पति के नामर्द होने पर दूधवाले से चुदवाकर - SexBaba
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पति के नामर्द होने पर दूधवाले से चुदवाकर

desiaks

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Aug 28, 2015
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जब हम पति पत्नी डॉक्टर के पास गये तो मालूम पड़ा की उसके वीर्य में कीटाणु ही नही है| इसलिए मैं पेट से नही हो पा रही हूँ। दोस्तों, जैसे जैसे दिन गुजरने लगे, मैं बहुत उदास रहने लगी। मेरी सास और ससुर मुझसे बच्चे की डिमांड करने लगे। आये दिन मुझे ताने मारने लगे।

एक दिन मेरा दूधवाला श्याम दूध देने आया तो मैं रो ही रही थी। मैंने रोते रोते दरवाजा खोला। मेरे हाथ में दूध का पतीला था। श्याम को मेरे आशू दिखे।

"क्या हुआ बीबी जी !! आप क्यों रो रही हो?? कोई टेंशन है क्या??" श्याम बोला

दोस्तों, मैंने उसे रो रोकर सारी कहानी सुनाई। मेरी उससे बहुत बैठती थी। उसे अपनी बात बताते बताते मैंने उसके कंधे पर सिर रखकर रोने लगी।

"बीबीजी !! अगर आप ऐतराज ना करो तो मैं आपको बच्चा दे सकता हूँ!!" श्याम बोला

"..क्या मतलब है तुम्हारा ???' मैंने उससे दूर हटते हुए पूछा

"...बीबीजी मेरे लंड से निकले हुए शुकाणु बहुत दमदार है। मैं पहले भी कई बाँझ औरतों को चोद चोदकर बच्चा दे चूका है। इसलिए मैं आपको भी एक रात चोदूंगा और आपको गारंटी से बच्चा हो जाएगा" श्याम बोला

"..तुम्हारा दिमाग तो ठीक है। मैं बच्चा पाने के लिए किसी गैर मर्द से नही चुदवाऊँगी" मैंने गुस्सा दिखाते हुए कहा

"जैसे आपकी मर्जी बीबी जी !! पर मैं आपको दिन रात रोते हुए नही देख सकता। जब आपको मेरी जरूरत हो बता देना" श्याम बोला और मेरे स्टील के पतीले में दूध देकर अपनी साइकिल पर चलता बना।

दोस्तों, अब मैं दिन रात उसकी बात सोचती रहती। उसने मुझे बताया था की वो कई बाँझ औरतों को चोद चोदकर बच्चा दे चूका है। मैं दिन रात उसकी बात सोचते लगी। इसी बीच एक दिन मेरी सास ने मुझे अल्टीमेटम दे दिया की अगर मुझे १ साल के बीच बच्चा ना हुआ तो वो मुझे घर से निकाल देंगी। दोस्तों, उनका तालिबानी हुक्म सुनते ही मेरे पैर से जमीन ही खिसक गयी। मैंने अपनी माँ से फोन पर बात की की मेरा दूध वाला मुझे चोद चोदकर बच्चा दे सकता है। बताओ माँ मैं क्या करू??

"चुदवा ले बेटी !!! अगर तुझे बच्चा मिल जाएगा तो तेरी सास तुझे उस घर से बेदखल नही करेगी। इसलिए मेरी बात मान एक रात उस दूधवाले के पास चली जा और अच्छे से चुदवा ले!! बेटी तू नही जानती है की सन्तान पाने के लिए आरतें कितने दूध दर्द उठाती है! और यहाँ तो तुझे सिर्फ एक मर्द से चुदवाना है !!" माँ बोली

अगले दिन जब मेरा दूधवाला श्याम दूध देने आया तो मैंने बाहर गेट पर चली गयी और धीमी आवाज में उससे बात करने लगी।

