RE: Antarvasna Sex kahani जीवन एक संघर्ष है
सूरज सोचता है की तनु दीदी ने पहली बार में कैसे पी ली ? उसे शक़ होता है की तनु दीदी पहले भी पी चुकी हैं ।
सूरज-" तनु दीदी क्या आपने पहले भी पी है" तनु चोंक जाती है और सोचती है की सूरज को कैसे पता चला ।
शैली-" सूरज हां ये सच है की तनु पहले भी एक दो बार मेरे साथ पी चुकी है,लेकिन तुम यह बात किसी से नहीं कहोगे, आज हम तीनो एक दोस्त की तरह हैं । इसलिए तुम्हे सच बता दिया, नाराज मत होना"
सूरज-" दीदी में नाराज़ नहीं हूँ, सबकी अपनी जिंदगी है जिसको जो मर्जी है करे,
जिंदगी एक बार मिलती है इसलिए हर वो काम करके देखना चाहिए जिसमे अलग ही मजा है" सूरज को हलकी सी चढ़ चुकी थी
तनु को भी नशा चढ़ने लगा था लेकिन शैली नार्मल थी क्योंकि उसे आदत थी बियर की
शैली-" सही कहा सूरज, ज़िन्दगी खुल कर जीना चाहिए, एक दिन तो सबको ही मरना है इसलिए हर काम को करके देखना चाहिए, सही कहा न तनु मैंने"
तनु-" हाँ सही बात है शैली, ज़िन्दगी संघर्षो से भरा है ऐसे में हमें हर दिन,हर पल को जीना चाहिए पता नहीं कब मौत आ जाए"
शैली-" शराब बहुत बढ़िया चीज बनाई है जिसे पी कर अच्छी बातें ही निकलती है मुँह से और मन की बात भी" शैली एक बार फिर से बियर का ग्लास भर देती है । इस बार तीनो लोग एक दूसरे से चेस करते हुए एक ही सांस में गटक जाते हैं ।
तनु और सूरज की झिझक ख़त्म हो चुकी थी ।
बियर के हलके नशे में तीनो लोग मस्ती में खाना खाते हैं ।
खाना खाने के पश्चात तनु और शैली नशे में झूमती हुई सभी बर्तन किचेन में रखते हैं ।
शैली टीवी में गाना लगा देती है ।
सभी लोग झूमते हैं ।
शैली सूरज और तनु दोनों को एकसाथ डांस करवाती है ।
तनु और सूरज शरमाते हुए दोनों एकसाथ डान्स करते हैं ।
शैली भी सूरज के साथ डांस करते हैं ।इस तरह रात के 12 बज जाते हैं । तनु को नींद आने लगती है ।
तनु-" अब मुझे नींद आ रही है, कहाँ सोना है शैली"
शैली-" हम तीनो लोग गेस्ट रूम में ही सो जाते हैं"
सूरज-" में इसी सोफे पर ही लेट जाता हूँ"
शैली नहीं मानती है और तीनो लोग गेस्ट रूम में सोने चले जाते हैं ।
सूरज और तनु के बीच में शैली लेट जाती है।
सूरज तनु की बजह से थोडा डर रहा था की कहीं शैली फिर से कोई हरकत न कर दे ।
इधर शैली के मन में सूरज के लंड को लेकर कामुकता की सिरहन उसके जिस्म और दिलो दिमाग में फैली हुई थी ।तनु के सोने का इंतज़ार कर रही थी ।
इधर तनु शैली की हरकत देखने के लिए सोने का नाटक करती है ।
शैली को जब ये आभास हो जाता है की तनु सो गई है वह धीरे से उठकर तनु को चेक करती है । शैली तुरंत सूरज की ओर खिसक कर अपना एक हाथ सूरज के पेट पर रख देती है । सूरज भी आँखे बंद किए हुए था । सूरज घबरा सा जाता है ।उसका लंड लोअर में झटके मारने लगता है ।
शैली धीरे धीरे अपना हाँथ पेट पर सहलाती हुई एक ऊँगली से लंड को कुरेदने लगती है और दूसरे हाँथ से स्कर्ट को ऊपर कर अपनी चूत की फांको को सहलाने लगती है।
