Chudai Story अनोखी चुदाई
07-16-2018, 12:11 PM,
#31
RE: Chudai Story अनोखी चुदाई
मैं थक गई थी. लेकिन दीदी बड़ा मज़ा आया चुदाई का और मैंने भी दिल खोल के दी.
मेरी चूत फूल गई थी पूरी रात उस ने अपना लण्ड चूत के अंदर ही रखा. 
दूसरे दिन वो गया. 
जाते जाते बोला – भाभी जी बड़ा मज़ा आया तुम्हारी चुदाई करने में. लगता है अमन तुम्हारी पूरी तरह चुदाई नहीं करता.
मैं बोली – करता तो बहुत है लेकिन तुम्हारे इस घोड़े जैसे लण्ड के आगे उस का तो कोई मुकाबला नहीं हो सकता ना. अब जितना मोटा और लंबा लण्ड इस चूत में घुसेगा उतनी ही तो चौड़ी होगी ना. 
मेरी जैसी सुंदर औरत को पेलते रहो. जब दिल करे अंदर घुसेड दो और लण्ड अंदर ही रखो. 
उसने कहा – जब से देखा था आप को, मैंने सोच लिया था की मिनी को चोदना है किसी भी कीमत पर और बस रब ने मौका दे दिया.
फिर उस ने मुझे तीनों दिन रात दिन चोदा. जब भी खड़ा हो जाता सीधा अंदर घुसेड देता और मैं भी दिल खोल कर चौड़ी हो कर चुदती. 
सोचा चलो एक और सुहागरात और हनीमून सही. 
वैसे भी अमन हफ्ते में दो बार ही चोदता है सो मेरा भी दिल भर गया इस मोटे लण्ड की चुदाई से.
मज़ा आ गया भाभी..
फिर वो काफ़ी दिन नहीं आया.
दो महीनो बाद एक दिन, दिन में आया और मुझे खूब चोदा. 
फिर शमी अब तक नहीं आया.
अमन बोला के उस की ट्रान्स्फर हो गई और वो अब नहीं आएगा बॉम्बे. 
काफ़ी दिन याद आती रही उस की चुदाई की. अमन को आज तक पता नहीं की उस ने मुझे तीन दिन खूब चोदा था मसल मसल कर. पूरा गिफ्ट्स का हिसाब कर लिया था उस ने और मैंने भी पूरी कीमत चुका दी.
अगर अमन को पता चल जाता तो उसका उसके दोस्तों से विश्वास उठ जाता और वो दुखी हो जाता. इसलिए मैं उस की खुशी के लिए चुप रही और सोचा चुप रहने में ही फ़ायदा है.
वैसे भी भाभी में कौन सी सील बंद थी, रास्ता खुला था सो उस ने और चौड़ा कर दिया था. 
मेरी सील तो मेरी शादी से पहले ही टूट चुकी थी. 
वो भी एक दूध बेचने वाले के मोटे काले लण्ड से.
फिर कभी सुना दूँगी आपको यह आप बीती. 
कैसे बेदर्दी से पेला था उस ने. 
मैं फट से बोली – अरे मिनी अब तो और भी मज़ा आएगा. तुम्हारी इस शील भंग की गाथा का.
मैंने मिनी पर काफ़ी ज़ोर डाला की मुझे बता दे कौन था वो किस्मत वाला, जिस के हाथ यह परी लगी और कैसे टाँगें उठा के तेरी टाइट फुददी का फावड़ा बना दिया.
मिनी बोली – सुमन भाभी, आप बहुत चालू हैं अगर आप को 10 मर्द भी चोद जाएँ तो भी किसी को पता ना चले. दूसरे की बात को सुन ने को तड़प जाती है आप और पूरी गाथा दिमाग़ मैं बैठा लेती हैं कंप्यूटर की तरह और कहती है की मज़ा आ गया.
भाभी – चल यूँ ही सही. अब शुरू कर.
मिनी – सुनो भाभी यह बात उन दिनों की है जब मैं कॉलेज के दूसरे साल में दाखिल हुई थी.
उम्र कोई 19 की थी.
हमारा अपना घर है. जिस में मैं पापा और मम्मी रहते थे. मैं अकेली ही संतान हूँ उन की इसलिए काफ़ी ध्यान रखते थे.
घर छोटा था, तीन बेड रूम और आगे पीछे जगह है. 
दो बाथरूम हैं एक बाहर था प्राइवेट गस्ट्स के लिए. घर एक चारदीवारी के अंदर बनाया हुआ है अलग है दूसरे घर से.
सामने छोटा सा गेट है.
गेट हम रात को ही बंद करते हैं नहीं तो खुला ही रहता है.
