RE: Chudai Story अनोखी चुदाई
जब शांत हुए तो भाभी बोली – छोटी, कैसा लगा भीमा का लण्ड.
मैंने कहा – भाभी बहुत तगड़ा लण्ड है. मैंने आज तक ऐसा लोडा नहीं देखा और ना इतना जोश किसी आदमी में ही देखा. एक साथ दो छीनाल को ठंडा कर दिया इस ने.
भाभी बोली – तू देख अब तो शुरू ही हुआ है पूरी रात बाकी है. तेरी चूत को चौड़ा करना है इसे आज. मेरी तो चोद चोद के पहले ही चौड़ी कर रखी है. मेरी बात कुछ और है. फिर तू बॉम्बे भी जाने वाली है ना 5 दिनों में. सो भीमा अब तेरी चुदाई पूरा जोश में करेगा. मैं तब तक इस सांड को गरम दूध का एक ग्लास मसाला डाल कर पीला देती हूँ. सो जल्दी तैयार हो जाए और लण्ड भी खंबे की तरह खड़ा हो जाए.
भीमा बाहर मूतने गया तो मैंने पूछा – भाभी, यह मसाला क्या है.
वो बोली – बाहर मिलती हैं लण्ड खड़ा करने की गोली. उस को दूध में पीला दो तो लण्ड में दस गुणी ताक़त आ जाती है. तेरा भाई काफ़ी खरीद कर रखते हैं और मुझे चोदते हैं और जब भी मेरी पलंग तोड़ चुदाई करनी हो तो यह गोली दूध में ले लेते हैं और फिर रात भर कभी चूत तो कभी गाण्ड में अपने लण्ड को डाले रहते हैं. खूब मज़ा आता है.
मैने कहा – अच्छा फिर तो आज पलंग तोड़ चुदाई होने वाली है.
और हँसने लग पड़ी, हम दोनों ही.
भाभी ने भीमा को दूध पिलाया और कहा की चल मेरे सांड़ अब 15 मिनट आराम कर ले. आज तुझे बड़ा काम करना है.
भीमा बोला – भाभी जी वो क्या काम है.
भाभी बोली की छोटी की चूत और गाण्ड दोनों का भोसड़ा बनाना है. ऐसा की क्या याद रखेगी यह भी बॉम्बे जा कर की भाभी का सांड कैसे घुसेड़ता है, जो दो दो को एक साथ ठंडा कर देता है.
भाभी को क्या पता था की छोटी अब वो छोटी नहीं रही है. उस ने भीमा के लण्ड से बहुत पहले अपनी चूत को चुदवा कर भोसड़ा बना लिया है. वो भी अपने पति के ही सामने. भाभी की चूत तो सही में देखने लायक थी ही पर अगर भाभी को कोई नंगी देख ले तो उस का तो पानी बिने चोदे ही निकल जाए.
मैंने भाभी को मज़ाक में कहा की भाभी, अगर आप बॉम्बे में आ जाएँ और एक चक्कर मार्केट् में लगाएँ तो शाम तक आप की गाण्ड वैसे ही लोग उंगली घुसेड कर ढीली कर देंगें.
बड़ी हँसी भाभी और बोली – क्यों तुम्हें मेरी गाण्ड इतनी पसंद आ रही है क्या.
मैंने कहा गाण्ड ही नहीं चूत और बूब्स, पूरी बॉडी एक दम से टाइट और सही फिट है. मैं लड़का होती तो अपना लण्ड तुम्हारी चूत और गाण्ड में घुसेडे ही रखती. लेकिन कोई बात नहीं मैं नहीं तो मेरा भाई ही सही. भैया तो पागल हो गये होंगे जब शादी हुई थी इस सुंदरी को पा कर.
भाभी बोली की बहुत खुश थे और फुल ताक़त से चुदाई करते थे. बोलते थे की तुम इतनी सुंदर हो की मन करता है की पूरा दिन रात नंगे ही रहें और चुदाई में डूबे रहें. बड़ा मज़ा किया है हम ने छोटी और तू भी कोई कम कयामत नहीं है. तेरे भैया ही तुझे नंगी देख लेते तो उन्हें बहन चोद बनने में वक्त नहीं लगता. यह तो भीमा नहीं पर भीमा के लण्ड की किस्मत है की हम जैसी एक नहीं दो दो सुंदरियाँ एक साथ चोदने को मिल रही हैं.
