RE: Behen ki Chudai मेरी दो कज़िन सिस्टर्स
ये कह कर लैला ने आँखे बंद कर लीं और कहा हां अब बताओ . आशि ने आगे बढ़ कर पहले लैला के लिप्स को चूमा और उस को अच्छा लगा तो उस ने अपनी टंग निकाल कर लिप्स पर फेरी ही थी कि लैला ने अपना मूँह खोल दिया ये सोच कर कि वो फ्रेंच किस या टंग उस के मूँह में डालेगी लेकिन जैसा कि बता चुका हूँ आशि कुछ नही जानती थी सो उस ने नोटीस ही नही लिया और लैला की नेक पर किस कर दिया और उस के बाद एअर लॉब्स पर.
फिर आशि बैठ गई और लैला को देखने लगी और उस की नज़र लैला की फुद्दि पर पड़ी जो बहुत वाइट थी और अंदर से पिंक और रेड थी खैर आशि को भी वो अच्छी लगी लेकिन उस ने लैला के पेट पर किस किया और आराम आराम से किस करते हुए नीचे होती गई और लैला ने मज़े में अपनी टांगे खोल ली थीं आशि ने समझा कि लैला उस को इशारा दे रही है फुद्दि पर किस करने का तो उस ने बिना सोचे ही अपनी ज़ुबान लैला की फुद्दि के बिल्कुल पास ले जा कर लिक्क करने लगी और उस के ऐसा करने से लैला को झटका लगा और उस की फुद्दि ने पानी छोड़ दिया अब लैला की साँसे बहुत तेज़ थीं और उस की टांगे कांप रही थीं आशि को कुछ समझ ना आया और उस ने खड़े हो कर लैला को पकड़ा और कहा बाजी आप ठीक तो हैं क्या हो रहा है आप को अभी लैला की फुद्दि पानी छोड़ रही थी इस लिए उस को अभी होश नही था ये देख कर और कोई रिप्लाइ ना मिलने पर आशि घबरा गई और रोना शुरू कर दिया और उस की आँखे आँसू से भर गयीं
लैला जब होश में आई तो डर गई और आशि को पकड़ कर कहा क्या हुआ रो क्यों रही हो आशि ने लैला को गले से लगा कर कहा आप जो चुप हो गई थीं और आप की टांगे काँप रही थीं तो में डर गई कि आप को क्या हो गया अचानक
आशि: ऐसा क्यूँ हो रहा था क्या हुआ आप को मुझे डरा दिया आप ने तो
लैला: अरे पागल कुछ नही हुआ था मुझे बस में खड़े खड़े थक गई थी ना इस लिए टांगे काँप रही थीं और कुछ नही था सच्ची
बस फिर दोनो ने शवर बंद किया और कपड़े पहन कर बाहर आ गयीं और बातें करने लगीं लैला का माइंड अभी तक बाथ रूम में था और उस ने अचानक आशि को पकड़ कर लिप्स पर किस करना शुरू कर दिया 1 मिनिट ऐसा करने के बाद छोड़ कर कहा कि मेरी बहन कितनी अच्छी है और मुझ से इतना प्यार करती है मुझे आज पता चला
आशि किसी को बताना नही कि हम ने एक साथ बाथ लिया और जो भी हुआ कुछ नही बताना ओके
आशि अच्छा बाजी नही बताउन्गी लेकिन ऐसा क्या है जो ना बताऊ
लैला ने कहा मेरी जान में तुम्हे सब समझा दूँगी लेकिन बस कहा ना किसी से जिकर नही करना ओक आशि ने रिप्लाइ दिया ओके आइ प्रॉमिस किसी से नही कहूँगी
2 दिन ऐसे ही नॉर्मल गुज़र गये लेकिन लैला को अभी तक जब भी वो सीन याद आता उस का जिस्म काँपने लगता और मज़ा आने लगता और उस की फुद्दि क लिप्स मचलने लगते खैर 2 दिन वेट करने के बाद उस का दिल फिर वही करने का कर रहा था क्योंकि उस रात उस ने टीवी पर एक मूवी देखी जिस में कुछ सेक्सी शॉट थे और उन की वजह से लैला फिर हॉट हो गई थी
रात क 12 का टाइम था दोनो सिस्टर एक ही बेड में तीन लेकिन लैला की आँख मैने एंड नही थी और सोच रही थी क आज कैसे आशि को सेक्स करने का कहूँ क्योंकि आज कोई बहाना भी नही था उस के पास खैर इस तरह 1 बाज गया (लैला को मस्तेरबाटे का कोई एक्षपरिएनसे नही था थ्ट्स वाइ शी नीड सम वन्स हेल्प
