bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
02-01-2019, 06:16 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना परेशान थी कि यह बात कैसे कन्फर्म हो कि बीना और वीरेंदर के बीच अभी तक कोई जिस्मानी संभंध बना है या नहीं. आशना ने फिर से बिहारी को ही इस बारे मे चालाकी से पूछने का डिसाइड किया. वो समझती थी कि बिहारी एक बहुत ही सीधा साधा वफ़ादार नौकर है और वो उसकी मदद ज़रूर करेगा. अपने मन मैं बीना को गुनहगार मानकर, वीरेंदर को बेनेफिट ऑफ डाउट देकर और बिहारी की मदद लेने की सोच कर आशना काफ़ी देर तक सोचती रही कि अब उसका अगला कदम क्या होगा. 

काफ़ी देर तक सोचते रहने के बाद उसने तय कर लिया कि उसे क्या करना है और फिर वो वीरेंदर के कॅबिन मे आ गई. वीरेंदर चैन की नींद सो रहा था. वीरेंदर के चेहरे पर दाढ़ी उभर आई थी. लेकिन इस अवस्था मे भी वो काफ़ी इनोसेंट लग रहा था. 

आशना(मन मे सोचते हुए): वीरेंदर, आपको नहीं पता कि बीना का साथ देकर आप एक बहुत बड़ी साजिश मे फस रहे हैं. लेकिन अब मैं आ गई हूँ तो अब सब संभाल लूँगी, चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े. मैं आपको हर वो सुख दूँगी जो बीना अभी तक आपको देती आई या सिर्फ़ देने का वादा किया है. मैं आपसे प्यार करती हूँ वीरेंदर और मैं यह भी जानती हूँ कि आप भी मुझ से प्यार करते हो.

आशना ने सारी रात कुर्सी पर बैठ कर काटी. सुबह जब वीरेंदर जागा तो आशना कुर्सी बैठी बैठी सोई गई थी. उसका मासूम चेहरा देख कर सॉफ पता लगता था कि वो काफ़ी थकि हुई है. वीरेंदर आशना के मासूम चेहरे मे खो गया और अपने आप से बोला: आशना मैं बहुत शर्मिंदा हूँ कि मेरी ज़िंदगी मे तुम्हारे आने के बावजूद भी मैं बीना से दूर जा ना सका. मैं जानता हूँ कि तुम्हारे लिए मुझे माफ़ करना बहुत मुश्किल है मगर तुम शायद मेरी हालत शायद जानती नही हो. मैं कभी कभी बिल्कुल जानवर बन जाता हूँ और उस वक्त मेरे सामने कोई भी औरत आ जाए तो मैं अपने आप को रोक नहीं पाता. मुझे नहीं पता कि मुझे क्या हो जाता है लेकिन मैं चाहता हूँ कि जब भी मेरी ऐसी हालत तो तो तुम मेरे साथ हो ताकि मैं बहक ना जाउ. तुम मेरे साथ रहोगी तो मैं जानता हूँ तुम मुझे संभाल लोगि. 

वीरेंदर ने देखा कि चेयर के सामने वाले टेबल पर आशना का मोबाइल पड़ा है, वीरेंदर ने धीरे से मोबाइल को उठाया और उस मोबाइल से अपना नंबर. डाइयल किया. फिर अपनी जगह पर आकर उसने आशना के नंबर. पर मेसेज किया और खुद सोने का बहाना करने लगा. 

मेसेज टोन बजने से आशना की नींद टूटी. आशना ने मेसेज खोलकर देखा तो हैरान रह गई(आशना के पास अब तक वीरेंदर का नंबर. नहीं था). मेसेज मे लिखा था "थॅंक्स आशना". आशना ने गौर से नंबर. देखा लेकिन यह नंबर. उसने पहली कभी नहीं देखा था. वो हैरान रह गई कि किसी ने उसे उसके नाम से मेसेज किया और थॅंक्स भी कहा लेकिन किसने??? तभी वीरेंदर पर उसकी नज़र पड़ी तो वीरेंदर मुस्कुराते हुए उसे देख रहा था. इस से पहले के वो कुछ समझ पति, उसकी मेसेज टोन फिर से बजी. आशना ने फॉरन मेसेज खोला तो लिखा था "देल्ही चल कर तो मेरे साथ ही बेड पर सोना है, आख़िर कब तक दूर रहोगी". मेसेज पढ़ते ही आशना ने वीरेंदर की तरफ देखा और बड़ी अदा से कमर पर हाथ रखकर कहा "जा जा" और यह कह कर आशना बाहर निकल आई और दो कप चाइ लेकर आ गई. करीब 10:00 बजे दोनो हाथ मुँह धोकर फ्रेश हो चुके थे. डॉक्टर. ने आख़िरी बार वीरेंदर का चेकप किया और उसे डिसचार्ज कर दिया. जाते जाते डॉक्टर. ने आशना को हिदायत दी कि ध्यान रहे कि वीरेंदर अब अपफ़्रोडियासिक की डोज ना ले, नहीं तो परिणाम बहुत ख़तरनाक हो सकते हैं. डॉक्टर. ने उसे दवाइयों के बारे मे समझा दिया और कहा कि 7 दिन के बाद दवाइयाँ खिलाना बंद कर देना. डॉक्टर. ने वीरेंदर के लिए लिक्विड डाइयेट पर ज़ोर दिया जिस से उसके ब्लड की थिकनेस मे कमी आए. 

आशना: डॉक्टर. क्या वीरेंदर के ब्लड की थिकनेस बिल्कुल ठीक हो सकती है. 

डॉक्टर.: ऑफ कोर्स हो सकती है बस आप दोनो जल्दी से शादी कर लें, उसके बाद सब ठीक हो जाएगा. 

डॉक्टर. का जवाब सुनकर आशना झेंप गई. डॉक्टर.: इट'स ओके बेटा शरमाने की ज़रूरत नहीं है बस याद रहे कि यह कोई बीमारी नहीं है और शादी के बाद तो यह डिसॉर्डर भी दूर हो जाएगा. 

दोपहर करीब 11:30 बजे दोनो मोनू के होटेल पर पहुँचे और उन्होने बर्तन मोनू के पिता जी को दे दिए और वहीं पर लंच भी कर लिया. वीरेंदर ने होटेल मे जाकर अपना बॅग लिया और पेमेंट कर दी.मौसम काफ़ी खराब था. दोपहर के टाइम भी ऐसा लग रहा था कि शाम के का समय है. आशना ने प्रिया के साथ फोन पर बात की और उसे देल्ही आने का इन्विटेशन देकर दोनो टॅक्सी लेकर एरपोर्ट की तरफ चल दिए. एरपोर्ट पहुँच कर उन्हे पता चला कि खराब मौसम के कारण फ्लाइट कॅन्सल कर दी गई है और नेक्स्ट फ्लाइट की सभी टिकेट्स बुक हैं. 

आशना: अब हम घर कैसे पहुँचेंगे???? 

वीरेंदर: क्या आज घर जाना ज़रूरी है. 

आशना: मतलब????

वीरेंदर: मैं तो कहता हूँ कि आज हम किसी होटेल मे रुक जाते है, तुम भी आराम कर लो. हम कल सुबह की फ्लाइट से निकल जाएँगे. 

आशना: जी नहीं, मुझे आपके साथ होटेल में नहीं रुकना. 

