RE: Bhabhi Sex Kahani हर ख्वाहिश पूरी की भाभी �...
तेज ने बात तो मान ली.. और भाभी के बदन को हल्का धक्का दे के पलंग पर गिराके भाभी के पैरो को फैला के भाभी की चूत चाट ने लगा... भाभी को इतना मज़ा आ रहा था के भाभी ने खुद तेज के हाथ को उठाके अपने मम्मे से खेलने को दे दिया... वाह समर्पण... तेज अब ये समझ गया के ये किस टाइप की रांड है... तेज ने भाभी की चूत में एक दो ऊँगली भी डाल कर, जल्दी अंदर बाहर कर के जडने में मदद की... तेज ने भाभी को जाड़कर ही चूत से होठ हटाये... और उंगलिया भी बाद में ही निकाली.... भाभी ने तुरंत ही अपने हाथ से तेज के माथे पर रख के अपनी ऊपर खीच लिया... और अपने ही रस का स्वाद लेते हुए तेज को जबरदस्त किस करने लगी... तेज लगातार मम्मो को दबा ही जा रहा था.. और भाभी को किस करते हुए... दूसरे हाथो से बालो को पीछे से खीच कर दर्द भी दे रहा था... दोनों एकदूसरे की आँखों में देख रहे थे मम्मे भाभी की गर्म सांसो के कारण ऊपर निचे हो रहे थे... दो सेकण्ड के पोज़ के बाद अचानक भाभी ने घूमते हुए अपनी गांड दिखाई... तेज बालो को खीच रहा था वो भाभी पर सवारी करने का न्योता दे रहा था.... जो भाभी ने नैनो की भाषा और मर्द के वर्तन से समझ लिया... तेज ने कमान संभाली... और बालो को खीचते हुए लंड को एडजस्ट करने लगा... भाभी के बालो को वो खिचता तो भाभी नज़दीक आती.. लण्ड ऐसे नही घुसने वाला था.... तो भाभी खुद ट्राई कर रही थी के लंड घुस जाए... तेज के लिये आज ये रांड नौकर ही थी... कर तो अपनी मनमानी ही था.... भाभी ने खुद कर के लण्ड को चूत में घुसाया... तेज धक्के अपने पैरो का इस्तेमाल करके नहीं कर रहा था.. पर बालो को खीच कर पैदा कर रहा था... आखिरी धक्का जैसे लगाया के भाभी के बालो को पूरी तरह खीच लिया...
अब वो भाभी पे सवारी ही कर रहा था... लम्बे लम्बे धक्के मार रहा था... जब भाभी जड़ी के पानी का उपयोग भाभी की गांड में भिगाने के लिए कर दिया... थोड़ी देर बाद भाभी के गांड में भी अनाड़ी ने एक जटके में लण्ड घुसेड़ दिया... अब साला और अनाड़ी हो गया कभी एक साथ दस बारा जटके चूत में मारे फिर दस बारा जटके गांड में... दोनों छेद का मस्त उपयोग कर रहा था... करीब बिस मिनिट के बाद उसने अपनी पोसिशन बदली और भाभी को सुलाके उस पर खुद सो गया... साला जैसे ही भाभी पे सोया के भाभी के हाथ पैर के अलावा कुछ् ना दिखे उतना तो चौड़ा था तेज का शरीर... भाभी पचास पचपन किलो के करीब और वो साला नब्बे किलो के करीब.. अब भाभी के लिए ये काफी चॅलेंजिंग होने वाला है....
भाभी पर पड़ते ही उस पुरे बदन पर तेज मस्त दबाव दिया... उसे होठ पर गले पर मम्मो पर लगातार काटता रहा और धीरे धीरे चूत पर लण्ड सटा के चोदने भी लगा... मिशनरी पोसिशन में भी भाभी एक और बार ज़द चुकी थी... चूत की गहराई अब इतनी हो चुकी थी के पानी निकले ही जा रहा था... भाभी की चूत गीली गीली, सर भी पसीने से लथपथ... तेज चौड़ी छाती के निचे पूरा शरीर गर्मी के कारन पसीना पसीना... जैसे तेज लण्ड अंदर डालता... भाभी के मम्मे दब के साइड से बाहर आते, लण्ड बाहर निकालते ही मम्मे खीच जाते... तेज ने मम्मे को भी अंदर खीच के अपने अंदर भीच लिया... ता के वो भी आखरी पलो में उनके साथ हो... ये बंदा कुछ अलग ही कर रहा था... धक्के उसने थोड़े कम किए.. और अपने हाथ भाभी के फिरते लेने के लिए भाभी को हल्का ऊँचा करके पीठ के निचे अपने हाथ दाल दिए... दोनों हाथ एकदूसरे को पकड़ के कसकर जमे हुए थे... तेज के पैर ने भाभी के पैरो की आंटी ली... और भाभी के पैरो के निचे अपने पैर जमाए... अब भाभी के दोनों पैर एकदूसरे के करीब जुड़े हुए थे और इसीलिए चूत सुकुड़ गई... लंड अंदर और उसपर दबाव का मज़ा तेजसिंह ले रहा था... अब धक्के वापस से तेज करना चालू कर दिया.. अब तो सिर्फ भाभी के हाथ आज़ाद थे... जो की तेज के पसीने वाले पीठ पर घूम रहे थे... भाभी के चहेरे के हावभाव से उसे कसी चूत में लंड शायद एयर ही मज़ा दे रहा था... तेज भाभी के कंधो पर अपना सर रखे इसी पोसिशन में लगातार भाभी को बस रगडे जा रहा था...भाभी लगातार आह... आउच.... ओह नो... प्लीज़... आह धीमे... अरे मैं पूरी दब गई... आह... थोड़ी देर.... प्लीज़.... पर तेज तो तेजी से आगे ही निकले जा रहा था... और एक समय ऐसा आया के भाभी को तेज ने कुछ मजबूती से एकदम पकड़ा और भींचते भींचते ही पूरा वीर्य भाभी के चूत में खाली कर दिया....
