hotaks444
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- Nov 15, 2016
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Incest-चुदासी फैमिली
फ्रेंड्स काफ़ी दिन आपसे दूर रहा और अब जब कुछ फ्री हो गया हूँ तो आपके लिए एक पारवारिक संभोग की
कहानी लेकर आया हूँ . ये कहानी आपको मस्त कर देगी ये मेरा वादा है
रात के 10 बज रहे थे और मैं कंप्यूटर पर नंगी लोन्डियो की चूत और गान्ड देख देख कर अपने अकडे हुए
लंड को मसल रहा था, फिर मैं वहाँ से उठा और अपने रूम से बाहर निकल कर सीधा किचन मे गया जहा
सोनू(सोनम) गुलाबी साड़ी पहने काम में लगी हुई थी, सोनू मुझसे सिर्फ़ 1 साल ही छोटी लगभग 29 की रही
होगी बिल्कुल रानी मुखर्जी.. के बराबर हाइट पर उसकी जांघे खूब मोटी और दूध खूब बड़े बड़े थे और सबसे
जानलेवा उसके उभरे हुए मोटे मोटे चूतड़ थे जिन पर कसी पैंटी की झलक भी साड़ी के उपर से नज़र आ
रही थी और किचन में पहुचते ही मेरी नज़र सोनू की मोटी उभरी गान्ड पर पड़ी और मेरा लंड पूरे ताव में
झटके देने लगा और मैं सोनू के पीछे जाकर उसके भारी भरकम चुतड़ों को कस कर अपने हाथो मे भर कर
कस कर मसलता हुआ अपने लंड को उसकी मोटी गान्ड की दरार में दबाते हुए कहने लगा...
रोहित- सोनम के गले मे होंठो से चूमते हुए, मेरी रानी कितनी देर लगा रही हो, मैं कब से वेट कर रहा हूँ,
सोनम- मुस्कुरकर मेरे लंड को पाजामे के उपर से मसल कर मुझे दूर धकेलते हुए, अरे दूर हटो ना कहीं
मम्मी जी ना आ जाए, तुमसे तो सब्र भी नही होता, और फिर सोनम ने मुस्कुराते हुए कहा, जाओ जाकर सो जाओ
तुम्हारे पास तो रोज बस एक ही काम रहता है,
मैने सोनम की बात सुन कर उसके मोटे मोटे कसे हुए दूध को दोनो हाथो में थाम कर कस कर मसल्ते हुए
कहा मेरी रानी तुझे बिना चोदे मुझे नींद कहाँ आने वाली है, और तू बड़ी सती सावित्री बनती है जबकि
मैं जानता हूँ तेरी चूत से भी पानी बह रहा होगा, इतना कह कर मैने सोनम की साड़ी के उपर से ही उसकी उभरी
हुई फूली चूत को अपनी मुट्ठी में भर कर भींच लिया और सोनम कसमसा उठी और फिर अचानक उसने कहा
छोड़ो मुझे मम्मी आ गई और उसका इतना कहना था कि मैने झट से उसकी चूत को छोड़ते हुए पीछे देखा जहाँ
कोई नही था, मैं सोनम को दुबारा पकड़ता इससे पहले ही वह खिलखिलाती हुई किचन से बाहर भाग कर मेरी मम्मी
के रूम में घुस गई,
मैं मुस्कुराता हुआ अपने रूम में चला गया, और अपने बिस्तेर पर लेट कर
सोचने लगा, जाने क्या बात थी कि शादी के पहले मैने कभी चूत नही मारी और केवल मूठ मार कर ही काम
चलाया लेकिन शादी के बाद से मुझे सिवाय नंगी चूत और गान्ड के अलावा कुछ नज़र ही नही आ रहा था, हालाकी
सोनम और मेरी शादी को लगभग 4 साल हो चुके थे, तभी सोनम रूम के अंदर आई और दरवाजे पर ही खड़ी
होकर मुस्कुराते हुए पुच्छने लगी...
सोनम : सुनो चाइ पियोगे?
