RE: bahan sex kahani दो भाई दो बहन
"ऑश इहहस ऑश" सिसकते हूर राज अपनी कमर उठा नीचे से
रिया को चोद रहा था.... और रिया भी जोरों से उछल उछल कर उसके
लंड का मज़ा ले रही थी... रिया दो बार झाड़ चुकी थी.. लेकिन उसकी
चूत गर्मी शांत ही नही हो रही थी.
राज का लंड पूरे उबाल पर था... उसने रिया को कमर से पकड़ा और
अपना लंड पूरा अंदर घुसाते हुए अपने वीर्य की पिचकारी उसकी चूत
मे छोड़ दी.
रिया भी पूरी ताक़त से उसके लंड पर बैठ अपनी चूत की
मांसपेशियों को कस उसके लंड को अपनी गिरफ़्त मे ले लिया.
'ऑश हाआँ चूड़ो ऑश ऐसे ही ऑश हन आअज भर दो मेरी चूत को
अपने रस से....ऑश और अंदर तक घुसा डूऊ." रिया अपनी चूत को
उसके लंड पर रगड़ते हुए सिसकने लगी.
जब राज का लंड शांत हुआ तो रिया ने उसके होठों को चूम
लिया, "ऑश राज आज तुमने मेरी कितने दिनो की प्यास बुझा दी.....
में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ."
दोनो का बदन पसीने मे नाहया हुआ था... गाड़ी मे उनकी उखड़ी साँसों
की आवाज़ गूँज रही थी... वातावरण मे गर्मी बढ़ी तो राज ने ड्राइवर
सीट वाली खिड़की नीचे कर डी..ठंडी हवा का झोंका उनके बदन से
टकराया तो एक बार लिया दोनो बदन एक साथ कांप उठे.
राज का लंड मुरझा कर रिया की चूत की बाहर आ चुका था.
"तुम्हे क्या लगता है रोमा इस समय क्या कर रही होगी?" राज ने रिया
से पूछा.
"प्लीस राज रोमा के बारे मे मुझसे कोई सवाल मत करो... सही पूछो
तो मुझे मतलब भी नही है.. बस मुझे इसी तरह अपनी बाहों मे
भींचे रहो." रिया ने अपनी बाहों का कसाव बढ़ाते हुए जवाब दिया.
रिया की चुचियाँ राज की छाती से रगड़ खाने लगी तो रिया ने अपनी
जीब राज के मुँह मे डाल दी... राज उसकी जीब को चूसने लगा....
दोनो एक बार फिर एक दूसरे को चूमने चूसने लगे.
"चलो गाड़ी की पिछली सीट पर चलते है... में तुम्हारे नंगे
बदन को अपने बदन पर महसूस करना चाहती हूँ." रिया ने उसके
होठों को चूस्ते हुए कहा.
"हमे तूरंत घर चलना चाहिए." राज ने कहा.
"अभी नही राज... तुम्हारी बेहन एक रात तुम्हारे बिना गुज़ार सकती
है... आज की रात मुझे तुम्हारी ज़रूरत है.. और शायद अब तक तो
वो सो भी चुकी होगी... चलो पीछे चलते है."
एक एक कर के दोनो आगे की सीट से खिसक कर पीछे की सीट पर आ
गये. रिया ने अपना ब्लाउस और ब्रा खोल कर निकाल दिया. जब राज सीट
पर अछी तरह से बैठ गया तो वो उसके सामने नीचे बैठ गयी और
उसके मुरझाए लंड को अपने हाथो मे ले मसल्ने लगी.
"रिया में फिर से कुछ कर पाऊ.. उसमे हो सकता है कुछ वक्त
लगे...." राज ने उसे बताया.
रिया ने एक शैतानी मुस्कुराहट के साथ कहा, "ये सब तुम मुझपर
छोड़ दो.."
रिया के हाथों की गर्माहट पाकर उसका लंड फिर से हरकत करने
लगा.... रिया ने अपनी पूरी जीब को बाहर निकालते हुए उसके लंड के
नीचले हिस्से से चाटना शुरू किया फिर उपर तक आकर वो उसके लंड
के सूपदे के छेद पर अपनी जीब की नोक रगड़ने लगी..... कुछ मिनटों
मे ही राज का लंड फिर तनने लगा.... राज सीट के सहारे पसर सा
गया और रिया ने उसके लंड को अपने मुँह मे ले लिया.
पहले तो रिया धीरे धीरे उसके लंड को चूस रही थी.. लेकिन जब
लंड पूरी तरह तन गया तो वो जोरों से चूसने लगी... राज ने अपना
हाथ उसके सिर पर रख दिया और अब नीचे से उसके मुँह मे धक्के
लगाने लगा.
रिया के बदन मे भी गर्मी बढ़ने लगी थी... उसके निपल तन चुके
थे..... चूत मे सरसराहट हो रही थी... उसने अपना दूसरा हाथ
नीचे किया और अपनी चूत को रगड़ने लगी.
"लगता है तुम फिर से तैयार हो गये हो?" रिया ने अपने मुँह को उसके
लंड पर से हटाते हुए कहा.
"नही अभी थोड़ी कसर बाकी है.." कहकर उसने रिया के मुँह को फिर
अपने लंड पर झुका दिया.
क्रमशः..................
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