हवस के इस नशे में इतना चूर हो गई की ये भी भूल गई की दोनों बहन भाई एक ही बिस्तर पर लेटे हैं । अगर देख लिया तो कितनी शर्मिंदगी होगी ।
सूरज का लंड बुरी तरह से अकड़ चूका था वह शैली को मना करना चाहता था लेकिन तनु न जग जाए इसलिए शांत लेटा रहा ।तभी शैली सूरज का हाँथ लेकर अपनी चूत पर रख देती है और अपने हांथो की मदद से चूत को रगड़बाने लगती है । सूरज का तो बुरा हाल हो गया। शैली तुरंत सूरज के लोअर में हाँथ डालकर लंड को सहलाने लगती है । सूरज को जोश चढ़ने लगता है पहली बार किसी लड़की ने उसका लंड पकड़ा था और उसने पहली बार किसी की चूत को छुआ था । सूरज अपनी एक ऊँगली से शैली की चूत को रगड़ने लगता है । शैली की चूत से कामरस हल्का हल्का बह रहा था । तभी शैली उठती है और सूरज के लंड को मुह में लेकर चूसने लगती है ।सूरज इस सुख को पाकर बहुत खुस हो जाता है ।
कमरे में हलकी रौशनी थी
जैसे ही तनु देखती है की शैली सूरज के लंड को मुँह में लेकर चूस रही है तनु को बहुत गुस्सा आता है लेकिन बोलती कुछ नहीं है चुपचाप लेटे हुए देखती रहती है ।
इधर सूरज बार बार तनु की तरफ देखता है की कहीं जग न जाए ।
सूरज-" शैली रुक जाओ तनु दीदी जग सकती हैं" हलकी आवाज़ में बोलता है ।
शैली-" बहार सोफे पर चलो सूरज"
शैली सूरज को बहार सोफे पर लेकर जाती है, और अपने कपडे उतार देती है, सूरज शैली के बूब्स और चूत को देख कर पागल सा हो गया था ।
सूरज अपना लोअर उतार कर शैली को सोफे पर लेटा देता है और 69 की पोजीसन में आकर शैली की चूत में जीव्ह डाल कर चाटने लगता है ।सूरज ने जैसे ही चूत में जिव डाली शैली तड़प उठती है सूरज का लंड मुह में लेकर चूसने लगती है ।
इधर कमरे में तनु जैसे ही देखती है की शैली सूरज को पकड़ कर बहार ले जा रही है । वो भी तुरंत कमरे के दरवाजे से देखने लगती है । दरवाजा थोडा खुला हुआ था,कमरे में अँधेरा भी था जिसके कारण शैली और सूरज तनु को देख नहीं सकते थे ।
तनु जैसे ही सोफे पर देखती है उसकी आँखे फटी रह जाती है । शैली और सूरज 69 पोजीसन में थे शैली सूरज का लंड चूस रही थी। सूरज का लंड 8 इंची लंबा और 3 इंची से ज्यादा मोटा था जो शैली में मुह में पूरा नहीं जा रहा था ।तनु सूरज के लाल सुपाड़े को देखती है और सोचती है की कितना बड़ा और मोटा लंड है सूरज का ।
इधर सूरज शैली की चूत को चाट चाट कर साफ़ कर चूका था जिसे तनु देख कर बड़ी हैरान थी उसने कभी सोचा नहीं था की सूरज ऐसा कर सकता है ।
तभी शैली उठ कर सूरज को नीचे लेटा देती है और दोनों पैर फेला कर सूरज के तने हुए लंड को अपनी चूत के छेद पर सेट करती है और धीरे धीरे ऊपर निचे करने लगती है ।
सूरज का लंड बहुत मोटा और चौड़ा था शैली की चूत में घुस नहीं पा रहा था ।
शैली पूरा जोर लगाती है, नीचे से सूरज एक तगड़ा झटका मारता है लंड एक बार में ही चूत को फाड़ता हूँ अंदर घुस जाता है ।
शैली के मुँह से चीख निकल जाती है ।
