Antarvasna मैं तेरा आशिक़
07-24-2017, 01:01 PM,
#46
RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
राज का कॉल बेल बजा ट्रिंग ट्रिंग……………….राज ने गुस्से भरी नज़रो से डॉली को देखते हुए दरवाजे की ओर देखा…………अब कौन मादर्चोद आ गया आआहह आइ हेट व्हेन सम्वन कॉल्स मी………राज गुससे से पहले दरवाजे की तरफ जाके देखता है कीहोल से जिसे देख राज के दिल की धड़कन ज़ोर ज़ोर से चलने लगती है चेहरे पर ख़ौफ़ आ जाता है…………. धरम ये यहाँ कैसे?आअहह राज वापिस जाता है और डॉली चिल्लाने की कोशिश करती है पर राज डॉली के सर पे ज़ोर से दे मारता है उसके एक मुक्के से ही डॉली बेहोश हो जाती है राज उसे बाहो में भर लेता है और उसे संभालते हुए दरवाजे की ओर देखता है………….धरम – राज राज क्या तुम अंदर हो? दरवाजा खोलो………कुछ ही देर में राज अंदर से दरवाजा खोलता है………हां सर कहिए कैसे आना हुआ………..धरम राज को बड़ी गौर से देखता है और कहता है तुम अकेले हो कोई घर पर नही है दरवाजा क्यू नही खोल रहे थे…….वो सर मैं थोड़ा बीमारी की वजह से सो ही रहा था उठने मे भी बहुत तक़लीफ़ हो रही थी…………..धरम ने बोला ह्म्‍म्म्म तुम नही आए और तुमने फोन पर कहा कि तुम बीमार हो तो मैं तुम्हे देखने आ गया वैसे डॉली के केस का कुछ करना पड़ेगा मैने पूरी पोलीस फोर्स को अलर्ट कर दिया है और तुम भी 2-3 दिन में डॉली का पता लगाना शुरू कर दो

राज हैरान होते हुए क्या सर? सुभास शर्मा का मर्डर तो आतंकवादियो ने किया मुझे जो जुत्तो के निशान मिले वो किसी ऑर्गनाइज़ेशन के थे और आप तो जानते ही है कि सुभास किसी टेररिस्ट ऑर्गनाइज़ेशन के बारे में खुलासा करने वाला था शायद यहीं वजह थी जो उसकी मौत की कारण बनी……….नही नही राज तुम ग़लत हो वो फुटप्रिंट्स जस्ट एक छलावा था मैं जान गया हू क्यूंकी हॉस्पिटल में भी दो मर्डर्स हुए पहला डॉक्टर का और फिर नर्स नर्स को तो आइ विटनेस बनने की वजह से मार दिया वो उस कातिल के निशाने में नही थी और रहीं बात डॉली के किडनॅपिंग की अब तक ना तो उसके घर पर कोई कॉल आया और ना ही कोई धमकी भरा लेटर और कुछ मुझे तो लगता है ये मामला डॉली के दुश्मनो का आपसी झगडो या फिर हो सकता है कोई दीवाना आशिक़…………राज का चेहरा एक दम शॉक्ड हो चुका था और वो घूर घूर के धरम को देखने लगा…….धरम ने अपने जेब से सिगरेट निकाली और जलाकर कहा क्यू भाई तुम तो ऐसे भूत बनकर खड़े हो जैसे ये सब तुमने किया है……..नो नो सर आपने मुझे ग़लत समझ लिया ये सब काम जिसका भी हो उसमें जिगर है जो आप जैसे ऑफीसर को मात देके भाग गया………..चोर चाहे जितना भाग ले पकड़ा तो एक दिन वो भी जाता है पोलीस के निशाने आज तक कोई नही बच सका………….अच्छा राज तुम रेस्ट करो मैं चलता हू और हां ड्यूटी पर लेट मत होना आइ वान्ट यू टू बी सीरीयस इन दिस मॅटर………..ऑलराइट सर धरम एक बार फिर इधर उधर देखता है और वहाँ से निकल जाता है डॉली स्टोर रूम के अंदर अपने मुँह से चिल्लाने की कोशिश करती है पर वो जानती है कि राज ने काफ़ी कस्के उसके मुँह पर पट्टी बाँध रखी थी उसके सिर्फ़ मोनिंग जैसे आवाज़े और हाथ पैर बँधे हुए थे