"श्याम !! मैं तैयार हूँ!!" मैंने कहा। उसे तो जैसे विश्वास ही नही हो रहा था।

वो बहुत खुश हो गया था।

"..बीबी जी !! इसका मतलब आप मेरे साथ सोने को तैयार हो??? मेरे साथ आप रातभर सो गी और चुदवाओगी भी???' श्याम बोला

"हाँ ! हाँ !! बच्चा पाने के लिए मैंने तेरे साथ सोऊंगी और तेरा लंड भी अपनी चूत में लुंगी!" मैंने कहा

दोस्तों, लगता है श्याम मुझे बड़े दिन से ठोकना चाहता था। उस दिन वो इतना खुश था की उसने २५० ग्राम दूध मुझे जादा दिया। मैंने उससे कह दिया की जल्द ही मैंने उसके कमरे में चुदवाने आऊँगी। मैंने उससे उसके घर का पता भी ले लिया। कुछ दिन बाद मेरी सास अपनी लकड़ी के यहाँ चगी गयी। मेरा नामर्द पति ही सिर्फ घर पर था। मैंने उसने बता दिया की मैं जागरण में जा रही हूँ। सुबह तक लौटूंगी। ये बताकर मैंने सीधा अपने दूधवाले श्याम के कमरे पर आ गयी। उसकी बस्ती गरीबो की बस्ती लगती थी।मैंने दरवाजा खटखटाया।

"अरे बीबी जी आप???' श्याम को जैसे विश्वास ही नही हुआ। मैंने गहरे गले का ब्लाउस पहन रखा था।पीछे से बैकलेस ब्लाउस था। दोस्तों, मैं बहुत खूबसूरत लग रही थे। मेरे कसे ब्लाउस से मेरे सुडौल स्तन बाहर को झांक रहे थे और हर एक मर्द को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे थे। मैं बिलकुल पटाका माल लग रही थी। श्याम मुझे घूरघूर कर देख रहा था।

"हाँ !! श्याम ! आज रात भर के लिए मैं तुम्हारी हूँ! जितना मन करे मुझे चोद पेल लो पर याद रहे की मुझे बच्चा होना चाहिए!" मैंने कहा

"बीबी जी !! आप बिलकुल निश्चिन्त रहो। आपको बच्चा तो गारंटी के साथ मैं दूंगा" श्याम बोला। मैं अंदर चली गयी।

दोस्तों, एक दूधवाले के कमरा कैसा हो सकता है। इसका तो आप लोग अंदाजा लगा सकते है। वहां बहुत कम ही सफाई थी। उसके घर के पीछे कई गाय, भैस बंधी हुई थी। वहाँ पर बहुत कम सफाई थी। श्याम का बिस्तर के बू आ रही थी। साफ़ सफाई की काफी कमी थी। पर जैसे भी हो मुझे इस बिस्तर पर सारी रात श्याम से चुदवाना था।

"बीबी जी !! अगर प्यार से आप चुदवाओगी मुझे अपना पति मानकर तो बच्चा होने के चांस जाता रहेंगे!!" श्याम बोला

".तो फिर ठीक है!! आज रात भर के लिए तुम मेरे पति हो श्याम!" मैंने कहा

एक ग्लास पानी पीने के बात मैं बिस्तर पर आ गयी। श्याम से अपने कपड़े निकाल दिए। वो सिर्फ अंडरविअर में था|मेरा पास आ गया। श्याम दूधवाले ने मेरे आँचल हटा दिया। मेरे ब्लाउस से ही मेरे कसे कसे दूध उसे दिखने लगे। श्याम की नजरों में मेरे ३६ साईज के बूब्स देखकर वासना भर गयी। राम जाने आज रात वो कैसे मुझे चोदेगा। मेरा दूधवाला श्याम जब मेरे ब्लाउस की एक एक बटन खोलने लगा तो मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी। पर मैंने उसे असली बीबी जैसा फील करवाना चाहती थी। इसलिए मैंने उसे नही रोका। श्याम मेरे चेहरे पर आकर मेरे गाल चाटने लगा और किस करने लगा। वो एक दूध वाला था, पर पहले एक मर्द था। मेरे जैसी जवान खूबसूरत औरत को देखकर उसका लंड तन कर कड़ा हो गया था।श्याम मेरे चेहरे को अपनी पर्सनल माल की तरह चूमने चाटने लगा।

