Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास )
03-24-2020, 08:59 AM,
#17
RE: Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास )
पुलिस ऐसा सोचेगी इस घटना के बारे में ?"

"जी हां । पुलिस ऐसा सोचेगी इसीलिए आपको मेरी मदद की जरूरत है।"

"तुम्हारी मदद मुझे हासिल हो जाने पर पुलिस ऐसा सोचना छोड़ देगी ?"

"नहीं । वह फिर भी ऐसा ही सोचेगी लेकिन मेरी मदद हासिल हो जाने के बाद उनके ऐसा सोचने का आपको कोई नुकसान नहीं होगा।"

"वो कैसे ?"

"क्योंकि तब आपका मददगार यानी कि मैं, हालात का हुलिया बदल देगा। तब राज आपका गवाह बन * जायेगा कि आपने अपने पति की हत्या नहीं की थी। और अगर वाकई आपने अपने पति की हत्या नहीं की, तो ।
कहने की जरूरत नहीं कि आपका यह खादिम आपके पति के हत्यारे को खोज निकालने के भी काम आ सकता है।

"तुम हत्या-हत्या का राग मतवात अलाप रहे हो । आखिर उन्होंने आत्महत्या क्यों नहीं की हो सकती ?"

"क्योंकि आपके पति के माथे में जो तीसरी आंख दिखाई दे रही है उसके इर्द-गिर्द जले बारूद के कण कतई नहीं । दिखाई दे रहे । यह बात साफ साबित करती है किए गोली फासले से चलाई गई थी। इन्होंने खुद रिवॉल्वर को अपने माथे के साथ सटाकर गोली चलाई होती तो गोली के सुराख के इर्द-गिर्द जले बारूद के कण चिपके शर्तिया दिखाई दे रहे होते । और फिर यूं गोली चलाने के लिए आपके पति की बांह दस-बारह फुट लम्बी होनी चाहिए थी जो कि नहीं है. ।। वैसे भी आत्महत्या करने वाला शख्स गोली का निशाना अपनी कनपटी को, ज्यादा सुविधाजनक जगह को, बनाता है न कि माथे को ।"

अब वह साफ-साफ मुझसे प्रभावित दिखाई दे रही थी।

"तुम" - कुछ क्षण कुर्सी पर बेचैनी से पहलू बदलते रहने के बाद वह इस बार एकदम बदले स्वर में बोली - "वाकई मुझे इस झमेले से निजात दिला सकते हो ?"

"और मेरा काम क्या है ?" - मैं बोला ।

"कैसे करोगे यह काम ?"

"आपके हाथ के कुछ हल्के पत्ते गायब करके, कुछ बदल के और कुछ के बदले में तुरुप के पत्ते पेश करके ।"

"बदले में मुझसे क्या उम्मीद करते हो ?"

"वही, जो कोई नौजवान मर्द किसी खूबसूरत औरत से कर सकता है।"

"बस !"

"नहीं ।" - मैंने तुरन्त संशोधन किया - "जो कोई मेहरबान मर्द किसी दौलतमन्द विधवा से कर सकता है।"

"बड़े चालाक हो ।”

"शायद ।"

"और कमीने भी ।"

"शुक्रिया !"

"किस बात का ?"

"मुझे एकदम सही पहचानने का ।"

"तुम्हारी सही पहचान तो मैंने कुछ और ही की है जिसे कि मौजूदा नाजुक हालात में मैं अभी जुबान पर नहीं लाना चाहती ।"

"आई डोंट माइंड । मैं इन्तजार कर सकता हूं। मुझे कोई जल्दी नहीं ।”
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RE: Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास ) - by sexstories - 03-24-2020, 08:59 AM

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