[font=Arial, Helvetica, sans-serif]दोस्तों मेरा नाम यश है. मै गांव का रहने वाला हु. इस घटना के घटने से पहले में बहुत ही सीधा साधा लड़का था. इस घटना से पहले में अपने लण्ड का उपयोग बस मूतने में ही क्या है. अब घटना ऐसी है की एक लड़की जिसको में पिंकी दीदी कह कर बुलाता था और पिंकी दीदी भी मुझे छोटू कहती थी. पिंकी दीदी कोई सगी बहन नहीं थी बस पड़ोसी थी और गांव में भाई बहन ही बोलना पड़ता था. पिंकी दीदी की उम्र होगी कोई 21 साल और मेरी १8 साल. उनकी हाइट लगभग ५ फुट ४" और मेरी थोड़ी ज्यादा। अब में अपने घर पर अकेला था. पापा मम्मी दूसरे गांव गए हुए थे तो मेने पिंकी दीदी की मम्मी को बोलै की में अकेला हु मेरा खाना तुम बना देना और उन्होंने भी हा बोल दिया। अब में क्रिकेट खेल कर वापस आया जब तक शाम ही हो गयी. शाम को पिंकी दीदी ने मुझे अपने घर ही खाना खाने को बुला लिया और उनकी मम्मी ने मुझे बोल भी दिया की पिंकी आज वही तेरे घर ही सो जाएगी। में भी मासूम सा बच्चा था तो बोल ही दिया की ठीक है. शाम को ८ बजे पिंकी दीदी मेरे घर आयी. मेरे घर में ४ रूम है लेकिन अपनी थोड़ी फटती थी इसीलिए पिंकी दीदी को मेने अपने रूम में ही सोने को बोल दिया। वो भी मान गयी. मित्रो अभी तक में चुदाई के बारे में घंटा भी जानता था लेकिन अभी के बाद से में चुदाई से एक्सपर्ट हो गया. ९ बज गयी थी और गांव में सब सो ही जाते है तो में तो सो गया लेकिन पिंकी दीदी नहीं सोई थी. मुझे कुछ महसूस हो रहा था जैसे कोई हिल डूल रहा हो. जैसे ही आँख खुली देखा पिंकी दीदी ऊँगली कर रही थी लेकिन उनकी पीठ और मेरी तरफ थी तो में बिना कुछ किया फिर आँख बंद कर ली. नींद तो आ नहीं रही थी पर आँख बंद करके लेता हुआ था. थोड़ी देर बाद pinki दीदी ने अपना मुँह मेरी तरफ किया और मेरे हाथ को अपनी अंडरवियर में डालने लगी. में भी नाटक करने लगा. अब अपना हाथ पिंकी की चड्डी में था और अपना लोडा खड़ा हो रहा था. में भी दीदी की ऊँगली करने लगा और मजे लेने लगा. अब पिंकी दीदी थोड़ी आगे बड़ी और मेरे कपडे उतरने लगी और अपने भी उतार दिए. अपनी तो आँखे चमकने लगी, साला पहली बार किसी लड़की को नंगा जो देखा था. अब पिंकी दीदी ने अपने लोडे को चूसना स्टॉर्ट किया और जब तक चूसा जब तक पानी नहीं निकला। मस्त चूस रही थी ऐसा लग रह था जैसे जन्नत के मजे मिल रहे थे। अब मेरी बारी थी पिंकी दीदी को मजे दिलाने की तो पिंकी दीदी ने मुझे चुत चूसने का इशारा किया फिर मेने दीदी की चुत को अपनी झीब से चाटना और चूसना सुरु कर दिया। में उनकी चुत को चाट और चूस ऐसे रहा था जैसे लोल्ली पॉप हो. लगभग १५ मिनट चाटने के बाद दीदी के चुत से ऐसे टेस्टी पानी निकला की बिना देरी किये पि गया और सच्च में बहुत ही नमकीन डेस्टी था. अब में पिंकी दीदी के दुधु पिने लगा और पिंकी दीदी को काटने और चूसने लगा. फिर पिंकी दीदी ने मेरे ६ इंच लुंड और मुँह में लिया और चूसने लगी लेकिन में अब उनकी चुत में डालना चाहता था तो मेने अपना लंड उनके मुँह से निकाल लिया और उन्हें सीधा सोने को बोला और वो सीधा लेट गयी. अब में उसकी जांघो के बिच आकर अपना उसकी चुत पर टिकाया लेकिन मेरा लंड चिकनाई की वजह से फिसल रहा था. फिर उसने मेरे लंड को अपनी चुत पर टिकाया और मेने झटके मारना चालु कर दिया। में धीरे धीरे झटके बार मार रहा था और वो कराह रही थी आह आह और करो करो जोर से करो इतना सुनते ही में भी तेज झटके देने लगा मेने देखा की उसकी चूत से पानी निकल रहा था और वो गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी. में भी १० मिनिट तक चोदता रहा. फिर मेने अपना पानी उसकी चुत में छोड़ दिया और उसी के ऊपर निढाल हो गया. मेने घड़ी में देखा तो ११ बज रही थी. फिर उसके बूब्स के साथ खेलने लगा. इतनी चुदाई में मै सब जान गया था की क्या चुत और क्या चुदाई। अब बारी थी उसकी गांड की. दोस्तों अब में उसके बूब्स को चाटने और पिने लगा. बूब्स चूसते चूसते मेरा लंड फिर से तन गया और फिर मेने उसे घोड़ी बनने को बोला लेकिन पहले तो वो मना क्र गयी दर्द होगा और जमाने भर की बाते करने लगी फिर मेने उसे वही गिरा दिया और उसकी छूट को चाटने लगा और पिने और चूसने लगा. हार कर उसने बोल ही दिया की आज मेरे राजा मार ही ले गांड। अब मेने अपने लोडे पर थूक लगाया और सीधा घुसेड़ दिया। जैसे ही आधा लोढ़ा उसकी गांड में गया रोने और चिल्लाने लगी लेकिन अब मै तो जानवर बन गया उसकी एक बात भी नहीं सुनी और ओर पूरा लोडा उसकी गांड में घुसेड़ दिया और दर्द से रो रही थी और में बस पेल रहा था. थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुवा और वो भी मेरा साथ देने लगी. में उसकी छूट में ऊँगली भी क्र रहा था और वो आगे और पीछे दोनों के मजे ले रही थी. उछल उछाल कर अपनी गांड मेरे लंड से चुदवा रही थी. लगभग २० मिनिट बाद मेरे लोडे ने पानी छोड़ा। इतनी चुदाई हुयी की उसकी गांड से टट्टी टट्टी आ गयी। फिर बाथरूम में मेने अपना लंड धोया और उसने उसकी गांड। फिर दोनों नंगे ही सो गए. सुबह जैसे ही आँख खुली तो मेरा लंड उसकी छूट आमने सामने थे जैसे बाते कर रहे हो. फिर मेने अपना लंड पिंकी की चुत में घुसेड़ दिया और फिर एक मैच चालू हो गया मेरा उसकी पिच पर. उसकी पिच पर मेने कई ६ के मारे और आखरी बाल पर आउट हो गया. अब से वो मेरी और उसकी चुत भी मेरी। उसकी पिच पर ३ साल तक मैच खेला और ६ के मारता रहा और आउट होते रहा. अब उसकी शादी हो गयी लेकिन मेरा मैच खेलना जारी है लेकिन पीछे बदल गयी. अगर रियल इंसिडेंट अच्छा लगा होतो बताइयेगा जरूर [/font][font=Roboto, RobotoDraft, Arial, sans-serif][email protected][/font]