एक बेड रूम कॉर्नर में बाथरूम का साथ और दूसरा उसी के साथ है और एक दूसरी कॉर्नर में कॉर्नर में किचन के साइड में.
मम्मी पापा इसी में रहते है और मेरा रूम सेंटर वाला था. 
बाथटब अटॅच्ड था.
छोटा है लेकिन बहुत ही सज़ा के रखा था. 
मम्मी स्कूल टीचर हैं और बगल के टाउन में पढ़ती हैं. 
देखने में एक दम से सुंदर, पतली कमर, चौड़ी छाती, मोटे चुटटर और थोड़ी लंबी हैं. 
कहें तो सुंदरता की मूर्ति हैं वो.
शांत स्वाभाव है और हँसमुख चेहरा. 
पापा जिला ऑफीस में एक सरकारी वकील हैं और हफ्ते में दो बार आते हैं घर. अच्छी सेहत, लंबे, तगड़े और थोड़ा पक्का रंग है उनका. 
खाने पीने के शौकीन हैं और विसकी बगैरा ले लेते हैं कभी कभी.
घर का रुतीन कुछ ऐसा था.
सुबह 5 बजे तक सब उठ जाते हैं. दूध वाला आ जाता और आवाज़ देता या बेल बजा देता था. उस का टाइम एक दम से पक्का था.
चाहे कुछ भी हो जाए. 
हम ने फ्रेश दूध लगवाया हुआ था. गाँव से लाता था जो की कोई 10-12 घरों को ही देता है.
उठते ही साफ सफाई होती. फिर फ्रेश हो कर पूजा पाठ और नाश्ता. कोई 8 बजे तक सब अपने अपने काम पर चले जाते हैं.
अब हुआ ऐसे की मेरी रेनी सीज़न की छुट्टियाँ चल रहीं थी और मैं फुल टाइम घर में ही रहती थी. 
दिन भर सोने का और थोड़ी पढ़ाई, टीवी देखना, खाना और सोना.
कभी कभी एक दो सहेलियों से मिल लाती या वो आ जातीं.
एक रात को ऐसा हुआ की मेरी नींद टूट गई. 
रात को 12 बजे का टाइम था. मैं उठी और किचन की ओर चल दी की पानी की बॉटल ले कर आ जाऊं.
जब मैं मम्मी के बेड रूम से गुजर रही थी तो मुझे कुछ आवाज़ें आईं. जो अजीब सी थीं.
मैं पिछली खिड़की के पास चली गई धीरे से और उन के कमरे में झाँकी. 
मेरा दिमाग़ काम करना बंद कर दिया. 
देखा की मम्मी एक दम नंगी हैं और पापा से चूमा चाटी कर रहें हैं. 
फिर पापा उठे और मम्मी को कुछ बोला. 
मैंने देखा की पापा का लण्ड कोई 10 इंच लंबा और 3 इंच मोटा एक लोहे के डंडे जैसा खड़ा है और घोड़े की तरह हिल रहा है.
तभी मम्मी बिस्तर पर लेट गयीं. वो एक भरपूर सुंदर औरत लग रहीं थीं. 
मैं देखना चाहती थीं की आगे क्या होता है.
पापा ने मम्मी की चुचियाँ चूसी. फिर कोई 5 मिनट तक चूत को चटा.
मम्मी बोली – अब शुरू करो. 
तब पापा ने मम्मी की टाँगें अपने कंधों पर रखी और एक जोरदार धक्के से अपना पूरा लण्ड उन की चूत में घुसेड दिया. 
मम्मी तिलमिलाई पर पापा पर कोई असर नहीं हुआ.
पापा ने धना धन मम्मी को चोदना शुरू किया. 
कोई 5 मिनट में पापा ढीले पड़ गये. 
मम्मी को बड़ा गुस्सा आया और बोली – यह क्या हुआ.
मेरा पानी निकल गया, क्या करें. – पापा ने जवाब दिया.
मम्मी गुस्से में उठी और बाथरूम चली गई.
मम्मी के सेक्स की पूर्ति नहीं हो पाई थी. 
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07-16-2018, 12:11 PM,
#32
RE: Chudai Story अनोखी चुदाई
फिर मम्मी बिस्तर पर नंगी ही सो गई. 
मैं चुप के से अपने रूम में आ गई. 
उस रात मैं सो नहीं सकी और इस के बारे मैं ही सोचती रही, की पापा का इतना बड़ा लण्ड है फिर भी मम्मी चुदाई की प्यासी रह जाती है.
पापा को इलाज करवाना चाहिए. 
मेरी सहीलियों ने मुझे सब बताया था की मर्द का लण्ड कितना भी बड़ा क्यों ना हो अगर औरत को पूरी तरह खुश ना कर सके तो उस का कोई फ़ायदा नहीं.
