RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
मैं और डॉली दीदी फिर सोफे पर ही बैठ गये. धीरज बेड पर अब ही बेसूध पड़ा हुआ था. उसको देखते हुए मैने दीदी से बोला, “दीदी अब जल्दी ही सुबह होने वाली है, धीरज उठने ही वाला होगा, मैं अपने रूम में जाता हूँ. आपकी स्टोरी ने मेरा लंड फिर से खड़ा कर दिया है, जाकर सुहाग रात में तान्या को भी एक बार चोद लूँ?”
“चलो मैं भी तुम्हारे साथ चलती हूँ,” दीदी बोलते हुए उठ कर खड़ी हो गयी.
“मैं भी अपने छोटे भाई की सुहागरात, छुप कर देखूँगी, तान्या को पता भी नही चलेगा,” डॉली दीदी मेरा हाथ पकड़कर मुझे उठने में सहारा देते हुए बोली.
जब मैं और डॉली दीदी मेरे रूम को खोल कर अंदर पहुँचे तो तान्या उसी घाघरा चोली पहने हुए, गहरी नींद में सोई हुई थी. दीदी ने मुझे इशारों में डोर को बंद करने के लिए बोला, और खुद जाकर कर्टन के पीछे छुप गयी. और मुझे तान्या को उठाने के लिए इशारा करने लगी.
मैने तान्या को हल्के हल्के झकझोर कर उठाया, “तान्या, तान्या उठ जाओ, सुबह हो गयी है...”
तान्या अपनी आँखों को मल्ति हुई उठी, और मुझे अच्छे मूड में देखकर मुस्कुराने लगी.
मैं भी तान्या की तरफ देखकर मुस्कुराया, और बोला, “अभी थोड़ी सी रात बाकी है, कहो तो सुहागरात की रसम भी पूरी कर लें?” तान्या तो मानो इसी बात का इंतेजार कर रही थी, वो तुरंत उठ कर खड़ी हुई और बोली, “बस 2 मिनट मे अभी फ्रेश होकर आती हूँ.”
बेड से उठते हुए तान्या ने मेरी तरफ देखा, उसकी आँखों में थोड़ा पस्चताप था और उम्मीद भरी चमक भी थी, शायद वो भी अपनी सुहागरात को ऐसे बिना चुदाई के वेस्ट होने देना नही चाहती थी. जैसे ही तान्या ने बेड से उतरते हुए अपना पैर ज़मीन पर रखा, मैने उसकी एक बाँह पकड़ ली, और उसके गाल पर एक प्यार भरा किस कर लिया, फिर उसके माथे पर, और उसके लिप्स पर. मैं थोड़ा पीछे होकर उसके गालों को सहलाने लगा. मैं धीरे से बोला, “तान्या शायद आज से पहले मैने तुम से ये कभी नही कहा है, तुम वाकई में बेहद खूबसूरत हो, और तुम को पाकर मैं अपने अपने आप को बहुत खुशकिस्मत समझता हूँ, कि मेरी किस्मत में इतनी अच्छी बीवी लिखी थी.” तान्या मेरी आँखों में आँखें डाल कर मुस्कुराइ, और बोली, “थॅंक यू राज, तुम बहुत अच्छे हो.”
मुझे लगा तान्या बहुत कुछ बोलना चाहती है, लेकिन मैं सब कुछ समझ रहा था, शब्दों की शायद कोई ज़रूरत नही थी. शायद हम दोनो एक दूसरे के प्रति हमेशा वफ़ादार रहने की प्रतिग्या ले रहे थे.
"तुम थोड़ा घबराई हुई लग रही हो तान्या, कहीं तुमको डर तो नही लग रहा, कि ना जाने मैं तुम्हारे साथ कैसे पेश आउन्गा?"
मेरी तरफ एकटक देखते हुए तान्या बोली, “नही राज, मुझे वैसा कोई डर नही लग रहा, तुम तो हमेशा ही मेरे साथ प्यार से पेश आते हो, सच में मैं भी तुम्हारी बीवी बनकर बहुत खुश हूँ. मुझे तुमसे डर क्यों लगेगा?” तान्या के चेहरे पर अब संतुष्टि और उत्सुकता के भाव थे.
ऐसा कहते हुए, तान्या मेरे हाथों से अपनी बाँह छुड़ाकर टाय्लेट की तरफ भाग गयी, और उसने डोर को बंद कर लिया.
जैसे ही तान्या टाय्लेट के अंदर घुसी, मैं कर्टन के पीछे छुपी डॉली दीदी के पास पहुँच गया. दीदी ने अपने होंठों पर उंगली रख कर मुझे चुप रहने का इशारा किया, और पास आकर मेरे कान में फुसफुसाते हुए बोली, “राज, तुम आराम से अपनी सुहाग रात मनाओ, इस बात को अपने दिमाग़ से निकाल दो कि रूम में तुम दोनो के अलावा कोई और भी है. तान्या को पता नही चलना चाहिए, चलो जाओ जल्दी से बेड पर जाकर लेट जाओ.”
