Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
10-07-2019, 12:36 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
कुछ देर गीता के साथ ही लेटने के बाद मैं उठा और अपने कपड़े पहन ने लगा तो गीता बोली अभी जाओगे क्या आज यही पर रुक जाते तो मैने कहा यार जाना पड़ेगा घर से बिना बताए निकाला हुआ हूँ पूरे दिन से और फिर मम्मी को तो तुम जानती ही हो ना एक दो दिन मे पूरी रात का जुगाड़ करता हू गीता भी उठ गयी और अपने कपड़ो को पहन लिया मैने उसको किस किया और फिर घर की तरफ चल पड़ा



घर आते-आते अंधेरा हो गया था और मैं भी थोड़ा सा थकान महसूस कर रहा था तो बस खाना खाते ही उपर छत पर बिस्तर लगाया और अपना रेडियो चला के गाने सुनते सुनते सो गया अगले दिल आँख खुली तो मैने देखा कि सूरज मेरे सर पर खड़ा है मैं उठा और बाथरूम मे घुस गया नहा-धोकर वापिस आया मोबाइल देखा तो मिथिलेश की 12-13 मिस्स्कल्ल आई हुई थी



तो उसको कॉल की , वो बोली कब से फोन मिला रही हूँ तुम उठाते ही नही हो मैने कहा फोन पास नही था उसने बताया कि वो 10 दिन बाद गाँव आ रही है 5-6 दिनो के लिए तो मैं अजमेर ना आउ मैने कहा ठीक है डार्लिंग ये अच्छा किया तुमने , तुम पास रहोगी तो जीने का अंदाज बदल जाएगा तुम बिन जीना भी कोई जीना है क्या मिता बोली अभी ज़्यादा बात नही कर पाउन्गी ड्यूटी पे हूँ बस ये ही बताना था रात को वापिस करूँगी फोन



मैने कहा आपकी मर्ज़ी है मिता से बात करके दिल थोड़ा खुश हो गया मैं नीचे आया तो घर मे कोई नही था मैं हॉल मे बैठा बैठा सोच रहा था कि घरवाले कहाँ जा सकते है तभी अनिता भाभी आ गयी कसम से गहरी नीली साड़ी मे क्या लग रही थी मैं तो उनके रूप का दीवाना था ही भाभी आकर मेरे पास बैठ गयी और बोली उठ गये मैने कहा जी



मैने कहा भाभी घरवाले कहाँ है तो वो बोली कि बाजार गये है काकी कहके गयी थी कि तुम्हारे लिए नाश्ता बना दूं मैने कहा क्या आप भी फॉरमॅलिटी करती रहती हो जो कुछ पड़ा है वो ही खा लूँगा पहले भी कहा कुछ स्पेशल बनता था मेरे लिए तो भाभी मेरे गालो को खीचते हुए बोली मेरे प्यारे देवर अब तुम अफ़सर आदमी हो गये हो तो तुम्हारा ख़याल रखना तो बनता है ना मैने कहा अफ़सर हो गया तो क्या हुआ दिल तो अपना आज भी आपके लिए ही धड़कता है ना



भाभी मुस्कुराइ और बोली जल्दी से बताओ क्या बनाऊ तुम्हारे लिए फिर मुझे लकड़ी काटने भी जाना है मैने कहा भाभी कुछ भी बना दो और अब कहाँ लकड़ी काटने जाओगी जंगल बचा ही कहाँ है तो वो बोली कि अरे तुम्हे नही पता क्या तुम्हारे भाई ने रोड के पर्ली तरफ एक नया प्लॉट ले लिया है उसी मे काफ़ी पेड़ लगे हुए है तो उधर से ही ईंधन ले आते है मैने कहा वाह भाभी नया प्लॉट ले लिया इस बात पे तो पार्टी बन नी चाहिए भाभी बोली जिसने प्लॉट लिया है उस से लो पार्टी मैने कहा रवि तो मस्त काम कर रहा है आजकल