मैने कहा – वाह रे भीमा तू और तेरा लण्ड.
हम बड़ी ज़ोर से हँसने लगें दोनों ही और भीमा भी.
भाभी बोली – भीमा, तेरा खंबा फिर बाँस के डंडे की तरह खड़ा हो गया है. चढ़ जा अपनी प्यारी छोटी बीबी जी पर और कर दे चौड़ी इस की चूत और गाण्ड दोनों को ही. जितना चोदना है चोद ले आज इस को फिर मौका नहीं मिलेगा ऐसी सुंदरी को चोदने का.
भीमा छोटी पर जानवर की तरह टूट पड़ा और कोई दो घंटों तक गाण्ड और चूत का बडाल बडाल कर भोसड़ा बना दिया.
भाभी भीमा को उत्साहित करती रही – शाबाश मेरे सांड़ ज़ोर लगा के चोद. ऐसे चोद वैसे चोद. और भीमा छोटी को ठोकता रहा.
छोटी की हालत अब देखने वाली थी.
वो भाभी से बोली की अब नहीं भाभी. बहुत हो गई ठुकाई अब सहन नहीं होता. लगता है बहुत माल है इस सांड़ के अंदर. यह नहीं थकता बस कुत्ते की तरह लण्ड घुसड़ जाता है. भाभी अब तू ही संभाल इस को और इस के लण्ड को. मेरी तो अब बस हो गई है. मैं आराम करूँगी.
भीमा ने बाद में भाभी की चुदाई दिल लगा के की. आगे और पीछे से और पूरा बीज़ इन दोनों की चूत में भर दिया.
बाद में दोनों को ही नंगी सोते हुए छोड़ कर भीमा घर चला गया.
जब दोनों की आँख खुली तो सुबेह के 10 बज रहे थे.
छोटी बोली की भाभी, पूरा बदन दर्द कर रहा है.
भाभी बोली की मेरा भी छोटी. गजब की ताक़त है इस आदमी में और ऊपर से आप ने और खुराक पीला दी. बड़ी बेरेहमी से चोदता है साला.
मैंने भाभी को कहा की भीमा ने अपना पूरा बीज़ मेरी चूत में भर दिया है. पता नहीं क्या होगा अब.
भाभी बोली की अगर, तुझे इस का बच्चा चाहिए तो ठीक है रहने दो और नहीं तो देर मत करना बाहर निकल देना. इस का बीज़ अंदर गया नहीं और बच्चा ठहरा नहीं, ये मुश्किल है. बहुत गाड़ा है इस का बीज़.
आप ने भी तो निकाल दिया ना पहले जो अंदर था. – मैने पूछा
हाँ छोटी इस को पता चल गया था की भाभी के बच्चा रह गया है. मैं वो नहीं चाहती थी की इसे यह पता चले. मैं इस के बीज़ से बच्चा पैदा कर रही हूँ. फट से साफ़ कर दिया दानी को और देख फिर तैयार हूँ चुदाई के लिए. अब तो मैंने गर्भ निरोधक गोलियाँ रखी हैं इसलिए फट से खा लाती हूँ जिस से सब सॉफ होता रहे.
फिर हम फ्रेश हुईं और फिर इधर उधर की बातें होती रहीं और मैं शाम को अपने घर आ गई.
भाभी को सब कुछ के लिए शुक्रिया दिया स्पेशली चुदाई के लिए.
दूसरे दिन मैं बड़ी बहन से मिली. फिर मां से बातें हुई. मां बड़ी खुश थी और अब और मोटी हो गई हैं.
मैं समझ गई की भीमा की चुदाई रंग ला रही है.
मां की गाण्ड काफ़ी मोटी हो गई है अब.
भीमा अब हमारे घर का कॉल बॉय बॅन गया है. जहाँ का बुलावा आया चला गया.