तान्या जब पिंक नाइटी पहने हुए टाय्लेट से निकल कर आई, तो बेड पर चढ़ कर उसने मेरे गले में अपनी बाहें डाल दी, और शरमाते हुए मुझे अपने हाथों से सहलाने लगी. तान्या ऐसे बिहेव कर रही थी, मानो वो कुँवारी हो, और आज पहली बार चुदने वाली हो.
हम दोनो एक दूसरे को बिना कुछ बोले देखे जा रहे थे, हमारी आँखें ही आपस में बातें कर रही थी. मैने मजाकिया लहजे में कहा, “तो फिर क्या इरादा है? चलो अपने विवाहित जीवन को शुरू करते हुए, सबसे पहले मैं ही शुरूवात करता हूँ, मैं तुम्हारे सारे कपड़े उतारकर, तुम्हारे नंगे बदन को जी भरकर देखना चाहता हूँ. ” ऐसा कहते हुए मैने बेडसाइड पर लगे सारे लाइट स्विच को ऑन कर दिया, सारा रूम रोशनी से जगमगा उठा.
तान्या थोड़ा मुस्कुराइ, और अपने हाथों को पीछे ले जाकर उसने अपने बालों को खोल दिया, उसके बाल उसके कंधे पर आ गये, वो और ज़्यादा मादक लगने लगी. तान्या ने गहरी साँस लेते हुए बोला, “मैं भी तुमको पूरा देखना चाहती हूँ.” तान्या की आवाज़ में एक गहरी चाह छुपी हुई थी, और उसके चेहरे पर संतुष्टि के भाव थे.
धीरे धीरे, हम दोनो ने एक दूसरे की कपड़े उतारने शुरू कर दिए. तान्या बेहद शालीनता के साथ बिहेव कर रही थी, और उसको मेरे सामने नंगा होने में किसी तरह की कोई परेशानी नही थी. और परेशानी होती भी क्यों? वो अपने पति के सामने नंगी हो रही थी, उसको ये कहाँ मालूम था कि डॉली दीदी हम दोनो को देख रही हैं. लेकिन मुझे बेहद रोमांच का अनुभव हो रहा था, क्योंकि मुझे मालूम था, कि दीदी हम दोनो को सुहागरात मनाते हुए कर्टन के पीछे छुप कर देख रही हैं.
तान्या मेरे कपड़े उतार कर उसको नंगा करते हुए, मेरे नंगे बदन को उत्सुकता के साथ मज़े से निहार रही थी. और एक मर्द के शरीर की बनावट को अचरज से देख रही थी. तान्या के नज़रें मेरे गठीले बदन के हर उभार को अपने दिमाग़ में क़ैद कर रही थी, और अपना हाथ फिराकर उनको फील कर रही थी.
तान्या शांत होकर बेड पर मेरे पास लेट गयी, और मैं उसके शरीर को सहलाने लगा. पहले उसके नग्न कंधों को, फिर उसकी नरम मुलायम चूंचियों को, उसके गरम गरम चिकने समतल पेट को, उसकी गोल गोल गान्ड की गोलाईयों को, उसकी लंबी खूबसूरत टाँगों को, उसकी नाज़ुक सी बाहों को. उसकी आँखें एक मर्दाने स्पर्श के एहसास में खुशी में फटी की फटी ही रह गयी थी. और फिर वो खिसक कर अपने आप मेरे पास आ गयी. मैने तान्या को अपनी बाहों में भर लिया, और उसके चेहरे को किस करने के लिए, अपने हाथ से उपर उठा दिया.
हम दोनो एक दूसरे को होंठ से होंठ चिपका कर फ्रेंच किस करने लगे. तान्या के शरीर की भूख उसके दिमाग़ पर हावी होने लगी थी. तान्या को गरम होने, मज़ा करने, प्लास्टिक के डिल्डो से अपनी आग शांत करने और चुदवाने का अनुभव तो पहले से था, लेकिन सुहाग रात को अपने पति से चुदने का आनंद उसके लिए नया था. उसकी आज पहली ऐसी चुदाई होने वाली थी, जिसकी सारा समाज मान्यता दे चुका था, और किसी को कोई ऐतराज नही था. उसके तन बदन में आग सी लगी हुई थी.
तान्या को मालूम था कि आज उसकी चूत में लगी ये आग, किसी रब्बर के लंड या उसकी अपनी उंगलियों से नही, बल्कि एक असली मर्द के लंड से शांत होने वाली थी. तान्या की चूत पनियाने लगी थी, और वो असली लंड को अपने अंदर लेने के लिए लालायित हो रही थी.
हम दोनो पूरे नंगे होकर एक दूसरे को सहला रहे थे, तान्या ने अपना शरीर मेरे शरीर से ज़ोर से चिपका रखा था. तान्या ने अपना मूँह मुझे फ्रेंच किस करने के लिए खोल रखा था, और अपनी टाँगें मेरे लंड को चूत में घुस्वाने के लिए खोल के चौड़ा रखी थी. तान्या ने अपनी बाहें मेरे गिर्द लपेट कर मुझे अपने से चिपका लिया. और फिर उठ कर बैठ गयी और मेरे फन्फनाते हुए लंड को हैरानी भरी नज़रों से देखने लगी. तान्या अपने पति की लंड को ऐसे निहार रही थी, जैसे कि ये अब उसकी संपत्ति हो, और वो उसकी मालकिन हो.
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