वीरेंदर: यार तुम तो मेरे पीछे ही पड़ गई. मैं तो कह रहा हूँ कि तुम अलग कमरे मे और मैं अलग कमरे मे रुकेंगे और तुम हो कि मेरे साथ ही रुकना चाहती हो. 

आशना, वीरेंदर की बात सुनकर मुस्कुरा दी और बोली: अगर ऐसा है तो आइडिया बुरा नहीं है. वहाँ जाकर मैं थोड़ी देर रेस्ट भी कर लूँगी और शाम को फ्रेश होकर तुम मुझे थोड़ी देर बॅंगलॉर घुमा भी लेना. 

वीरेंदर: अए मिस, मैं भला आपको क्यूँ घुमाने क्यूँ ले जाउ???

आशना(भोले पन से): नहीं घूमाओगे????

वीरेंदर: हए, इतने प्यार से बोलोगि तो मैं तो तुम्हे उठाकर सारी दुनिया घुमा लाउ, बॅंगलॉर क्या चीज़ है. 

आशना: रहने दो, रहने दो, मुझे उठाना तुम्हारे बस मे नहीं, बहुत मोटी हूँ मैं. 

वीरेंदर: वो तो है, पर बिल्कुल सही जगह से शरीर ने भारी पन लिया है. 

आशना: यू..... शेम्लेस, जाओ मैं तुमसे बात नहीं करती. 

वीरेंदर: चलो जान छूटी. कम से कम मुझे शांति तो मिलेगी और यह कह कर वीरेंदर टॅक्सी स्टॅंड की तरफ मूड गया. 

आशना, वीरेंदर के पीछे पीछे चलते हुए: शांति तो मैं तुम्हारी अब भंग करूँगी, तुमने मुझे समझ क्या रखा है. 
Reply
02-01-2019, 06:16 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर ने कोई जवाब ना दिया और जाकर एक टॅक्सी बुक कर ली. वीरेंदर ने समान टॅक्सी मे रखा और जाकर टॅक्सी मे बैठ गया. उसने दरवाज़ा खुला रखा लेकिन आशना मुँह फुलाए बाहर ही खड़ी रही. 

वीरेंदर: आ जाओ अंदर, नहीं तो यहाँ अकेली रह जाओगी. आशना ने अपना चहरा पलट लिया. 

वीरेंदर: हाई कितनी मोटी हो तुम यार. 

आशना ने जब यह सुना तो वो समझ गई कि वीरेंदर क्या कहना चाहता है. वो झट से टॅक्सी मैं आकर बैठ गई और धीमे से बोली: बेशरम कहीं के और ड्राइवर की तरफ इशारा करके वीरेंदर को चुप रहने का निवेदन किया. 

वीरेंदर(धीमे से): तो क्या हुआ, अपनी होने वाली बीवी की तारीफ ही तो कर रहा था. 

आशना(धीमे से): अच्छा तो मैं तुम्हे मोटी लगती हूँ???

वीरेंदर: नहीं तो किसने कहा??

आष्न: अभी तो कहा तुमने. 

वीरेंदर: वो तो मैं किसी और चीज़ के लिए कह रहा था. 

आशना का चेहरा एकदम सुर्ख हो गया और मुँह बनाकर बोली "लोफर". 

वीरेंदर आगे भी कुछ बोलना चाहता था मगर आशना ने ड्राइवर की तरफ इशारा करके वीरेंदर को चुप रहने के लिए कहा.
वीरेंदर(ड्राइवर से): बॉस किसी अच्छे से होटेल मे ले चलो जहाँ नरम आरामदायक बिस्तर हो तो मज़ा आ जाए. 

आशना हैरान होकर वीरेंदर की तरफ देखने लगी और उसके चेहरे की गुलाबी को देख कर वीरेंदर बोला: रानी साहिबा दो दिन से सोई नहीं हैं, इन्हे आरामदायक बिस्तर की सख़्त ज़रूरत है और यह कह कर वीरेंदर धीमे से हंस दिया. 

आशना शरमा उठी. 

वीरेंदर(ड्राइवर से): अब तुम कुछ उल्टा सीधा मत सोच लेना कि यह दो दिन से सोई क्यूँ नही. बात ऐसी है कि मैं दो दिन से हॉस्पिटल मे था तो यह मेरी सेवा मे दिन रात लगी रही. 

आशना, वीरेंदर की तरफ देखते हुए बोलती है:"प्लीज़, चुप हो जाओ".
डॉक्टोरिवेर: साहब, यहाँ पास मे ही एक बहुत बड़ा होटेल है लेकिन थोड़ा महँगा होगा. 

वीरेंदर: हमारी मंगेतर से महँगा थोड़े ही होगा, चलो वहीं ले चलो. 

आशना चुप चाप बैठी रही. उसे पता था एक अगर वीरेंदर ने फिर से बोलना शुरू किया तो वो चुप नहीं बैठेगा. 

होटेल के बाहर टॅक्सी से उतार कर वीरेंदर ने टॅक्सी वाले को पेमेंट की और होटेल की तरफ चल पड़ा. 

आशना: कितने बेशरम हो आप वीरेंदर. 

वीरेंदर: थॅंक यू बट व्हाई????

आशना: ड्राइवर के सामने ही शुरू हो गये और पहले तो उसके दिमाग़ मे खुद ही शक डाला और फिर पूरी सफाई भी दे दी. 

वीरेंदर: शक, कैसा शक, मैं कुछ समझा नहीं?????

आशना: अंदर चलो सब समझाती हूँ. 

वीरेंदर: माइ प्लेषर, लेट'स गो. 

रिसेप्षन पर पहुँच कर वीरेंदर से पहले आशना बोल पड़ी. प्लीज़ बुक आ रूम फॉर "मिस्टर. आंड मिसेज़. शर्मा" वीरेंदर हैरानी से आशना की तरफ देखने लगा लेकिन कुछ बोला नहीं. रूम अटेंडेंट उनका समान लेका उन्हे एक कमरे मे ले आया और समान रख कर चला गया. 

वीरेंदर: लेकिन तुम तो कह रही थी कि तुम मेरे साथ एक कमरे मे नहीं रुकोगी. 

आशना ने वीरेंदर के गले मे बाहें दल कर कहा " आज देखती हूँ कैसे बचते हो". 

वीरेंदर: उई माआ, आज तो मैं गया रे, भगवान मुझे बचा ले. 

आशना: चीख लो जितना चीखना है, तुम्हारी आवाज़ इस कमरे से बाहर नहीं जाएगी, आज तुम्हे कोई नहीं बचा सकता. 

वीरेंदर: ओ तेरी "रेप". 

आशना, वीरेंदर के मुँह से यह सुनकर शरमा दी और उसके होंठ काँपने लगे. 

वीरेंदर: यह रेपिस्ट तो अनाड़ी लगता है, इसका तो शरीर ही काँपने लगा, चलो मैं बताता हूँ कि रेप कैसे किया जाता है.
Reply
02-01-2019, 06:16 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना के दिल की धड़कनें एक दम बढ़ गई. वीरेंदर ने आशना को बाज़ुओं से पकड़ा तो आशना ने वीरेंदर की तरफ दया भरी नज़रो से देखा. 

वीरेंदर: चलो, जाओ आज हमारा मूड नहीं है, तुम कल आना. यह कह कर वीरेंदर ने आशना को छोड़ दिया.