तो वो बोली हाँ काम अच्छा चल रहा है मैने कहा भाबी मैं भी चलूं तुम्हारे साथ तो वो बोली चलो पर पहले खाना खा लो भाभी रसोई मे चली गयी तो मैं भी उनके पीछे-पीछे चला गया भाभी स्लॅब के पास खड़ी होकर दूध गरम कर रही थी मैं जाकर उनके पीछे खड़ा हो गया और उनकी चूचियो को दबाने लगा भाभी कसमसाती हुई बोली अहह क्या करते हो छोड़ो मुझे मैने कहा करने दो ना भाभी कितने दिनो बाद तो हमें अकेले रहने का मोका मिला है


भाभी मचलते हुए बोली पर अभी मुझे बड़ा काम है मैने कहा काम तो होता ही रहेगा मेरी जान पर मुझ ग़रीब पर भी तो अपने प्यार की थोड़ी बारिश कर दो ना देखो मेरा लंड तुम्हारी चूत मे जाने को कितना बेकरार है भाभी अपनी मस्त गान्ड को मेरे लंड पर रगड़ते हुए बोली अब तुम मनोगे तो नही ना चलो आओ तुम्हारी इच्छा पूरी कर देती हू मैने भाभी को अपनी गोद मे उठाया और बेडरूम मे ले आया और भाभी को दीवार के सहारे लगा कर के किस करने लगा



आज काफ़ी दिनो बाद मोका मिला था भाभी के करीब आने को भाभी मेरी पॅंट के उपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी और मैं उनको चूमे जा रहा था भाबी के रसीले होंठो से जैसे शहद टपक रहा था कुछ देर की चूमा चाटी के बाद भाभी नीचे बैठ गयी और मेरी पॅंट को खोल कर घुटनो से नीचे सरका दिया और मेरे लंड को अपने हाथो से सहलाने लगी फिर वो अपने मुँह को लंड के पास ले गयी और उसको अपने मुँह मे दबा लिया

जैसे ही उन्होने अपनी खुरदरी जीभ को लंड पर फिराया मेरा तो पूरा बदन ही हिल गया भाभी अपने हाथ से मेरी गोलियो को मसल्ते हुए लंड को चूस रही थी मैं उनके बालो मे हाथ फिराते हुए बोला शाबाश मेरी जान बस ऐसे ही करो बड़ा अच्छा लग रहा है धीरे-धीरे उन्होने पूरे लंड को अपने गले तक उतार लिया और मज़े से किसी आइस-क्रीम की तरह उसको चूसने लगी



5-7 मिनिट तक अच्छे से वो चूस्ति रही फिर वो खड़ी हुई उनकी आँखों मे मैं चुदाई की खुमारी सॉफ सॉफ देख पा रहा था मैने उनके ब्लाउज को उतार कर फेक दिया ब्लॅक ब्रा मे उनकी गोरी गोरी चूचिया किसी कयामत से कम नही लग रही थी कुछ ही पलों बाद ब्रा भी ज़मीन पर गिरी पड़ी थी और उनके मस्त उभार मेरे हाथो मे थे भाभी हल्की हल्की सिसकारिया निकालने लगी थी

मैं बारी बारी से उनकी दोनो चूचियो को दबातें हुए चूसने लगा भाभी ने अपनी साड़ी और पेटिकोट को उतार दिया ठोस जाँघो के बीच एक कसी हुई पेंटी मे वो बहुत ही कामुक लग रही थी मैने जल्दी से खुद को नंगा किया और भाभी को बेड पर लिटा दिया मैने उनकी टाँगो को फैला दिया और कच्छि को बदन से अलग कर दिया उफ्फ क्या मस्त नज़ारा था उनकी दोनो टाँगो के बीच का .


भाभी शरमाते हुए बोली ऐसे क्या देख रहे हो पहले कभी देखा नही है क्या मैने कहा भाभी आप पहले से भी ज़्यादा मस्त हो गयी हो मैने उनकी टाँगो को थोड़ा फैलाया और उनके बीच आ गया और चूत को देखने लगा मैने चूत की दोनो पंखुड़ियो को फैलाया और चूत को देखने लगा गाढ़े रस से भरी चूत बड़ी ही मस्त लग रही थी उसकी गुलाबी पंखुड़िया मुझे उनको चूमने का निमंत्रण दे रही थी