रोहित : सोनम की चिकनी कमर और चिकने पेट और उसकी गहरी नाभि को ललचाई नज़रो से देखते हुए और अपनी नज़रो
को सोनम के मोटे मोटे दूध पर टिकाते हुए जानेमन चाइ नही मुझे तो दूध पिला दो
सोनम: अपना अंगूठा दिखा कर जीभ निकालकर दिखाते हुए कहने लगी बड़े आए दूध पीने वाले, अभी कम ख़तम करते
करते 1 घंटा और लग जाएगा,
रोहित : अरे यार कितना काम करोगी, कसम से राजा महराजाओ की जिंदगी अच्छी थी जितनी चाहे उतनी औरते रख
लेते थे एक बिज़ी होती तो दूसरी को चोद लेते दूसरी बिज़ी हो तो तीसरी,
सोनम : मुस्कुराते हुए तुम्हारी मम्मी को भेज दूं, उसकी बात सुन कर मैने मुस्कुराते हुए उसे लपक कर पकड़ना
चाहा किंतु वह तेज़ी से पलटकर बाहर भाग चुकी थी मैं उसकी रह देखता रहा करीब 1 घंटे के बाद वह आई
और आते से ही मेरे बदन से चिपक गई और सिसियाने लगी, हम दोनो गुत्थम गुत्था हो गये और फिर एक डेढ़ घंटे की
मेहनत के बाद पस्त होकर सो गये...........
सुबह के 7 बजे थे सोनू ने मुझे उठाते हुए चाइ टेबल पर रखी और फिर मेरे अंडरवेर में हाथ डाल कर मेरे लंड को पकड़
कर मूह बनाते हुए
सोनू : अरे क्या बात है आज लंड देवता सुबह सुबह सो रहे है, जबकि यह तो रोज सुबह तने रहते है
रोहित : उूउउन्न्नह हुउऊन्न्ं सोनू सोने दो ना
सोनू मेरे बगल में बैठ कर कहने लगी अच्छा आप सो जाओ मैं बस आपके लंड को हाथ में थामे रहती हूँ, फिर सोनू मेरे कानो के पास आकर कहने लगी रोहित एक बात कहूँ
रोहित : उहह क्या है
सोनू : आज सुधा दीदी को सुबह जीन्स पहनते हुए मैने देखा तो मैं हैरान रह गई, उनके चूतड़ बाप रे बाप बिना चुदवाये ही कितने बढ़ते जा रहे है, और जब मेरी नज़रे उनके मोटे मोटे पपीतों की तरह ठोस और नुकीले दूध पर गई तो मैं देखती ही रह गई
तुमने तो मेरे दूध दबा दबा कर इतने मोटे कर दिए है पर सुधा के तो बिना दबाए ही इतने बड़े हो गये है, सच रोहित तुम्हारी बहन को केवल ब्रा और पैंटी में जब मैने देखा तब मुझे अंदाज़ा हुआ
कि तुम्हारी बहन तो मस्त चोदने लायक माल हो गई है, उसके दूध देख कर तो ऐसा लगता है कि कही किसी से दबवाती तो नही है,
रोहित : क्या बात करती हो सोनू, वह ऐसी लड़की नही है वह भला किससे दबवाएगी,
सोनू : मुस्कुराते हुए मेरे खड़े लंड को कस कर भींचते हुए, कहीं तुम ही तो नही दबाते हो मोका देख देख कर तुम्ही तो नही
मसल देते हो अपनी कुँवारी बहन के मोटे मोटे दूधों को
रोहित : ना चाहते हुए भी मुस्कुरा कर क्या बात करती हो सोनू पागल है क्या वह मेरी बहन है
सोनू : मंद मंद मुस्कुराते हुए लोड्े को कसते हुए, अच्छा मसलना चाहते हो कि नही अपनी बहन के मोटे मोटे पपितो को
रोहित : मंद मंद मुस्कुराते हुए अरे तुम पागल हो क्या वह मेरी बहन है कोई अपनी बहन के साथ ऐसा करता है क्या
सोनू : लंड के टोपे को सहलाते हुए, तुम्हारी बहन है इसीलिए तो कह रही हूँ हर भाई जब अपनी निगाहे अपनी जवान बहन के सीने पर डालता है तो वह यही सोच कर डालता है कि उसकी बहन के बोबे कितने मोटे हो गये है अब ज़रा सच सच बताओ अपनी बहन को नंगी करके मसलना चाहते हो कि नही
रोहित : मुस्कुराते हुए नही
सोनू : मुस्कुरा कर आँखे दिखाते हुए, झूठ अगर नही मसलना चाहते तो यह मूसल अपनी बहन को नंगी करके मसल्ने के नाम पर इतना झटके क्यो मार रहा है
रोहित : वह तो तुम सहला रही हो इसलिए झटके मार रहा है, मैने मुस्कुराते हुए जबाब दिया.