वीरेंदर की बात सुनकर आशना के होंठों पर हँसी आ गई और कमर पर हाथ रखकर बड़ी अदा से बोली: सोच लो कल तक कोई और मुझे ................ 

इस से पहले के आशना अपना सेंटेन्स पूरा करती वीरेंदर(एक दम सीरीयस होते हुए)बोला : साला कोई हाथ लगा कर तो दिखाए, हाथों के छोटे छोटे टुकड़े ना कर दूं. 

आशना: ओये होये इतना दीवाना पन. मिस्टर. वीरेंदर मैं कोई आप की जागीर नहीं हूँ समझे. 

वीरेंदर: जागीर नहीं आशना तुम मेरी तकदीर हो और मेरी तकदीर तो खुदा भी मुझसे नहीं छीन सकता. 

आशना का दिल किया कि इसी वक्त वीरेंदर के सीने से लिपट जाए मगर उसने अपने आप को संभाला और बोली: मेरी ही ग़लती थी, मैने एक ही रूम यह सोच कर लिया कि तुम्हारे पैसे बचा लूँ, मगर अब लगता है कि बहुत बड़ी ग़लती कर दी. 

वीरेंदर: क्यूँ???

आशना: तुम मुझे यहाँ आराम करने के लिए लाए थे लेकिन मुझे नहीं लगता कि तुम मुझे आराम करने दोगे. 

वीरेंदर: देवी जी आप आराम कीजिए, मैं फेश होकर थोड़ी देर बाहर होकर आता हूँ. 

आशना: कहाँ जा रहे हो????. 

वीरेंदर: बॅंगलॉर मे हमारा एक सप्लाइयर है. सोच रहा हूँ कि यहाँ आ ही गया हूँ तो उस से मिल भी लूँ. थोड़ा काम भी हो जाएगा. 

आशना: यह बिज़्नेस मॅन भी ना, हर मोके का फ़ायदा उठा ही लेते हैं. 

वीरेंदर: बिल्कुल ग़लत. 

आशना: कैसे???

वीरेंदर: हर मोके का नहीं और यह कह कर वीरेंदर अटॅच्ड वॉशरूम मे घुस गया. आशना, वीरेंदर का जवाब सुनकर मन मे बोली "इंटेलिजेंट, शार्प, डाइनमिक". 
वीरेंदर ने शेव की और सूट पहन कर तैयार हो गया. तैयार होकर वीरेंदर वॉश रूम से बाहर निकला तो आशना ने नज़रो से उसकी लुक्स की तारीफ की और बोली "आंड वेरी स्मार्ट". 

वीरेंदर: "आंड" से पहले क्या था?? 

आशना: वो आपने मिस कर दिया मिस्टर. वीरेंदर जब आप वॉश रूम में थे. 

वीरेंदर: "इंटेलिजेंट, शार्प, डाइनमिक आंड वेरी वेरी स्मार्ट". 

आशना हैरानी से वीरेंदर को देखती रही. 

वीरेंदर: मेरी छोटी बेहन भी यही कहती थी मेरे लिए.

वीरेंदर का जवाब सुनकर आशना को एक दम झटका लगा. 

वीरेंदर: "आंड ब्यूटिफुल". 
इस बार चौंकने की बारी आशना की थी. 

आशना(मुस्कुराते हुए): "आंड" से पहले क्या था??? 

वीरेंदर: वो जानने के लिए आपको मेरे बेडरूम मे आना पड़ेगा और यह कह कर वीरेंदर रूम से बाहर की तरफ भागा. बाहर पहुँचते ही वीरेंदर ने कहा, तुम आराम करो, मैं 3-4 घंटो मे वापिस आ जाउन्गा और हां रूम को लॉक कर देना. कहीं किसी के हाथो के टुकड़े ना करवा देना मुझ से. 

आशना: वीरेंदर, प्लीज़ जल्दी आ जाना. 

वीरेंदर: इतने प्यार से बोलोगि तो मैं तो जा ही नहीं पवँगा. 

आशना ने दरवाज़ा बंद किया और बोली "बाइ, सी यू सून". आशना दरवाज़ा बंद करके मूडी और बोली: "हॉट, सेक्सी, इर्ज़ेस्टिबल आंड ब्यूटिफुल" और फिर मुस्कुरा दी. 

बाहर आकर वीरेंदर ने टाइम देखा तो 1:45 बज रहे थे. 

वीरेंदर ने टॅक्सी ली और उसमे बैठ कर चल दिया. शाम के करीब 6:00 बजे वीरेंदर वापिस होटेल पहुँचा और उसने रूम का डोर नॉक किया लेकिन अंदर से कोई आवाज़ नहीं आई. वीरेंदर काफ़ी देर तक वेट करता रहा, उसने फिर से नॉक किया लेकिन इस बार भी कोई जवाब नहीं. वीरेंदर ने जेब से मोबाइल निकाला और आशना का नंबर. डाइयल किया. फोन को कान से लगाते ही उसे हेलो टोन सुनाई दी " कहता है पल पल तुमसे होके दिल यह दीवाना.......". हेलो टोन सुनकर वीरेंदर का दिल खुश हो गया, यह तो उसकी रिंग टोन है. 
Reply
02-01-2019, 06:16 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
काफ़ी देर के बाद आशना ने फोन उठाया और अलसाई आवाज़ मैं बोली "हेलो". 

वीरेंदर: आशना मैं हूँ वीरेंदर. 

आशना(नींद मे): हुउऊउन्न्ं बोलो. 

वीरेंदर: खोलो ना आशना. 

आशना(नींद मे): उउुहून, नहीं मुझे शरम आती है. 

वीरेनेदर, आशना का जवाब सुनकर एक दम चौंक गया. 

वीरेंदर(मन मे): इसका मतलब यह भी मेरे ख्वाब लेती है. 

वीरेंदर: प्लीज़ आशना खोल दो ना. 

आशना: आप खुद ही खोल लीजिए ना वीरेंदर. 

वीरेंदर(हँसी को रोकते हुए):

देखो आशना खोल दो वरना अगर मैने खोला तो टूट जाएगा. 

आशना: क्या टूट जाएगा??

वीरेंदर: दरवाज़ा टूट जाएगा आशना, मैं दरवाज़े के बाहर खड़ा हूँ(आख़िरी लाइन वीरेंदर ने ज़ोर से बोली). 

आशना एक दम नींद से जागी और हडबडा के कभी मोबाइल को देखती तो कभी दरवाज़े की तरफ. आशना ने फोन कान से लगाया तो वीरेंदर बोला " खोलती हो या मैं तोड़ दूं". आशना शर्म से पानी पानी हो गई. 

आशना: रूको मैं अभी आती हूँ. 

आशना ने शरमाते हुए दरवाज़ा खोला और बोली: बड़ी जल्दी आ गये आप. 

वीरेंदर: मुझे लगा कि कहीं तुम मेरे सपनों मे ही ना खो जाओ तो क्यूँ ना हक़ीकत मे ही तुम से मिल कर बातें कर लूँ. 

आशना का चहरा शरम से सुर्ख हो गया.

आशना (नज़रें झुका कर): वो मैं नींद मे थी तो पता नहीं चला. 

वीरेंदर: लेकिन मुझे तो सब पता चल गया. 