उन के रूम में नाइट बल्ब ऑन था और उस को नींद नही आ रही थी करवट बदल बदल कर बुरा हाल था और उस की फुद्दि थी कि उस को सोने ही नही दे रही थी
फिर अचानक उस को कोई आइडिया आया तो वो उठ कर बैठ गई और आशि की तरफ देखने लगी फिर बेड से उठ कर बाथरूम में चली गई कुछ देर बाद वापिस आई तो उस ने देखा कि आशि भी उठी हुई थी आशि भी बाथरूम में चली गई और जब वापिस आई तो लैला से पूछा बाजी आप नही सोईं या अभी उठी हैं लैला ने कहा नही मुझे नींद नही आ रही है आज तो आशि ने कहा अच्छा चलो हम बातें करते हैं
लैला ने कहा नही बातें नही करते हां एक काम है अगर तुम करो तो में बताऊं क्योंकि वो काम मेरे लिए बहुत ज़रूरी है और जिस की वजह से मुझे नींद नही आ रही है आशि ने कहा बाजी कैसी बातें करती हैं आप जो भी काम है बताओ में करूँगी आख़िर आप मेरी बाजी हैं और आप ने मेरी हेल्प हर काम में की है तो मैं आप की हेल्प क्यों नही करूँगी बताओ मुझे मैं जो आप कहेंगी वही करूँगी लैला खुश हो गई ये सुन कर और अब परेशान थी कि कैसे कहूँ और कैसे स्टार्ट करूँ खैर कुछ देर चुप रहने के बाद लैला ने कहा आशि मुझे गर्मी लग रही है अगर माइंड ना करो तो क्या में अपने कपड़े उतार दूं
आशि अरे मैं माइंड क्यों करूँगी उतार दो वैसे भी यहाँ कोई नही है और मैं भी लड़की हूँ तो शरम कैसी लेकिन पहले डोर लॉक कर दो कहीं अम्मी या अब्बू ना आ जाएँ लैला उठी डोर लॉक किया और कपड़े उतार कर बेड में आ गई और आशि के बिल्कुल सट्कर लेट गई और उस से कहा कि आशि इधर आ जाओ और मेरे साथ गले लग कर लेटो आशि पास आ गई और दोनो बाहों में बाहें डाल कर लेट गयीं अभी तक लैला ने कुछ नही किया और ना ही कहा तो आशि ने पूछा बाजी क्या बात है आप कुछ परेशान लग रही हैं
लैला थोड़ी शरमा कर कहने लगी आशि मुझे ना नीचे बहुत खारिश हो रही है पता नही क्या है और आज मैने अपनी फ्रेंड से फोन पर बात की और उस से पूछा तो उस ने कहा कि लैला कोई बहुत गरम लेकिन गीली नरम मुलायम चीज़ उस में डलवा लो तब आराम आ जाएगा इस लिए अब किसी और से तो मैं नही कह सकती तुम मेरी बहन हो सो अगर तुम को ऐतराज़ ना हो तो प्लीज़ तुम उस में डाल दो. अगर बुरा लगता है तो कोई बात नही मैं बर्दाश्त कर लूँगी
आशि ने मासूमियत से पूछा बाजी बहुत दर्द है खारिश और जलन है क्या लैला ने कहा हां आशि बहुत ज़्यादा है
आशि आप ने कुछ डाला था क्या कहीं मिर्च वाला हाथ तो नही लगाया था उस जगह जलन जो हो रही है
लैला नही मुझे याद तो नही है शायद लग गया हो लेकिन अब क्या करूँ
आशि अच्छा बाजी कोई बात नही लेकिन मैं क्या डालूं आप बताएँ तो सही क्या ले आऊँ और उस में डालूं
लैला अरे लाना कुछ नही है जो तुम्हारे पास है वही डालना है तो आशि ने कहा क्या बाजी मेरा हाथ
लैला नही पागल हाथ नही जाएगा आशि ने पूछा तो क्या अपनी फिंगर डालूं
लैला अरे मैने कहा ना कोई गीली नरम और मुलायम चीज़ ही डालनी है उसी से ही मुझे आराम मिलेगा
आशि अभी तक नही समझी थी तो उस ने कहा बाजी आप बता दो ना कि क्या डालना है और ऐसी चीज़ तो कोई नही है मेरे पास आप ही बता दो क्या डालूं
लैला ने थोड़ी हिम्मत कर के कहा कि आशि मेरी टाँगों के बीच में आ कर लेट जाओ और अपनी ज़ुबान डालो मेरी फुद्दि में जब ज़ुबान मेरी फुद्दि में जाएगी तो अंदर जो कुछ भी हुआ मिर्च या कुछ भी उस से निकल जाएगी और मुझे सुकून मिलेगा
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