोज हम ऐसा करने लगे।
लड़की बड़ी अजीब लगी पर मुझे क्या , मुझे तो बस एक लड़की मिल गयी थी चोदने को बेशक ऑनलाइन ही सही। सेक्सी फिल्म देख कर मुठ मरने से तो अच्छा था। ये सिलसिला चलता रहा रोज। एक दिन दोपहर में कॉलेज से वापिस आते हुए मानसी ने मुझे रोका और बोला उसके लैपटॉप में वायरस आ गया है , अगर तू ठीक कर सकता है तो कर दे। तो मैंने भी बोला हाँ दीदी , मैं घर से खाना खा कर आता हूँ फिर कर देता हूँ। मैं खाना खा कर करीब एक घंटे बाद मानसी के घर चला गया। उसकी मम्मी काम पर गयी थी तो घर में वो अकेली ही रहती थी। आज वो जिस रूप में थी मैंने पहली बार देखा था। काले रंग की जालीदार मैक्सी और अंदर से उसने सफ़ेद रंग की ब्रा और पेंटी पहनी हुयी थी जो कि साफ़ नजर आ रही थी।
उसने मुझे अपना लैपटॉप दिया और सोफे पर बैठने को बोला। मैंने पजामा पहन रखा था और बहुत मुश्किल से अपना खड़ा लण्ड छुपा रहा था। वो बार बार मेरे पास चिपका कर बैठ जाती और लैपटॉप की कमियां बताने लगती। मेरा ध्यान बस उसकी जालीदार मैक्सी के अंदर ही था। वो बोली तू कर दे इसे ठीक और मैं जब तक नाहा लेती हूँ। इतना बोल कर वो नहाने चली गयी और मैंने अपने लण्ड को थोड़ा आराम दिया। मैं अब उसका लैपटॉप ठीक करने लगा। लैपटॉप ठीक करते करते मैंने देखा कि उसकी लैपटॉप में बहुत सारी सेक्सी फिल्मे थी।
मेरा लण्ड पहले से खड़ा था और अब ये फिल्मे। मुझसे रहा ना गया और मैंने तुरंत फिल्म चला ली और मुठ मरने लगा। दस मिनट बाद मुझे लगा कोई मेरे पीछे खड़ा है। मैं रुक गया और फिल्म बंद कर दी। पीछे मुड़ कर देखा तो कोई नहीं था। फिर मैं दुबारा उसका लैपटॉप ठीक करने लगा। इतने में मानसी नहा कर बाहर आ गयी और इस बार साली ने सिर्फ एक टीशर्ट और एक जांघो तक की निक्कर पहनी थी। आकर मुझे पूछी हो गया ठीक ? मैंने बोला नहीं दीदी अभी १० मिनट लगेंगे। वो बोली ठीक है तु कर मैं तेरे लिए कॉफ़ी बना देती हूँ। मैं लैपटॉप तो ठीक कर रहा था पर मेरी नजर अभी भी उसकी नंगी टांगो पर और उसकी बड़ी और भारी चूचियों पर थी।
वो फिर से आकर मेरे बगल में बैठ गयी। मैंने लैपटॉप ठीक कर के बता दिया तो वो बोली अच्छा अभी जो वीडियो तू देख रहा था वो डिलीट कर दे और मुझे बता नयी कहा से होंगी डाउनलोड। मैं चौंक गया और बोला दीदी ये क्या बोल रही हो। मानसी ने बोला मैंने देख लिया था तुझे देखते हुए सेक्सी फिल्म तो अब ज्यादा शर्मा मत बता। अब हम हंसने लगे और खुल कर बात करने लगे। हमारी बात धीरे धीरे सेक्स की तरफ जाने लगी और उसने मुझसे पूछा कि राजीव तूने कभी किया भी है सेक्स कि सिर्फ मेरी तरह फिल्म देख कर ही जी रहा है। मैंने बोला नहीं दीदी आज तक कुंवारा हूँ। हम फिर हंसने लगे। अब वो मेरे और ज्यादा करीब आ गयी थी। मैं अब लण्ड छुपा नहीं रहा था। मेरा लण्ड सरेआम पैजामे में तम्बू बना कर खड़ा था। मानसी भी बार बार मेरे लण्ड की तरफ देख रही थी।