आशना ने चेहरा उठाकर वीरेंदर की तरफ सवालिया नज़रों से देखा तो वीरेंदर मुस्कुरा दिया. आशना तेज़ी से पलटी और अपना बॅग लेकर वॉशरूम की तरफ बढ़ी. 

आशना(बिना पीछे देखे): मैं फ्रेश हो लेती हूँ, तुम कॉफी का ऑर्डर दे दो. वीरेंदर ने कॉफी का ऑर्डर दे दिया और थोड़ी देर बाद आशना भी वॉश रूम से एकदम फ्रेश होकर बाहर निकली. उसने ब्लॅक स्लीवेलेस्स टॉप और लाइट पिंक कलर का टाइट ट्राउज़र पहन रखा था.वीरेंदर, आशना को देखता ही रह गया. आशना के बदन की हर कर्व इस ड्रेस से उभर आई थी. 

आशना: क्या देख रहे हो??

वीरेंदर: देख रहा हूँ कि तुम कहाँ कहाँ से मोटी हो. 

आशना: शट अप और जल्दी से आप भी फ्रेश हो जाओ. कॉफी पीकर घूमने भी जाना है. 

वीरेंदर: लेकिन बाहर तो बारिश वाला मौसम हो गया है, काफ़ी ठंड भी हो गई है. क्या तुम इन्ही कपड़ों मे ही बाहर चलोगि ?????

आशना: आप अपनी फिकर करो, आइ आम हॉट. 

वीरेंदर: तुम साथ हो तो फिर मुझे भी क्या चिंता. 

आशना: बातें बनाना तो कोई आप से सीखे. 

वीरेंदर: और बात बदलना कोई तुमसे. 

आशना: मैने कॉन सी बात बदली.

वीरेंदर: वो दरवाज़ा तोड़ने वाली. 

आशना: वीरेंदर आप चुप करेंगे या.... यह कह कर आशना वीरेंदर की तरफ उसे मारने के लिए बढ़ी लेकिन तभी डोर पर नॉक हुई "कॉफी सर". 

वीरेंदर: कम इन. 

वेटर दो कॉफी और कुछ स्नॅक्स देकर चला गया. आशना ने अपना कप उठा लिया. 

वीरेंदर: तुम कॉफी पियो मैं अभी हाथ मुँह धोकर आता हूँ. दो मिनट के बाद वीरेंदर वॉश रूम से बाहर आया और कप को हाथ लगा कर बोला "ज़रा इसे हाथ लगाना" आशना ने कप को हाथ लगाया और बोली: ठीक तो है, ज़्यादा ठंडी नहीं हुई है.
Reply
02-01-2019, 06:17 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर: इसी लिए तो तुम्हे इस टच करने के लिए बोला. 

आशना, कॉफी के कप को मुँह को लगाए वीरेंदर की तरफ सवालिया नज़रों से देखती है. 

वीरेंदर: अब तो यह और भी हॉट हो गई है. 

आशना बस शरमा कर मुस्कुरा दी और होंठ हिला कर धीरे से बोली "लोफर". 

कॉफी पीने के बाद वीरेंदर बोला: मैने घूमने के लिए एक प्राइवेट टॅक्सी बुक की है, ज़रा नीचे देख कर आता हूँ कि पहुँची है या नही. वीरेंदर ने अपना और आशना का बॅग उठाया और बाहर जाने लगा. 

आशना: मिस्टर. वीरेंदर, इन बॅग्स में कोई भी कीमती समान नहीं है, इन्हे यहीं रहने दो. रूम की चाबी साथ ले जाएँगे.

वीरेंदर: मैने तो चेकाउट करने के लिए भी बोल दिया है. सोचा घूमते हुए अगर कहीं देर भी हो गई तो वहीं ही किसी होटेल मैं ही रुक जाएँगे. 

आशना: "इंटेलिजेंट". 

वीरेंदर: थॅंक यू. 

वीरेंदर ने नीचे आकर पेमेंट की और बाहर आ गया. बाहर आकर उसने एक गाड़ी मे समान रखा और आशना को फोन करके कहा कि नीचे आ जाओ, टॅक्सी पहुँच गई है. चॉक्लेट कलर की टॅक्सी है, तुम बैठो मैं थोड़ी देर मे आता हूँ. आशना नीचे आई और टॅक्सी देख कर मन मे सोचने लगी "वाह कितनी सुंदर टॅक्सी बुक की है वीरेंदर ने घूमने के लिए".गाड़ी के पास पहुँच कर उसने देखा कि वीरेंदर आस पास नहीं है. उसने गाड़ी मे झाँक कर देखा तो समान पिछली सीट पर रखा हुआ था. 

आशना ने पिछला दरवाज़ा खोला तो ड्राइवर बोला(टिपिकल मुंबइया टोन मे):मेम साहिब आगे बैठो ना, पीछू समान रखेला है. 
आशना(गुस्से से): तुम अपने काम से मतलब रखो, मुझे पता है कि कहाँ बैठना है. 

ड्राइवर: मेम साहिब, आगे मेरे साथ बैठ कर हम को भी खुश कर कर डालो ना, साहिब के साथ तो रोज़ ही बैठती होएंगी. 

आशना(और गुस्से से): बदतमीज़, मुँह संभाल कर बात करो. 

तभी उसके कानों मे वीरेंदर के हँसने की आवाज़ आई. आशना ने चौंक कर आवाज़ की तरफ देखा. सामने ड्राइवर सीट पर वीरेंदर बैठा हुआ हंस रहा था. 

आशना: यह क्या है वीरेंदर????? 

वीरेंदर: गाड़ी है. 

आशना: मेरा मतलब, ड्राइवर कहाँ है. 

वीरेंदर: ड्राइवर आपके सामने है मेम साहिब. 

आशना: मतलब???

वीरेंदर: दोपहर को मैं किसी बिज़्नेस डील के लिए नहीं गया था बल्कि गाड़ी खरीदने गया था. 

आशना(हैरानी से): लेकिन क्यूँ, क्या ज़रूरत थी??? 

वीरेंदर: अरे वाह, तुम ही तो ड्राइवर के सामने मुझसे बात करने मे शरमा रही थी, मैने तुम्हारी प्राब्लम सॉल्व कर दी और अब बोलती हो क्या ज़रूरत थी. 

आशना ने पिछला दरवाज़ा बंद किया और झट से फ्रंट सीट पर बैठ गई. 

आशना(मुस्कुरकर): आप ना बिल्कुल पागल हैं. 

वीरेंदर: आपके प्यार मे. 

आशना: बहुत सुंदर गाड़ी है वीरेंदर.

वीरेंदर: तुमसे सुन्दर नहीं. 

आशना(मुस्कुराते हुए): अब चलें. 

वीरेंदर: बिल्कुल चलते हैं, लेकिन क्या नयी गाड़ी की खुशी मे मुँह मीठा नहीं करवाओगी????. 
Reply
02-01-2019, 06:17 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना ने वीरेंदर की तरफ देखा और शरमा दी. आशना ने नज़रें झुककर चेहरा सामने की तरफ कर दिया और बोली: ज़्यादा मीठा सेहत के लिए अच्छा नहीं होता. 

वीरेंदर: कम मीठे से अपना तो काम नहीं चलेगा. बोलो मुँह मीठा करवाती हो या नहीं. 

