RE: Chodan Kahani एक आहट जिंदगी की
सामने का नज़ारा देख राज के होश उड़ गये…..32 साल की एक गदराई हुई औरत उसके सामने सिर्फ़ समीज़ और सलवार पहने खड़ी थी….उसकी समीज़ में से उसकी चुचियाँ सॉफ झलक रही थी…..चुचियों के निपल देखते ही राज का लंड पेंट में झटके खाने लगा. वो विमला के पास गया….और उसके चेहरे के करीब अपने चेहरे को लेजा कर सरगोशी में बोला. “तो तुम चुदने के लिए पूरी तैयारी करके बैठी हो…..”
विमला: (मुस्कुराते हुए) यू लकी बस्टर्ड……क्या किस्मत पे हुए तूने लड़के….अभी तो तुम्हे पता ही नही मेने क्या-2 तैयारी की हुई, इस रात को यादगार बनाने के लिए….
राज ने विमला का हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ खेंचते हुए अपनी बाहों में भर लिया. विमला की बड़ी-2 गोलमोटल चुचियाँ राज के चौड़े सीने में धँस गयी….”आह सीईईई हाई मेरी जान निकल दी तूने छोरे….” विमला भाभी ने राज के गले में अपनी बाहें डालते हुए कहा…..”अच्छा तो मुझे भी तो पता चले कि, तुमने क्या क्या तैयारी कर रखी है…”
विमला: बताऊ…..?
राज: हां बताओ…..
विमला: (कामुक मुस्कान के साथ मुस्कुराते हुए) अंदर एक और चूत सज संवर कर तुम्हारे लंड का इंतजार कर रही है….
राज: क्या कॉन ?
विमला: (अपनी चुचियों को राज की छाती में रगड़ते हुए) नाजिया और कॉन……श्ह्ह अब तुम सोच रहे होगे कि मुझे कैसे पता ये सब कैसे हुआ है ना ? तो चलो में ही बता देती हूँ. आज जब तुम घर आए थे तब मेने गेट की झिर्री में सब देख लिया था..कैसे तुम उसकी बुर को मसल रहे थे…..फिर मेने नाजिया को धमकाया कि में उसकी शिकायत नजीबा से कर दूँगी… और उसे अपनी बात मानने पर मजबूर कर दिया….
राज: अच्छा जितना में सोचता था…तुम उससे कई गुना चालाक हो……बहुत चालू चीज़ हो तुम.
विमला: अज़ी चालू नही हूँ में….अब क्या करूँ……मेरी ये बुर लंड मांगती है….बस बुर के हाथों मजबूर हूँ…..चल अंदर चलते है….नाजिया भी चुदने के लिए मरी जा रही है तुमसे….
विमला और राज दोनो स्टोर रूम के तरफ जाने लगे….पहले विमला स्टोर रूम में दाखिल हुई, जिसमे ट्यूब लाइट जल रही थी…..विमला को देख कर नाजिया का दिल जोरो से धड़कने लगा….विमला ने बाहर खड़े राज को अंदर आने का इशारा क्या…..नाजिया नीचे ज़मीन पर बिछे हुए बिस्तर पर बैठी थी….उसने अपनी पीठ पीछे दीवार से सटा ली…फिर जैसे ही राज अंदर आया…नाजिया के दिल की धड़कने और तेज हो गयी…..
अंदर आते ही विमला ने राज को दीवार से सटा दिया…और खुद उसके सामने घुटनो के बल नीचे बिस्तर पर बैठ गयी….उसने राज के लोवर को पकड़ कर नीचे खेंचा, तो राज का 8 इंच का लंड बाहर आकर झटके खाने लगा….विमला के पीछे बैठी हुई नाजिया ये सब अपनी फटी आँखों से देख रही थी…..विमला ने राज के लौडे को अपनी मुट्ठी में भर लिया. और नाजिया की तरफ राज के लंड को देखते हुए बोली….. “हाईए देख कैसी शरमा रही है….जैसे पहली बार अपने यार का लंड देख रही हो…..” और फिर नाजिया की तरफ देखते हुए राज के लंड को तेज़ी से हिलाने लगी….विमला ने एक हाथ नाजिया की तरफ बढ़ाया जो उससे 2 फुट की दूरी पर दीवार से पीठ टिकाए हुए बैठी थी….विमला ने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपनी तरफ खेंचा….पर नाजिया आगे को नही हुई…
पर विमला भाभी ने फिर से उसे ज़ोर लगा कर अपनी तरफ खेंचा, और उसे अपने पास खेंचते हुए बैठा लिया…” क्या हुआ नाजिया तू पहली बार तो नही देख रही राज का लंड इतना क्यों शर्मा रही है…ले पकड़ इसे हाथ में….” विमला ने नाजिया का हाथ पकड़ कर राज के लंड पर रखना चाहा तो नाजिया ने अपना हाथ पीछे कर लिया, और ना में सर हिलाने लगी….”चल तेरी मर्ज़ी फिर बैठ कर देखती रह….”
