Antarvasna मैं तेरा आशिक़
07-24-2017, 12:56 PM,
#15
RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
राज ने लंड को डॉली की गान्ड के छेद से भिड़ा दिया और एक धक्का मारा उसका टोपा किसी तरीके से अंदर गया राज ने डॉली को उपर उठाकर अपने लंड पर गांद के छेद को चौड़ा करके बैठने को कहा

डॉली ने मना कर दिया

डॉली – नही नही मुझे काफ़ी दर्द हो रहा है प्लीज़ रुक जाओ मुझे जाने दो तुम मेरी वैसे ही इज़्ज़त लूट चुके हो

राज का गुस्सा आँखो में भर गया और उसने ताबड तोड़ 3 थप्पड़ ही मारे कि डॉली की आँखो से आँसू और मुँह और नाक से खून आने लगा राज ने कहा आइ आम सॉरी सॉरी ग़लती से तुमने मुझे गुस्सा क्यू दिलाने की कोशिश की हां सुनो मैं तुम्हे चाहता हू मेरा मक़सद तुम्हें कोई नुकसान नही पहुचानना है बस मेरे साथ अपना साथ दो मैं तुमसे शादी करूँगा तुम्हे अपनी रानी बनाउन्गा है जब आप सेक्स में झाड़ते हो अपने सामने मनपसंद पार्ट्नर को देखते हो तो मज़ा दुगना होता है उसके साथ हर वक़्त सोने में मज़ा आता है और मुझे तुम जैसी ही लड़की की तो तलाश थी

डॉली का चेहरा लाल था खून होंठ के कटने राज ने उसे चाट लिया और उसे फिरसे गांद में लंड डालने लगा अभी 2 इंच ही गया था कि राज ने एक झटके में लंड पूरा अंदर घुसेड दिया डॉली की आवाज़ गुम हो गयी और बाहर शीशो में गिरते पानी में डॉली पर हो रहे ज़ुल्म कोई भी सॉफ सॉफ देख सकता था डॉली के गांद से खून निकलने लगा खून बंद होने का नाम नही ले रहा था डॉली बिस्तर पर गिर गयी और राज उसकी गांद को नौचते मसल्ते हुए उसे अंदर तक चोदने लगा इतने में उसका कॉंडम भी फॅट गया जिसे फैंक वो आराम आराम से चोदता उसके बाद बेरेहमी से झटके मारता डॉली की आवाज़ गुम हो गयी थी उसकी आँखो से बहता पानी सुख चुका था और वो उसे चोदता गया चोदता रहा आख़िर 1 घंटे बाद उसे चोदकर वो झाड़ गया अपना सारा माल उसने डॉली की गांद में उडेल दिया

राज – मैं चाहता हू तुम मेरे बच्चे की मा बनो तुम कितनी खूबसूरत हो मेरी जानेमन डॉली 

राज डॉली को जगाने लगा पर डॉली उठ नही रही थी

राज ने उसकी नब्ज़ चेक की वो अभी ज़िंदा थी राज उठा और ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगा हिलाने लगा उसका चेहरा भयानक लग रहा था उस पर खून सवार था उसके लंड से खून की बूँद डॉली पर टपक रही थी ऐसे दिल दहला देने वाला आपने कभी ही सुना हो राज ने डॉली को अपने कलेजे से लगाया और कहा तुम नही मरोगी तुम नही मरना सुना तुमने तुम नही मर सकती आआआआआआआआहह

सुबह हुई रात के काले बादल अब गायब हो चुके थे एक नयी रोशनी हर जगह फैल रही थी चारो तरफ रात के तूफान और बारिश ने सबकुछ तहेस नहेस कर रखा था हर तरफ किचॅड और गिरे हुए पैड थे कॉटेज में भी सूरज की किरण पड़ी जहाँ सबसे उपर वाले माले पर एक रूम में एक नंगी जिस्म पर सूरज की रोशनी पड़के उसे उजाला दे रही थी ये खूबसूरत जिस्म डॉली का था जिसे बुरे तरीके से जानवरो की हद तक राज ने अपना बना लिया था डॉली अभी भी सो रही थी और उसके होंठ कटे हुए थे नाक से खून सुख चुका था आँखो से निकले कयि आँसू धब्बे बनकर शकल को सूखा बंजर बना रहे थे