मैंने सोचा मम्मी को पापा को कुछ कहना चाहिए.
वैसे मुझे यह देख कर बड़ा मज़ा आया था जब पापा ने पूरा का पूरा एक ही धक्के में घुसेड दिया था मम्मी की चूत में.
मैंने देखा की मम्मी पर कोई असर नहीं था. वो नॉर्मल रहती थीं और खुश भी. 
एक दिन बारिश काफ़ी पड़ रही थी की दूध वाला आ गया सुबह जल्दी ही. 
मैं और मम्मी ही थे घर पर. 
मैं सोती रहती थी अगर पापा घर पर ना हो. लेकिन उस दिन मैं उठी तो देखा की मम्मी दूध वाले को बोल रही थी – जीतो, अंदर घर में आ जाओ. पूरा भीग गये हो. 
दूध वाले की उम्र कोई 35 साल की होगी. 
गुज्जर था. दूध ज्यादातर गुज्जर लोग ही लातें है. 
गुज्जरों की एक बात है की यह लोग बहुत मोटे तगड़े और मजबूत होते हैं. 
इन का बदन लोहे जैसा दिखता है. 
खैर जीतो अंदर आ गया और घर में खड़ा हो गया था.
उस ने एक हाफ बनियान और पुरानी पैंट पहनी हुई थी.
मम्मी ने उस से दूध लिया तो मैंने अपने रूम से देखा की जीतो, मम्मी की तरफ देख रहा है.
मम्मी एक पतली सी मैक्सी में थीं. जिस में से काफ़ी कुछ नज़र आ रहा था. मैं यह सब देख कर अंदर ही रुक गई और साइड में अपने बिस्तर पर से ही देखती रही उस को.
मैंने सोचा की क्या बॉडी है जीतो की. अगर यह मम्मी पर चढ़ जाए तो मम्मी की चूत की पूरी गर्मी निकाल देगा.
मम्मी जब किचन से वापस आई तो वो भी कुछ भीगी हुई थी जिस से उस की मैक्सी उस की भारी गाण्ड में घुसी हुई थी, जो उस ने नोटीस नहीं क्या था शायद.
जीतो बोला – बीबी जी बाथरूम में जाना है तो मम्मी ने इशारा किया बाहर की टाय्लेट की ओर. 
इधर मैं क्या देखती हूँ की जीतो का लंड उस की पैंट में टेंट की तरह खड़ा हो गया है.
वो सीधा मम्मी का पास आया और खड़ा हो गया.
मम्मी ने भी यह नोटीस कर लिया था की उस का लंबा लण्ड तना हुया है और 11 इंच से कम नहीं है.
मम्मी की चूत शायद यह देख कर पानी छोड़ रही थी. 
बारिश और जोरों से पड़ने लगी थी.
मम्मी ने कहा की जीतो इधर आओ. 
उस की तरफ देख कर हंसते हुए बोली – यह क्या है. 
वो बोला – मैडम साहब आप इतनी सुंदर हैं की यह खड़ा हो गया है. मैं कुछ नहीं करूँगा आप डरो मत. यह बैठ जायगा. 
मम्मी किचन में गई और चाय का कप ले आई और बोली की लो चाय पियो. गरम रहोगे.
जीतो बोला की मैडम गरम तो पहले हूँ. 
मम्मी बोली – तो बताओ कुछ क्या किया जाए गरमी ठंडी करने के लिया.
वो हंस पड़ा और एक ही घूँट में पूरी चाय पी गया.
मम्मी मेरे कमरे की ओर आने लगी तो मैं एक दम से आँखे बंद कर के सो गई.
मम्मी ने आवाज़ दी पर मैंने कोई जवाब नहीं दिया.
मम्मी वापस चली गई और वापस जाते ही जीतो को हाथ से पकड़ा और साइड वाले कॉर्नर रूम में चली गई. 
मुझे फ़ायदा हो गया मज़ा देखने को क्यों की मेरे रूम का सेंटर का दरवाजा कॉर्नर रूम की तरफ जुड़ा हुया था और उस मैं बड़ी चाबी वाला होल था. 
किस्मत से चाबी मेरे रूम में थी. 
इस से पहले की मम्मी की नज़र पड़े. 
मैंने चाबी धीरे से बाहर कर दी और मैंने अपनी आँख उस होल पर लगा दी.
वाह, मम्मी ने फटा फट जीतो की पैंट खोली और निकाल दी.
क्या देखती हूँ की जीतो का लण्ड कोई 11 इंच लंबा और 3 इंच मोटा और एक दम से काला था.
