Antarvasna मैं तेरा आशिक़
07-24-2017, 01:04 PM,
#64
RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
राज-कैसी हो मेरी जान?...राज ने डॉली के चेहरे पर हाथ फेरा

डॉली-नही नही प्लीज़ दूर रहो मुझसे दूर रहो मुझसे..

राज-.कैसे दूर रह सकता हू तुम्हारे बिना तो एक एक पल काटना कितना मुश्किल है मेरे लिए...

डॉली=.प्लीज़ चले जाओ आइ विल कॉल दा पोलीस...डॉली इतना कहते ही फोन के पास जाने लगी..

.राज हँसने लगा हाहहहहहा.....डॉली ने फोन डाइयेल किया पर फोन काम ही नही कर रहा था....

राज-ओह हो मुझे तो तुम पर तरस आ रहा है मेरी जान लगता है ..

.डॉली पागलो की तरह इधर उधर भाग रहीं थी दरवाजा बंद था और खिड़किया भी बंद हो चुकी थी उसने काफ़ी खोलने की कोशिश की पर शायद नाकामी उसके हाथ लगी

राज-हाहहाहा प्यार माँगा है तुम्हिसे ना इनकार करो हाहहहा....

डॉली-.तुम कैसे बच सकते हो तुम मर चुके थे...डॉली ज़ोर से चिल्लाती है..

राज-.हां मैं मर चुका था जानना चाहती हो हाहहाहा....राज उसकी तरफ लपकता है डॉली पीछे सोफे पर चढ़ जाती है राज भी सोफे पर चढ़कर उसपे हावी हो जाता है और उसे सीधे फर्श पर पटक देता है ताड़ ताड़ डॉली के होंठ कट जाते है और उसको खून आने लगता है राज ज़ोर से एक थप्पड़ उसके चेहरे पर खैच देता है और उसके ताबड़तोड़ दो थप्पड़ और मारता है डॉली की आँखो से आँसू और होंठो से खून निकलने लगता है राज उसे उठाता है और उस बेहोशी हालत में उसे कमरे में फैंक देता है वो धीरे धीरे अपनी शर्ट के बटन्स को खोलता है और उसका मोटा भारी जिस्म डॉली की धुंधली आँखो में दिखने लगता है...

राज-काफ़ी दिन हो गये डॉली हमे एक हुए कमोन अपना जलवा दिखाओ जिस तरह गांद मटका के तुमने उस करण को दिखाया था दिखाओ...राज डॉली पर हावी हो जाता है और उसके हाथ को बेल्ट से बाँधता है और डॉली की चीखो का उस पर कोई असर नही होता

जानना चाहती हो तो सुनो मैं उस हुक में फस चुका था और मेरी साँसें ख़तम हो चुकी थी पर शायद तुम्हारे लिए मैं मौत को भी पीछे छोड़ आया था मैं हुक से निकलके सीधा रांग में गिरने वाला था तुम जा चुकी थी तुम सपने में थी तुम बेहोशी की हालत में उस फॅक्टरी से निकल गयी थी लेकिन मैं हुक की मदद से जल्द ही फर्श पर आ कुदा और रांग से बच निकला पर दर्द से मैं इतना तड़प रहा था कि मेरी चीखें कोई सुन भी नही सकता तुम्हे अपने से दूर जाते हुए देख मुझे खुद पर काफ़ी गुस्सा आया उसके बाद मैने एक डॉक्टर को पकड़ा और उसे मेरा इलाज़ करने को कहा उसने डर की वजह से मेरा इलाज़ शुरू किया उसके बाद उसे भी मारकर मैं वापिस यहाँ आ गया सिर्फ़ तुम्हारे लिए जानती हो एक एक दिन काटना कितना मुश्किल हो चुका था मेरे लिए अगर कोई और होता तो अब तक मर चुका होता पर मेरी दीवानगी और मोहब्बत उन सब से बढ़कर है मेरी जान

राज ने गोल गोल चुचियो को हाथो में भरा और उसे एक बारी में ज़ोर से मसल डाला आआआआआहह डॉली चीख पड़ी राज ने उसकी नाभि में उंगली डाली और ज़ोर से एक मुक्का मारा डॉली ज़ोर से चिल्लाकर साँस लेने के लिए छटपटा गयी उसके ऐसा होते ही राज उस पर सवार हो गया और उसके होंठो को मुँह में भरके चूसने लगा

राज डॉली के होंठो को बुरी तरीके से मसलता है और डॉली भी दर्द से तड़प जाती है राज अपने होंठ को ना हटाते हुए नीचे से उसके चुचक को ज़ोर ज़ोर से मसल्ने लगता है डॉली के निपल्स खड़े हो जाते है राज झट से उसकी सफेद टॉप को फाड़ देता है और उसकी ब्रा में से उसके चुचक को निकालकर दबाने लगता है डॉली ज़ोर के दर्द से तड़पने लगती है राज उसके निपल्स को हाथ में लेके ऊन्हें अपने मुँह में भर लेता है और उसके दूसरे निपल्स को ज़ोर ज़ोर से गुस्से से दबाने लगता है

आआआआहह नाहहिंन्नननणणन् नहिंन्नननणणन्...डॉली ज़ोर ज़ोर से तड़पने लगती है

हाहहाहा क्यूँ किया तूने मेरे साथ ऐसा डॉली मैं तुझे कितना चाहता था इसी को अपने मुँह में भरा था ना उसने उसके जिस्म से लिपटकर तुम्हारे जिस्म में बू आने लगी है कमिने की उसे आने तो दे उसके बाद उसे ऐसा सबक सिखाउन्गा कि वो तड़प तड़प मौत की भीख मुझसे माँगेंगा....नाहिंन्णणन्...डॉली दर्द से चीख कर बोली