मैं अपनी उंगली भाभी की चूत पर फिराने लगा तो मस्ती से उनकी आँखे बंद हो गयी और उनके होठ काँपने लगे मैने अपना मुँह चूत पर लगा दिया तो भाभी का बदन हिचकोले खाने लगा ये वो चूत थी जिसे मैने पहली बार चूमा था जिसने मुझे मर्द होने का एहसास करवाया था मेरे लिए हमेशा स्पेशल थी ये भाभी का खारा पानी मुँह मे जाते हुए मुझे जोश चढ़ गया और मैं उनकी चूत को अच्छे से चाटने लगा



भाभी ने अपनी टाँगे उपर कर ली और मेरे सर को अपनी चूत पर दबाने लगी उनकी सिसकारिया सारे कमरे मे गूँज रही थी मैं भाभी की चूत के रस की बूँद-बूँद को पिए जा रहा था थोड़ी देर बाद भाभी बोली अब कर भी लो जल्दी से फिर प्लॉट मे भी चलना है तो मैने कहा जल्दी क्यो करती हो ज़रा आपको जी भर के प्यार तो कर लूँ फिर चॅलेंज



मैने उनको सरका कर बेड के किनारे पर कर दिया और उनकी मस्त गुलाबी चूत पर लंड को रख दिया भाभी मेरी ओर देख कर मुस्कुराइ और मैने सुपाडे को चूत के छेद मे घुसा दिया भाभी ने हल्की सी आह ली और फिर धीरे-धीरे लंड उस गरम चूत मे आगे बढ़ने लगा मैने भाभी की मांसल जाँघो को मजबूती से थाम लिया और चूत पर धक्के लगाने लगा भाभी आह आह करते हुए चुदने लगी

अब मैने भाभी को घुटनो के बल कर दिया और उनके पीछे आ गया भाभी ने अपनी चुतड़ों को अच्छे से खो दिया मेरे लिए मैने उनकी कमर को सहलाया और फिर अपने लंड को चूत से सटा दिया जैसे ही लंड अंदर गया वो थोड़ा सा आगे को झुक गयी मैने उनको अपनी बाहों मे जकड़ा और धक्के लगा ने लगा आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ हह उूुुुुुुुुउउइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उूुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आस्स्स्स्स्स्शहह करते हुए भाभी चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी मैं उनके कुल्हो पर थप्पड़ मारते हुए उनकी चूत का मज़ा ले रहा था




उनके कंधो पर हाथ रखे मैं दबा दब उन्हे चोदे जा रहा था भाभी की गरमा गरम सिसकारिया मुझे और भी उत्तेजित करने लगी थी फिर भाभी थोड़ी आगे को सरक गयी तो लंड बाहर निकल आया मैने कहा क्या हुआ तो वो बोली एक मिनिट रूको भाभी बेड से नीचे उतरी और अपना एक पैर बेड पर टिका कर अपनी पीठ मेरी ओर करके खड़ी हो गयी और बोली अब डालो अंदर तो मैने उनकी कमर को थाम लिया और फिर से हमारा चुदाई कार्यक्रम शुरू हो गया
Reply
10-07-2019, 12:37 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
वासना की तो आज पराकाष्ठा ही हो गयी थी मैं और भाभी पूरी तरह से सेक्स के मज़े के समुंदर मे डूब गये थे मैं भाभी को चूमते हुए बोला ओह डार्लिंग तुम सच मे कमाल हो भाभी भी अपनी गान्ड को पीछे करके पूरा मज़ा ले रही थी भाभी की साँसे अब भारी हो चली थी पर जोश बरकरार था भाभी बोली अब तुम तेज तेज धक्के लगाओ मेरा पुर्जा पुर्जा हिला कर रख दो जब से तुम आए हो तड़प रही हू तुम्हारे साथ सेक्स करने को आज मोका लगा है मुझे निचोड़ दो



फिर भाभी बोली आज मैं तुमको उपर चढ़ कर चोदुन्गि मैनी कहा जो आपकी मर्ज़ी तो भाभी मेरी गोद मे चढ़ आई और लंड को अपनी चूत पर टिका कर उस पर बैठ गयी और उछलने लगी सच मे काफ़ी दिनो बाद ऐसी हार्डकोर चुदाई का मोका मिला था अनिता का ये ही था या तो देगी नही और देगी तो फिर नस-नस को मस्ती मे डूबा देगी मैं भाभी की गान्ड को सहलाने लगा और वो धाप-धप लंड पर कूदे जा रही थी

