RE: Antarvasna kahani गाओं की मस्ती
जगन तब अपना एक उंगली जया की गंद मे पेल दिया और गंद के अंदर घुमाने लगा. जया को इस'से बहुत मस्ती चढ़ गयी और अपनी कमर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी और अपनी दीदी से बोली,
"दीदी देखो तो तुम्हारी छोटी बहन अपने पती का लंड ठीक तरीके से अपने अंदर ले रही या नही. दीदी ठीक ठीक बोलना में ठीक तरह से अपनी चूत चुदवा रही हूँ की नही? अगर कोई कमी है तो बोलो दीदी, मैं अभी ठीक कर लेती हूँ." जया को कुतिया की तरह चुद्ते देख कर देवकी अपनी छोटी बहन से बोली,
"सबाश मेरी बहन सबाश, तूने मेरा नाम रख लिया और दूसरी चुदाई के समय ही तूने अपने पती का लंड पिछे से अपनी चूत मे पिलवा लिया. आगे चल कर तू बहुत चुद्दकर बनेगी और हम लोगों की मा का नाम रोशन करेगी. चुड़वा छोटी चुदवा, खूब चुद्व अपने पती के लंड का सारा का सारा रस नीचोर ले अपनी चूत से." देव अपनी साली की चुदाई देख कर फिर से गरम हो गया और अपना खरा हुआ लंड देवकी को दिखलाया.
क्रमशः.....................
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