राज तब तक अपनी नज़र गढ़ाये रखा जबतक धरम वहाँ से चला नही गया……..राज के कातिल मुस्कुराहट से पीछे की ऑर लपका और सीधे उस स्टोर रूम की तरफ गया और उसके दरवाजे को खोला डॉली बेहोश थी

राज – सॉरी डॉली तुम्हे फिर एक बार दर्द देने कि मैने काफ़ी वादा किया था कि तुम्हे चोट कभी नही पहुचाउन्गा और तुम्हारा ख्याल रखूँगा तुम मेरी हो सिर्फ़ मेरी डार्लिंग

राज बच्चो की तरह डॉली को गोद में उठाता है और फिर उसे बिस्तर पर लाके आराम से लेटा देता है उसकें मुँह से निकल रही ऊन सिसकारियो को सुन राज पागल सा हो जाता है और अपनी आँखें बंद करके उसके गाल पर फिरसे एक ज़ोर का चुम्मा लेता है

वो डॉली के कपड़े उतारने की कोशिश करता है उसके वो पेशेंट वाले कपड़े वो उन्हे कब का फाढ़ के फैंक देता है पता ही नही चलता डॉली अब सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में है उसके गोरे बदन में मानो अब भी खुश्बू सी आ रही हो राज अब एक बार फिरसे उसको सुन्घ्ता है और वापिस बैठकर उसके नाभि की गहराईयो में देखने लगता है उसकी ज़ोर ज़ोर से साँसें चल रही है उसे उसके मम्मे ब्रा से मानो फूल के बाहर आना चाहते हो

राज अपनी उंगली डॉली की गले पर फिराता है डॉली थोड़ा कश्मसाति है उसके सहलाने से राज सीधे वो उंगली उसके गले से नीचे ले जाकर उसके मम्मे के चारो तरफ घुमाता है और धीरे धीरे ऊन्हे अपने हाथो से छूने लगता है उसके सफेद फूल रहे मम्मो को बिना सहलाए वो रह नही पाता और उसके मम्मो को वो अब ज़ोर ज़ोर से सहलाने लगता है और आख़िर में राज ज़ोर ज़ोर से साँसें लेने लगता है उसके दोनो मम्मो को हाथ में लेकर वो ज़ोर से ऊन्हे दबाता है उसके दबाते ही डॉली की ज़ोर से सिसकारी निकल जाती है सस्स्स्स्स्स्स्शह आआहह सस्सस्स

राज ने अभी तक मम्मो को सहलाना ही जारी रखा और उसके मम्मो को कस कस्के दबाता है राज अपना हाथ नीचे ले जाता है और उसे थोड़ा उठाकर डॉली की पीठ पर लगे ब्रा के हुक्स को खोल देता है और उसकी पीठ को सहलाने लगता है अब फिर वो अपना हाथ मम्मो पर लाकर ऊन्हे सहलाने लगता है और उसके जिस्म से एक झटके से ब्रा को उतार फैंक देता है डॉली के खड़े निपल्स राज के सहला रहे हाथो में चुभते है उसके खड़े गुलाबी निपल्स को वो अपने दोनो हाथो से पकड़ता है और उसे थोडा दबाता है च्युंती काटता है डॉली पलंग के रोड को दोनो बँधे हाथो से पकड़ लेती है राज का लंड जीन्स में ही तन करके डॉली की जाँघो में अभी चुभ रहा ही था कि डॉली की आँखें धीरे धीरे खुली डॉली ने धुंधली धुंधली सी तस्वीरे देखी सामने राज था

डॉली पहले से ही कमज़ोर थी और उपर से राज की दी हुई चोट ने उसे ना उठने पर मज़बूर कर दिया था डॉली के मुँह से सिसकारी निकालते हुए ये आवाज़े आई नो राज नो राज प्लीज़ ऐसा मत कार्रररओ

