RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
तभी बांद्रा को निकलने वाली बस, रामू जिस बस स्टैंड पे खड़ा था वहाँ रुकती है, कंडेक्टर जोर से बोलता है- “बांद्रा किसको जाना है, बांद्रा…”
रामू के सामने ही बस थी लेकिन वो करीना की याद में खोया था, और कंडेक्टर जब दूसरी बार बोलता है तब रामू को सुनाई देता है। लेकिन तब तक बस आगे बढ़ चुकी थी, रामू दौड़ते-दौड़ते बांद्रा की बस को पकड़कर अंदर चढ़ जाता है।
ये देखकर कंडेक्टर बोलता है- “क्या रे साले, मरना है क्या?”
रामू हान्फते हुये बोलता है- “माफ़ करना जरा जल्दी है मुझे, इसलिये ऐसे चढ़ गया…”
कंडेक्टर- “ह्म् म्म्मम, आगे से नहीं चढ़ना ऐसे नहीं तो लात मारकर भगा दूँगा बस से, कहाँ जाना है बोल, जल्दी…”
रामू- “मुझे बांद्रा का टिकेट लेना है…”
कंडेक्टर रामू को बांद्रा का टिकेट पैसे लेकर दे देता है।
सुबह 5:45 बजे सोमवार
वहाँ करीना जल्दी-जल्दी बाथरूम से फ्रेश होकर और नहाकर पूरी नंगी बाहर आती है, एक हाथ से तौलिया से अपने गीले बाल पोंछ रही आईने के सामने खड़ी हो जाती है, और खुद को ऐसे नंगा खड़ा देखकर खुद से ही शरमा जाती है। करीना का बदन किसी 18 साल की कमिसन की तरह लग रहा था, बड़ी-बड़ी 36” की चुचियाँ, 29” की कमर, और 36” की गाण्ड, ऐसी दीगर जिसे भगवान ने बड़े ही खूबसूरती से बनाया था। करीना जो की बोलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस है, उसके सारे काम उसके नौकर ही करते हैं, वो तो सिर्फ़ जहाँ उसे अच्छी कीमत देकर प्रोड्यूसर, डायरेक्टर्स, आड्स, फिल्मों में, रियलिटी शोस में बुलाते थी, वहाँ ही वो जाती थी और अपने खूबसूरत जिस्म के जलवे और एक्टिंग से सबका दिल जीत लेती थी।
व्यक्तिगत काम छोड़कर लाइफ के सारे रोज के काम जैसे, बिजली वगैरह का बिल भरना, फ्लाइट्स बुकिंग, कार ड्राइव, आदि, ये सब काम वो अपने सेक्रेटरी गणेश से करवाती, जोकि (गणेश) अपने गाँव उसके बाबा की बरसी के लिये गया था। तो अब करीना को ही सब सफ़र की तैयारी करनी थी। करीना हर मुश्किल काम दूसरों से करवाती थी इस कारण उसकी जनरल नालेज भी कमजोर थी। और फिर भी करीना रिस्क लेकर गोगा के साथ ट्रेन से सफ़र करने के लिए तैयार हो रही थी।
करीना आलमारी में से पैंटी, ब्रा, ड्रेसेस, साड़ी के बेस्ट कलेक्शन निकालकर बेड पर एक-एक ड्रेस अलग-अलग रखकर, मन ही मन- “आज के दिन क्या पहनु? ब्लैक अंडरगामेंट्स के साथ मिनी स्कर्ट या पिंक पैंटी और ब्रा के साथ पिंक टी-शर्ट और ब्लैक जीन्स पहन लूँ, उम् म्म्मम… कुछ समझ में नहीं आ रहा…”
और वहाँ रामू बस से बांद्रा पहुँच चुका था, फिर पहुँचते ही रामू ऑटोरिक्शा से करीना के घर के गेट तक पहुँच जाता है। रामू आटो से बाहर निकलकर आटो वाले से पूछता है- “कितना हुआ बोल, जल्दी…”
आटो वाला- “₹50 हुआ साहब…”
रामू आटो वाले को ₹50 देकर आगे गेट से अंदर जाता है, और वाचमैन के पास से डुप्लीकेट चाबियाँ लेकर करीना के घर का मुख्य दरवाजा खोलकर अंदर किचेन में जाते ही करीना को इम्प्रेस करने के लिये मॉर्निंग ब्रेकिास्ट बनाने के लिये जुट जाता है।
सबेरे 6:00 बजे
करीना का ड्रेसिंग सेंस लाजवाब है, वो जो भी ड्रेस पसंद करती, उसमें बेबो के गोरे बदन को चार चाँद लगते। वो पहली बार ट्रेन से जाने वाली थी, अंजान लोगों से सामना होने वाला था, इस कारण वो साड़ी पहनना ही ठीक समझती है, और अपनी पसंदीदा रेड साड़ी और स्लीवलेश रेड ब्लाउज पसंद करती है, फिर करीना रेड पैंटी पहन लेती है, और उसके बाद रेड ब्रा से जैसे-तैसे अपनी बड़ी-बड़ी चुचियों को कसकर पीछे दोनों हाथों से ब्रा का हुक लगा देती है, और साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट भी 15 मिनट में पहन लेती है।
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