RE: antarwasna आधा तीतर आधा बटेर
बात बढ़ गयी थी….डॉक्टर मलइक़ा की वापसी 8 बजे तक नही हुई थी….उस दौरान में इमरान ने मर्सिडीस गाड़ी के रेजिस्ट्रेशन नंबर के हवाले से ख़ास मालूमत हासिल कर ली थी….
और
अपने मातहतों को उसके मतलूख हिदायत देने के लिए एक्स-2 वाले फोन का रिसेवर उठाया ही था कि सिट्टिंग-रूम वाले फोन की घंटी बजी….वो रिसेवर रख कर सिट्टिंग-रूम में आया….कॉल रिसीव की….दूसरी तरफ से रहमान साहब की आवाज़ आई ….!
क्या तुम आज मलइक़ा की क्लिनिक गये थे….?
जी हाँ….और 2:30 बजे तक उनकी वापसी का इंतेज़ार करता रहा था….
कॉमपाउंडर ने अपनी रिपोर्ट में तुम्हारा ज़िक्र एक मुश्तबह (संदिग्ध) आदमी की हैसियत से किया है….
कॉमपाउंडर की मर्ज़ी….
अपनी और तुम्हारी गुफ्तगू का पूरा हवाला भी दिया है….
दिया होगा जनाब….अब ये तो हो नही सकता कि मैं अपना तारूफ़ डॉक्टर शाहिद के होने वाले साले की हैसियत से करा देता….
बकवास मत करो….
जी बहुत बेहतर….
फ़ौरन घर पहुँचो….
बहुत बेहतर….
रिसेवर रख कर वो फिर दूसरे कमरे में पहुँचा….
और
एक्स-2 वाले फोन पर सफदार के नंबर डायल किए….
हेलो….दूसरी तरफ से सफदार की आवाज़ आई….
एक्स-2….
यस सर….
जूलीया की रिपोर्ट के मुताबिक वो गाड़ी किसी गैर मुल्की डेविड हॅमिल्टन के नाम पर रिजिस्टर हुई थी….जो 11-वी शहेरा की इमारत शाम बिल्डिंग के 7वे फ्लॅट में रहता है….उसके बारे में और मालूमत हासिल करो….
बहुत बेहतर जनाब….
दूसरी बात….आज 12 बज कर 45 मिनिट पर उस गाड़ी को एक सफेद फाम लड़की ड्राइव कर रही थी….जिस के बाल अखरोट की रंगत के है उम्र 20,25 साल के दरमियाँ….उपरी होंठ पर बायें जानिब उभरा हुआ सुर्ख तिल है….12:45 मिनिट पर वो एक लेडी डॉक्टर मलइक़ा को अपने साथ ले गयी थी किसी मरीज़ को देखने के लिए….डॉक्टर मलइक़ा की वापसी अभी तक नही हुई….मेरा मतलब है 8 बजे तक….अगवा का केस भी हो सकता है….तुम्हे देखना है कि वो लड़की भी उसी फ्लॅट में रहती है या नही….
बहुत बेहतर जनाब….
दट’ऑल….ये कह कर इमरान ने रिसेवर रख दिया
कमरे से निकल ही रहा था कि सुलेमान से मुठभेड़ हो गयी….
कभी फ़ुर्सत भी मिलेगी आप को….? उसने कहा
फ़ुर्सत ही फ़ुर्सत है….क्या तकलीफ़ है तुम्हे….
मेरी मूँछों के दो बाल सफेद हो गये है….
अल्हाम्दुलिल्लाह….बाकी कब तक सफेद हो जाएँगे….?
आप संजीदगी से मेरी बात सुन ली जिए….
इसी वक़्त….?
इसलिए पहले ही पूछ लिया था कि फ़ुर्सत है या नही….
मूँछ के दो अदद बालों के लिए कतई फ़ुर्सत नही….
वो कालिया कह रहा था कि तीसरा बाल भी सफेद हो जाए तो फिर शादी नही होती….
जोसेफ कह रहा था तो फिर ठीक ही होगा….ना मुझे सफेद बालों का तजूर्बा है और ना शादी का….!
आप मुझे 15 दिन छुट्टी देंगे….
जब तीसरा बाल सफेद हो जाएगा….अब चल हट सामने से घर से बुलावा आया है….
घर से बुलावा….? सुलेमान ने हैरत से कहा
अबे हाँ….वो अम्मा की लौंडिया (नौकरानी) गुलरूख है ना उसकी शादी का चक्कर चल रहा है….
किस से….?
क़ादिर से….
लेकिन
क़ादिर उसे पसंद नही है….!
अरे….मेरी शक्ल उसे याद है या नही….?
कोई ताज़ा तस्वीर ला दे….सूरत भी याद आ जाएगी….
तो गोया अभी गुंजाइश है….?
बिल्कुल….बिल्कुल गुलरूख की पसंद का मामला है….