आशना ने गर्दन झुका कर "ना" कहा. 

वीरेंदर: चलो कोई बात नहीं, मैं ही करवा देता हूँ. यह कह कर वीरेंदर आशना की तरफ झुका तो आशना के दिल की धड़कन एक दम बढ़ गई. उसकी आँखें बंद हो गई.

आशना(सिर झुकाए हुए): वीरेंदर क्या कर रहे हो, यहाँ कोई देख लेगा.

वीरेंदर: कोई देखता है तो देख ले मैं तो तुम्हारा मुँह मीठा करवाकर ही रहूँगा. यह कह कर वीरेंदर आशना के बिल्कुल करीब आ गया.


आशना का दिल ज़ोरों से धक धक कर रहा था, उसके होंठ काँपने लगे और होंठ थरथराने लगे.
वीरेंदर ने आशना की तरफ झुकते हुए सामने वाला डॅशबोर्ड बॉक्स खोला और उस मैं से डेरी मिल्क सिल्क चॉक्लेट निकाला और फिर पीछे हट कर हँसने लगा. 

आशना ने अपनी आँखें खोल कर वीरेंदर की तरफ देखा और फिर प्यार से शिकायत भरे लहज़े मे बोली "आप ना शरारती भी बहुत हैं". 

वीरेंदर: अरे इस मे शरारत कहाँ से आ गई. 

आशना: आपने तो मुझे डरा ही दिया था. 

वीरेंदर: क्या????कैसे???

आशना चुप रही. 

वीरेंदर: ऊओह अच्छा तो तुम समझी कि मैं......

आशना ने एकदम वीरेंदर के होंठों पर हाथ रख दिया और उसकी आँखों मे देखते हुए "ना" मे सिर हिलाया. 

वीरेंदर ने उसका हाथ हटाकर कहा: अरे छोड़ो यार मेरा टेस्ट इतना बुरा भी नहीं है. 

आशना ने हैरानी से उसे देखा. 

वीरेंदर: अगर इस तरह से मुँह मीठा करना होता तो मैं तो किसी खूबसूरत लड़की से करता, तुम तो बेकार ही डर गई.

आशना(झूठा गुस्सा दिखाते हुए):व्हाट डू यू मीन???? क्या मैं खूबसूरत नहीं हूँ?
आशना(झूठा गुस्सा दिखाते हुए): तो फिर उसी लड़की से शादी भी कर लेना, मेरा पीछा छोड़ो. 

वीरेंदर: हाए, आपको पीछे से ही तो नहीं छोड़ सकता. 

आशना: क्या??? क्याआ कहा आपने????

वीरेंदर: मेरा मतलब, आपका पीछा ही तो नहीं छोड़ सकता. 

आशना के चेहरे पर शर्मीली मुस्कान आ गई और बड़ी अदा से बोली: अपने आप को तो संभाल नहीं सकते और मेरा पीछा करेंगे, हुउन्न. 

वीरेंदर: अपने लिए ही तो आपके पीछे पड़ा हूँ मेम साहिब. 

आशना: ड्राइवर, ज़्यादा बातें मत करो और चलो. 

वीरेंदर: जी मेम साहिब. वीरेंदर ने गाड़ी स्टार्ट की और चल पड़ा. 

आशना(मुस्कुराते हुए): यह ड्राइवर वाली कॅप तो उतार लो.

वीरेंदर: क्यूँ, कॅप मे क्यो प्राब्लम है???? 

आशना(सामने देखते हुए): मैं नहीं चाहती कि कोई हमे देख कर सोचे कि इतनी हॉट और सेक्सी लड़की एक ड्राइवर से पट गई. 

वीरेंदर : अगर मैं कॅप उतार दूं तो क्या मैं समझ लूँ के तुम मुझसे पट गई हो. 

आशना(सर को झटकते हुए): सोचेंगे. 

वीरेंदर ने टोपी उतार कर पीछे फैंक दी और गाड़ी की रफ़्तार बढ़ा दी. थोड़ी दूर जाने पर वीरेंदर के सामने डॅशबोर्ड पर रखा वीरेंदर का मोबाइल बजा "एक उँचा लंबा कद, दूजा सोनी भी तू हद, तीजा रूप तेरा छम छम कारदा नी, मैं ऐवे ते नी तेरे उत्ते मर्दा नी". आशना ने हैरानी से वीरेंदर की तरफ देखा. 

आशना: रिंगटोन चेंज??

वीरेंदर: हां, सोचा के अपने दिल की आवाज़ इसी तरह तुम तक पहुँचा दूँ. 

आशना(सिर हिलाते हुए): नोट बॅड.

वीरेंदर: ज़रा देखना तो इस वक्त किसे मेरी याद आ गई. 

आशना ने फोन उठाकर स्क्रीन पर देखा तो पहले तो चौंकी और फिर मुस्कुरा कर बोली "आपकी गर्लफ्रेंड का फोन है". 

वीरेंदर(हैरानी से): वो तो मेरे साथ है. 

आशना: मेरा मतलब मुझसे पहले वाली. 
Reply
02-01-2019, 06:17 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर के दिल मैं एक दम रूपाली का ख़याल आया लेकिन इस वक्त वो उसका नाम लेकर आशना और अपना मूड ऑफ नहीं करना चाहता था. वीरेंदर ने सोचा कि आशना बस उसे चिड़ा रही है तो वो बोला: अच्छा बात करके देखो क्या चाहिए उसे. 

आशना ने मुस्कुरा कर फोन कान से लगाया और बोली: बीना आंटी का फोन है, उठा लूँ????

वीरेंदर ने एक दम ब्रेक लगाई और आशना की तरफ देख कर बोला "यह मेरी गर्लफ्रेंड है"?????. 

आशना(मुस्कुरा कर वीरेंदर की तरफ देखते हुए): क्यूँ, नहीं है क्या???? या इस से भी कुछ ज़्यादा है???.

इतने मे फोन कट गया. 

वीरेंदर: हरगिज़ नहीं, यह तुम्हारी मोम की फ्रेंड है तो तुम्हारी मोम जैसी हुई और इस रिश्ते से वो मेरी होने वाली सासू माँ हुई, ना कि गर्लफ्रेंड. 

आशना: ओह हो लेकिन यह तो आपकी भी "आंटी जी" हैं तो फिर तो आपकी भी मोम जैसी हुई ना??? तो सोचिए उस रिश्ते से हम दोनो क्या हुए. 

वीरेंदर: कुछ भी समझ लो, मैं तो तुम्हे अपनी बीवी ही बनाउन्गा.

आशना एक दम शरमा गई और खामोश हो गई. 

वीरेंदर: खामोश क्यूँ हो गई??कहीं तुमने दिल ही दिल मैं मुझे अपना भाई तो नहीं मान लिया था????

आशना ने एक दम हैरानी से वीरेंदर की तरफ देखा. 

वीरेंदर: अगर ऐसा है तो फिर ठीक है, तुम्हारे लिए तो मैं बेहनचोद बनने को भी तैयार हूँ. 

यह सब वीरेंदर ने अचानक कहा और जब आशना को यह सब समझ मे आया तब तक बहुत देर हो चुकी थी. आशना ने झट से अपने हाथो से अपना चेहरा ढक लिया. उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा और सांस उखेडने लगी. उसके दिमाग़ मे एक दम से कई धमाके हुए और उसकी आँखों से एक मोती छूट गया. वीरेंदर को आशना की हालत का नहीं पता थी लेकिन उसे लगा कि शायद आशना इस बात से उस से नाराज़ हो गई है. 