मैंने उसे दो तीन वेबसाइट बताई जहा से सेक्सी फिल्म डाउनलोड हो जाती है। लैपटॉप मेरी गोद में ही था और अब वो और ज्यादा चिपक कर खुद से डाउनलोड करने की कोशिश करने लगी। अब उसकी साँसे भी मैं महसूस कर पर रहा था। अभी अभी नाहा कर निकली तो उसकी बाल गीले थे और उसके शरीर से बहुत ही मनमोहक खुशबु आ रही थी। मुझसे रहा न गया और मैंने उसके गालो को चुम लिया। वो बड़े ध्यान से मेरी तरफ देखने लगी और मुस्कुरा दी। मुझे उसने हरी झंडी दिखा दी और मैंने तुरंत उसे पकड़ा और उसके होंठो को अपने होंठो में कैद कर लिया और चूसने लगा। एक ही मिनट बाद वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे बालों में हाथ फेरने लगी। अब तो बस हम एक दूसरे में खो चुके थे और लगातार एक दूसरे को चाट रहे थे। लगातार में उसके और वो मेरे गालो को , गर्दन पर और होंठो पर अपने थूक का प्रहार कर रहे थे और कुत्ते कुतिया की तरह एक दूसरे को चाट रहे थे।
मैंने किस करते करते ही उसकी टीशर्ट उतार दी , मैंने उसे बोला दीदी कितने सालो से सपना था इन चूचियों को मसलने का आज लगता सच होने वाला है। वो भी बोली मसल ले मेरी जान चूस भी ले खेल ले जितना खेलना है। मैंने एक हाथ से उसकी चूचियों को बारी बारी दबाना शुरू किया उसने भी मेरा खड़ा लण्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी। हम अभी भी लगातार एक दूसरे को चुम रहे थे। उसने रुकने का इशारा किया और बोली चल राजीव बैडरूम में चल के करते है चुदाई। ये इतनी बड़ी रांड है मुझे आज पता लगा। उसने वही पर मेरा पजामा उतारा और मेरा लण्ड भी आजाद कर दिया और पकड़ कर मुझे बैडरूम की तरफ ले गयी।
उसने अभी सिर्फ निक्कर पहनी थी और बाहर से ही पूरा नंगा होकर आया था। उसने कमरे के अंदर जाकर मेरा लण्ड छोड़ दिया और खुद जाकर बेड पर लेट गयी। अपने हाथों से कामुकता भरा इशारा किया और मुझे उसके बदन पर टूट जाने का न्योता दिया। मैं भी तुरंत उसके ऊपर लेट गया और एक बार फिर से उसके होंठो के रस को चूसने लगा। मेरा खड़ा लण्ड उसकी चूत को रगड़ रहा था और वो मदहोशी में आअह्ह्ह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह कर रही थी। मैंने उसे एक बार फिर से गर्म करने की कोशिश शुरू की और अपनी जीभ से उसके नंगे बदन को चाटना शुरू किया। उसके हाथ मेरे बालों में थे और वो मुझे अपने बदन पर टूट जाने के लिए मेरा सिर दबा रही थी। मैंने उसकी चूचियों को चूसना शुरू किया। गजब की पर्वत जैसी चूचियों की मालकिन थी वो रांड। मेरे मुँह में लाख कोशिशों के बाद भी उसकी चूचियां समा नहीं रही थी।
मैंने फिर भी अपनी जीभ और दांतो का कमाल दिखाया और उसकी चूचियों का रस १० मिनट तक पीता रहा। वो बस मदहोशी में सिसकियाँ ले रही थी और उसकी कामुक आवाज से पूरा कमरा गूंज रहा था। मैंने धीरे धीरे निचे जाना शुरू किया और अपने दांतो से उसकी निक्कर निचे कर दी। अब उसकी चूत और मेरे बिच सिर्फ एक काले रंग की पेंटी थी। मैंने पहले पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत से खेलना शुरू किया। उसकी