मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग
10-08-2018, 01:08 PM,
#34
RE: मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग
शायद परिस्थिति ही कुछ ऐसे थी कि रामु के लन्ड मे ताव आने लगा और चड्डी मे उसका लन्ड थोड़ा खड़ा होने लगा. ऊपर से सासुमाँ की अश्लील भाषा और छड़ी की नोक से उसके लन्ड को छेड़ना रामु को उत्तेजित कर रहा था.
सासुमाँ ने डंडी की नोक को उसके चड्डी के इलास्टिक मे फंसाकर चड्डी को नीचे कर दिया जिससे रामु का लन्ड बाहर आ गया. लन्ड पूरी तरह खड़ा नही था पर उसकी लंबाई और मोटाई का अंदाज़ा लगाया जा सकता था.

रामु ने अपनी चड्डी चढ़ाने की कोशिश की तो सासुमाँ डांटकर बोली, "हाथ हटा! मैं भी तो देखूं जिस लौड़े के लिये मेरी बहु ने घर की इज़्ज़त मिट्टी मे मिला दी है, वह कितना बड़ा है!"

सासुमाँ ने छड़ी से खींचकर रामु की चड्डी ज़मीन पर गिरा दी, तो रामु पूरी तरह नंगा हो गया. सासुमाँ ने फिर उसके नंगे लन्ड को डंडे से छेड़ना शुरु किया.

थोड़ी ही देर मे रामु का लन्ड खड़े होकर अपने पूरे आकर मे आ गया. सासुमाँ ने अब छड़ी फेक दी और रामु के करीब जाकर उसके लन्ड को हाथ से पकड़ लिया. मुट्ठी मे लेकर लन्ड की लंबाई, मोटाई सब नापा. उसके पेलड़ को भी उंगलियों से छेड़कर देखा. रामु ने आंख बंद कर ली और उसका शरीर उत्तेजना मे कांपने लगा.

"ठीक-ठाक है, तेरा लन्ड. गुलाबी के किस्मत मे यही लिखा है तो वह बेचारी भी क्या करे!" सासुमाँ रामु के खड़े लन्ड को हिलाते हुए बोली, "हाँ तो बता, किशन और बहु की चुदाई देखने के बाद तुने क्या किया?"
"मालकिन, जब भाभी कपड़े पहिन कर घर को लौट रही थी, हम उनको पूछे वह काहे अपने देवर के साथ मुंह काला कर रही थी." रामु बोला, "हम बोले की हम मालकिन को सब बता देंगे!"
"ऐसा कहा तुने?" सासुमाँ ने पूछा. 
"जी, मालकिन!" रामु बोला, "पर भाभी बोली, रामु सासुमाँ को मत बताओ. तुम चाहो तो मेरी जवानी से खेल सकते हो."
"फिर तुने क्या कहा?"
"हम कहे कि भाभी हमारे लिये माँ समान होती है!" रामु बोला.
"अच्छा? बड़े उच्च विचार हैं तेरे! फिर तु उसे कैसे चोद बैठा?" सासुमाँ ने पूछा. वह तो जानती थी रामु सरासर झूठ बोल रहा है.

रामु थोड़ा हिचकिचा कर बोला, "भाभी फिर अपनी साड़ी का पल्लु गिरा दी और अपना बिलाउज और बिरा खोलकर अपने नंगे जोबन हमको दिखाई. बोली, रामु चखकर देखोगे मेरे जोबन?"
"ओहो! तुने कोई जबरदस्ती नही की?" सासुमाँ बोली.

रामु ने देखा कि सासुमाँ उसकी कहानी पर विश्वास नही कर रही है तो वह बोला, "मालकिन, थोड़ी सी जबरदस्ती किये थे हम. भाभी को किसन भैया के साथ देखकर हम थोड़े भावुक हो गये थे. पर भाभी हमरा पूरा साथ दी थी."
"ठीक है. आगे बोल!" सासुमाँ बोली. वह धीरे धीरे रामु के लन्ड को हिलाये जा रही थी.
"हम भाभी को पकड़कर इस झुरमुट मे ले आये, और फिर उनके जोबन को बहुत पियार किये." रामु ने कहा.

"प्यार किया मतलब क्या?" सासुमाँ ने पूछा.
"मतलब, दबाये और चूसे." रामु ने कहा.
"कैसी लगी तुझे मेरी बहु की चूचियां?" सासुमाँ ने पूछा.
"अच्छी लगी, मालकिन." रामु ने कहा. फिर उसने जोड़ा, "बहुत गोरे गोरे और कसे कसे हैं भाभी के जोबन."
"मेरे चूचियों से भी अच्छी हैं?" सासुमाँ ने रामु से पूछा.

रामु ने कोई जवाब नही दिया. बस हैरान होकर सासुमाँ को देखने लगा. वह सोच मे पड़ गया कि आखिर यह हो क्या रहा है!

सासुमाँ ने अपने साड़ी का आंचल कंधे से गिरा दिया और बोली, "अच्छा अब ठीक से देखकर बता. बहु की चूचियां अच्छी हैं या मेरी?"