वीरेंदर: सॉरी आशना, वो अचानक मेरे मुँह से यह सब निकल गया. साला मेरा दिमाग़ ही नहीं है, यह भी नहीं सोचता कि लड़की से किस तरह से बात करनी चाहिए. प्लीज़ मुझे माफ़ करदो, मेरा मकसद तुम्हारा दिल दुखाना नहीं था. मैने तो ऐसे ही बातों -बातों मे कह दिया.

आशना ने अपने आप को संभाला और चेहरे पर बनावटी मुस्कान लाते हुए कहा: आप कितने गंदे वर्ड्स यूज़ करते हैं वीरेंदर. आपकी बातों से नहीं लगता कि आप एमबीए हैं. 

वीरेंदर: मेम साहिब, एमबीए नहीं, अपुन तो मेट्रिक फैल हैं तभी तो टॅक्सी चलाने का धंधा करता हूँ. वीरेंदर की बात सुनकर आशना के चेहरे पर एक बार फिर से मुस्कान आ गई. 

आशना: तो मेट्रिक फैल जी, आपके पास गाड़ी चलाने का लाइसेन्स कैसे आया. 

वीरेंदर: मेम साहिब लाइसेन्स तो नहीं है बस आप जैसी हॉट आंड सेक्सी मेम साहिब को देखा तो ड्राइवर बन गया. 

आशना थोड़ी देर वीरेंदर की बात पर हँसती रही और फिर बोली: वीरेंदर,क्या सड़कें ही घूमाते रहोगे या कोई अच्छी जगह भी दिखाओगे. 

वीरेंदर: अभी दिखाते हैं आपको बॅंगलॉर की रौनक.

बाहर बारिश की बूंदा बंदी शुरू हो चुकी थी. 

आशना ने कहा: यह देखो हम घूमने क्या निकले बारिश भी शुरू हो गई. 

वीरेंदर: भगवान भी हमारे मिलन पर खुश हो रहा है. 

आशना(मन मैं):शायद भगवान भी मेरी तरह खून के आँसू रो रहा है. 

वीरेंदर: जब तक बारिश थम जाए, चलो कहीं चलकर डिन्नर कर लेते हैं. 

आशना: आइडिया बुरा न्हीं है. 

वीरेंदर: मेडम बंदा भी बुरा नहीं है, बस एक मोका तो दीजिए. 

आशना: सोचूँगी. 

वीरेंदर: तुम तो सोचती ही रहोगी और मेरे सपने दिल मे ही दफ़न हो जाएँगे. 

आशना ने वीरेंदर की आँखों मे देखा और बोली: दिल???? आपका दिल तो आपके पास है ही नहीं जनाब. 
Reply
02-01-2019, 06:17 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर, आशना की बात सुनकर मुस्कुरा दिया, उसे अपने सारे सवालों के जवाब आशना ने बहुत ही सीधे से दे दिया था. 

वीरेंदर आज की रात बहुत खुश था. वो हिरण की तरह उछल उछल कर दौड़ना चाहता था, मोर की तरह पंख फैला कर नाचना चाहता था. कोयल की तरह एक डाल से दूसरी डाल पर फुदक कर गाना चाहता था. वीरेंदर ने एक जगह गाड़ी लगाकर, डोर खोला और हल्की बारिश मे बाहर उतार गया. आशना, हैरानी से उसे देखती रही. बाहर आकर वीरेंदर ने आशना की तरफ देखा तो आशना ने आँखों से ही उसे इशारे से पूछा "क्या हुआ"??. 

वीरेंदर: आशना आज मैं बहुत खुश हूँ.इस लम्हे को मैं हमेशा के लिए अपनी रूह मे बसा लेना चाहता हूँ. 

हालाँकि कार के सारे शीशे बंद थे मगर वीरेंदर इतनी ज़ोर से बोल रहा था कि आशना उसे सॉफ सुन सकती थी.आशना जानती थी कि वीरेंदर की खुशी का कारण क्या है. वो भी वीरेंदर के साथ इस खुशी मे शामिल होना चाहती थी. लेकिन उसके दिल के किसी कोने मे अभी भी एक हिचकिचाहट थी जिस से उसके पैरो मे बेड़ियाँ पड़ी थी. वो वीरेंदर की खुशी मे उसका साथ देना चाहती थी लेकिन एक अंजनी ताक़त उसे यह सब करने के लिए रोक रही थी. वीरेंदर बाहर खड़ा खड़ा भीग रहा था. 

वीरेंदर कार के सामने आकर खड़ा हो गया और आशना की आँखों मे देख कर उसकी तरफ अपना हाथ बड़ा दिया. आशना सहम गई. उसका दिल चीख चीख कर उसे जाने के लिए बोल रहा था लेकिन उसका दिमाग़ और कोई अंजान ताक़त उसके कदमो को भारी किए हुए थी.आशना ने वीरेंदर की आँखों मे अपने प्यार की स्वीकृति का निवेदन देखा तो सारे बंधन तोड़ कर आशना गाड़ी से बाहर निकली और तेज़ी से वीरेंदर से चिपक गई. 

आशना ने अपने हाथ वीरेंदर की पीठ पर रख दिए और अपना चेहरा उसके चौड़े सीने मे छुपा दिया. वीरेंदर ने भी अपनी बाहों को आशना के नाज़ुक बदन के इर्द गिर्द लपेट दिया. आशना और वीरेंदर के जिस्म जैसे ही एक दूसरे से मिले, आसमान मे एक दम से बिजली कडकी और उनकी पकड़ एक दूसरे पर और मज़बूत हो गई. आशना की आँखों से आँसू झर झर कर बह उठे लेकिन बारिश की बूँदों ने उसके आँसुओ को भी धो दिया और उसके दिल के सारे बोझ को भी. आशना काफ़ी हल्का महसूस कर रही थी. वो वीरेंदर की बाहों मे खो गई थी. 

वहीं वीरेंदर आशना को ऐसे जकडे हुए था जैसे वो उसे अब कभी छोड़ेगा ही नहीं. वो चिल्ला चिल्ला कर बोले जा रहा था "आइ लव यू आशना, आइ लव यू".डू यू लव मी आशना????डू यू लव मी????आशना ने वीरेंदर का सवाल सुनकर उसे एक दम कस कर पकड़ लिया. वीरेंदर ने आशना की गिरफ़्त अपने शरीर पर महसूस की लेकिन फिर अचानक से आशना की गिरफ़्त ढीली हो गई. 

विरेडनेर(शांत स्वर मैं): आशना, डू यू लव मी??? बोलो ना प्लीज़ आशना, डू यू लव मी????आशना की तरफ से कोई जवाब ना पाकर वीरेंदर ने आशना को कंधे से पकड़ कर अपने से दूर किया. जैसे ही वीरेंदर की नज़र आशना के चेहरे पर पड़ी उसके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई और उसका सारा शरीर सिहर उठा. आशना बेहोशी की हालत मे अपने होंठ हिलाए जा रही थी. हालाँकि उसके गले से आवाज़ नहीं निकल रही थी मगर उसके होंठों के हिलने से सॉफ पता लग रहा था कि वो " आइ लव यू टू वीरेंदर " बोल रही है. वीरेंदर ने उसे एक बार फिर से कस के गले लगा दिया लेकिन आशना अभी भी बेहोशी की हालत मैं थी. 