फ्रेंड्स काफ़ी दिन आपसे दूर रहा और अब जब कुछ फ्री हो गया हूँ तो आपके लिए एक पारवारिक संभोग की
कहानी लेकर आया हूँ . ये कहानी आपको मस्त कर देगी ये मेरा वादा है
रात के 10 बज रहे थे और मैं कंप्यूटर पर नंगी लोन्डियो की चूत और गान्ड देख देख कर अपने अकडे हुए
लंड को मसल रहा था, फिर मैं वहाँ से उठा और अपने रूम से बाहर निकल कर सीधा किचन मे गया जहा
सोनू(सोनम) गुलाबी साड़ी पहने काम में लगी हुई थी, सोनू मुझसे सिर्फ़ 1 साल ही छोटी लगभग 29 की रही
होगी बिल्कुल रानी मुखर्जी.. के बराबर हाइट पर उसकी जांघे खूब मोटी और दूध खूब बड़े बड़े थे और सबसे
जानलेवा उसके उभरे हुए मोटे मोटे चूतड़ थे जिन पर कसी पैंटी की झलक भी साड़ी के उपर से नज़र आ
रही थी और किचन में पहुचते ही मेरी नज़र सोनू की मोटी उभरी गान्ड पर पड़ी और मेरा लंड पूरे ताव में
झटके देने लगा और मैं सोनू के पीछे जाकर उसके भारी भरकम चुतड़ों को कस कर अपने हाथो मे भर कर
कस कर मसलता हुआ अपने लंड को उसकी मोटी गान्ड की दरार में दबाते हुए कहने लगा...
रोहित- सोनम के गले मे होंठो से चूमते हुए, मेरी रानी कितनी देर लगा रही हो, मैं कब से वेट कर रहा हूँ,
सोनम- मुस्कुरकर मेरे लंड को पाजामे के उपर से मसल कर मुझे दूर धकेलते हुए, अरे दूर हटो ना कहीं
मम्मी जी ना आ जाए, तुमसे तो सब्र भी नही होता, और फिर सोनम ने मुस्कुराते हुए कहा, जाओ जाकर सो जाओ
तुम्हारे पास तो रोज बस एक ही काम रहता है,
मैने सोनम की बात सुन कर उसके मोटे मोटे कसे हुए दूध को दोनो हाथो में थाम कर कस कर मसल्ते हुए
कहा मेरी रानी तुझे बिना चोदे मुझे नींद कहाँ आने वाली है, और तू बड़ी सती सावित्री बनती है जबकि
मैं जानता हूँ तेरी चूत से भी पानी बह रहा होगा, इतना कह कर मैने सोनम की साड़ी के उपर से ही उसकी उभरी
हुई फूली चूत को अपनी मुट्ठी में भर कर भींच लिया और सोनम कसमसा उठी और फिर अचानक उसने कहा
छोड़ो मुझे मम्मी आ गई और उसका इतना कहना था कि मैने झट से उसकी चूत को छोड़ते हुए पीछे देखा जहाँ
कोई नही था, मैं सोनम को दुबारा पकड़ता इससे पहले ही वह खिलखिलाती हुई किचन से बाहर भाग कर मेरी मम्मी
के रूम में घुस गई,
मैं मुस्कुराता हुआ अपने रूम में चला गया, और अपने बिस्तेर पर लेट कर
सोचने लगा, जाने क्या बात थी कि शादी के पहले मैने कभी चूत नही मारी और केवल मूठ मार कर ही काम
चलाया लेकिन शादी के बाद से मुझे सिवाय नंगी चूत और गान्ड के अलावा कुछ नज़र ही नही आ रहा था, हालाकी
सोनम और मेरी शादी को लगभग 4 साल हो चुके थे, तभी सोनम रूम के अंदर आई और दरवाजे पर ही खड़ी
होकर मुस्कुराते हुए पुच्छने लगी...
सोनम : सुनो चाइ पियोगे?