विमला ने राज के लंड को छोड़ा, और अपनी समीज़ को दोनो हाथों से पकड़ कर ऊपेर उठाते हुए अपने गले से निकल कर नाजिया की तरफ फेंक दिया….विमला भाभी की 38 साइज़ की बड़ी-2 चुचियाँ ट्यूब लाइट की रोशनी में चमकने लगी…फिर विमला भाभी ने राज के लंड को पकड़ा और अपनी दोनो चुचियों के बीच में लेकर उसके लंड को रगड़ने लगी….राज ने नाजिया की तरफ देखा जो, चोर नज़रों से उनकी तरफ देख रही थी…..राज ने विमला भाभी के मम्मों को पकड़ कर अपने लंड को उनके मम्मों के बीच की गहरी घाटी में आगे पीछे करते हुए रगड़ना शुरू कर दिया….
दोनो के मुँह से आहह आहह ओ की जैसी सिसकारियाँ निकल रही थी…जिन्हे पास बैठी नाजिया सुन कर गरम होने लगी थी…..राज पूरी मस्ती में विमला भाभी की बड़ी-2 गुदाज चुचियों के बीच अपने लंड को रगड़ रहा था….और विमला भाभी अपने सर को नीचे की तरफ झुकाए हुए राज के लंड के सुपाडे को देख रही थी….जो उसकी चुचियों के बीच से बाहर आता, और फिर से अंदर छुप जाता….विमला भाभी की बुर की फांके राज के लाल हो चुके लंड के सुपाडे को देख कर और फुदकने लगी….
फिर विमला भाभी ने अपने सर को और झुका कर राज के लंड के सुपाडे को अपने होंटो से चूम लिया….राज के बदन ने एक तेज झटका खाया….उसने अपने लंड को उसकी चुचियों से बाहर निकाला और विमला भाभी के सर को पकड़ कर अपने लंड के सुपाडे को उसके होंटो की तरफ बढ़ाने लगा….विमला भाभी ने अपना सर पीछे करना शुरू कर दिया….”आहह भाभी क्या हुआ चूसो ना इसे…..” विमला भाभी ने राज की आँखों में वासना से भरी नज़रों से देखा और फिर नाजिया की तरफ देखते हुए बोली….”ओह्ह्ह राज वैसे तो मेने आज तक किसी का लंड मुँह में नही लिया…पर तुम्हारे लंड की बात ही कुछ और है….तुम्हारे लंड का स्वाद तो में ज़रूर चखूँगी….”
ये कहते हुए विमला ने नाजिया की तरफ देखते हुए राज के लंड को अपने होंटो में भर लिया और अपने होंटो से राज के लंड के सुपाडे को पूरे जोश के साथ चूसने लगी….सामने का नज़ारा देख नाजिया की बुर फुदकने लगी…विमला भाभी अब किसी रांड़ की तरह राज का लंड चूस रही थी….राज का आधे से ज़्यादा लंड विमला के मुँह के अंदर बाहर हो रहा था….और उसका लंड विमला के थूक से गीला होकर और चमकने लगा था….
फिर विमला भाभी ने राज के लंड को मुँह से बाहर निकाला, और अपने हाथ से हिलाते हुए नाजिया की तरफ देखते हुए, राज के लंड के सुपाडे पर अपनी जीभ बाहर निकाल कर कुरेदने लगी…और आँखों ही आँखो में नाजिया को अपने पास आने का इशारा क्या…सामने चल रहा गरम नज़ारा देख नाजिया जैसे मंत्र मुग्ध सी होकर उसके पास खिंचती चली गयी..अब नाजिया विमला भाभी के बिल्कुल पास घुटनों के पास बैठी हुई थी…..
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