मम्मी ने उसे अपने हाथ में पकड़ा और हिलाया – वाह जीतो क्या लण्ड है तेरा. शादी की है क्या.
तो वो बोला – नहीं मैडम. 
क्यों नहीं की अब तक. क्या करेगा इस लंबे गधे जैसे लण्ड का. वैसे अच्छा ही किया. नहीं तो घर वाली भाग जाती इतना बड़ा लण्ड देख कर. – मम्मी बोली.
जीतो हँसने लगा.
वो बोला – मैडम जी यह बड़े काम का है. इस ने बहुतों की फाडी है और चौड़ी कर दी है. अच्छा बाद में कहानी सुना दूँगा. 
मम्मी बोली – पहले मेरी फाड़ और चौड़ी कर. फिर देखेंगे की कितना तगड़ा है तेरा यह डंडा. 
मेरे तो होश उड़ गये थे की मम्मी कैसे ले पाएगी इस को. यह काला घोड़ा जैसा है. 
मम्मी ने कहा की जीतो टाइम नहीं है आज मिनी उठ गई तो गजब हो जायेगा.
तब जीतो ने मम्मी को नंगा कर दिया और उन के बड़े बड़े चुचियों को चूसने लगा.
मम्मी ने उस के लण्ड को मैक्सी से साफ किया और उसे थूक लगा के आगे पीछे करने लगी और फिर सीधा मुँह में ले लिया.
मम्मी ऐसे कैसे चूस रही है इस दूध वाले के लण्ड को. मुझे बुरा लगा था.
फिर मम्मी बेड पर लेट गई और जीतो को बोली की उन की चूत चाट. 
जीतो टूट पड़ा मम्मी की चूत पर.
एक दम से साफ़ थी और डबल रोटी की तरह फूली हुई थी. 
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07-16-2018, 12:11 PM,
#33
RE: Chudai Story अनोखी चुदाई
मम्मी नंगी बहुत सुंदर लग रहीं थीं. 
जीतो बोला – मैडम आप इतनी सुंदर है की किसी का भी लण्ड अपने आप खड़ा हो जाए. 
तेरा नहीं हुआ था पहले क्या.
तो वो बोला की कई बार ऐसा हुआ पर मैं दबा के निकल जाता था. 
हूँ. तो आज मौका है तुझे जितना चोदना है चोद ले. इस पर ही पता चलेगा की दूसरी बार चान्स मिलेगा की नहीं. – मम्मी ने बड़ी बेशर्मी से बोला.
वो बोला – मेम साब, एक बार चुदवाने के बाद आप दूसरे की तरफ देखोगी भी नहीं. जीतो को ही याद करोगी.
जीतो ने अब मम्मी की टाँगें अपने कंधो पर रखी और ढेर सारा थूक अपने लण्ड पर लगाया और मम्मी की चूत पर फिर लगा घुसेड़ने लगा. 
आधा घुसने के बाद मम्मी की लगी फटने.
मम्मी ने आँखें बंद कर लीं और बोला की घुसेड दे मादार चोद. अब नखरे क्या कर रहा है. घुसा तेरी अम्मा का भोसड़ा.
मम्मी के मुँह से ऐसी गाली और अटपटी बातें सुन कर मुझे कुछ अच्छा नहीं लगा.
जीतो ने अब ज़ोर का धक्का दे मारा और सरर करता हुआ उस का काला नाग सीधा मम्मी की चूत में जड़ तक घुस गया.
मम्मी हिली पर कोई फ़ायदा नहीं.
पूरा का पूरा ही अंदर था.
जीतो ने पूरा ज़ोर से मम्मी को चोदना शुरू कर दिया. 
मम्मी की गाण्ड फट गई जब देखा की जीतो का लण्ड लोहे की रोड के जैसे अंदर बाहर धना धन हो रहा है.
क्या देखने वाला सीन था. 
मम्मी गोरी अप्सरा और जीतो एक दम से काला भद्दा सा आदमी. 
मैंने सोचा की देखो इस घोड़े की किस्मत.
कभी जिंदगी में भी नहीं सोचा होगा की ऐसी सुंदर औरत उस के नीचे अपनी टाँगें चौड़ी कर के पड़ी होगी.
यह सब देख कर मेरी चूत से पानी एक झरने की तरह गिरने लगा था.
मैंने अपनी एक उंगली अपनी चूत में ले ली और आगे पीछे करने लगी और सामने मम्मी की चुदाई देखती रही.
इधर, जीतो ने मम्मी की चूत का फालूदा बना दिया चोद चोद कर.
असल में मम्मी की मां चुद गई थी. 
जीतो ने मम्मी को 40 मिनट चोदा और पूरा पानी उन की चूत में डाल दिया.
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