Antarvasna मैं तेरा आशिक़
07-24-2017, 01:02 PM,
#51
RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
मैं तेरा आशिक़--15

गतान्क से आगे………………………..

क्या हुआ डॉली डार्लिंग ?? मुझे पता था कि ये प्यार तुम इतनी जल्दी कबूल नही करने वाली पर ना जाने क्यू ये कम्बख़्त दिल भी तुम्हारी बातों में आने लगा मैं जान चुका था कि तुमने फाइल धरम तक पहुचा दी थी तुमने मेरे एमोशन्स के साथ खेला मुझे पागल सा कर दिया याद है इसी बारिश में हम मिले थे और ये बेरिश आज की रात तुम्हारी ज़िंदगी की और हमारे प्यार की आखरी रात होगी मेरी ज़िंदगी बर्बाद थी तुमपर भरोसा किया क्या कुछ नही समझा तुम्हे और बदले में मुझे मिली दर्द तक़लीफ़ और भगोड़े वाली ज़िंदगी तुम्हे मारकर मैं कभी खुश तो नही रहूँगा लेकिन ये दुआ ज़रूरा करूँगा कि तुम जैसी लड़की मुझे दोबारा मिले इसी जनम में क्यूंकी तुम्हारे बिना मेरी ज़िंदगी ऐसी ही रहेगी राज उसे एक ऑफीस के पास लाके रुका और उसे अपनी बाँहो में उठाया डॉली की आँखें एक दम से खुली और हिलने से राज के जिस्म से वो अलग हो गयी नही नही मेरे पास मत आना तुम…………..राज ने कहा अब बहुत देर हो चुकी है डॉली तुमने मेरे प्यार का नाजायज़ फायेदा उठाया अब तुम्हारी ज़िंदगी ख़तम होती है मेरे प्यार के साथ तुमने एक बार फिर धोखा किया मुझे चोट पहुचाई यू बिच………….डॉली उस ऑफीस के दरवाजे को खोलकर अंदर भाग गयी राज भी मुस्कुराते हुए अंदर जा चुका था डॉली भागे जा रही थी उसके होंठ बिल्कुल सुख चुके थे उसकी वो वाइट नाइट्गाउन अब मैली सी पीली सी नाइट्गाउन बन चुकी थी और वो भीग चुकी थी बेरिश की बूँदो की वजह से

राज भागो भागो मेरी जान कोई यहाँ तुम्हारी चीखें सुनने नही आएगा तुम तड़पति रह जाओगी इस सुनसान खड़ंहर में हाहहहहहाहा………उसकी भारी आवाज़ डॉली को डरा सी रही थी

डॉली भाग रही थी चारो तरफ कार्स खड़ी थी डॉली भागें जा रही थी उसके मम्मे बाहर निकलने को हो रहे थे वो ज़ोर ज़ोर से साँसें लेते हुए भागें जा रही थी और जाकें सीधे शटर से टकरा गयी

डॉली – कोई है कोई है प्लीज़ बाहर कोई है मेरी मदद करो वो मुझे मार डालेगा प्लीज़……………..डॉली का पाँव फिसला और वो पीठ के बल उल्टा गिर जाती है और आँखें धुंधली होकर फिर बंद हो जाती है…………………….आआआआहह डॉली के मुँह को पकड़कर राज उसे वहाँ से खिचकर ले जाता है………प्लीज़ राज मुझे छोड़ दो मैं भीख मांगती हू तुमसे राज मुझे नहीं मारना आइ आम सॉरी………………आआआआहह चुप रह साली कुतिया तुमने वो हक़ अब खो दिया है किसलिए जियोगि मेरे साथ सोने के लिए तुमने मुझ तक पहुचने के लिए इतना नाटक छी तुम तो सड़क की वो रंडी हो जिसे हर कोई चोद्ता है अओर तुम्हारे भोसड़े से वो गंदी महेक आती है मानो कितने लोडो ने तुम्हे चोदा हो नही नही तुम मेरी मा की तरह तड़पति हो तुमने तो खुद को एक रंडी बना लिया क्यू……राज ने डॉली के मुँह को दबाते हुए कहा……….डॉली ने झट से उसके हाथ पर दाँत गढ़ा दिया…………आहह बहेन की लौडि अया अया बेहेन्चोद रुक साली आज तू कहीं नही भागेगी……..डॉली वहाँ से लन्गडाते हुए भागती है और तुरंत लिफ्ट के पास आ जाती है लिफ्ट खुलते ही वो अंदर घुस जाती है राज लिफ्ट तक पहुचने की कोशिश करता है पर वो डॉली तक नही पहुच पाता उसका हाथ अंदर से लिफ्ट डोर से टकरा जाता है और उसके हाथो से खून निकलने लगता है

धरम जीप को भगाते हुए शहेर की हर गलियो से गुज़रता हुआ आगे ले जाता है…………हो ना हो वो कमीना यहीं कहीं आस पास होगा मुझे डॉली को ढूँढना है एक तो ये गहरा कोहरा और उपर से इतनी तेज़ बारिश शायद अच्छा किस्मेत ने आज मेरे साथ इम्तिहान ले रखा है