वह क्या नज़ारा था... भाभी भी उस टाइम जड़ चुकी फिर से... अब वो काफी थक चुकी थी... इतना वजन था फिर भी वो हिलने का नाम नहीं ले रही थी... गरमी के कारन तेज खुद निचे उतरा भाभी पर से... और सीधा लेट गया... एक ही जटके में लंड निकाला वो दर्द भाभी को जुरूर हुआ... पर तेज अलमस्त अपनी ही धुन में था... और मुह फेर कर सो भी गया... मैंने भाभी को उठने में सहारा दिया और उनको बाहर लेके आया...
साले तेजसिंह ने सच में एक रंडी की तरह ही चोद दिया भाभी को... पर भाभी का चहेरा कुछ अलग बयां कर रहा था... वो खुश तो थी पर थकी थी... अब तो प्लान सब चोपट हो गया था जो हमने बनाया था... मैं भाभी का ये जज़्बा देख कर उसे अकेले उनसे ख़ुशी पाने की सोच रहा था... शाम के पांच बजे थे और कम से कम मेरे पास चार पांच घंटे थे... सब ने भाभी को चोद चोद कर अपनी हवस पूरी कर ली थी। दोनों नोकर भी सो गए थे हवस पूरी कर के... मेरे दोस्त को कभी भी उनको अब घर आके चोद ने ही वाले थे... बाकि के प्रोग्राम का कुछ करेंगे "रिटर्न गिफ्ट" धीरे धीरे दे देंगे भाभी को चाहिए तो...
मैं कपड़ो में और भाभी नंगी हम केविन के रूम में आये...
भाभी: जाओ बुला लाओ तेरे सारे दोस्तों को...
मैं: क्यों? मन नहीं भरा?
भाभी: ऐसी बात नहीं उन लोगो के आई हूँ और उन्ही लोगो को सिर्फ एक बार मिली हु मैं... तो उनका काम तो होना चाहिए न?
मैं: ह्म्म्म पर मैं क्या सोच रहा था?
मेरा ध्यान भाभी की चूत पर था... पसीने से लथपथ भाभी की चूत से वीर्य टपक रहा था... भाभी की चूत फूल चुकी थी।
भाभी: हम? क्या सोच रहे हो?
मैं: भाभी क्यों न हम दोनों कहि अकेले ये शाम बिताये?
भाभी: तो तेरे दोस्त?
मैं: उसे मना लूंगा माँ चुदाये लोग, मेरा बर्थडे है आखिर... और तू सब में बटी जा रही है...
भाभी: हा हा हा जलन?
मैं: वैसे कुछ समझ ले.. मैं और तुम सिर्फ दो।
भाभी: और चुदाई....!
मैं: अरे वो तो करना ही पड़ेगा न?
भाभी: पर अभी ये लोग?
मैं: अरे वो घर आकर तुजे चोद लेंगे न?
भाभी: ह्म्म्म वो भी ठीक है...
मैं: हा तो चलो...
भाभी: अरे पर कपड़ा तो नही है और जायेंगे कहा?
मैं: केविन की कार है... पीछे पड़ी है... हम दोनों उसमे जाएंगे...
भाभी: कपड़े?
मैं: नंगी रहना... पर देख ले कोई लिंगरी मिल जाए तो थोडा ढकना ही तो है... रस्ते पर कोई मिल जायेगा तो वही किसीको तुज पे चढ़वा दूंगा...
भाभी: तो तू मुझे लोगो से चुदवाने ले जा रहा है?
मैं: नहीं बस ये चाहता हूँ के कुछ अलग और नया करना है... अभी तो क्या सब आयंगे और तुज पे चढ़ेंगे तेरा डबल पेनेट्रेशन करेंगे और फिर मज़ा ख़तम... यो सब सो जायेंगे... ज्यादा से ज्यादा ट्रिपल पेनेट्रेशन करेंगे तेरा... आज कुछ नया करते है...
भाभी: चल कुछ नया करना है न? जा गाडी तैयार रख के राह देख मैं तैयार होक आती हूँ... मैंने कुछ देखा है... चल कुछ नया करते है...
भाभी सीडियो पर नंगी चढ़ती गई कवीन के रूम में और मैंने केविन की गाडी की चाबी जो मुझे मिली थी उसे उठा ली... मैंने केविन को फोन लगाया और उसे सब बताया... मेरा बर्थडे था तो मुझे कोई मना नहीं कर सकता था... पर भाभी को घर आकर बराबर बिना कोई रोकटोक सब भीच कर मसल देगा... ये वादा लेकर वो लोग मान गए...
मैं गाड़ी में भाभी की राह देख रहा था... के भाभी के दर्शन हुए... भाभी ने ऐसे कपड़े पहने थे...
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