उफफफफ्फ़ ये जवानी
06-12-2017, 06:19 PM,
#9
RE: उफफफफ्फ़ ये जवानी
उफफफफ्फ़ ये जवानी 5 (लास्ट एपिसोड)

गतान्क से आगे………………………….

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा हाजिर हूँ इस कहानी का अगला पार्ट लेकर..........

उसने लंड को चूत के छेद पर रख कर अंदर की ओर धकेलना शुरू किया तो मैं इस डर में थी कि कहीं शिवम मेरे पास आकर यह ना कह दे कि वो मुझे पहले चोद्ना चाहता है. मैने जब उसकी ओर देखा तो वो अब तक नीमा की चूत को ही चूस रहा था. उसका ध्यान पूरी तरह चूत चूसने की ओर ही था. मैने इस मौके का लाभ उठाने का मन बनाया और चूत की फांको को दोनो हाथो से पकड़ कर फैला दिया ताकि अजय का लंड अंदर जाने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो.

और जब उसने मेरी चूत में लंड का सुपाड़ा डाल कर ज़ोर का धक्का मारा तो मैं सीसीया उठी. उसका लंड चूत के अंदर लेने का मन एका एक कुच्छ ज़्यादा ही बेताब हो गया. मैने जल्दी से उसका लंड एक हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में डालने की कोशिश करनी शुरू कर दी. एक तरह मेरी मेहनत और दूसरी तरफ उसके धक्के, उसने एकदम से तेज़ धक्का मार कर लंड चूत के अंदर आधा पहुँचा दिया. ज़्यादा मोटा ना होने के बावजूद भी मुझे उसके लंड का झटका बहुत आनंद दे गया और मैं कमर उछल उछल कर उसका लंड चूत की गहराई में उतरवाने के लिए उतावली हो गयी.

तभी मैने शिवम की ओर देखा. वो भी नीमा को चोद्ने की तय्यारी कर रहा था. उसने थूक लगा कर नीमा की चूत में लंड घुसाया तो नीमा सिसकारी लेकर बोली, “उउईईईईईई दायया कितन मॉतााआ हाआाईयईईईईईईईईई. मेरी सखी देख रही है तेरे लवर का लंड. ये तो मेरी नाज़ुक चूत को फाड़ ही देगा. ऊऊओह गोद्द्द्द्द्द्द्दद्ड सस्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईई ढीईईररररीईई

ढीईईरररीईए घुसााआआाआऊओ. मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.”

वो मेरी ओर देख कर कह रही थी. उसकी हालत देखकर मुझे हँसी आ रही थी. क्योंकि मुझे मालूम था कि वो ज़रूर आक्टिंग कर रही होगी. क्योंकि वो पहले भी काई बार चुद्वा चुकी थी. इसका सबूत ज़रा ही देर में मिल गया, जब वो सिसकारी लेते हुए शिवम को लंड जड़ तक पहुँचाने के लिए कहने लगी. शिवम ने ज़ोरदार धक्का मार कर अपना लंड उसकी चूत की जड़ तक पहुँचा दिया था. इधर मेरी चूत में भी अजय के लंड के ज़ोरदार धक्के लग रहे थे. कुच्छ देर बार शिवम ने कहा, “अब हम लोग पार्ट्नर बदल ले तो कैसा रहेगा?”

वैसे तो मुझे मज़ा आ रहा था, मगर फिर भी तय्यार हो गयी. अजय ने मेरी चूत से लंड निकाल लिया. मैं शिवम के पास चली गयी. उसने नीमा की चूत से लंड निकाल कर मुझे घोड़ी बनाकर मेरी पीछे से चूत में लंड पेल दिया, एक झटके में आधा लंड मेरी चूत में समा गया, इस आसन में लंड चूत में जाने से मुझे थोड़ी परेशानी हुई मगर मैं झेल गाईउधर मैने देखा कि अजय ने नीमा की चूत में लंड घुसाया और तेज़ी से धक्के मारने लगा. साथ ही उसकी चूचियों को भी मसल्ने लगा. कुच्छ ही देर बाद हमने फिर पार्ट्नर बदल लिए. अब मेरी चूत में फिर से अजय का लंड था. उधर मैने देखा कि नीमा अब शिवम की गोद में बैठ कर उछल रही थी, और नीचे से शिवम का मोटा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था. वो सिसकारी लेकर उसकी गोद में एक प्रकार से झूला झूल रही थी. मैने अजय की ओर इशारा किया तो उसने भी हामी भर दी. मैं उसकी कमर से लिपट गयी.