कुछ देर उन्होने गजब किया लंड पर बैठे बैठे ही वो घूम गयी इस तरह से उनकी पीठ मेरी तरफ हो गयी और वो बोली मैं अब जाने ही वाली हूँ तो वो पूरा दम लगाते हुए अपनी गान्ड को मटका कर मज़ा लेने लगी5 मिनिट तक वो ऐसे ही करती रही फिर वो किसी शराबी की भाँति मेरी बाहों मे झूल गयी और हाँफने लगी मैं समझ गया कि भाभी का काम हो गया है तो मैने उनको लिटाया और तेज़ी से उनको चोदने लगा और कुछ देर बाद मैं भी झड़ने के करीब आया तो मैने लंड को बाहर निकाला और उनके मुँह पर अपने वीर्य की धार मारने लगा

फिर मैं और भाभी दोनो थोड़ी देर बेड पर पड़े रहे जब साँसे दुरुस्त हुई तो भाभी अपने कपड़े पहन ने लगी मैने कहा भाभी अभी इधर ही रूको ना एक बार और करते है तो भाभी बोली तुम्हारी तरह फ्री नही हू काम नही करूँगी तो सासू माँ खाल खाएँगी मैने कहा भाभी आप घर की एक्लोति बहू हो फिर भी आपकी ज़रा भी नही चलती तो वो मुँह बनाते हुए बोली कि तू जल्दी से मिथ्लेश को ले आए तो मेरा भी भार कुछ कम हो मैने कहा भाभी जल्दी ही ले आउन्गा उसको बस कुछ दिनो की बात है



फिर मैने कपड़े पहने और हम घर से बाहर आ गये गेट बंद किया मैने कहा भाभी ट्रॅक्टर-ट्रोल्ली ले चलते है आज कई दिन की लकड़ी काट देता हू तुमको बार बार परेशान नही होना पड़ेगा तो हम ट्रॅक्टर ले कर नये वाले प्लॉट मे आ गये रवि ने काफ़ी बड़ा प्लॉट खरीद लिया था पर वहाँ बस चारो तरफ पेड़ ही पेड़ थे मैने कुल्हाड़ी ली और भाभी को कहा कि आप बस छड़ियो को उठा कर रखो मैं अभी कटाई करता हू




और मैं लकड़ी काटने लगा काम काफ़ी थका देने वाला था और घर से भी हम लोग सेक्स करके आए थे तो बदन टूटने लगा पर ये काम भी ज़रूरी था तो शाम तक हम दोनो लगे रहे और काफ़ी लकड़ी इकट्ठा कर ली मैने भाभी की साड़ी के पल्लू से अपना पसीना पोंचा और उनकी गान्ड को हल्का सा दबा दिया मैने कहा भाभी घर चलने से पहले एक बार और आपकी चूत कर पानी पिलाओ ना तो वो बोली ना बाबा ना मेरी इतनी हिम्मत नही है




अगर अब चुदुन्गि तो बस फिर तो मर ही जाउन्गी मैं उनके पास आया और बोला कि भाभी पहले तो आप कहते ही तैयार हो जया करती थी तो वो बोली मेरे प्यारे देवर जी पहले मैं माँ नही बनी थी और घर की भी ज़िम्मेवारी इतनी नही थी मुझ पर अब साक्षी है और फिर सासू जी तो ना के बराबर ही है खेत भी मैं ही संभालू तुम्हारे भाई तो बस अपने काम मे लगे रहते है ससुर जी कभी कभार देख लेते है



पीसती तो मैं हूँ ना अब बताओ मैं क्या करूँ मैने कहा भाभी बस एक बार शादी हो जाए फिर आपका हाथ बटाने वाली आ जाएगी तो वो बोली आएगी तब देखेंगे अभी घर चलते है तो हम घर आ गये मैं बुरी तरह से थक गया तो जाते ही नाहया और फिर सीधा बिस्तर पकड़ लिया अगले दिन आँख खुली तो देखा कि पापा और चाचा घर पे ही थे मैने कहा आज आप लोग ऑफीस नही गये तो चाचा बोले बर्खूदार आज सनडे है