हाहहहाहा डॉली मैं जानता हू तुम यहीं कहीं छुपी हो बाहर आ जाओ तुम्हारे दिन अब ख़तम हो चुके है बेबी अगर मैने तुम्हे ढूंड लिया तो ऐसी मौत दूँगा कि रूह काँप उठेगी सबकी तुम्हारी चूत को काटुंगा और फिर उसके अंदर से तुम्हारे थेले को मैं ऐसे बाहर निकालूँगा और उसके बाद तुम्हारे दो वो खूबसूरत लटकते बूब्स ऊन्हे ऐसा काटुंगा कि उपरवाले की भी रूह फ़ना हो जाएगी देखकर और ना ही वो कभी ऐसी ग़लती करेंगे तुम जैसा जिस्म किसी को देकर बाहर आ जा मैं अभी भी कह रहा हू…………..राज पीछे मुड़ा सामने डॉली रोते रोते हुए सिसकिया लेते हुए उसके पास आ रही थी………….हाहहहहाहा मैं जानता था तुम ज़रूर आओगी तुम्हे यक़ीनन मज़ा आ रहा होगा मुझे तड़प्ते देख पता है ज़िंदगी में मैं काफ़ी अकेला रहा और आज तुम्हारी वजह से ज़िंदगी से मैने फिर मुँह की खाई क्यू किया क्यू मैं इतना खुश था ज़िंदगी मस्त थी क्यू डॉली क्यू मैने तुमसे एक सवाल पूछा है मैने कमोन जवाब दो मेरे कान तरस रहे है ऊन्हे सुनने के लिए

डॉली – तुम जानते हो क्या तुम्हारी प्रॉब्लम है तुम पागल हो नही नही मेरी बात सुनो तुम पर्फेक्ट थे लेकिन तुम्हारा ये सनकी दिमाग़ किसी को खुश तो क्या प्यार के बारे में कभी सोचता ही नही तुम बिना कहे अपने एमोशन्स के साथ लोगो को हर्ट करते हो क्या वो तुम्हे नही दिखता सिर्फ़ प्यार जो कि महेज़ एक दीवानापन है पागलपन है एक जुनून है

राज ज़रा सोचो माना तुम्हारे साथ बहुत ग़लत हुआ पर हालत सुधर सकते थे अगर तुम मुझसे मिले होते ना कि उस रात को जैसे तुम मिले

राज चुप था और सर झुकाए खड़ा था उसके हाथो से खून टपक रहा था…………..क्या हुआ राज मारना चाहते हो मुझे मार दो क्यूंकी मैं तुमसे मोहब्बत कभी नही सकती कभी भी नही और ना ही अब मुझे मौत का डर है क्यूंकी इतने करीब से मौत देखने के बाद तो कोई भी फ़ना होना चाहेगा अपनी ज़िद्द छोड़ दो मैं तुम्हारी नही हू राज तुमने मेरे साथ जो किया वो प्यार नही बल्कि…………………चुप चुप चुप कर साली रंडी मेरे प्यार को बदनाम करके बेज़्ज़त करके तुम्हे बहुत मज़ा आ रहा है ना तुम्हे तो मैं…..राज डॉली पर लपकता है तभी डॉली पीछे से एक किलो से भारी वो लकड़ी उसके उपर मारती है…………..आआआआहह आआहह……..डॉली उसकी टाँग पर मारती है और फिर उसकी पीठ में वो किलो से भारी लकड़ी घुसा देती है आआआआहह बहेन चोद्द्द्द आहह आअहह हुहह आआआहह…………….डॉली एक झट से राज की पीठ पर एक पाओ रखे खिचती है जिससे खून की बौछार राज की पीठ से निकल जाती है राज के चेहरे पर से भी खून आता है राज उठने की कोशिश करता है और डॉली गुस्से से एक बार और राज के सर पर दे मारती है राज चीखते हुए वही गिर जाता है और साँसें अब भी चल रही होती है………….देखा तुमने देखा ये सज़ा मेरे जिस्म को चोदने की तुम जैसे कुत्तो के वजह से आज हर लड़की अपने घर से निकलने को डरती है ताकि तुम जैसे हैवान उनके पीछे ना पड़े…………डॉली एक बार और लड़की उसपर मारती है उसके पर ताबड़तोड़ मारती रहती है जब तक उसकी साँस नही चली जाती डॉली धीरे से नीचे होती है और उसके गले की नस को छूती है वो डर भी रही है और उसके सर से पसीना आ रहा है

डॉली एक दम से उठ जाती है और वहाँ से भागने लगती है उसके चेहरे पर राज का खून लगा हुआ होता है अब उसके कपड़े पर लाल लाल छींटे सॉफ नज़र आते है तभी राज की आँख खुलती है और वो डॉली की तरफ चुपके से लपकता है आआआआहह डॉली चिल्लाति है और राज डॉली को लेके दीवार से टकरा जाता है डॉली की पीठ पर चोट आती है उसके हाथ से लकड़ी छूट जाती है राज डॉली के बूब्स पर लात बरसाने लगता है और फिर उसके सर को पकड़े एक बार दीवार पर मारता है ढाम्म्म डॉली का दिमाग़ हिल जाता है और उसे रोने का मौका भी नही दिया वो ज़ोर ज़ोर से सांस लेने लगती है राज उसे उठाता है और उसके खूनी जिस्म पर अब डॉली नज़र आ रही होती है राज उसे पकड़कर ज़ोर से ज़मीन पे पटकता है आहह डॉली के अंदर के कान से खून निकल जाता है और उसके नाक और बाकी चेहरे के हिस्सो पर खरॉच आती है डॉली धुंधली धुंधली आँखो से राज को देखती है
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RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़ - by sexstories - 07-24-2017, 01:02 PM

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