मुझे वो बड़े प्यार से चूम रहा था। फिर मेरे होठ पीने लगा। दोस्तों, कुछ देर बाद मुझे भी अच्छा लगने लगा। क्यूंकि श्याम एक बांका जवान मर्द था। वो अभी कुवारा था। फिर मैंने भी उसे अपना पति मान लिया। क्यूंकि जब मैं उससे मन से चुदवाती तो ही मुझे बच्चा होता। इसलिए ना चाहते हुए भी मुझे उससे पुरे मन से चुदवाना पड रहा था। श्याम मुझे अपनी बीबी समझकर भर भरके मेरे होठ पीने लगा। फिर मैं भी अपना मुँह चलाकर श्याम के मुँह में अपना मुँह डालकर उसके लब पीने लगी। कुछ ही देर में हम दोनों गर्म हो गये। श्याम ने मेरा आँचल मेरे सीने से हटा दिया। और मेरे ब्लाउस का एक एक बटन खोल दिया।उसने मेरा ब्लाउस निकाल दिया। और फिर मेरी कसी ब्रा भी खोल कर निकाल दी। जैसे ही मेरे स्तन नंगे हुए मेरा दूधवाला श्याम मेरे रूप रंग और सुन्दरता पर मर मिटा। वो तुरंत अपने हाथ से मेरे दूध छूने लगा।

दोस्तों, आज पहली बार किसी गैर मर्द ने मेरे दूध अपने हाथ से छुए। मैं ये सब करना नही चाहती थी। मैं किसी गैर मर्द से चुदवाने में मूड में जरा भी नही थी। पर मुझे ये सब करना पपड़ा बच्चा पाने के लिए।श्याम मेरे फूले फूले दूध को देखकर बिलकुल से पागल हो गया। फिर वो मेरे दूध जोर जोर से दबाने लगा।मैं भी मजा लेकर अपने दूध वाले से अपनी नर्म नर्म छातियाँ दबवाने लगी। मुझे भी खूब मजा मिलने लगा दोस्तों। फिर श्याम मेरे नुकीले तने और सोने जैसे कितनी दूध मुँह में भरके पीने लगा। आह कितना मजा मिला मुझे आज। मेरा पति तो कभी मेरे दूध पीता ही नही था। सिर्फ मुझे छिनाल की तरह चोदता था।इकसे बावजूद भी वो मुझे बच्चा नही दे सका। मेरे दूधवाले श्याम से मेरे दूध को पूरा का पूरा अपने मुँह में भरने की कोशिश की। पर मेरी रसीली छातियाँ इतना जादा बड़ी बड़ी थी की श्याम के मुँह में सिर्फ आधी छाती ही जा पाई। उसको तो इतने में ही पूरा मजा मिल गया। वो बड़े मन से मेरे नुकीले दूध पीने लगा।

एक गैर मर्द की छुअन से मेरा रोम रोम खिल गया। श्याम कस कसके मेरे दोनों दूध पीने लगा। फिर उसके हाथ धीरे धीरे मेरी पीठ पर जाने लगे। उसने मुझे गले से लगा लिया और मेरी नंगी चिकनी मांसल पीठ पर हाथ फिराने लगा।