चूत और उसकी जांघो को हलके दांतो से काटना शुरू किया। वो बोली धीरे मेरी जान दांत के निशान पड़ जायेंगे। मैंने फिर दांतो की जगह जीभ का इस्तेमाल शुरू किया और उसकी चूत की आग में घी डाल दिया। अब मुझे अपना लण्ड चुसवाना था। मैंने उसे बोला तो वो बोली मेरा पहली बार है , तो तू ६९ पोजीशन में आजा , तो शायद मैं चूस पाऊँगी लण्ड तेरा। इतना बोल कर मैं खड़ा हुआ और उसने खुद ही अपनी निक्कर और पेंटी पूरी उतार दी और नंगी हो गयी।
अब हम ६९ पोजीशन में आ गए और वो मेरा लण्ड चूसने लगी और मैं उसकी चूत। पहले तो वो झिझकती रही पर जब मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चोदना शुरू किया तो वो और ज्यादा गर्म हो गयी और अब खुद ही अपना सिर हिला हिला कर मेरा लण्ड चूसने लगी। अब उसे भी लण्ड चूसने में मजा रहा था और मैं भी उसकी चूत की खुसबू में खो चूका था और कुत्तो की तरह जीभ से उसकी चूत चाट रहा था। वो भी रांड की तरह मेरा लण्ड चूस रही थी। उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी पर मैंने अपनी जीभ से उसकी चूत का सारा पानी चाट चाट कर साफ़ कर दिया। अब वो मेरा लण्ड मुँह से निकाल कर बोली राजीव अब रहा नहीं जाता , मेरी चूत और बर्दाश नहीं कर सकती ये गर्मी। अब चोद मुझे राजीव।
मैं भी अब दुबारा उसके ऊपर चढ़ गया और उसके मुँह पर हाथ रख लिया। उसने अपने हाथो से अपनी गुफा का रास्ता मेरे काले नाग को दिखाया और मैंने उस से पूछा डाल दूँ क्या ? उसने सिर हिला कर जवाब दिया हाँ। मैंने धीरे धीरे उसकी चूत में लण्ड घुसना शुरू किया। अभी लगभग ३ इंच ही लण्ड अंदर गया था और वो दर्द से तड़पने लगी। मैंने उसके मुँह से हाथ हटाया और बोला निकाल लू क्या। उसने सिर ना में हिलाया और बोला नहीं मेरी जान आज इस चूत की सील तुड़वा के रहूंगी में, तू बस धीरे धीरे अपना लण्ड गाड़ इसमें। वो चिल्लाती रही आआह्ह्ह आआह्ह्ह्ह मर गयी मैं आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह और मैं धीरे धीरे उसकी चूत को खोदता रहा। आखिरकार मेरे लण्ड ने उसकी चूत ने अंदर तक धावा बोल ही दिया और अब उसकी कामुक आवाज चीख में बदली आआआआहहह। उसने मुझे रुकने को बोला। मैं भी एक मिनट वैसे ही रुक गया और फिर से उसने मेरे होंठो को चूसना शुरू किया। २ मिनट बाद उसने बोला अब धीरे धीरे चोदना शुरू कर पर मेरे होंठ चूसते रह। मैंने ठीक वैसा किया और धीरे धीरे लण्ड को अंदर बाहर करना शुरू किया और उसके होंठ चुस्त रहा। ५ मिनट बाद उसने मेरी कमर को अपने पैरों से जकड लिया और इशारा कर दिया अब वो ढंग से चुदने को तैयार है।
