RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
उन लोगो को लगा कि मुझे कुछ पता नही चला लेकिन मैने सब कुछ देख लिया था,,,
फिर वो सब लोग गुस्से से बोलते हुए वहाँ से चले गये,,,,,,करण ने उन लोगो के पीछे जाने की कोशिश की लेकिन
मैने करण को रोक दिया,,,,लेकिन तभी मैने उस कोर्टरूम के पीओन को जो दरवाजे के बाहर खड़ा हुआ था
उसको उन लोगो के पीछे भेज दिया,,,
ये लोग कॉन थे बेटा,,,,इतना बोलते हुए अमित का बाप मेरे पास आया और बड़े प्यार से मेरे से पूछने लगा,
ज़्यादा ज़ोर से तो नही मारा तुमको बेटा,,,,
तभी अमित गुस्से से,,,,,,,,,अगर पिस्टल नही होती उनके पास तो एक-एक का सर फोड़ देता,,,,
गुस्सा मत कर अमित भाई,,,,और मुझे कुछ नही हुआ,,,बस हल्के हल्के हाथ लगे है 2-4,,,,इतने से मुझे कोई
फ़र्क नही पड़ता,,,,,
चलो छोड़ इन बातों को अब हम लोग अपना काम करते है,,,,जो करने आए थे,,,,
वो तो हो जाएगा बेटा लेकिन पहले वो सीडी तो पता चले कहाँ है,,,,अमित का बाप फिर से सीडी के पीछे पड़ गया
था,,,,
सीडी भी यहीं है अंकल जी,,,,मेरे पास,,,,बस शादी हो जाए तो सीडी भी दे दूँगा आपको,,,,
अमित के बाप को पता था सीडी मेरे पास नही है क्यूकी अभी वो आदमी मेरी पूरी तलाशी लेके गया था और साथ
मे करण की भी,,,उसको हम लोगो के पास कोई सीडी नही मिली थी,,,
नही बेटा पहले सीडी के दर्शन करवा दो फिर होगी शादी,,,
सिर्फ़ सीडी के नही पहले तो आप लोगो को किसी और चीज़ के दर्शन करवाने है अंकल जी,,,इतना बोलकर मैं कोर्ट
रूम से एक ऑफीस की तरफ गया जो ऑफीस उसी वकील का था,,,मैने ऑफीस का दरवाजा खोला और तभी करण
की मोम और शिखा उस ऑफीस से कोर्टरूम की तरफ आ गई,,,,,शिखा को देखकर अमित थोड़ा सकपका गया ,,
लेकिन जो लोग उसके बाद कोर्ट रूम मे आए उनको देख कर सब लोगो के साथ-साथ सुरेश का बाप सबसे ज़्यादा
सकपका गया,,,,
शिखा दीदी और अलका आंटी के पीछे पीछे पायल भाभी और उसके साथ रितिका भी उसी कोर्टरूम मे आ गई,,वो
दोनो बहुत खूबसूरत लग रही थी,,,वैसे तो शिखा और अलका आंटी भी कम नही थी लेकिन आज रितिका सब पर
भारी पड़ रही थी,,,
रितिका और पायल भाभी को देख कर अमित सुरेश और उन लोगो के बाप के होश उड़ गये,,,,
क्यूँ अंकल जी,,,,कैसा लगा ये सब,,,,वो लोगो का मुँह खुला का खुला रह गया ,,,उन लोगो मे से किसी के मुँह से
एक लफ़्ज तक नही निकला,,,,,सबके होश गुम हो गये रितिका और पायल भाभी को देख कर,,,,और मेरे होश गुम
थे रितिका को देख कर,,,,,रितिका सर से पैर तक दुल्हन की तरह सजी हुई थी,,,,लाल रंग का दुल्हन का जोड़ा
,,,,हाथ मे कलाई से लेके एल्बो तक बड़ी बड़ी चूड़ियों से आधी बाजू भरी हुई थी,,,गले मे मंगलसूत्र
और माँग भरी हुई थी,,,,
ये देख कर सुरेश और उसका बाप थोड़ा गुस्से मे आ गये,,,सुरेश का बाप हम लोगो की तरफ बढ़ा लेकिन तभी
अमित के बाप ने उसको रोक लिया,,,,
क्यूँ अंकल की गुस्सा आ गया ना ये सब देख कर,,,,ये सब मेरा प्लान था,,,,वैसे आप लोगो का प्लान भी अच्छा
था,,,,रितिका को पायल भाभी के साथ बाहर भेज देना फिर घूँघट मे किसी नकली रितिका से शादी करवा
देना और सीडीज़ हासिल कर लेना,,,,तभी तो आप लोगो को मंदिर मे शादी करने की पड़ी थी ताकि बाद मे मंदिर
की शादी को कोई नही मानता,,,ना आप लोग और ना ये समाज़,,,,और वैसे भी आपकी इस नकली रितिका की शादी अगर हो
भी जाती करण से तो आप लोगो को क्या फ़र्क पड़ने वाला था,,,
अमित का बाप थोड़े गुस्से मे ,,,,चल अब हो गई ना शादी,,,अब तो वो सीडी कर मेरे,,,
