और दोनों एक दुसरे के तरफ देखकर मुस्कुराए၊
मैं : - मेरा बेबी कहाँ है? ऊसे कुछ हुवा तो नही? मुझे ले चलो मेरे बेबी के पास၊ मैं आपके पाँव पडती हू, प्लीज!!!
मैं उनके तरफ बहोत व्याकूलतसा विनती करने लगी၊
मुसा : - अरे, अरे.... रुक जा मेरी रानी, कितने सवाल करेगी? और हा तेरा बेबी........!!
मैं : - हां... हा मेरा बेबी?
मुसा जोर से चिल्लाते हूए
मुसा : - अबे साली रूक जा, !! कुछ नही हुआ है तेरे बेबी को, ठीक है वो!!!
मैं एकदम से डर के मारे चुप हो गई၊
मुसा ने कल्लू को इशारा किया और वो दौडते हुए सिढीयाँ चढ़ता हुवा उपर गया और २ मिनिट में मेरे बेबी को कंधे पर डाल के निचे ले आया၊
मैंने जैसे ही मेरे बेबी कों देखा तो मेरे चेहरे पे खुशी छा गई, और मै मेरे बेबी को अपने पास लेने के लिए जैसे ही आगे बढी तो, मुसा ने मेरी बाजू कसकर पकड ली और बोला၊
मुसा : - रुक जा जानेमन, इतनी बेसब्री अच्छी नही, तेरा बेबी ठीक है, उसे कुछ नही हुआ है၊ वो तो हमने उसे दूध पिलाया इसिलिए गहरी निंद सोया हुवा है၊
मुझे समझ नही आया मुसा ने मुझे मेरे बेबी के पास क्यों नही जाने दीया, और मैं हडबडा के मुसा से बोली
मैं : - अरे, मेरा बेबी है वो! मुझे क्यों रोका तुमने उससे मिलने को, छोडो मुझे , दे दो मुझे मेरा बेबी၊ और तुमने हमे यहा क्यू लाया? जाने दो हमें यहा से, छोडो हमे၊
वैसे ही मुसा ने मुझे धक्का मार के पिछे धकेल दिया और हसते. हूये . बोला၊
मुसा : - एैसे कैसे छोड दे तूजे?
और उसने कल्लू को ईशारा किया वैसे कल्लू बेबी को लेकर रूम के बाहर निकला, और सिढीया चढ़कर उपर चला गया၊ मैं उसे रोकने गई, लेकीन कुछ फायदा नही हुआ, मुसाने मुझे दरवाजे के पास ही रोक लिया၊ और मैं सिर्फ चिल्लाती और रोती रही की छोड दो हमे, और मुसाने धड़ाक से दरवाजा बंद कर दिया၊
जैसे ही उसने दरवाजा बंद किया मैं उस पर जोरों से चिल्लाई दरवाजा क्यों बंद किया? वैसे ही उसने एक जोरदार चाँटा मेरे गोरे, मुलायम गाल पे जड़ा दिया उसका चांटा इतना जोरदार था की, मैं सिधे निचे पडे गद्दे पे जा गिरी၊
और मैं कुछ समज पाती इससे पहले मुसा मेरे पास आया और बोला
मुसा : -देख मुझे और गुस्सा मत दिला, नही तो तेरी सेहत और बिगाड दूंगा၊
मैं : - पर तुम्हे चाहिए क्या? तुम्हें जों चाहिए वो मैं सब दूंगी, बोलो कितना पैसा चाहिए तुम्हें?
मुसा : -पैसा?? हा ... हा.... हा. पैसा नही चाहिए मुझे !!!
मैं : - फीर क्या चाहिए?
मुसा : - पैसे से किमती तेरा जिस्म है, वो चाहिए၊
उसकी ये बात सुनके तोमेरे होश ही उड गए၊
मैं : - क्या? क्या बक रहे हो तुम!! ये कभी नही हो सकता, मैं मर भी गई तो ये नही होगा၊.
मुसा : - देख रंडी, मैं तुजे पुछ नही रहा, तुझे बता रहा हू और हा मैं चाहू तो अभी के अभी तेरा बलात्कार कर सकता हू, समझी पर ये काम मुझे तेरे रझामंदी से करना है, इससे हम दोंनों को सुकून मिलेगा, और एक बात अगर तुने मना कीया तो, ... भुल जा फीर अपने बेबी को၊