रोहित : सोनम की चिकनी कमर और चिकने पेट और उसकी गहरी नाभि को ललचाई नज़रो से देखते हुए और अपनी नज़रो
को सोनम के मोटे मोटे दूध पर टिकाते हुए जानेमन चाइ नही मुझे तो दूध पिला दो
सोनम: अपना अंगूठा दिखा कर जीभ निकालकर दिखाते हुए कहने लगी बड़े आए दूध पीने वाले, अभी कम ख़तम करते
करते 1 घंटा और लग जाएगा,
रोहित : अरे यार कितना काम करोगी, कसम से राजा महराजाओ की जिंदगी अच्छी थी जितनी चाहे उतनी औरते रख
लेते थे एक बिज़ी होती तो दूसरी को चोद लेते दूसरी बिज़ी हो तो तीसरी,
सोनम : मुस्कुराते हुए तुम्हारी मम्मी को भेज दूं, उसकी बात सुन कर मैने मुस्कुराते हुए उसे लपक कर पकड़ना
चाहा किंतु वह तेज़ी से पलटकर बाहर भाग चुकी थी मैं उसकी रह देखता रहा करीब 1 घंटे के बाद वह आई
और आते से ही मेरे बदन से चिपक गई और सिसियाने लगी, हम दोनो गुत्थम गुत्था हो गये और फिर एक डेढ़ घंटे की
मेहनत के बाद पस्त होकर सो गये...........
सुबह के 7 बजे थे सोनू ने मुझे उठाते हुए चाइ टेबल पर रखी और फिर मेरे अंडरवेर में हाथ डाल कर मेरे लंड को पकड़
कर मूह बनाते हुए
सोनू : अरे क्या बात है आज लंड देवता सुबह सुबह सो रहे है, जबकि यह तो रोज सुबह तने रहते है
रोहित : उूउउन्न्नह हुउऊन्न्ं सोनू सोने दो ना
सोनू मेरे बगल में बैठ कर कहने लगी अच्छा आप सो जाओ मैं बस आपके लंड को हाथ में थामे रहती हूँ, फिर सोनू मेरे कानो के पास आकर कहने लगी रोहित एक बात कहूँ
रोहित : उहह क्या है
सोनू : आज सुधा दीदी को सुबह जीन्स पहनते हुए मैने देखा तो मैं हैरान रह गई, उनके चूतड़ बाप रे बाप बिना चुदवाये ही कितने बढ़ते जा रहे है, और जब मेरी नज़रे उनके मोटे मोटे पपीतों की तरह ठोस और नुकीले दूध पर गई तो मैं देखती ही रह गई
तुमने तो मेरे दूध दबा दबा कर इतने मोटे कर दिए है पर सुधा के तो बिना दबाए ही इतने बड़े हो गये है, सच रोहित तुम्हारी बहन को केवल ब्रा और पैंटी में जब मैने देखा तब मुझे अंदाज़ा हुआ
कि तुम्हारी बहन तो मस्त चोदने लायक माल हो गई है, उसके दूध देख कर तो ऐसा लगता है कि कही किसी से दबवाती तो नही है,
रोहित : क्या बात करती हो सोनू, वह ऐसी लड़की नही है वह भला किससे दबवाएगी,
सोनू : मुस्कुराते हुए मेरे खड़े लंड को कस कर भींचते हुए, कहीं तुम ही तो नही दबाते हो मोका देख देख कर तुम्ही तो नही
मसल देते हो अपनी कुँवारी बहन के मोटे मोटे दूधों को
रोहित : ना चाहते हुए भी मुस्कुरा कर क्या बात करती हो सोनू पागल है क्या वह मेरी बहन है
सोनू : मंद मंद मुस्कुराते हुए लोड्े को कसते हुए, अच्छा मसलना चाहते हो कि नही अपनी बहन के मोटे मोटे पपितो को
रोहित : मंद मंद मुस्कुराते हुए अरे तुम पागल हो क्या वह मेरी बहन है कोई अपनी बहन के साथ ऐसा करता है क्या
सोनू : लंड के टोपे को सहलाते हुए, तुम्हारी बहन है इसीलिए तो कह रही हूँ हर भाई जब अपनी निगाहे अपनी जवान बहन के सीने पर डालता है तो वह यही सोच कर डालता है कि उसकी बहन के बोबे कितने मोटे हो गये है अब ज़रा सच सच बताओ अपनी बहन को नंगी करके मसलना चाहते हो कि नही
रोहित : मुस्कुराते हुए नही
सोनू : मुस्कुरा कर आँखे दिखाते हुए, झूठ अगर नही मसलना चाहते तो यह मूसल अपनी बहन को नंगी करके मसल्ने के नाम पर इतना झटके क्यो मार रहा है
रोहित : वह तो तुम सहला रही हो इसलिए झटके मार रहा है, मैने मुस्कुराते हुए जबाब दिया.