रामु के सामने तुम्हारी मामीजी की ब्लाउज़ मे कसी बड़ी-बड़ी चूचियां थी जो मेरे से दुगुने आकर की थी. उसने छू के देखने के लिये हाथ उठाया फिर हाथ नीचे कर लिया.

"अरे हाथ लगाकर देख ले! बहुतों ने हाथ लगाये हैं मेरी चूचियों को." सासुमाँ बोली. उनका हाथ अब भी रामु के मोटे काले लन्ड को धीरे धीरे हिलाये जा रहा था.

रामु ने एक हाथ बढ़ाकर सासुमाँ के दो चूचियों को धीरे से दबाया पर वह कुछ बोला नही.

सासुमाँ ने कहा, "क्या रे! ज़ुबान नही है क्या?
"अच्छी है मालकिन." रामु ने कहा, "आपके जोबन भी अच्छे हैं."
"लगता है तुने ठीक से देखा नही." सासुमाँ बोली, "ठहर, ब्लाउज़ उतारकर दिखाती हूँ."

रामु की फटी-फटी आंखों के सामने सासुमाँ अपने ब्लाउज़ के हुक खोलने लगी. हुक खोलकर रामु की तरफ़ पीठ करके बोली, "रामु, ज़रा मेरी ब्लाउज़ उतार दे."

रामु ने सासुमाँ की ब्लाउज़ उतार दी और अपने कंधे पर रख ली.

"अच्छा, अब मेरी ब्रा भी उतार दे." सासुमाँ ने कहा.

रामु ने अपने दो कांपते हाथ बढ़ाये और सासुमाँ के ब्रा का हुक खोलने लगा. पर शायद हैरत, डर, और उत्तेजना मे उसके हाथ कांप रहे थे, या फिर हुक बहुत टाईट थी, जिसकी वजह से हुक खुल ही नही रहा था.

"तु क्या कर रहा है, रामु!" सासुमाँ जोर से दहाड़ उठी, "एक हुक भी नही खोला जाता है तुझसे? चूतिये, गुलाबी की ब्रा खोले बिना ही उसे चोदता है क्या?"
"ख-खोल रहे हैं, मालकिन." रामु ने कहा और थोड़ी मशक्कत के बाद हुक खुल गया. रामु ने सासुमाँ की ब्रा उनके बाहों से अलग किया और अपने कंधे पर रख लिया.

सासुमाँ ने कहा, "अब पीछे से मेरी दोनो चूचियों को पकड़. उन्हे दबा के देख. उनकी घुंडियों को मीस के देख. फिर बता, मेरी चूचियां अच्छी हैं या मेरी बहु की."

रामु ने ऐसा ही किया. सासुमाँ की पपीते जैसे बड़ी बड़ी चूचियों को पीछे से पकड़ा और दबाने और मसलने लगा. उसे इतना जोश आ गया कि उसने अचानक उसने सासुमाँ की दोनो चूचियों को जोर से पकड़कर उन्हे खींचकर अपने नंगे बदन से चिपका लिया और अपना खड़ा लन्ड उनके चूतड़ पर दबा दिया और उनके कंधे को चूमने लगा.

"अबे सुअर की औलाद! कर क्या रहा है तु?" सासुमाँ गुस्से से बोली, "तुझे मैने कहा कि मेरी गांड मार? फिर क्यों मेरी गांड मे अपना लौड़ा ठूंस रहा है? तुझे कहा है मेरी चूचियों का निरीक्षण कर. बस उतना ही कर जो कहा जाये!"

रामु झट से अलग हो गया.

सासुमाँ उसकी तरफ़ मुड़ी और बोली, "अब बता, क्या सोचा तुने."
"मालकिन, आपके जोबन बहुत बड़े और सख्त हैं." रामु बोला.
"लगता है तुने ठीक से मेरी चूचियों का निरीक्षण नही किया है." सासुमाँ बोली, "मेरी चूचियों को मुंह मे लेकर चूस और बता उनका स्वाद मेरी बहु की चूचियों से अच्छा है या नही."

झाड़ी के आड़ मे खड़ी मैं सासुमाँ की इन सब करतूतों का आनंद उठा रही थी.
रामु ने सासुमाँ की दोनो बड़ी बड़ी चूचियों को दोनो हाथों से पकड़ा और उनके मोटे, काले निप्पलों को एक एक करके अपनी मुंह मे लेकर चूसने लगा. सासुमाँ मज़े मे कसमसाने लगी.

रामु कुछ देर तक सासुमाँ की चूचियों को पीता रहा, फिर उसके संयम का बांध टूट गया. सासुमाँ के कमर मे हाथ डालकर उसने उन्हे अपने नंगे सीने से लगा लिया और अपने होंठ सासुमाँ के होठों पर रखकर उन्हे जबरदस्ती चूमने लगा.
Reply


Messages In This Thread
RE: मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग - by sexstories - 10-08-2018, 01:08 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 7,629 Yesterday, 01:31 PM
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 5,429 Yesterday, 01:04 PM
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 17,310 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 8,362 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 5,708 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,762,499 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 578,226 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,346,389 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,030,686 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,809,385 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 7 Guest(s)