सुलेमान करीब-करीब दौड़ता हुआ वहाँ से रुखसत हुआ था….
और वापसी में भी देर नही लगाई थी….पोस्ट कार्ड साइज़ की तस्वीर इमरान की तरफ बढ़ाता हुआ बोला….ताज़ा तरीन तस्वीर है….!
इमरान ही का कोई सूट पहने….टू-सीटर से टेक लगाए खड़ा था….
अच्छा….तो ये आय्याशियाँ हुई है मेरी घैर मौजूदगी में….इमरान ने तस्वीर को गौर से देखते हुए कहा
आप ही के नाम पर मारता हूँ….लोग देखते है एक-दूसरे से पूछते है कौन साहब है….अरे जानते नही….इमरान साहब के खानसामा (कुक) चौधरी सुलेमान साहब है….!
चौधरी भी है….
टू-सीटर ड्राइव करने वाला लोहार तो कह लाएगा नही….
ठीक कहता है….एक कोठी भी तेरे नाम करा दूँगा….
कौन सी कोठी….?
शहर की जिस कोठी की तरफ भी इशारा कर देगा….
आख़िर खानसमा चौधरी सुलेमान साहब ही का तो इमरान साहब हूँ….!
देखिए बात पक्की ही कर के आईएगा….
और तेरा ये हक़ भी महफूज़ रखूँगा कि मुझे कच्ची रोटियाँ खिलाता रहे….
रात का खाना भी वहीं खा ली जिएगा….सुलेमान ने खुश हो कर कहा
ज़ाहिर है कि मुर्ग तो सिर्फ़ अपने लिए ही लाया होगा….
बड़ा वाला मिला ही नही….
अच्छा….अच्छा..अब हट जा सामने से
तस्वीर तो लेते जाइए….सुलेमान सामने से हट-ता हुआ बोला
ज़ुबानी बता दूँगा कि अपना सूट पहने अपनी टू-सीटर से टेक लगाए खड़ा है चौधरी….तस्वीर में वो दोनो सफेद बाल नज़र आ रहे है….
सुलेमान खड़ा बीसूरता रह गया….
और इमरान फ्लॅट से बाहर निकल आया….!
घर पहुँचा तो रहमान साहब लॉन ही पर टहलते मिल गये….
पहले किंग्सटन स्ट्रीट के थाने जाओ….
फिर यहाँ आना….उन्होने कहा….!
था….था….थाने….इमरान हकलाया
एक मर्सिडीस मिली है….जिसे एक गैर मुल्की लड़की ड्राइव कर रही थी….उसे रोक लिया गया है….तुम शिनाख्त कर सकोगे….!
जी हा….क्या कॉमपाउंडर और नर्स भी….?
मैं नही जानता….तुमसे कह रहा हूँ कि तुम जाओ….
बहुत बेहतर….इमरान ने कहा
और वापसी के लिए मुड़ा….किंग्सटन स्ट्रीट का थाना वहाँ से करीब 3 मील के फ़ासले पर था….टू-सीटर रफ़्तार से रास्ता तय करती गयी….
और फिर….वो थाने के सामने ही रुकी….
करीब एक मर्सिडीस खड़ी नज़र आई….
लेकिन वो गाड़ी नही थी….जिस पर मलइक़ा ले जाई गयी थी….उसका रेजिस्ट्रेशन नंबर और सीरियल भी वो नही था….!
वो थाने में दाखिल हुआ लड़की इंचार्ज के कमरे में मौजूद थी….
और सौ फीसदी वही लड़की थी….जो मलइक़ा को ले गयी थी….!
डॉक्टर मलइक़ा का कॉमपाउंडर भी मौजूद था….इमरान को देखते ही बोल पड़ा….यही साहब थे जो बकरे बेचने आए थे….!
इमरान ने अपना कार्ड इनस्पेक्टर की तरफ बढ़ा दिया….उसने हैरत से उसकी तरफ देखा और खड़ा हो गया….मुझे अफ़सोस है जनाब….उसने हाथ आगे बढ़ते हुए कहा….मुझे इल्म नही था कि आप का मामला है….
ठीक है….ठीक है….मैं ही था अपने दोस्त की बीवी के लिए वक़्त लेने गया था….इमरान ने कहा और सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया….
लड़की माहॉल से ला-तालूक (उदासीन) नज़र आ रही थी….
क्या आपने इसे बता दिया है कि इसे क्यूँ रोका गया है….? इमरान ने इनस्पेक्टर से पूछा
नही जनाब….वो कहीं फोन करना चाहती थी….
लेकिन मैने इजाज़त नही दी….
दरअसल
सी.आइ.बी के कॅप्टन फायज़ की कॉल आई थी….उन्होने कहा था कि वो लड़की की शिनाख्त के लिए किसी को भेज रहे है….
ठीक है….यही लड़की थी….इमरान बोला
कॉमपाउंडर ने भी शनाख्त कर लिया है….