मम्मी बोली तेरी बुआ जी कितने फोन कर चुकी है कब जाएगा उधर तो मैने कहा मम्मी कल निकल जाउन्गा फिर मैने कहा आज सारे लोग है तो खाने मे कुछ मस्त चीज़ बनाओ चाचा बोले जा रसोई मे तेरी चाची होंगी सबके लिए चाइ ले आ मैं रसोई मे गया तो चाची की उभरी हुई गान्ड देख कर दिल डोल गया मैने गान्ड पर चुटकी काट ली तो वो बोली तुम कभी नही सुधरोगे क्या



मैने कहा जिसकी इतनी मस्त चाची हो उसका बिगड़ना ही ठीक है तो वो बोली बस सुबह सुबह चालू ना हो और चल सबके लिए चाइ ले जा और मुझे रसोई से बाहर धकेल दिया मैं मन मे सोचते सोचते कि तुम जल्दी से ठीक हो जाओ फिर सारी कसर पूरी कर दूँगा सनडे था तो दोनो बाथरूम बिज़ी थे मैने दो बाल्टी पानी भरा और घर के भर चबूतरे पर बैठ कर नहाने लगा




मैं फ्रेंची पहने मस्ती से नहाए जा रहा था तभी सोनू आ निकली वो मेरी ओर देख कर बोली कुछ तो शरम किया करो गलियारे मे छोटी सी चड्डी पहन कर नहा रहे हो कुछ लाज-शरम है कि नही मैने कहा भाभी शरम और मुझे आप कहो तो ये भी उतार दूं सोनू बोली तुम पक्के वाले कमिने हो मैने कहा भाभी आप आज हमारी गली में तो वो बोली कि तुम्हारी मम्मी कल बाजार से जो गहने और कपड़े लाई है वो ही देखने आई हू और कह कर अंदर चली गयी



सोनू मेरे घर दिल तो किया आज चोद ही दूं इसको पर सब घर वाले अंदर थे तो फिर बस नहाने पे ही ध्यान दिया मैं नहा ही रहा था कि चाचा आ गये वो बोले और फोजी क्या चल रहा है मैने कहा कुछ नही चाचा अभी तो बस नहा ही रहा हू वो बोली अबे मैं पेग शेग के बारे मे कह रहा था मैने कहा बॉटल तो है नही कॅंटीन नही गया और ठेके पर भी नही गया हम फ्रिड्ज मे कुछ कॅन बियर पड़ी है तो वो बोले आज छुट्टी भी है फिर करें कुछ मैने कहा पापा भी तो है ना घर पे




इतने मे रवि भी आ गया तो मैने कहा यार आज कुछ दारू शारू का करें क्या तो वो बोला हम ठीक है मैने कहा चाचा मीट दारू लेकर कुए पर चलते है वही मोज उड़ाते है तो हमारा प्लान बन गया और मैने कहा रवि तू और चाचा सारा समान लेकर पहुचो मैं कुछ देर मे आ जाउन्गा तो फिर हम वहाँ से निकल गये और कुँए पर पार्टी शुरू हो गयी शाम तक हम लोग बस एंजाय करते रहे फिर जब अंधेरा होने लगा तो चाचा बोले चलो यार अब घर चलते है तो मैने ज़्यादा नशे मे होने का बहाना कर लिया
Reply
10-07-2019, 12:37 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
गीता बोली आते ही शुरू हो जाते हो मैने कहा तुम चीज़ ही इतनी सॉलिड हो खुद को रोक ही नही पता क्या करूँ वो बोली पहले मैं खाना बना लूँ और छोटे-मोटे काम करलू फिर आती हू तुम्हारे पास मैने कहा वो सब तो होता रहेगा बस तुम मुझे प्यार करो और मैने गीता को अपनी गोदी मे बिठा लिया और उसकी चोली के उपर से ही उसकी चूचियो को दबाने लगा



जैसे ही गीता के दोनो कबूतर मेरे हाथो मे आए वो कसमसाने लगी मैं उसकी गर्दन को चूमता हुवा बोला आज तुझे जी भर कर प्यार करूँगा पूरी रात अच्छे से चोदुन्गा तुझे और उसकी चोली को खोल दिया उसकी 38 इंची चूचियो के निप्पल एक पल मे ही तन गये थे मैं उसके कंधे पर बाइट करते हुवे उसके बोबो के साथ खेलने लगा गीता बोली मान भी जाओ तुम