इतनी भी क्या जल्दी है,,,,पहले लीगल मॅरेज तो हो जाए,,जिसको ना आप झुटला सको और ना ये समाज़ और क़ानून
तेरी इतनी हिम्मत,,,ये कहता हुआ अमित अपनी पॉकेट से पिस्टल निकालता हुआ मेरी तरफ बड़ा,,,,,वो जैसे ही मेरे
पास आया अमित के बाप ने उसको भी रोक लिया,,,,
अरे वाह,,,,अब तो पिस्टल भी निकल आई,,,,,पहले कहाँ थी ये पिस्टल जब वो लोग तुमको पिस्टल दिखा रहे थे,,
मैने मज़ाक मे अमित को बोला,,,
मेरी बात सुनके अमित और उसका बाप चुप हो गये,,,,,,,,,,,,,
मैं जानता हूँ वो सब भी आपका ही प्लान था अंकल जी,,,लेकिन कोई बात नही,,,,ऐसा होता रहता है अक्सर,,अब
जल्दी से इन लोगो की शादी कर देते है इस से पहले कि कोई और पंगा हो,,,,,
तभी करण हँसते हुए,,,,अब और क्या पंगा हो सकता है सन्नी भाई,,,,
मैने भी हँसते हुए करण की बात का जवाब दिया,,,,,,,,करण भाई मैं वो सीडीज़ देख चुका हूँ मुझे
पता है उन सीडीज़ मे क्या है,,,,,ऐसी घिनोनी हरकते है इन नवाबजादो जिसको देख कर गुस्सा आता है,,,लेकिन
इसमे इनका कोई क़सूुर नही,,,,ये सब तो विरासत मे मिला है इन लोगो को,,ऐसी घटिया हरकते करना तो अपने
ही बाप से सीखा है इन लोगो ने,,,,,आज इनके बाप ने भी तो अपना पूरा ज़ोर लगा लिया था ,,,अपनी हर घटिया
चाल खेल चुके है ये लोग,,लेकिन अब हमारी बारी है,,,,,,,,,,
देखो अंकल जी,,,,मुझे पता था आप लोग ऐसी वैसी हरकते ज़रूर करोगे इसलिए रितिका और करण की शादी
पहले ही मंदिर मे करवा दी है हम लोगो ने ,,,और अब कोर्ट मेरिज करवानी है,,,,
ऐसा हरगिज़ नही हो सकता,,,,तू क्या सोचता है हम ऐसा होने देंगे,,,,अमित गुस्से से बोलने लगा,,,
मुझे पता है तुम लोग अपनी पूरी कोशिश करोगे,,लेकिन मैने भी हाथ पे पत्ते स्ट्रॉंग रखे हुए है
क्यूकी मुझे पता है आप लोग भी कम नही हो,,,,,
क्या मतलब तेरा सन्नी भाई,,,करण फिर हँसते हुए बोला,,,,साथ मे शिखा ,,अलका आंटी,,,और पायल भी
हँसने लगी,,,जबकि रितिका तो अपने बाप और भाई को गुस्से से घूर रही थी,,,
मतलब ये है मेरा करण भाई कि मुझे पता था इन लोगो ने ऐसी घटिया हरकत ज़रूर करनी है और इसी
लिए मैने अपने एक दोस्त को वो सीडी पकड़ा दी थी ताकि अगर टाइम आने पर हम लोग तेरी शादी करके रितिका को
अपने घर नही लेके गये तो मेरा वो दोस्त जो सीडी हाथ मे लेके इनस्पेक्टर ख़ान के पोलीस स्टेशन के पास खड़ा हुआ
है वो सीडी को उसके हवाले कर देगा,,,,,
मेरे मुँह से ये बात सुनके सब लोग हैरान रह गये,,,,,
तभी अमित एक बाप ,,,नही सन्नी बेटा तू हम लोगो के साथ ऐसा नही कर सकता,,तूने ही कहा था कि तू हम
लोगो का साथ देगा,,,,
अंकल जी साथ तो मैं दे रहा था लेकिन पहले घटिया काम की शुरुआत भी तो आप लोगो ने ही की है,,,मैं तो
बस आपका ही साथ दे रहा हूँ घटिया काम मे,,,,
अब बोलो शादी करवानी है या इंतेज़ार करना है कि कब मेरा दोस्त सीडी लेके ख़ान के पास जाए और ख़ान आप लोगो
को पकड़ने के लिए आपके पीछे निकल पड़े,,,,
तभी अमित का बाप सुरेश के बाप के पास गया और वो लोग कुछ बातें करने लगे,,,,अमित गुस्से मे मुझे
घूर रहा था और हाथ मे पकड़ी हुई पिस्टल दिखा रहा था,,,,
तभी शिखा हम लोगो के पास आ गई,,,,,अमित उसकी तरफ देख कर हँसने लगा,,,तभी शिखा ने अपने हाथ मे
पकड़ी हुई पिस्टल उसकी तरफ की तो अमित की सिट्टी-पीटी गुल हो गई,,,,ये पिस्टल करण ने दी थी शिखा को घर से
निकलने से पहले,,,,और ऐसे ही एक पिस्टल थी पायल भाभी एक पास जो उन्होने लाके मुझे पकड़ा दी,,,,
ये सब देख कर अमित और सुरेश का बाप थोड़ा डर गये साथ मे अमित और सुरेश भी,,,
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