"बीबी जी !! कह दो की तुम मेरी माल हो!" श्याम बोला

"हाँ ! श्याम ! मैं तुम्हारी माल हूं" मैंने कहा

"बीबी जी !! कहो की मेरी चूत में लौड़ा दे दो!" श्याम बोला

"हाँ ! श्याम ! आज तुम मुझे रात भर चोदो और मेरी चूत में लौड़ा दे दो" मैंने कहा

उसके बाद तो वो बहुत खुश हो गया था। हर तरह से मैंने उसे विश्वास दिला दिया था की मैं उसकी माल हूँ। और आज रात उसने उसकी बीबी की तरह चुदवाउंगी। श्याम के हाथ मेरे पेट पर नाचने लगे। दोस्तों, मेरा पेट बहुत मुलायम और बहुत सेक्सी था। श्यामा ने धीरे धीरे मेरी साड़ी निकाल दी। फिर मेरा पेटीकोट का नारा खोल दिया। उसने वो भी निकाल दिया। फिर श्याम ने मेरी काली रंग की पेंटी भी निकाल दी। एक गैर मर्द की बाहों में मैं अब पूरी तरह से नंगी थी और बिना कपड़ों के थी। श्याम के हाथ मेरी नाभि से होते हुए मेरे पेडू पर चले गये। अभी मेरे दूधवाले ने मुझे चोदा भी नही और मेरी चूत अभी से फड़कने लगी।फिर आखिर श्याम के हाथ मेरी चूत पर पहुच गये। मेरी गर्मागर्म बुर की खोज उसने उसी तरह कर ली जैसे वास्कोडीगामा ने भारत की खोज कर ली थी। मैंने अपनी काली काली झांटो को ट्रिम किया था।

क्यूंकि इनदिनों झांट पूरी तरफ से साफ़ करने का फैशन कम हो गया है। मर्दों को झाटे बहुत सेक्सी लगती है, इसलिए आरतें उसे ट्रिम कर लेती है। इसलिए दोस्तों मैंने अपनी झाटों को ट्रिम किया हुआ था। ये देखकर मेरा दूधवाला श्याम बहुत खुश हो गया। वो मेरी ट्रिम झाटों पर अपनी हाथ घुमाने लगा। मेरा एक एक बाल उसके हाथों से होकर गुजारने लगा। फिर श्याम मेरी चूत सहलाने लगा। हल्की सांवली चूत थी मेरी। श्याम की उँगलियाँ मेरी चूत की घाटी में उतर गयी। धीरे धीरे श्याम मेरी चूत और उसके भगंकुर को छूने लगा। फिर वो जोर जोर से मेरी चूत को अपने हाथ से घिसने लगा। आह दोस्तों, मुझे बड़ी उतेज्जना और सनसनी होने लगी। श्याम जोर जोर से मेरी चूत और उसके भगंकुर को घिस रहा था। मैं अपनी कमर उठाने लगी। बड़ी देर तक उसकी उँगलियाँ मेरी चूत की घाटी में अंदर बाहर होती रही। फिर शाम मेरी बुर पीने लगा।

"ओह बीबी जी !! कितनी मीठी और रसीली चूत है आपकी!" श्याम खुश होकर बोला

"पी ले!! श्याम ! आज रात मुझे अपनी बीबी समझ के मेरी चूत पी लो और मुझे रगडकर चोदो श्याम !!" मैंने कहा

उसके बाद तो वो जोर जोर से मेरी चूत पीने लगा। उसके ओंठ मेरी चूत पर और उसके होठो पर सब ओर नाच रहे थे। मैं भी उसे अपना पति समझकर अपनी चूत पिलाने लगी। कुछ देर बाद मेरे दूधवाले ने मेरी चूत में लौड़ा दे दिया और मुझे चोदने लगा। मैंने भी श्याम को दोनों बाहों में भर लिया जैसे वो मेरा सैयां हों। मेरे गाल चुमते चुमते वो मुझे चोदने लगा। मैं भी उसका पूरा सहयोग कर रही थी। क्यूंकि इस ठुकाई में सबसे जादा फायदा मेरा ही होने वाला था। मैंने श्याम को अपनी बाहों में भर लिया और उसके चेहरे पर अपने हाथ से बड़ी प्यार के साथ मैं सहलाने लगी। वो फट फट करके मुझे पेलने लगा। श्याम मेरे जिस्म को हर जगह चूम रहा था। जैसे मैं उसका घर का माल हूँ। उसने मुझे अपनी बाहों में भर रखा था और बड़ी प्यार से मुझे पेल रहा था जैसी मैं उसकी बीबी हूँ।