कुछ देर निपल्स को चूसने के बाद दोनो चुचक पूरे लाल हो चुके थे राज ने डॉली को लिटाया और उसके पाजामा को उतारने लगा डॉली ने वक़्त ज़ाया ना करते हुए उसके आंडो पर ज़ोर दार लात मार दी...धड्द्धह..आआआआआआआआआआआअहह

राज वहीं तड़प कर ज़मीन पर गिर गया डॉली बिस्तर पर उठी और अपने दबे हुए हाथ को खोलने की पूरी कोशिश की पर बेल्ट बुरी तरीके से उसके हाथो से बँधा हुआ था और उसके हाथो को ज़ोर से देने से जगह जगह से कटने की वजह से खून निकल रहा था डॉली ने खुद को जैसे तैसे उठाया और एक नज़र राज पर डाली राज तड़प रहा था डॉली ने झट से दरवाजे की चितकनी को खोलने की कोशिश की पर चितकनी काफ़ी टाइट थी उसने दाँत को भीजते हुए ज़ोर से चितकनी खोली डॉली के होंठ कट गये और उसे खून आने लगा डॉली रोने लगी और दरवाजे की कुण्डी को अपने हाथो से खोलने की कोशिश राज वापिस उठने लगा था डॉली ने दरवाजा खोल ही दिया और वहाँ से भाग निकली

डॉली डॉली तुम भाग नही सकती मुझसे दूर नही जा सकती...राज भी डॉली के पीछे भागा डॉली ने एक नज़र अपनी मा को देखा और रोते हुए वहाँ से भाग निकली सामने वॉचमन की लाश थी डॉली गार्डेन की तरफ से भागने लगी राज पागल कुत्ते की तरह उसके पीछे घुर्राहते हुए आ रहा था डॉली ने पीछे के गेट से निकलने की कोशिश की और गेट को लात मारकर वहाँ से भाग निकली राज उसके पीछे ही था

उधर करण जीप को तेज़ी से डॉली के घर की ओर ले जा रहा था उसने जीप रोकी और और घर में घुसा सामने लाश देखते ही वो हैरान हो उठा...श शिट....करण जल्दी भागते हुए घर में आ घुसा जहाँ सामान इधर उधर पड़ा हुआ था...डॉली डॉली कहाँ हो तुम डॉली...करण ने इधर उधर देखा...आहह...वो दर्द से तड़पति आवाज़ करण को सुनाई दी बिजली की रोशनी में करण को डॉली की मा दिखी जो खून से लथपथ थी करण झट से डॉली की मा के पास आया...आंटी आंटी होश में आइए आइए डॉली कहाँ है??.....आहह बब्ब..बे.बेटा वो उसे ले आ गा...या बेटा आह उसकी जान बचा लो वो उसे मार देगा मेरी बच्ची को बचा लो आहह आहह...थोड़ी देर तड़पने के बाद डॉली की मा की आँखें बंद हो गयी

करण तेज़ी से उठा और गुस्से से बाहर निकाला..डॉली डॉली...करण तेज़ तेज़ चिला रहा था वो गार्डेन की तरफ गया और सीधे पीछे वाले गेट जो कि खुला हुआ था वहाँ से देखा,...ओह गॉड ये तो जंगल का रास्ता जाता है शायद डॉली यहीं से भागी है..करण तेज़ी से उसी रास्ते पर भागने लगता है

डॉली जल्दी जल्दी भाग रहीं थी वो जंगल के अंदर घुस चुकी थी चारो तरफ पेड़ पौडो के बीच टकराते हुए डॉली भागे जा रहीं थी.,,,राज गुस्से से उसके पीछे तेज़ी से दौड़ रहा था डॉली रुक जाऊओ कहाँ तक जाओगी तुम मुझसे बच नही सकती तुम आज

तेज़ गड़गड़ाहट के साथ बारिश होने लगी और डॉली का शरीर बारिश की बूँदो से भीगने लगा राज भी भीगते हुए उसके पास आने लगा और उसने लगभग उससे छू ही लिया था कि डॉली दूसरी तरफ भागने लगी डॉली का पैर फिसला और खिचड़ में गिरकर वो सीधे एक पेड़ से टकरा गयी उसके जिस्म पर कुछ जगह कट गये थे जहाँ से ज़ख़्म बन चुके थे डॉली ने खुद को झाड़ में अपने आपको छुपा लिया राज नीचे उतरा उसके भीगे शरीर के साथ उसके चेहरे पर गुस्सा और दरिंदगी दोनो थी..डॉली डॉली डॉली...राज ज़ोर ज़ोर से चीख रहा था डॉली कुछ देर तक वही छुपी रहीं राज भी काफ़ी देर तक इधर उधर खड़ा देख रहा था और वहाँ से वो भाग निकला..डॉली धीरे धीरे उपर उठने लगी तभी झाढ़ से एक हाथ उसके गले को एकदम जाकड़ लेता है...आआआआहह..डॉली चिल्ला पड़ती है वो राज होता है वो पीछे हंसते हुए उसे अपनी बाह में उठा लेता है,,हाहहहहा कितना भागोगी तुम मुझसे मेरी जान आ गयी ना मेरे हाथ में डॉली ने उसके हाथ पर काट डाला राज ने चीखते हुए उसे छोड़ दिया राज ने सीधे एक लात उसके पैर पर मारी और उसे वही गिरा दिया
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RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़ - by sexstories - 07-24-2017, 01:04 PM

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