राज ने नीचे से उसकी गुलाबी पैंटी को देखा जो अब पसीने से भीग चुकी थी और इस वक़्त डॉली ने वही पहना हुया था उसने उसे ज़रा भी चेंज नही किया था क्यूंकी वो हॉस्पिटल के बेड पर करीब 17-18 दिनो से पड़ी हुई थी राज ने अपनी नाक उसकी पैंटी पर लगाई और उसे सूंघने लगा उसकी पसीने से भरी झांतो से सटी पैंटी की वो मनमोहक खुषभू उसके ज़र्रे ज़र्रे में फैल गयी राज वापिस उठा और उसके उपर से नग्न मम्मो को देख बहाल हो गया और उसकी फैली हुई टाँगो को थोड़ा सा खोला जींस से जिस्म पर लाल लाल निशान पड़ चुके थे राज ने झट से अपने जीन्स में नाग बने काले लंड को बाहर निकालना उचित नही समझा वो अभी और डॉली के जिस्म के साथ खेलना चाहता था उसने डॉली के पेट पर पहला चुंबन लिया और अपने होंठ को रगढ़ता हुया उसके पैंटी के करीब आकर उसके पैंटी को शुंगते हुए दोनो हाथो से नीचे खिसका दिया और झट से पैंटी को उसके जिस्म से अलग कर दिया अब उसके सामने डॉली बिल्कुल नंगे जिस्म की मालकिन थी उसकी चूत को राज ने अपने हाथो से सहलाया और उसके छोटे छोटे बढ़ चुके बालो पर फिर एक बार अपना हाथ फैलाया राज ने अपने मुँह से सिसकारी निकाली अब वो जिस्म की आग में जल रहा था उसके अंदर की आग फिर भड़क रही थी उसका चेहरा एकदम लाल हो चुका था कान एकदम लाल होकर गरम हो चुके थे राज ने फिर अपनी नज़र सूजी हुई उस डबल रोटी जैसी चूत को देखा और उसको छूते ही मानो उसके पूरे तन बदन में आग सी लग गयी

राज ने झट से अपनी शर्ट के बटन्स खोले और उस चूत को चूमने लगा और उसको चूमते चूमते उसको चूसने भी लगा वो एक बारी में ऐसा चूस्ता फिर बाद में उसे छोड़ता तो उसकी चूत को फिर दाँत से खीचता वो उसे कुत्ते की तरह चूस चाट रहा था इतने दिनो के बाद उसकी भूक आज शांत हो रही थी वो तो मानो उस पर टूट पड़ा था और उसको ज़ोर ज़ोर से चूमने लगा चूसने लगा और अपनी दो उंगलियों को उसके छेद में डाला और आगे पीछे करने लगा अंदर के ज़ख़्म अब भर चुके थे और राज मज़े से उस गुलाबी चूत को चाट रहा था उसके दाने को उंगली से दबाते हुए उसे भी बार बार चूस्ता डॉली अपने मम्मो को बार बार दबा लेती और निपल्स को भी दबाने लगती डॉली अपने आपे से बाहर हो रही थी वो सबकुछ भूल कर बस राज के दे रहे जिस्मानी मज़े को भोग रही थी


राज ने उसकी चूत की पंखुड़ियों को हटाया और अंदर छेद में अपनी ज़ुबान डालने लगा उसे नुकीला करते थूक से उसकी ज़ुबान अंदर बाहर हो जाती और उसे खूब मज़ा आने लगता राज ने उसकी चूत के छेद में थूक डाला और फिर उसे चाटने लगा राज ने डॉली के पिछवाड़े को थोड़ा उपर उठाया और फिर छेद पर वापिस ज़ुबान रगड़ कर डालता राज ने अपने होंठ अभी तक अलग नही किए थे उसकी चूत को चूस्ते और चाटते वक़्त हो चला था और चूत थूक से और उसके निकल रहे पानी से गीली हो चुकी थी और तभी राज उठा और उसकी चूत से निकली वो सफेद लार उसने अपने मुँह में डालकर ऐसे चाटि जैसे मानो सालो की प्यास आज भुजी हो