डॉली की सोच में कल रात हुए उस हादसे उस घटना को याद करके डॉली दोबारा से चीख पड़ी डॉली के नंगे जिस्म पर कंबल था डॉली को दिख रहा था कि कल जिस तरह उसके साथ हैवानियत का खेल खेला गया उससे किसी का भी कलेजा काँप सकता था डॉली फिर से रोने लगी उसकी चूत बिल्कुल रोटी की तरह सूज चुकी थी दोनो हिस्सो पर लाल लाल निशान और तैल के आने से स्किन में एक अजीब सी जलन हो रही थी जिसे सह पाना उसके बस की बात नही थी वो चीख रही थी

पर उसकी पुकार सुनने वाला कोई नही था जिस डॉली के लिए एक दरवाजे को भी खोलने के लिए उसके जिस्म का एक जूता भी संगमरमर के उपर रखने से पहले कोई शक्स हिफ़ाज़त करता था आज उस लड़की के साथ रेप हो चुका था

अभी डॉली रो ही रही थी कि तभी अपने सामने खड़े राज को देख वो ज़ोर ज़ोर से साँस लेने लगी और कहा दूर रहो मुझसे दूर रहो मुझसे पास मत आना

राज ने एक कातिल मुस्कुराहट में कहा पास तो हम तुमसे कितने जल्द ही हो गये है मेरी जानेमन अब कैसी दूरियाँ रात के वो अंधेरे साए अब ख़तम हो चुके हैं देखो अब सब शांत है मैं भी शांत हू और तुम्हे भी शांत हो जाना चाहिए

डॉली तो बस उसे घूर घूर कर गुस्से भरी नज़रो से देख रही थी कि इतने में वो पास आया उसने शर्ट नही पहनी थी और अपने हाथ में एक बर्तन में पानी लाया हुया था जो कि ऊबला पानी था डॉली के पास आकर उसने झट से वो बर्तन नीचे ज़मीन पर रखा और डॉली की टाँगो पर अभी उसके हाथ पहुचे ही थे कि डॉली ने उसका हाथ पाँव से झटक दिया राज ने अपने गाल को भिचा और कहा मैं तुम्हे तक़लीफ़ में नही देख सकता कमोन थोड़ी पास आओ

डॉली ने कहा कभी नही मुझे जाने दो मुझे घर जाना है तुम मुझे जानते नही हो मैं तुम्हे अंदर करवा दूँगी राज ने कहा अच्छा अपने प्यार को तुम अंदर कराओगि लेकिन यहाँ से तुम जा पाओगि तब ना

डॉली एकदम से काठ मानो काटो तो खून ना निकले वो ऐसी शॉक्ड हो चुकी थी डॉली ने कहा तुम मुझसे चाहते क्या हो ?

राज ने कहा तुम्हारा साथ पर अभी मुझे तुम्हारा इलाज करना है अब अच्छे बच्चे की तरह पास आओ और अपने लेग्स खोलो डरो नही तुम्हारी और नही मारूँगा मैं जानता हू तुम बहुत तक़लीफ़ में हो पर शादी से पहले होने से कोई फरक नही पड़ता क्यूंकी मैं तुम्हसे शादी जो करने वाला हू

राज हँसने लगा जिसे डॉली ने अपनी नज़रो से देखा उसकी आँख फैल गयी और ना मे उसने सर हिलाया और इतनी ही बोली तुम पागल हो तुम पागल हो यू सिक यू सिक
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RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़ - by sexstories - 07-24-2017, 12:56 PM

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