मेरी नर्म नर्म छातियाँ वो मुँह में भर लेता था। मेरी चुचि पर बड़े बड़े काले रंग के घेरे थे। जिसे मेरा दूधवाला कसके चूस रहा था। हमदोनो बिलकुल मस्त चुदाई कर रहे थे। फिर श्याम से इकदम से अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और ताबड़तोड़ धक्के मेरी नर्म चूत में मारने लगा। मैं अपनी कमर हवा में उठाने लगी।श्याम रुका नही। वो मुझे लेता ही रहा। मैंने अपना पेट हवा में उपर उठा दिया। मेरा जिस्म किसी धनुष की तरह हो गया था। श्याम को इस तरह मैं और जादा चुदासी लग रही थी। वो जोर जोर से धक्का मारता था।फिर कुछ तेज धक्के मारते मारते वो मेरे भोसड़े में ही झड गया। हम दोनों एक दुसरे से लिपट गये। मैं भी चुदने के बाद उसे पागलों की तरह प्यार करने लगी। आज एक गैर का लंड खाकर मुझे बहुत आराम मिला।कुछ देर बाद रात के १२ बज गये थे। मेरे पति का फोन मेरे मोबाइल पर आया

"जान !! जागरण चल रहा है ???' पति ने पूछा

"हाँ जी !! अभी अभी रामकथा का एक अध्याय खत्म हुआ है! अब कुछ देर में दूसरा शुरु होने वाला है!!" मैंने कहा. पति ने हालचाल लेकर फोन काट दिया।

"बीबी जी !! आपकी चुदाई का दूसरा अध्याय शुरू किया जाए???'श्याम बोला

"हाँ !! ठीक है" मैंने कहा

कुछ देर बाद हम दोनों फिर से चुदाई करने के मूड में आ चुके थे। श्याम ने मुझे बिस्तर के किनारे सिरहाने की तरह लिटा दिया। मेरे सर के नीचे उसने तकिया लगा दी। फिर वो मेरे मुँह पर आ गया और मेरे मुँह में लंड देकर बेड के सिरहाने की लकड़ी पकड़ के मेरा मुँह चोदने लगा। इस तरह तो दोस्तों कभी मेरे पति ने मुझे नही चोदा था। श्याम ने बेड के सिरहाने की लकड़ी पकड़ रखी थी। और हवा में रहकर ही मेरे मुँह में लंड दे रहा था। इस तरह बैलेंस बनाकर वो बड़ी देर तक मेरा मुँह चोदता था। मुझे भी इस काम में बड़ा मजा आया। फिर उसने मुझे उठा दिया और खुद निचे लेट गया। श्याम ने मुझे अपने लंड पर बिठा लिया और चोदने की तरकीब बताई। मैं उसकी तरकीब को फालो करती रही और कुछ ही देर में अपनी कमर मटका मटकाकर अपने दूधवाले से चुदवा रही थी। ये सब बहुत सेक्सी और बहुत रोमांटिक था। श्याम ने मुझे पूरी रात तरह तरह से चोदा दोस्तों। सुबह मैं उसके घर से नहा धोकर घर लौट आई। २ दिन बाद मैंने फिर से अपने नामर्द पति से चुदवा लिया जिससे उनको कोई शक ना हो। ९ महीने बाद मुझे एक हट्टा कट्टा लड़का पैदा हुआ। जिसे पाकर मेरे पति खुद को मर्द समझने लगे। और मेरी सास और ससुर भी बहुत खुश थे। पर मेरा राज तो सिर्फ दो लोग ही जानते थे। मैं और मेरा दूधवाला श्याम। ये कहानी आप नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
 
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