RE: Antarvasna kahani खाला के घर में
मेरी चूत मे आग दहक रही थी, फिर जब खलू ने मेरे ऐक मम्मे के निपल को अपने दाँतों मे लेकर काटा तो मुझे से मज़ा बर्दाश्त नही हुआ और मेरी चूत ने बिना चुदे ही पानी छोड़ दिया. मेरे झाड़ जाने का खलू को भी एहसास था और वो मुस्कराने लगे और बोले, बस गाज़ल डार्लिंग इतनी ही हिम्मत थी, मुझे शर्मिंदगी तो हुई पर मैं बोली, हा खलू जब से अपना का मस्त लंड देखा है मुझे खुद पर काबू रखना मुश्किल होरहा था, कितने दिन से मैं ने खुद को रोका हुआ था, आज मोका मिला तो आप आज भी तरसा रहे हैं, मेरी बात सुनकर खलू चोन्के और बोले, तुम ने कब देखा था मेरा लंड? मैं कहने लगी, जब आप 5 दिन पहले रात मे खाला जान को चोद्ते हुए मुझे चोदने की बात कर रहे थे तो मैं ने सब सुना भी था और देखा भी था, बस जब से ही मैं आप के लिए तड़प रही थी, और अपनी तड़प मिटाने के लिए मुझे कामी का सहारा लेना पड़ा था, खलू फिर चोन्के और बोले, किया कामी तुम्हे चोद चुक्का है? मैं मुस्कराई और बोली, हा खलू जान जब आप के लंड ने मुझे पागल कर दिया था इस लिए मुझे अपनी हालत को संभालने के लिए कामी से चुदवाना पड़ा था, पर कामी भी कम नही है उसने खूब मेरी चीखै निकाली थी. मेरे मुँह से अपने बेटे की तारीफ सुनकर खलू फखर से बोले, आख़िर बेटा किस का है. मैं नाराज़ लहजे मे बोली, हा मगर आप के बेटे ने तो मुझे फॉरन ही चोद कर मुझे ठंडा कर दिया था पर आप ज़ालिम बने हुए मुझे तडपा रहे हैं, मेरी बात सुनकर खलू हँसे और बोले, अभी लो मेरी जान, ये तो तुम्हे सेक्स मे और पागल करने के लिए कर रहा था, फिर खलू मेरी चूत पर झुक गये और मेरी चूत को चाटने लगे, खलू ने कुछ ऐसे वहशी पन से मेरी चूत चाती के मेरी चूत ने फिर पानी छोड़ दिया, खलू ने मेरी चूत का सारा पानी चाट लिया फिर वो लेट गये और उनका 11 इंच लंबा और 3.5 इंच मोटा लंड किसी पोल की तरहा तन कर खड़ा होगया और किसी नाग की तरहा झूमने लगा. मैं जल्दी से उठ कर बैठ गई, मैं ने खलू का शानदार लंड पकड़ा तो वो मेरे हाथ मे आकर वो कुछ और अकड़ गया और मेरे हाथ मे तड़पने लगे, मुझे खलू के लंड पर बोहत प्यार आने लगा था, मैं ने झुक कर खलू के लंड की टोपी का बड़े प्यार से बोसा ले लिया, फिर मैं अपनी ज़बान उनकी टोपी पर फेरने लगी, उसके बाद मे ने अपनी ज़बान से उनका लंड चारों तरफ से चाटना शुरू कर्दिया, मैं उनके टट्टों से चाट्ती हुई उनके लंड की टोपी तक जाती फिर दोसरि तरफ से चाट्ती हुई लंड के जड़ तक पहुच जाती, मेरे इस तरहा चाटने से खलू पागल होगये, उन्हो ने मेरे सरको पकड़ा और अपना पूरा लंड मेरे मुँह मे घुस्सा दिया, खलू का लंड मेरे हलक़ से भी नीचे तक गया, मुझे ऐक दम से फंदा लगा पर खलू ज़ोर ज़ोर से अपना लंड मेरे मुँह मे अंदर बाहर करने लगे, उनका लंड मेरे हलक़ को छीलता हुआ मेरे मुँह मे अंदर बाहर होरहा था. खलू के अंदर ऐक वहशी जानवर छुपा हुआ था और वो इस वक़्त अपनी वहशत का ही मुज़ाहिरा कर रहे थे, इस तरहा से मुझे बोहत मज़ा आता है और मैं पूरा मज़ा ले रही थी, खलू 15 मिनिट तक मेरे सिर को पकड़े हुए अपने लंड से मेरे मुँह को चोद्ते रहे, फिर उन्हो ने अपना लंड मेरे मुँह से निकाल लिया
फिर ख़ालू बोले, गाज़ल तुम्हे सब से ज़ियादा किस स्टाइल मे चुदवाने मे मज़ा आता है, मैं कहने लगी, खलू जान आप मुझे डोगी स्टाइल मे चोदो, मुझे डोगी स्टाइल बोहत पसंद है क्यूँ के इस स्टाइल मे लंड बोहत फँस फँस कर चूत और गंद मे जाता है, खलू ने मेरे चूतर पर हाथ मारा और बोले, चलो फिर आजाओ डोगी पोज़िशन मे, मैं झट से बेड से उतरी और नीचे कार्पेट पर डोगी स्टाइल मे खड़ी होगई, खलू मेरे पीछे आगाये, उन्हो ने घोटनो के बल बैठ कर अपना लंड मेरी चूत के सोराख मे फिट किया और ऐक बोहत ज़ोरदार झटका मारा, खलू का ये झटका बोहत ज़ोरदार था, मुझे इतने ज़ोरदार झटके की उमीद नही थी, मैं ऐक दम से तकलीफ़ के मारे चीखती हुई गिर पड़ी, मेरी चीख सुनकर खलू को और जोश आया, उन्हो ने अपने दोनो हाथों से मेरे दोनो बूब्स को पकड़ कर मुझे दोबारा डोगी स्टाइल मे खड़ा किया और फिर झटका मारा, मैं फिर ये झटका बर्दाश्त नही कर पाई और दोबारा से चीखती हुई गिर पड़ी, खलू ने फिर मेरे बूब्स को पकड़ कर मुझे दोबारा खड़ा किया, फिर वो मेरे उपर चढ़ आए और उन्हो ने मेरे बूब्स को पकड़े रखा, और फिर उन्हो ने दोबारा से झटका मारा, मैं फिर ज़ोर से चीखी पर खलू ने मेरे बूब्स को कस कर पकड़ रखा था, मैं अब झटके के ज़ोर से गिर तो नही पाई मगर मेरे बदन को ज़ोर का झटका लगा और मैं आगे झुकी तो खलू ने मेरे बूब्स तो कस कर पकड़ ही रखे थे,
|