वीरेंदर ने उसे अपनी बाहों मे उठाकर गाड़ी मे बिठाया और दूसरी तरफ से खुद भी बैठ गया. वीरेंदर तेज़ी से पिछली सीट पर रखे आशना के बॅग से टवल निकाल कर आशना के चेहरे को पोंछने लगा. हालाँकि बारिश तेज़ नहीं थी लेकिन फिर भी कपड़े थोड़े थोड़े भीग चुके थे. वीरेंदर ने गाड़ी का हीटर "ऑन" किया और आशना के सिर, चेहरे और हाथों को पोंछने लगा. गाड़ी मे गर्माहट बढ़ते ही आशना के शरीर मे भी हलचल होने लगी. वीरेंदर की जान मे जान आई. आशना के होश मे आते ही वीरेंदर थोड़ा संभला और उसने टवल को पिछली सीट पर फैंक दिया. आशना आँखे खोले चुप चाप सामने देखे जा रही थी. वो बिल्कुल खामोश थी. 

वीरेंदर: चलें.?????आशना खामोश रही. वीरेंदर उसके करीब आया और उसके चेहरे के बिल्कुल पास पहुँच कर उसके कान मे कहा "आर यू ओके आशना"???

आशना ने तेज़ी से हरकत करते हुए वीरेंदर का चेहरा अपने हाथों मे लिया और उसके होंठों से अपने होंठ जोड़ दिए. वीरेंदर अचानक हुए इस हमले से एक दम हैरान रह गया. इस से पहले के वो कुछ समझ पाता या कुछ कर पाता, आशना ने अपने होंठों को उसके होंठों से अलग करते हुए वीरेंदर को पीछे उसकी सीट पर धकेल दिया. वीरेंदर हैरानी से उसे देखता रहा. काफ़ी देर तक दोनो एक दूसरे की आँखों मे देखते रहे और फिर आशना ने शरमा कर अपनी आँखें झुका ली. 

अपनी सांसो को संभालने के बाद वीरेंदर बोला: यह क्या था?????

आशना( मुस्कुरा कर ,वीरेंदर की आँखों मे देखते हुए): नयी गाड़ी की खुशी मे तुम्हारा मुँह मीठा करवा दिया. अब तुम्हारा टेस्ट जैसा भी हो मुझे कोई फरक नहीं पड़ता, मेरा टेस्ट तो मैने तुम्हे बता ही दिया.

वीरेंदर: गाड़ी की मुबारक इस तरह से दी है तो शादी की मुबारक मे तो तुम मेरा रेप ही कर दोगि.
वीरेंदर के यह कहते ही दोनो हँसने लगे. वीरेंदर ने गाड़ी स्टार्ट की और आगे की तरफ चल दिए. मूसलाधार बारिश लगातार हो रही थी. 

वीरेंदर: तुम बेहोश कैसे हो गई?????

आशना: पता नहीं. 

वीरेंदर: मुझे पता है. 

आशना ने अपना चेहरा वीरेंदर की तरफ किया और बोली: कैसे????

वीरेंदर ने अपना चेहरा सामने ही रखा और बोला: मेरे प्यार के नशे मे. जैसे ही दो जवान जिस्म बारिश की बूँदों के नीचे मिले तो तुम्हारा जिस्म मेरे जिस्म की गर्मी सहन नहीं कर पाया और तुम आनंद के मारे बेहोश हो गई. 

आशना: वाह, क्या लोफरों वाला लॉजिक है. 

वीरेंदर: शुक्रिया मेडम. 
Reply
02-01-2019, 06:17 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना जानती थी कि वीरेंदर से गले मिलते हुए उस पर एमोशन्स एक दम हावी हो गये थे लेकिन वो इस मोड़ पर आकर पीछे नहीं हटना चाहती थी. इसी लिए उसने बेहोश हो जाना ही बेहतर समझा क्यूंकी होश मे रहकर कोई भी बेहन अपने भाई से इस तरह नहीं चिपक पाती. 

वीरेंदर ने आशना को खामोश देखा तो वो बोला: आज नोन-वेज खाएँ??? 

आशना(वीरेंदर की तरफ देखते हुए): बिल्कुल नहीं, डॉक्टर. ने सॉफ मना किया है हेवी डाइयेट के लिए. अब कुछ दिन तो आपको लाइट डाइयेट ही लेनी है. 

वीरेंदर: साले यह डॉक्टर. फीस भी लेते हैं और फिर इतनी पाबंदियाँ भी लगा देते हैं. 

आशना: ए मिस्टर, शायद आप भूल रहे हो कि मैं भी आधी डॉक्टर. तो बन ही चुकी हूँ. 

वीरेंदर ने अपनी जीभ अपने दाँतों मे दबा ली और बोला " मैं तो भूल ही गया था". 

आशना: क्यूँ, मुझे देखकर लगता नहीं कि मैं डॉक्टर. हूँ. 

वीरेंदर: तुम्हे देखकर तो लगता है कि तुम कोई एयिर्हसटेस्स हो. 

आशना का दिल एक बार के लिए ज़ोर से धड़का. 

अपने आप को संभालते हुए आशना ने पूछा : वो कैसे????

वीरेंदर: रहने दो तुम्हे फिर से बुरा लग जाएगा. 

आशना: नहीं आपको बताना ही पड़ेगा. 

वीरेंदर: इतना हॉट फिगर तो किसी एयिर्हसटेस्स का ही होगा ना?

आशना, वीरेंदर के मुँह से अपनी तारीफ सुनकर शरमा गई और दिल ही दिल मे खुश भी हुई.तभी वीरेंदर ने एक होटेल के बाहर ब्रेक लगाई. 

वीरेंदर: चलो पहले डिन्नर कर लेते हैं उसके बाद आगे की सोचते है. 

आशना: वीरेंदर रूको. 

वीरेंदर(आशना की तरफ देखते हुए):क्या हुआ????

आशना: आप सिर्फ़ पेमेंट करोगे, मेनू मैं डिसाइड करूँगी. 

वीरेंदर: ओह माइ गॉड, शादी से पहले ही इतनी पाबंदियाँ. शादी के बाद तो तुम मुझे साँस भी नहीं लेने दोगि. 

आशना मुस्कुरकर गाड़ी से उतार गई. रिमझिम बारिश का सिलसिला अभी भी बरकरार था. होटेल के अंदर जाकर दोनो एक कॉर्नर टेबल पर बैठ गये. उनके बैठते ही एक वेटर उनके लिए दो ग्लास मे पानी लेकर आया और मेनू कार्ड टेबल पर रख कर चला गया. आशना ने झट से मेनू कार्ड उठा लिया. वीरेंदर ने देखा कि मेनू कार्ड के नीचे एक और मेनू कार्ड पड़ा था. वीरेंदर ने आशना को मेनू डिसाइड करने मे बिज़ी पाया तो उसने वो दूसरा मेनू कार्ड उठा लिया. वीरेंदर ने मेनू कार्ड पर नज़र डाली तो उस पर लिखा था "जाम-ए- सुराही". वीरेंदर ने फॉरन चारो तरफ नज़र दौड़ाई. चारो तरफ का नज़ारा देख कर वो समझ गया कि यह होटेल रेस्टोरेंट कम बार है. अलग अलग टेबल्स पर ज़्यादतेर फॅमिलीस थी. कुछ टेबल्स पर कपल्स थे और कुछ टेबल्स पर कुछ लड़कियों की महफ़िल लगी हुई थी. वीरेंदर ने देखा कि यहाँ पर बैठे ज़्यादतेर मेल्स ड्रिंक ले रहे हैं और उनकी पार्टनर भी उनका साथ दे रही हैं. वीरेंदर ने आशना की तरफ देखा जो कि अभी भी मेनू डिसाइड करने मे बिज़ी थी. 

