उफफफफ्फ़ ये जवानी
06-12-2017, 06:18 PM,
#3
RE: उफफफफ्फ़ ये जवानी
उफफफफ्फ़ ये जवानी -02

गतान्क से आगे………………………….

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा हाजिर हूँ इस कहानी का अगला पार्ट लेकर

मैं हां में सिर हिला कर उसकी बात का समर्थन किया और बदस्तूर लंड को चूस्ति रही. अब मैं पूरी तरह खुल गयी थी और चुदाई का आनंद लेने का इरादा कर चुकी थी. वो मेरे मूह में धीरे धीरे धक्के लगाने लगा. मैने अंदाज़ा लगा लिया कि ऐसे ही धक्के वो चुदाई के समय भी लगाएगा.चुदाई के बारे में सोचने पर मेरा ध्यान अपनी चूत की ओर गया, जिसे अभी उसने निवस्त्र नहीं किया था. जबकि मुझे चूत में भी हल्की हल्की सिहरन महसूस होने लगी थी. मैं कुछ ही देर में थकान का अनुभव करने लगी. लंड को मूह में लिए रहने में परेशानी का अनुभव होने लगा. मैने उसे मूह से निकालने का मन बनाया मगर उसका रोमांच मुझे मूह से निकालने नहीं दे रहा था. मूह थक गया तो मैने उसे अंदर से तो निकाल लिया मगर पूरी तरह से मुक्त नहीं किया. उसके सुपादे को होंठो के बीच दबाए उस पर जीभ फेरती रही. झिझक ख़त्म हो जाने के कारण मुझे ज़रा भी शर्म नहीं लग रही थी.

तभी वो बोला, “हाई मेरी जान, अब तो मुक्त कर दो, प्लीज़ निकाल दो ना.”...

वो मिन्नत करने लगा तो मुझे और भी मज़ा आने लगा और मैं प्रयास करके उसे और चूसने का प्रयत्न करने लगी. मगर थकान की अधिकता हो जाने के कारण, मैने उसे मूह से निकाल दिया. उसने एका एक मुझे धक्का दे कर गिरा दिया और मेरी जीन्स खोलने लगा और बोला,“मुझे भी तो अपनी उस हसीन जवानी के दर्शन करा दो, जिसे देखने के लिए मैं बेताब हूँ.”

मैं समझ गयी कि वो मेरी चूत को देखने के लिए बेताब था. और इस एहसास ने कि अब वो मेरी चूत को नंगा करके देख लेगा साथ ही शरारत भी करेगा. मैं रोमांच से भर गयी. मगर फिर भी दिखावे के लिए मैं मना करने लगी. वो मेरी जीन्स को उतार चूकने के बाद मेरी पॅंटी को खींचने लगा तो मैं बोली, “छ्चोड़ो ना ! मुझे शर्म आ रही है.”

“लंड मूह में लेने में शर्म नहीं आई और अब मेरा मन बेताब हो गया है तो सिर्फ़ दिखाने में शर्म आ रही है.” वो बोला. उसने खींच कर पॅंटी को उतार दिया और मेरी चूत को नंगा कर दिया. मेरे बदन में बिजली सी भर गयी. यह एहसास ही मेरे लिए अनोखा था उसने मेरी चूत को नंगा कर दिया था. अब वो चूत के साथ शरारत भी करेगा.वो चूत को छूने की कोशिश करने लगा तो मैं उसे जाँघो के बीच छिपाने लगी. वो बोला, “क्यों छुपा रही हो. हाथ ही तो लगाउन्गा. अभी चूमने का मेरा इरादा नहीं है. हां अगर प्यारी लगी तो ज़रूर चूमूंगा.”

उसकी बात सुनकर मैं मन ही मन रोमांच से भर गयी. मगर प्रत्यक्ष में बोली, “तुम देख लोगे उसे, मुझे दिखाने में शर्म आ रही है. आँख बंद करके च्छुओगे तो बोलो.”

“ठीक है ! जैसी तुम्हारी मर्ज़ी. मैं आँख बंद करता हूँ, तुम मेरा हाथ

पकड़ कर अपनी चूत पर रख देना.”

मैने हां में सिर हिलाया. उसने अपनी आँख बंद कर ली तो मैं उसका हाथ

पकड़ कर बोली, “चोरी छिपे देख मत लेना, ओके, मैं तुम्हारा हाथ अपनी चूत पर रख रही हूँ.”

मैने चूत पर उसका हाथ रख दिया. फिर अपना हाथ हटा लिया. उसके हाथ का स्पर्श चूत पर लगते ही मेरे बदन में सनसनाहट होने लगी. गुदगुदी की वजह से चूत में तनाव बढ़ने लगा. उस पर से जब उसने चूत को च्छेड़ना शुरू किया तो मेरी हालत और भी खराब हो गयी. वो पूरी चूत पर हाथ फेरने लगा. फिर जैसे ही चूत के अंदर अपनी उंगली घुसाने की चेष्टा की तो मेरे मूह से सिसकारी निकल गयी. वो चूत में उंगली घुसाने के बाद चूत की गहराई नापने लगा. मुझे इतना मज़ा आने लगा कि मैने चाहते हुए भी उसे नहीं रोका. उसने अपनी उंगली चूत की काफ़ी गहराई में घुसा दी थी.