लड़की ने फ़ौरन कबूल कर लिया कि वो डॉक्टर मलइक़ा को ले गयी थी….क्लिनिक से सिर्फ़ 2 फर्लांग के फ़ासले पर रहती हूँ….उसने कहा….करीबी क्लिनिक वही था मैं सीधा वहीं गयी थी….
और
डॉक्टर मलइक़ा को अपनी ही गाड़ी पर क्लिनिक भी वापिस पहुँचा दिया था….? इनस्पेक्टर ने पूछा
नही….मैने कहा था कि पहुँचा दूँगी….
लेकिन उसने कहा कि फासला ज़्यादा नही है….
और उसे रास्ते में किसी जगाह रुक कर कुछ खरीदना भी है….पैदल ही वापिस हुई थी….!
इनस्पेक्टर ने इमरान की तरफ देखा….
और इमरान सर हिला कर बोला….हो सकता है ऐसा ही हुआ हो….इसे बता दी जिए कि डॉक्टर मलइक़ा अभी तक घर नही पहुँची….
इनस्पेक्टर ने लड़की को बता दिया….
खुदा की पनाह….तो इसलिए मुझे रोका गया है….अब तो मुझे घर फोन करने दी जिए….लड़की ने कहा
इनस्पेक्टर ने इमरान की तरफ देखा….अब लड़की भी उसकी तरफ मुतवज्जह (अट्रॅक्ट) हो गयी….
इमरान के चेहरे पर हिमाकतों के डोंगरे बरस रहे थे….
उसने इमरान से कहा….शायद तुम ही तो थे जिस ने चलते वक़्त डॉक्टर से कुछ कहा था
उसी कसूर पर मैं पकड़ा और बुलवाया गया हूँ….इमरान कराहा….
सवाल ये है कि अगर वो गायब हो गयी है तो मेरा क्या कसूर….?
यही तो मैं भी कह रहा हूँ…..मिस्टर.इनस्पेक्टर बराहे माहेरबानी हम दोनो को जाने की इजाज़त दी जिए….हम बिल्कुल बेकसूर है….
ज़ाहिर है….ज़ाहिर है….इनस्पेक्टर सर हिला कर बोला….आप दोनो अपने लिखित बयान दे कर जा सकते है
शुक्रिया….लाएँ काग़ज़….इमरान जेब से पेन निकालता हुआ बोला….
और लड़की से कहा….तुम भी वही लिख दो जो अभी कहा था….!
बिल्कुल लिख दूँगी….
दोनो ने अपना-अपना लिखित बयान इनस्पेक्टर के हवाले कर दिया
तो फिर जाएँ हम दोनो….इमरान ने अहमाक़ाना अंदाज़ में इनस्पेक्टर से पूछा
ज़रूर….ज़रूर….इनस्पेक्टर उठता हुआ बोला….मुझे अफ़सोस है कि आप दोनो को ज़हमत हुई….
इमरान और लड़की साथ ही निकले….!
कैसी दुश्वारी में पड़ गयी हूँ….लड़की ने कहा….पापा को इल्म हो गया तो उनके मर्ज़ में इज़ाफ़ा हो जाएगा….!
तब्खिर माढ़ा (वाष्पीकरण) का शाफ़ी इलाज सिर्फ़ अनेनी में हो सकता है….जादीद मेडिकल साइन्स तो इसमे नाकाम हो चुकी है….
तुम ठीक कहते हो….5 साल से मुसलसिल इलाज हो रहा है….वक़्तिया तौर पर बहाल होते है….
और फिर वही मुसीबत….!
मुझे अनेनी में ख़ासा दखल है….
अगर कहो तो मैं देखलू तुम्हारे पापा को….?
लड़की ने उसे गौर से देखा….कुछ सोचती रही फिर बोली….चलो अच्छा है, तुम अगर उन्हे उस लेडी डॉक्टर के सिलसिले में मुत्मीन (संतुष्ट) कर सको तो मेरे लिए बेहतर होगा….ज़ाहिर है कि जब मैं अपना लिखित बयान दे चुकी हू तो आइन्दा करवाहियों में मुझसे फिर पूछ-गाच हो सकती है….!
हाँ ये बात तो है….
मैं तुम से गुज़ारिश करती हूँ कि ज़रूर चलो मेरे साथ….मैं सख़्त नर्वस हो गयी थी….ये सुनकर के वो अभी तक घर नही पहुचि….तुमने बड़ा सहारा दिया….
अगर तुम दखल अंदाज़ी ना करते तो ये ऑफीसर आसानी से पीछा छोड़ने वाला नही था….!
हाँ….कम-आज़-कम रात भर ज़रूर बंद रखता….
चलो मेरे साथ….उसके बाद जहाँ कहोगे खुद पहुँचा दूँगी….
ज़रूर….ज़रूर….
इमरान उसकी गाड़ी में बैठ गया….लड़की ड्राइव कर रही थी….
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