अब मैंने धीरे धीरे स्पीड बधाई और अब उसकी आवाज में हवस दुबारा वापिस आ गयी। और अब वो धीरे धीरे नहीं जोर जोर से चोद राजीव जोर से चोद मेरी जान आआह्ह्ह्ह आहहहहह आआह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह एसस्शह्ह्ह आआअह्ह्ह्ह ोुह्ह्ह्ह और तेज मेरी जान मेरे भाई और तेज। मैंने भी बोला ठीक है मेरी रांड दीदी चोद रहा हूँ। और में लगातार उसकी चूत को अपने लण्ड से खोदता रहा। वो भी गांड हिला हिला कर अब चुदाई का मजा ले रही थी। मैंने उसे पोजीशन बदलने को बोला पर वो बोली नहीं मेरी जान आज ऐसे ही कर अगली बार से तुझे बोलने का मौका नहीं मिलेगा। अगर ज्यादा मन है तो मेरी टाँगे पूरी ऊपर उठा ले पर इसी तरह मेरे ऊपर चढ़ कर ही चोद मुझे। मैंने भी उसकी टांगो को अपने कंधो पर रख कर हवा में लहराने दिया और निचे उसे चोदता रहा।
आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह मजा आ रहा है छोटे भाई आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह और तेज कर ले अब मेरी चूत मे तेरे लण्ड की जगह बन चुकी है अब जितना तेज चोद सकता है चोद। जितना आंटी ने दूध पिलाया है तुझे दिखा आज अपनी माँ के दूध का कमाल। आअह्ह्ह्हह चोद मेरी जान चोद। मैं लगातार इसी तरह उसे २५ मिनट तक चोदता रहा। उसकी चूत का खून मेरे लण्ड पर लग गया था और मेरा लण्ड खून से लाल हो चूका था। वो दर्द से चिल्ला रही थी पर लण्ड निकालने से मना कर रही थी। आख़िरकार वो झड़ गयी और उसने मुझे बोला तेरा कितना रह गया। मेरा भी होने वाला था तो वो बोली आज अपना सारा लावा मेरी चूत में गिरा दे , मैं महसूस करना चाहती हूँ तेरे लण्ड के रस की गर्मी।
मैंने भी पूरी पिचकारी उसकी चूत के अंदर ही मार दी और लावा अंदर जाते ही उसके चेहरे की मुस्कान गवाह थी कई उसे कितना मजा आया है। मैं ऐसे ही उसके ऊपर पांच मिनट तक लेटा रहा। फिर उठ कर साइड में लेट गया नंगा। वो भी उठी और अपने रुमाल से पहले अपनी चूत साफ़ की और उसके बाद मेरा लण्ड साफ़ करने लगी। मैंने बोला मानसी दीदी मजा आ गया आज तो , आज हम दोनों ही कुंवारे नहीं रहे। वो हंसने लगी और बोली मेरे भाई मानसी दीदी नहीं पायल दीदी बोल। मैं चौंक गया। वो बोली हाँ साले मैं तो जानती थी ये तेरी आईडी है पर तुझे नहीं पता था। तेरा लण्ड जब से देखा है मेरी हवस को मैं कण्ट्रोल नहीं कर पा रही थी और किसी बहाने से तुझसे चुदवाने का तरीका सोच रही थी। तो अब जब भी चोदना तो पायल दीदी बोल कर चोदना। मैंने बोला पायल रंडी दीदी बोलूंगा मैं तो। हम फिर से हंसने लगे और थोड़ी देर में मैं वहां से निकल गया।
उस दिन के बाद से हम रोज रात में ऑनलाइन एक दूसरे को चोदते और हर तीन चार दिन बाद मिल कर एक दूसरे की हवस मिटाते। दो साल तक ये सिलसिला लगातार चलता रहा। फिर मुझे नौकरी करने दिल्ली आना पड़ा। अब मेरी मानसी दीदी को कोई और चोदने लगा था पर वो रोज रात को मुझसे ऑनलाइन चुदवाती रही और बताती रही तेरे लण्ड जितनी ताकत नहीं है उसके बॉयफ्रेंड में। मैंने अब एक महीने की छुट्टी ली है ऑफिस से और आज जा रहा हूँ पंजाब। मानसी दीदी ने बोला है कि पंजाब आते ही पहले उसके घर आऊं और उसे चोद कर उसकी एक साल की प्यास बुझाउ।
तो दोस्तों मैं जा रहा हूँ , आप लोग कमेंट कर के बताइए कैसी लगी आपको मेरी पहली चुदाई की कहानी।
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