दोनो टांगे मैने उसकी कमर से लप्पेट दी थी और उसके गले में बाहें डाले, मैं झूला झूलते हुए चुद्वा रही थी. बहुत मस्ती भरी चुदाई थी. कुच्छ देर बाद लंड के धक्के खाते खाते मैं झड़ने लगी, मेरी चूत में संकुचन होने लगा जिससे अजय भी झड़ने लगा. उसका वीर्य रस मेरी चूत के कोने कोने में ठंडक दे रहा था, बहुत आनंद आ रहा था.

उसके बाद उसने मेरी चूत से लंड बाहर निकाल लिया. उधर वो दोनो भी झाड़

झुड कर अलग हो चुके थे. हम सबने खाने पीने का प्लान बनाया. दोनो समान मौजूद थे. मैं आम तौर पर नहीं पीती हूँ और ना ही नीमा पीती है, मगर उस दिन हम सबने विस्की पी. खा पी चूकने के बाद हम चारो फिर मस्ती करने लगे, मस्ती करते करते ही मैने फ़ैसला कर लिया था कि इस बार गांद में लंड डलवाएँगे. जब मैने अजय और शिवम को अपनी मंशा के बारे में बताया तो वो दोनो राज़ी हो गये. नीमा तो पहले से ही राज़ी थी शायद. हम सबने तेल का इंतज़ाम किया. तेल लगा कर गांद मरवाने का यह आइडिया नीमा का था. शायद वो पहले भी इस तरीके से गांद मरवा चुकी थी.

तेल आ जाने के बाद मैने शिवम के लंड को पहले मूह में लेकर चूस कर खड़ा किया और उसके बाद उसके खड़े लंड पर तेल चुपड दिया और मालिश करने लगी. उसके लंड की मालिश करके मैं उसके लंड को एकदम चिकना बना दिया था. उधर नीमा अजय के लंड को तेल से तर करने में लगी हुई थी. शिवम में लंड को पकड़ कर मैने कहा “इस बार तेल लगा हुआ है, पूरा मज़ा देना मुझे.”

“फ़िक्र मत करो मेरी जान.” वो मुस्कुरा कर बोला और उसने मेरी गांद के सुराख पर रगड़ता रहा उसके बाद एक ही धक्के में अपना आधा लंड मेरी गांद में डाल दिया. मेरे मूह से ना चाहते हुए भी सिसकारी निकलने लगी. जितनी आसानी से उसका लंड अपनी चूत में मैं डलवा लेती थी, उतनी आसानी से गांद में नहीं.

खैर जैसे ही उसने दूसरा धक्का मार कर लंड को और अंदर करना चाहा, मैं अपना काबू नहीं रख पाई और आगे की ओर गिरी ओ वो भी मेरे साथ मेरे बदन से लिपटा मेरे ऊपर गिर पड़ा. एका एक वो नीचे की ओर हो गया और मैं उसके ऊपर, दबाव से उसका सारा लंड मेरी गांद में समा गया. मैं मारे दर्द के चीखने लगी. हहाआाईयईईईईईईई फफफफफफफ़ाआद्द्द्दद्ड डीईईईईई

म्‍म्म्ममीईरररृिईई आआआआहह गगग्गगाआआआन्न्‍न्न्ँद्द्द्दद्ड कोइईई

ब्ब्ब्बाआककचहााअ ल्ल्ल्लूऊओ म्‍मम्मूउुज्ज्ज्झहीईई उूुउउफफफफफफफफफ्फ़

ऊऊऊओह म्‍म्म्मममममममममम. मैं उससे छ्छूटने के लिया हाथ पैर मारने लगी तो उसने मुझे खींच कर अपने से लिपटा लिया और तेज़ी से उच्छल उच्छल कर गांद में घुसे पड़े लंड को हरकत देना स्टार्ट कर दिया.