राज ने डॉली को देखा जो अब भी बेहोश थी राज ने अपने शर्ट के बटन्स खोले और एक जगह फैंक डाला राज ने डॉली के उपर चढ़कर उसके दोनो मम्मो को ज़ोर ज़ोर से दबाया और उनको चूसने लगा उसको चूस्ते ही राज तो मानो नशे में झूमने लगा उसको ज़ोर ज़ोर से दबाते हुए चूस्ता

डॉली – ह्म्‍म्म्ममम आआहह…डॉली की सिसकारियाँ निकल जाती……….कैसा लग रहा है डॉली बेबी आइ रियली लव यू आहह……….राज ने डॉली के मम्मो को दबाते दबाते उन्हे लाल कर दिया……….राज नीचे आया और फिर उसकी गान्ड उठाके उसके छेद को चूसना स्टार्ट किया राज ने दो उंगली अंदर डाली और उसे अंदर बाहर करने लगा राज की उंगली में डॉली की गंध लग चुकी थी उसके हाथ में कुछ पीला पीला लग चुका था जैसे डॉली ने सिसकारी ली राज ने वो उंगली डॉली को सूँघते हुए उसके मुँह में डाल दिया डॉली चीख पड़ी पर उस बदबूदार गंध को चूसने के अलावा उसके पास कोई चान्स नही था……….राज ने फिर से डॉली की गांद को चाटना शुरू किया डॉली की चीखें निकल जाती अब वो होश में आ चुकी थी राज ने अपना लंड संभाला और सीधे डाइरेक्ट गान्ड के छेद में डाल दिया राज ने ज़ोर ज़ोर से डॉली को चोदने लगा चोद्ते चोद्ते डॉली की चीख निकल जाती डॉली – आआआआः आआहह अयाया

राज ने डॉली की गांद मारते हुए उसके चताड़ो से गांद को दबा भी लिया उसे नोचता उसपर थप्पड़ मारता उसकी गांद को लाल करके राज ने अपने लंड और गान्ड पर थूक डाला और फिर से उसे चोदने लगा राज अब चरम सीमा पर आ चुका था राज ने डॉली को उल्टा लिटाया और उसकी गान्ड फिर से मारने लगा गान्ड चौड़ी होकर ओ शेप में दिख रही थी उपर से गुलाबी होने से वो कुछ ज़्यादा नमकीन और खूबसूरत लग रही थी राज काफ़ी देर तक उसको चोद्ता रहा डॉली सिर्फ़ चीख ही सकती थी

राज पागल हो चुका था उसने झट से एक कपड़ा उठाया और सीधे डॉली के मुँह में डालते हुए उसे चोदने लगा म्‍म्म्मम ऊऊ जैसी आवाज़ डॉली के मुँह से आ रही थी राज ने करीब 15 मिनिट तक डॉली को चोदा और उसके कुछ देर बाद उसके मुँह में अपना लंड डालकर आगे पीछे करने लगा आगे पीछे करते हुए राज ने डॉली के पैंटी को सूँघा और उसे फैंक डाला उसने डॉली का गला पकड़ा और ज़ोर ज़ोर से उसे चोद्ता रहा डॉली की चीख निकलती निकलती रह गयी और राज उसे काफ़ी देर तक उसके मुँह में लंड डाले चोद्ता रहा डॉली की आँखें बाहर निकलने को आ गयी और मुँह लाल हो चुका था उसके मुँह से लार गिरने लगी तभी राज ने अपना लंड बाहर निकाला डॉली खांसने लगी अभी डॉली ने होश संभाला था कि राज ने उसे अपने अंड को चाटने को कहा डॉली ने ठीक वैसा ही किया और उसके आंडो को चाट्ती गयी राज ने उसके भारी भारी कुल्हों पर एक बार फिर मारा और डॉली के मुँह से लंड बाहर निकाल लिया अब उसने डॉली को 69 पोज़िशन में लेटा दिया डॉली के हाथ पैर बँधे थे जिससे डॉली सिर्फ़ उसके लंड को चूसने के अलावा कुछ नही कर सकती थी राज ने डॉली की चूत पे थूक डाला और उसे फिर से चूसने और चाटने लगा दोनो चूत की फांको को भी वो चाट्ता फिर उसपर थूक डालता अब उसने डॉली की गोरी गांद को पूरा हथेली मे भर लिया और उसे चोद्ता रहा चोद्ते चोद्ते डॉली के मुँह में राज के लंड से वीर्य आने को हो चुका था राज अब और कंट्रोल नही कर सकता था डॉली की चूत ने पानी छोड़ दिया जो एक धार के साथ बाहर निकाला राज ने तुरंत उसके मुँह में लंड को झाड़ने के लिए अपने पिछवाड़े को उपर नीचे करना शुरू कर दिया लंड उसके मुँह में जाता और फिर थोड़ा बाहर आता और फिर पूरा हलक तक की गहराईयो में जाता