वीरेंदर: पीने मैं क्या लोगि????आशना ने वीरेंदर की तरफ बिना देखे जवाब दिया: ऐज यू विश. 

वीरेंदर: ओके?

आशना ने मेनू डिसाइड करके जैसे ही मेनू कार्ड टेबल पर रखा एक वेटर उनकी तरफ आया. 

वेटर: युवर ऑर्डर प्लीज़.

आशना ने खाने का ऑर्डर दिया और जैसे ही वेटर जाने के लिए मुड़ा वीरेंदर ने कहा: वन मिनट प्लीज़. 

वेटर, वीरेंदर की तरफ मुड़ा और बोला: यस सर.

वीरेंदर: टू शॉट्स ऑफ स्कॉच बिफोर दा मील. 

वेटर: इन फ्यू मिनट्स सर.

आशना हैरानी से वीरेंदर की तरफ देखने लगी, वेटर मूड कर जा चुका था. 

वीरेंदर: अपना मुँह बंद कर लो, खाना आने मे अभी टाइम लगेगा. 

आशना ने चौंक कर अपना मुँह बंद किया और बोली: वीरेंदर, व्हाट ईज़ दिस??? आप ड्रिंक लोगे???? 

वीरेंदर: नो वे. सिर्फ़ मैं नहीं, हम दोनो लेंगे.

आशना : व्हाट ???? लेकिन ऐसे कैसे, अपनी मर्ज़ी से ही ऑर्डर कर दिया आपने. 

वीरेंदर: मैने तो तुमसे पूछा ही था कि ड्रिंक मे क्या लोगि और तुमने कहा था कि आज यू विश. 

आशना: लेकिन मेरा वो मतलब नहीं था. 

वीरेंदर: इट'स ओके, जस्ट रिलॅक्स. 

आशना: नो वे, मैने कभी ड्रिंक नहीं की और ना ही आपको करने दूँगी. 

वीरेंदर: मैं कॉन सा बेवड़ा हूँ, यह तो यहाँ पर बैठे लोगों को देखा तो सोचा कि क्यूँ ना आज ट्राइ कर ही लें.
Reply
02-01-2019, 06:17 PM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना: वीरेंदर, आप जानते हैं ना आपने गाड़ी भी ड्राइव करनी है. 

वीरेंदर: सो व्हाट??? यार अब एक शॉट से मैं कोई टल्ली थोड़े ही हो जाउन्गा.

आशना: लेकिन फिर भी, पता नहीं क्यूँ मेरा मन घबरा रहा है.

वीरेंदर: रिलॅक्स, घबराओ मत, अगर तुम चाहो तो हम अलग अलग रूम ले लेंगे.

आशना के चेहरे पर मुस्कान आ गई और बोली: अरे हां यह तो मैने सोचा ही नहीं. आप तो बहुत दूर की सोचते हैं. 

वीरेंदर: मेडम, इतनी खूबसूरत लड़की आपकी बीवी बनने वाली हो तो सोचना पड़ता है. मैने तो और भी बहुत कुछ सोचा है, बताऊ क्या???? 

आशना ने वीरेंदर की आँखों मे देखा, उसका दिल तेज़ी से धड़केने लगा.आशना ने नज़रें झुकाकर "ना" मे गर्दन हिलाई.

वीरेंदर: चलो छोड़ो यार वक्त आने पर सब पता लग जाएगा. 

इतने मे वेटर दो ग्लास मे वाइन ले आया. 

वेटर: सर सोडा ऑर वॉटर???

वीरेंदर(मुस्कुरा कर आशना की तरफ देखते हुए): आशना, तुम क्या लोगि???

आशना, एक दम घबरा गई और खामोश ही रही. 

वीरेंदर: यार मेरे ग्लास मे पानी डाल दो मेडम जी के लिए तो नीट भी चलेगी. 

आशना ने गुस्से से वीरेंदर की तरफ देखा और फिर जल्दी से बोली: वॉटर. 

वेटर ने उन्हे ग्लास सर्व किए और स्नॅक्स देकर चला गया. जैसे ही वेटर कुछ दूर पहुँचा, आशना ने अपना पैर उठाकर वीरेंदर के पैर पर दे मारा. 

वीरेंदर: आउच!!!.आस पास बैठे लोग वीरेंदर की तरफ देखने लगे.

वीरेंदर: सॉरी फ्रेंड्स, एंजाय युवर सेल्फ़. वीरेंदर ने आशना की तरफ देखा वो मुस्कुरा रही थी. 

वीरेंदर: इस का बदला आज रात ही ले लूँगा. 

आशना ने जब यह सुना तो एक दम घबरा गई. 

आशना: तुम किसी के भी सामने शुरू हो जाते हो. 

वीरेंदर: अभी शुरू कहाँ हुआ, अभी तो कुछ किया ही नहीं. 

आशना, वीरेंदर का मतलब सुनकर शरमा गई. 

वीरेंदर: आज रात मैं तुम्हारे साथ क्या करने वाला हूँ मैं तो सोच कर ही रोमांचित हो रहा हूँ. उपर की तरफ देखते हुए वीरेंदर बोला: हे भगवान इस बच्ची को बर्दाश्त करने की शक्ति देना. 

आशना का शर्म और गबराहट के मारे बुरा हाल था. आशना ने अपना ग्लास उठाया और एक ही झटके मे मुँह से लगा कर गटक लिया. 

वीरेंदर(हैरानी से):ओ तेरी, तो यह बात है. फिर देख मुझे भी और यह कह कर वीरेंदर ने भी ग्लास मुँह से लगाकर खाली कर दिया. 

दोनो के शरीर मे एकदम जलन सी उठी लेकिन दोनो एक दूसरे को दिखाने के लिए ऐसे शांत बैठे रहे जैसे उन्हे कोई असर हे ना हुआ हो. 

आशना: मुझे वॉश रूम जाना है. 

वीरेंदर: तो जाओ ना, अब क्या मुझे भी साथ लेकर जाओगी. 

आशना का चेहरा लाल हो गया. 

आशना(नज़रें झुकाकर): वॉशरूम कहाँ पर है???? 

वीरेंदर ने इधर उधर नज़र दौड़ाई. वीरेंदर ने उंगली के इशारे से कहा: वो उस तरफ. 

आशना: एक्सक्यूस मी. 

वीरेंदर: ओके, बट नो एक्सक्यूस आफ्टर रीचिंग होटेल रूम. 

आशना ने अपने खुले बाल झटके और खड़ी होकर बोली: देखते हैं. 
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,458,951 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,669 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,215,144 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 918,879 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,628,821 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,061,060 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,917,034 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,945,100 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,988,613 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,877 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 4 Guest(s)