सब उस के खाने का और सेहत का खास ध्यान रखते हैं.
इसके बाद, भीमा से चुदाई नहीं करवाई और मैं पाँच दिनों बाद वापस बॉम्बे आ गई.
बॉम्बे आकर जय ने मुझे दो दिनों तक खूब चोदा और सब के बारे में पूछा.
मैंने भीमा का जिक्कर भी किया तो जय ने कहा की कैसा है वो सांड़.
मैंने कहा की भाभी को चोद रहा है आज कल और भाभी भी उस का लण्ड मज़े से ले रही है.
अच्छा उस को भी भीमा के लण्ड का चस्का लग गया है क्या. – उसने पूछा.
हाँ – मैंने कहा. – बहुत चोदता है भाभी को. वो कह रहा था की बीबी जी भाभी की चूत बहुत ही रसीली है और भाभी उचक अचक कर मरवती हैं. तो तूने भीमा से बाद में भी चुदाई करवाई.
मैंने कहा की हाँ.
एक दिन रात को मुझे मां के घर से वापस आना था सो मैं उसे साथ में ही ले आई. फिर वो उस रात मेरे पास ही सो गया था. उस रात उस ने मुझे जानवरों की तरह दिल भर के चोदा और में भी चुदवाती रही. पूरा दिल से चुदी मैं और भीमा अपना बीज़ मेरी चूत में भरता रहा.
जय बोला की भीमा, बहुत ही तगड़ा है और उस से तगड़ा उस का लण्ड. तू तो खैर उधर ही थी अपनी चूत मरवाने के लिए लेकिन मैं भी भीमा को भूला नहीं हूँ. क्या गाण्ड मारी है. मैंने कभी ऐसे लण्ड से गाण्ड नहीं मरवाई आज तक. भीमा तो मुझे भी याद आता है तो औरतों का क्या हाल होगा. सुमन यह तो बता की भाभी की चूत कैसी है.
सुमन बोली – ऐसी गरम और टाइट जिस्म वाली औरत मैंने नहीं देखी है आज तक जय. अप्सरा लगती है जब बो नंगी होती है. कोई भी उस हालत में उसे चोदे बिना नहीं रह सकता.
फिर मैंने जय को वो पूरी कहानी बता दी जो मज़ा हम ने भाभी के घर किया था.
जय बोला – हाय रे, भीमा. तेरे मज़े हैं साले जो उठती है तेरे लण्ड की दीवानी हो जाती है.
जय बोला की मुझे दुख हो रहा है. अगर मैं उधर होता तो भाभी की चूत ज़रूर मरता. क्या उस की गाण्ड है. साड़ी में देखते ही लण्ड खड़ा हो जाता है. चलो फिर कभी सही.
अब मैने कहा की अब मुझे बताओ की भीमा के बीज़ का क्या करें. निकाल दूँ या रख लूँ. जैसा आप कहें.
जय बोला – बाहर निकलना ही ठीक रहेगा. हम अपने बीज़ से बच्चा पैदा करेंगे उस देसी सांड के बीज़ से नहीं. चुदाई तक ठीक है बात पर बच्चा पैदा करना उस का. नहीं यार. कल को कुछ दिक्कत ना हो जाए.
मैंने अगले दो दिन में दानी साफ़ करवा दी और तैयार हो गई नयी फसल के लिए.
जय को बोला – जब बच्चा चाहिए होगा बता देना.
वो बोला – ठीक है सुमन.
मैंने जय को बताया की भाभी ने भी उसका बीज़ निकाल दिया है कहतीं है की पति का बीज़ ही डलवाऊंगी.
उधर बड़ी दीदी को लड़का हुआ और सब बड़े खुश थे.
मैंने बड़ी दीदी से कहा की कैसा है.
तो वो बोली – छोटी बहुत सुंदर है. शुक्र है की मेरे पे गया है. बाकी सब उस पर गया है समझी ना तू.
मैंने कहा – ठीक है दीदी ध्यान रखना अपना और बच्चे का भी.
अगली छुट्टी में आ कर देखेंगे.
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