राज ने उसके मुँह को करीब 10 मिनिट और ही चोदा होगा कि उसने लंड में एक खुजली महसूस की और और लंड को ज़ोर ज़ोर से उपर नीचे करने लगा……………..फक बेबी या या दट’स इट मा की चूत रंडी पूरा मुँह में लेले बहेन की लौडि मुझसे भागती है तू नही जानती तेरे जिस्म पर एक एक बूँद छोड़ूँगा मैं मादर्चोद रंडी साली कोठे की औरत बहेन की लौडि मादर्चोद पूरा ले इतने दिनो से तडपा रखा था………डॉली – ओओओओओोआ करते हुए आवाज़े निकाल रही थी राज ने एक ज़ोर का दहाड़ मारा और वो अकड़ सा गया और डॉली के मुँह में राज के लौडे का पूरा लावा अंदर चला गया राज ने लंड बाहर निकाला और डॉली ख़ास्ते हुए उसके मुँह से बची खुचि लार बाहर निकली और ज़ोर ज़ोर से ख़ासने लगी राज बेशुध होकर डॉली पर ही लेट गया दोनो के चेहरे एक दूसरे के पास थे राज थकान से वही सो गया और डॉली को अपनी मज़बूर हालत से एक बार फिर अपने जिस्म को राज को सौंपना पड़ा

डॉली गहरी साँसें ले रही थी और अब भी राज की बाहों में थी डॉली को उसके जिस्म की महेक लग रही थी जिसने उसे कुछ देर पहले मदहोश कर रखा था डॉली ने अपनी आँखें खोली और राज पर एक नज़र दौड़ाई और उसके आँखों में वो ख़ौफ़ वापिस दिखने लगा उसके वो हाथ जो उसके पीठ के पीछे थे जिसने कुछ दिनो पहले कितनी जानें ले ली थी ऐसा होना कोई खेल नही था डॉली ने वो पल दोबारा याद किए जब वो ख़ास हुआ करती थी उसकी ज़िंदगी मानो खुशियो से भरपूर थी और आज वो पल था जहाँ पर डॉली राज के ज़ख़्मो में डूब चुकी थी

डॉली ने अपने चेहरे पर एक मुस्कुराहट लाई ना जाने क्यू और राज पर अपनी नज़र दौड़ाई राज की आँखें खुली और सामने मदहोश कर देने वाला डॉली का चेहरा देखकर वो भी मुस्कुराया और अपने होंठ को डॉली के थोड़ा और करीब ले आया वो जानना चाहता था कि डॉली अब भी उससे डर रही है या नही राज मानो हैरान जिस लड़की के लिए वो पल पल तक़लीफ़ देता आया क्यूंकी उसे राज पसंद नही था हर रात चुदाई के बाद उसकी आँखों में ख़ौफ़ में होता और डर के वो आँसू जिसे राज आज पहचान भी नही सकता था कि इतने जल्दी वो बदल जाएँगे शायद अंधेरे में दिया ढूँढने के बराबर ही उसने ये सोच रखा था