शैली-"ओह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह् सूरज दर्द हो रहा है आराम से डालो आअह्ह्ह्ह्ह मर गई" शैली दर्द से छटपटाने लगती है सूरज पुनः लंड निकाल कर दुबारा आराम से डालता है और नीचे से ही धक्के मारने लगता है
शैली-"ओह्ह्ह्ह्हो सूरज मेरे भाई आराम से तेरा लंड बहुत मोटा है""
तनु हैरान थी की इतना बड़ा और मोटा लंड शैली की चूत में कैसे घुस गया, शैली ने जब सूरज को भाई बोला तो तनु हैरान थी और मन ही मन शैली को गाली दे रही थी की भाई बोल कर किस तरह चुदवा रही है, रत्ती भर शर्म नहीं है इसको।
शैली और सूरज की इस तावड तोड़ चुदाई देख कर तनु की चूत से भी पानी बहने लगता है वो भी अपना एक हाँथ अपनी सलवार में डालकर अपनी चूत पर फिराती है और हैरान रह जाती है की चुदाई देखकर उसकी चूत पानी छोड़ रही है ।
तनु को चूत सहलाने में आनंद आने लगता है और अपनी चूत में ऊँगली डालकर रगड़ने लगती है ।
इधर शैली का दर्द कम होता है और चुदाई में मजा आने लगता है । सूरज के लंड़ पर तेज तेज उछालने लगती है ।
शैली-" ओह्ह्हो सूरज तेरा लंड बहुत मोटा और प्यारा है"'
सूरज-" ओह्हो दीदी आपकी चूत भी बहुत मस्त है ऐसा लगता है जन्नत में हूँ"
सूरज के मुह दे दीदी शब्द सुनकर तनु के फिर से होश उड़ जाते हैं ऐसा लग रहा था जैसे में सूरज के लंड पर बैठ कर चुदवा रही हूँ" तनु सोचती है और अपनी चूत में तेजी से ऊँगली चलने लगती है ।
शैली-"मेरे भाई ऐसे ही चोदो, बहुत दिनों से प्यासी हूँ मेरी चूत की आग भुजा दो सूरज" सूरज शैली को हटाकर डॉगी स्टायल में बैठकर उसकी चूत में लंड घुसा देता है और तेज तेज धक्के मारता है ।
शैली की चूत में लंड पूरा लंड घुस हुआ था आज से पहले जितनो ने भी शैली को चोदा कोई उसकी हवस को मिटा नहीं पाया । सूरज का विकराल लंड शैली की चूत को अच्छे से रगड़ रहा था जिसके कारण शैली दो बार झड़ चुकी थी लेकिन सूरज अभी नहीं झडा था ।
शैली-" आह्ह्ह्ह सूरज चोदो, बड़ा मजा आ रहा है" सूरज तेजी से धक्के मारता है ।
शैली की जिश्म अकड़ने लगता है और तेज तेज झड़ने लगती है ।
सूरज-" आअह्ह्ह्ह्ह दीदी मेरा भी निकलने वाला है पानी
शैली-"मेरी चूत में ही भर दो अपना पानी सूरज"
इधर तनु की हालात खराब थी वो भी एक बार झड़ चुकी थी ।
सूरज अब तेज तेज चौदने लगता है और तेज धक्को के साथ उसका लावा चूत में छूट जाता है ।
इधर तनु भी सूरज को देख कर झड़ जाती है।
शैली की चूत सूरज के वीर्य से भर जाती है ।
सूरज तनु की चूत से लंड निकालता है और लोअर पहनने लगता है तभी उसकी नज़र तनु पर पड़ती है और तनु की सूरज पर ।
दोनों लोग एक दूसरे को देखकर डर जाते हैं ।
तनु जल्दी से कमरे में जाकर लेट जाती है ।
शैली अपनी चूत में सूरज के बीर्य को देखती है पूरी चूत वीर्य से भर चुकी थी । शैली कपडे से चूत साफ़ करती है और अपने कपडे पहनकर रूम में सोने चली जाती है ।
सूरज भयभीत था की अब क्या होगा ।
तनु दीदी क्या सोचेगी मेरे बारे में ।
कैसे नज़रे मिला पाउँगा तनु दीदी से ।
यही हाल तनु का था ।
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