मैं लगातार सिसकारी ले रही थी. मेरी कुँवारी और नाज़ुक चूत का कोना कोना जलने लगा. तभी उसने एक हाथ मेरी गांद के नीचे लगाया कमर को थोड़ा ऊपर करके चूत को चूमना चाहा. उसने अपनी आँख खोल ली थी और होंठों को भी इस प्रकार खोल लिया था जैसे चूत को होंठो के बीच में दबाने का मन हो. मेरी हल्की झान्टो वाली चूत को होंठों के बीच दबा कर जब उसने चूसना शुरू किया तो मैं और भी बुरी तरह छत्पताने लगी. उसने कस कस कर मेरी चूत को चूसा और चंद ही पलो में चूत को इतना गरम कर डाला की मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई और होंठो से कामुक सिसकारी निकालने लगी. इसके साथ ही मैं कमर को हिला हिला कर अपनी चूत उसके होंठों पर रगड़ने लगी.

उसने समझ लिया कि उसके द्वारा चूत चूसे जाने से मैं गरम हो रही हूँ. सो उसने और भी तेज़ी से चूसना शुरू किया साथ ही चूत के सुराख के अंदर जीभ घुसा कर गुदगुदाने लगा. अब तो मेरी हालत और भी खराब होने लगी. मैं ज़ोर से सिसकारी ले कर बोली, “शिवम ये क्या कर रहे हो. इतने ज़ोर से मेरी चूत को मत चूसो और ये तुम छेद के अंदर गुदगुदी……. उूऊउईईई….. मुझसे बर्दास्त नहीं हो पा रहा है. प्लीज़ निकालो जीभ अंदर से, मैं पागल हो जाउन्गि.”

मैं उसे निकालने को ज़रूर कह रही थी मगर एक सच यह भी था कि मुझे

बहुत मज़ा आ रहा था. चूत की गुदगुदाहट से मेरा सारा बदन काँप रहा था. उसने तो चूत को छेड़ छेड़ कर इतना गरम कर डाला कि मैं बर्दास्त नहीं कर पाई. मेरी चूत का भीतरी हिस्सा रस से गीला हो गया. उसने कुच्छ देर तक चूत के अंदर तक के हिस्से को गुदगुदाने के बाद चूत को मुक्त कर दिया. मैं अब एक पल भी रुकने की हालत में नहीं थी. जल्दी से उसके बदन से बदन से लिपट गयी और लंड को पकड़ने का प्रयास कर रही थी कि उसे चूत में डाल लूँगी की उसने मेरी टाँगो को पकड़ कर एकदम ऊँचा उठा दिया और नीचे से अपना मोटा लंड मेरी चूत के खुले हुए छेद में घुसाने की कोशिश की. वैसे तो चूत का दरवाज़ा आम तौर पर बंद होता था. मगर उस वक़्त क्योंकि उसने टाँगो को ऊपर की ओर उठा दिया था इसलिए छेद पूरी तरह खुल गया था. रस से चूत गीली हो रही थी. जब उसने लंड का सुपाड़ा छेद पर रखा तो ये भी एहसास हुआ कि छेद से और भी रस निकलने लगा. मैं एक पल को तो सीसीया उठी. जब उसने चूत में लंड घुसाने की बजाए हल्का सा रगड़ा. मैं सिसकारी लेकर बोली, “घुसाओ जल्दी से………. देर मत करो प्लीज़……………..”

उसने लंड को चूत के छेद पर अड़ा दिया. पहली बार मुझे ये एहसास हुआ कि मेरी चूत का सुराख उम्मीद से ज़्यादा ही छ्होटा है. क्योंकि लंड का सुपाड़ा अंदर जाने का नाम ही नहीं ले रहा था. मेरी हालत तो ऐसी हो चुकी थी कि अगर उसने लंड जल्दी अंदर नहीं किया तो शायद मैं पागल हो जाऊं. वो अंदर डालने की कोशिश कर रहा था.मैं बोली,“क्या कर रहे हो जल्दी घुसाओ ना अंदर. उूउउफफफफफफ्फ़ उूउउम्म्म्ममम अब तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है. प्लीज़ जल्दी से अंदर कर दो.”
Reply


Messages In This Thread
RE: उफफफफ्फ़ ये जवानी - by sexstories - 06-12-2017, 06:18 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Safar ek rahsya (secret of journey)~ Completed sexstories 58 1,857 11 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Story Parivar se nafrat fir pyaar sexstories 137 8,838 Yesterday, 01:54 PM
Last Post: sexstories
  Thriller BADLA 2 (Completed) sexstories 64 5,221 07-02-2024, 02:32 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa Maa Hoti Hai (Completed) sexstories 45 42,076 06-29-2024, 03:32 PM
Last Post: sexstories
  Incest HUM 3 (Completed) sexstories 76 28,790 06-28-2024, 03:21 PM
Last Post: sexstories
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 41,807 06-26-2024, 01:31 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 28,799 06-26-2024, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 32,680 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 15,525 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 11,043 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories



Users browsing this thread: 5 Guest(s)