राज ने हैरानी से – क्या हुआ? मेरी जान आज तुम खुश हो

डॉली – क्यू ना हूँ ? अब तुम्हारे जिस्म की ताक़त तुम्हारी मर्दानगी मुझे अपनी तरफ खिच रही है तुम जानते भी हो मेरे डॅड के ख़तम होने के बाद मेरी मा और मेरी ज़िंदगी में जैसे भूकंप आ गया था पर आज तुम्हारे साथ मुझे लग रहा है कि तुम्हारी फीलिंग्स बुरी नही है बल्कि तुम मेरी काफ़ी केर करते हो दट’स वाइ आइ हॅव लिट्ल फीलिंग टुवर्ड्स यू…………..
राज मुस्कुराता है………और यकीन मानो मैं ग़लत थी तुमने मुझे आहेसास कराया कि प्यार सच्चा होता है पता है जब तुम पहली बार मिले थे मुझे भरोसा आया कि तुम मेरा काफ़ी ख्याल रख सकते हो तभी तो तुमसे लिफ्ट माँगी…………….राज- आइ आम सॉरी मैने तुम्हारे साथ इतना रूड बिहेव किया पर पता है ये सब इतना ख़ास लग रहा है मानो मैं जन्नत में हू और तुम जानती हो तुम्हारे बगैर तो मैं एक सेकेंड भी नही रह सकता तुम मुझे माफ़ कर दो हम अच्छी ज़िंदगी गुज़ार सकते है पता नही आज का दिन इतना अच्छा क्यू है मुझे ऐसा लग रहा है कि आज तुम और मैं एक हो ही गये देर से ही सही पर हुए तो………………हां बेबी राज आइ रियली लाइक यू तुम्हारी ज़िंदगी का हर पल गुज़ारना चाहती हू यहीं मेरी तुमसे विनती है मुझे अपनी बना लो…….सच में नही नही तुम्हारी चाल लग रही है क्या तुम मुझसे एक सेकेंड पहले भागने की कोशिश में ये सब प्लान तो नही बना रही थी…….नही राज एक वर्ड भी और मत कहना बिकॉज़ आइ रियली लव यू अब तुम समझ सकते हो तुमने मेरे दिल में अपनी जगह बना ही ली……………सच बेबी ओह माइ गॉड इस दिन मैं कब्से पागल था तुम नही जानती आज का दिन मेरे लिए तुमने कितना स्पेशल बना दिया है मेरी जानेमन……..आइ रियली लव यू माइ हार्ट डॉली आइ रियली लव यू…………राज अपने होंठ पास लाया और डॉली ने भी ना झिझकते हुए उसके होंठो से होंठ जोड़ लिए दोनो ने एक बार ज़ोर से एक दूसरे के होंठो को चूमा और फिर एक बार और अपने दोनो होंठ एक दूसरे से ज़ोड लिए पर इस बार कुछ ज़्यादा देर तक दोनो के थूक एक दूसरे से टकराई और जैसे दोनो अलग हुए उनके होंठो में मिठास सी जलन थी मिठास सी जलन दोनो के होंठो से बनी लार एक दूसरे से एक होंठो से अब भी चिपकी हुई थी दोनो को देखकर हँसने लगे राज ने बीच की इस लार को अपने हाथो से हटाया और अपने मुँह में उंगली को डाला और फिर डॉली को देखते हुए अपने मुँह से निकाला डॉली भी कातिल नज़रो से प्यार और प्यास भरी नज़रो से राज की उन दो उंगलियो को देख रही थी उसने तुरंत बिना राज का इंतेज़ार किए उसके हाथ को पकड़ा और डॉली ने वो दोनो उंगली को ज़ोर से नीचे से उपर तक चूसा………..राज का लंड नीचे से खड़ा हो गया और इधर राज की आँखें लाल हो चुकी थी और उसने कातिल भरी नज़रो से डॉली की आँखों में झाँका डॉली ने धीरे से राज की उंगली काट ली………..और प्यार का कोई सबूत देना पड़ेगा…………

नही नही और नही मैं पहले से ही तुमपर बर्बाद हो चुका हू मुझे अपना बना लो मेरे जिस्म से खेलो आज से मैं तुम्हारा हू मेरे जिस्म को नोचो खाओ मेरे खून को चाटो मुझे टॉर्चर करो क्यूंकी मैं तुम्हारा हो चुका हू………….
.बेशक मेरी जान मैं ऐसा ज़रूर करूँगी दोनो हस्ते हुए एक दूसरे के चेहरे को सटा कर हँसने लगे
क्रमशः…………………………….
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RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़ - by sexstories - 07-24-2017, 01:01 PM

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