RE: Antarvasna kahani खाला के घर में
फिर वो तीनो सीधे सीधे लेट गये तो उन तीनो के लंड छत की तरफ मुँह कर के खड़े हो गये. सब से पहले मैं ने सर राज शर्मा का लंड चूसा जब वो लोहे की तरह सख़्त हो गया तो मैं सिर अभिषेक प्रियदर्शी का लंड चूसने लगी मैं झुक कर सिर अभिषेक प्रियदर्शी का लंड चूस रही थी और मेरे चूतड़ उपर को उठे हुए थे सर राज शर्मा मेरे पीछे आए और उन्हो ने मेरी चूत मे अपना लंड फिट किया और एक ज़ोरदार झटका मारा तो उनका पूरा लंड मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया मेरे मुँह से हफ़क़ से एक लंबी सिसकी निकली और मैं और जोश से सर अभिषेक प्रियदर्शी का लंड चूसने लगी जबकि सर राज शर्मा ज़ोर ज़ोर से झटके मारते हुए मुझे चोदने लगे. सर अभिषेक प्रियदर्शी का लंड चूसने के बाद मैं सर अशोक का लंड चूसने लगी. 20 मिनट तक सर राज शर्मा ने मुझे चोदा और फिर वो हट गये और उनकी जगह सर अभिषेक प्रियदर्शी ने ले ली. 20 मिनट तक सर अभिषेक प्रियदर्शी ने मुझे चोदा और फिर उनके जगह सर अशोक ने ले ली और वो अपनी पूरी ताक़त की साथ झटके मारने लगे और मेरे मुँह से मज़े की आलम मे लज़्ज़त भरी सिसकियाँ निकलने लगी. उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआआआअहह ऊऊऊओिईईईईईईईईईई माआआआआआअ उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ और ज़ोर से मुझे चोदो सर अशोक आआआआआहह मुझे बहुत मज़ा आ रहा है ऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई फाड़ डालो मेरी चूत को और फिर मैं झाड़ गई मगर सर अशोक झटके मारते रहे 20 मिनट बाद वो भी हट गये अभी तक उन मे से कोई भी फारिग नही हुआ था जबकि मैं 4 बार झाड़ चुकी थी. फिर मैं अपने चारों हाथ पैरों पर खड़ी हो गई फिर सर राज शर्मा मेरे पीछे आए और उन्हो ने घुटनो की बल बैठ कर अपना लंड मेरी गंद मैं फिट किया और ज़ोर ज़ोर से झटके मारते हुए मेरी गंद मारने लगे. उफफफफफफफफफफफफ्फ़ ऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई माआआआआआआ मैं मर गई उफफफफफफफफफफफफ्फ़ सिर राज शर्मा आपका लंड बहुत फँस फँस कर मेरी गंद मे जा रहा है आआआआआआअहह मेरी माआआआआ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ऊऊऊीीईईईईईईईई और ज़ोर से झटके मारिए सर और ज़ोर से अपनी पूरी ताक़त इस्तेमाल करो उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ऊऊऊऊओिईईईईईई आआआआहह आज फाड़ डालो मेरी गंद को.
सर राज शर्मा आधे घंटे तक मेरी गंद मारते रहे मगर वो फारिग नही हुए जब उनकी जगह सर अभिषेक प्रियदर्शी मेरी गंद मारने लगे तो मैं सिसकती हुई बोली उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआहह लगता है आज तो आप तीनो मिल कर मेरा कबाड़ा कर दो गे. सर अभिषेक प्रियदर्शी हँसे और बोले क्यूँ ग़ज़ल डार्लिंग किया तुम्हे मज़ा नही आरहा. मैं सिसकी उफफफफफफफफफफफफ्फ़ सर मुझे तो इतना मज़ा आरहा है कि मैं बता नही सकती मेरा दिल तो चाह रहा है कि आप तीनो मुझे इसी तरह सारी ज़िंदगी चोदते रहें और सर अभिषेक प्रियदर्शी ज़ोर ओ शोर मेरी गंद मारने लगे. 30 मिनट तक सर अभिषेक प्रियदर्शी ने मेरी गंद मारी फिर उनके जगह सर अशोक ने ले ली. फिर वो कई तरीक़ो से मेरी चूत और गंद मारते रहे और मेरी लज़्ज़त भरी सिसकियाँ पूरे घर मे गूजती रही उन सब ने मेरी 4 घंटे तक लगातार चुदाई की फिर वो सब एक एक करके फारिग हो गये. कुछ देर तक हम ने आराम किया फिर नंगे ही खाना खाया. खाने के बाद मेरी चुदाई का दूसरा दोर शुरू हुआ अब उन तीनो ने मुझे एक साथ चोदने का फ़ैसला किया सर राज शर्मा नीचे लेट गये और मैं पेट के बल उनके उपर लेट गई और सर राज शर्मा ने अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया फिर सर अशोक ने मेरे कुल्हो को खोला और अपना लंड मेरी गंद मैं डाल कर मेरे उपर लेट गये अब मैं सर राज शर्मा और सर अशोक के बीच मे सेंडविच बन गई थी फिर दोनो ने झटके मारने शुरू कर कर दिए जब कि सर अभिषेक प्रियदर्शी ने अपना लंड आगे से आकर मेरे मुँह मे डाल दिया और मैं ने उनका लंड चूसना शुरू कर दिया अब मुझे तीनो तरफ से मज़ा मिल रहा था और मैं अपने आप को लज़्ज़त के आसमानो पर उड़ता हुआ महसूस करने लगी.
वो तीनो बार बार अपनी जगह बदलते रहे फिर उन तीनो ने शाम 6 बजे तक दिल खोल कर मेरी चुदाई की फिर सर अशोक और सर अभिषेक प्रियदर्शी चले गये जब कि सर राज शर्मा रुक गये और जब अब्बू आए तो हम पढ़ने के लिए बैठ गये ताकि अब्बू को शक ना हो. अब्बू आए तो सर राज शर्मा मुझे पढ़ा रहे थे अब्बू हमे देख कर मुस्कुराए और सर राज शर्मा से बोले, आप जो इतने खोलूस से ग़ज़ल को पढ़ा रहेहैं इस से मुझे बहुत खुशी हुई है. अब्बू की बात सुनकर मैं मुस्करा दी कि सर मुझे कितने खोलूस से पढ़ते हैं. फिर अब्बू सर राज शर्मा से बोले मैं आपको एक ज़हमत देना चाहता हूँ कि मुझे अभी एक बिज्निस डिन्नर मे जाना है अगर आप मेरे आने तक यही रुक जाए तो आप की बड़ी मेहरबानी होगी. सिर राज शर्मा मुस्कुराते हुए बोले अरे इस मे मेहरबानी की क्या बात है ये तो और अच्छा है इस तरह मुझे ग़ज़ल को और पढ़ने का मोका मिल जाए गा. अब्बू ने सर राज शर्मा का शुक्रिया अदा किया फिर अब्बू तैयार होकर चले गये.
क्रमशः..............
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