मेरी तो जान जा रही थी. ऐसा लग रहा था कि आज मेरी गांद ज़रूर फट

जाएगी. मैं बहुत मिन्नत करने लगी तो उसने मुझे बराबर लिटा दिया और तेज़ी से मेरी गांद मारने लगा. बगल में होने से वैसे तो मुझे उतना दर्द नहीं हो रहा था मगर उसका मोटा लंड तेज़ी से गांद के अंदर बाहर होने में मुझे परेशानी होने लगी. मैं नीमा की ओर नहीं देख पाई की वो कैसे गांद मराई का मज़ा ले रही है, क्योंकि मुझे खुद के दर्द से फ़ुर्सत नहीं थी.

शिवम काफ़ी देर से धक्के मार रहा था मगर वो झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था. तभी मैने पाया कि नीमा ज़ोर ज़ोर से उच्छल रही थी और अजय को बार बार मुक्त करने के लिए कह रही थी. कुच्छ देर बाद अजय ने लंड बाहर निकाल लिया. मेरे पास आकर बोला, “कहो तो लंड तुम्हारी चूत में डाल दूं. नीमा तो थक गयी है.”

मैने शिवम की ओर देखा तो उसने हामी भर दी तो मैने भी हां कह दिया. फिर मैं शिवम के सहयोग से उठ कर शिवम के ऊपर आ गयी, नीचे शिवम मेरी गांद में लंड डाले पड़ा हुआ था, ऊपर मैं चूत फैलाए हुए अजय का लंड डलवाने के लिए बेताब हो रही थी. अजय ने एक ही धक्के में अपना पूरा लंड मेरी चूत में उतार दिया. उसके बाद जब मुझे दोनो ओर से धक्के लगने लगे तो मुझे इतना मज़ा आया कि मैं बता नहीं सकती. बिल्कुल ब्लू फ़िल्मो की तरह का सीन इस समय हो रहा था, मैं गालिया देती हुई दोनो तरफ से चुद रही थी. नीमा पास खड़ी हम तीनो को मज़ा लेते देख रही थी. कुच्छ ही देर में हम तीनो झाड़ कर लस्त पस्त हो गये.

सुबह तक हमने कुल मिलकर 4 बार चुदाई का आनंद लिया. उसके बाद अगले दिन मैं नीमा के साथ पहले उसके घर गयी, फिर उसे अपने घर भी ले आई. ताकि मम्मी को यकीन हो जाए कि मैं रात भर उसी के घर पर थी. मम्मी को कुच्छ शक़ नहीं हो पाया.

आज भी हम चारो मिल कर ऐसे ही प्लॅन्स बनाते हैं और अजय के बंग्लो पर

चुदाई का आनंद उठाते हैं, अब तो उसमें शिवम के 2-3 दोस्त और भी शामिल हो गये हैं.

तो दोस्तो कैसी लगी ये कहानी फिर मिलेंगे एक नई कहानी के साथ तब के लिए अलविदा आपका दोस्त राज शर्मा
Reply


Messages In This Thread
RE: उफफफफ्फ़ ये जवानी - by sexstories - 06-12-2017, 06:19 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller BADLA 2 (Completed) sexstories 64 1,306 8 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Maa Maa Hoti Hai (Completed) sexstories 45 28,501 06-29-2024, 03:32 PM
Last Post: sexstories
  Incest HUM 3 (Completed) sexstories 76 21,034 06-28-2024, 03:21 PM
Last Post: sexstories
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 33,643 06-26-2024, 01:31 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 23,396 06-26-2024, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 28,786 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 13,674 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 9,558 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,787,417 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 581,712 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan



Users browsing this thread: 5 Guest(s)