पर मैं उसकी कहाँ सुन ने वाला था मैं तो उसके जिस्म मे समा जाना चाहता था आज तो मैने उसको अपनी जाँघो पर ही लिटा दिया और उसकी एक चूची को मसल्ते हुवे दूसरी को अपने मूह मे भर लिया जब मैने उसके निप्पल को अपने दाँतों से काटा तो गीता जैसे चीख ही पड़ी वो बोली आ आराम से करो ना जख्म करोगे क्या मैने कहा तू बस देखती जा और मज़ा ले




काफ़ी देर तक मैं उसके बोबो से खेलता ही रहा उसका घाघरा उसकी जाँघो तक चढ़ आया था उसकी चमकती हुवी ठोस जंघे बड़ा ही मस्त नज़ारा पेश कर रही थी मैने गीता को खड़ा किया और उसके घाघरे का नाडा एक झटके मे ही खोल दिया और एक सेकेंड बाद ही घाघरा उसके पैरो मे आ गिरा और वो पूरी नंगी मेरे सामने खड़ी थी मेरी निगाह उसकी योनि पर गयी तो आज वहाँ पर एक भी बाल नही था मैं उसकी चूत को मुट्ठी मे भरते हुवे बोला बाल कब सॉफ किए तूने तो वो आह भरते हुवे बोली कि आज सुबह ही किए है



मैने गीता की टाँगो को थोड़ा सा फैलाया और उसके पैरो मे बैठ गया वो भी समझ गयी थी कि मैं अब क्या करने वाला हूँ तो वो थोड़ा सा आगे को सर्की और अपनी प्यारी सी चूत को मेरे चेहरे पे रख दिया उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या सोंधी-सोंधी खुश्बू आ रही थी उसकी योनि मे से मैने उसकी योनि के होंठो को फैलाया और अपने होंठो मे चूत का अन्द्रुनि हिस्सा दबा लिया



जैसे ही मैने वहाँ पर बॅट्का काटा गीता की टाँगे थिरक गयी और मूह से एक आह निकल गयी उसकी नमकीन चूत का टेस्ट बड़ा ही अच्छा था मैं अपनी जीभ उसकी चूत पर फिराने लगा मैने उसके मोटे-मोटे चुतड़ों को अपने हाथो मे दबा लिया और उसकी चूत की तेज़ी से चूसा करने लगा गीता अपने पाँव पटक ने लगी थी मस्ती उसके सर चढ़ने लगी थी



चूत चूस्ते चूस्ते मे बीच बीच मे उसकी जाँघो पर भी काट लेता था तो बस वो तड़प कर रह जाती गीता बोली मुझे लेटने दो ज़्यादा देर खड़ी नही रह पाउन्गी पर मैं उसकी कहाँ सुन ने वाला था मैं लगा रहा अब मैने अपनी जीभ चूत के अंदर डाल दी और उसको अंदर बाहर करने लगा गीता की सिसकारिया बढ़ती जा रही थी तभी मैने अपनी उंगली को थूक से साना और गीता की गान्ड मे दे दिया गीता दर्द से बिल बिला उठी



मैने कहा ज़्यादा आक्टिंग ना कर और दोनो छेदों का मज़ा ले अब और उसकी चूत को चाटते हुए गान्ड मे उंगली करने लगा थोड़ी देर मे ही गीता फिर से आहे भरने लगी मैं जब अपनी खुरदरी जीभ से नीचे से उपर तक सड्पा मारता तो गीता मस्ती से झूम उठती ऐसे ही कोई 10-12 मिनिट तक मैं उसको अपनी जीभ और उंगली से मज़ा देता रहा और फिर उसने मेरे चहरे को अपनी जाँघो मे भींच लिया और अपना अपनी मेरे चेहरे पर छोड़ दिया और अपने सुख को प्राप्त हो गयी



कुछ देर उसने मेरे चेहरे को अपनी योनि पर दबाए रखा और फिर वो बेड पर बैठ गयी और चादर से अपनी चूत को सॉफ करने लगी मैं उसकी ओर देखते हुवे अपने कपड़े उतारने लगा अब मैं बेड पर आया और गीता की चूत पर लंड को रखा ही था कि वो बोली अभी अभी झड़ी हू दुबारा कुछ टाइम लगेगा मैने कहा मैं क्या करूँ तो उसने कहा तुम पीछे कर्लो वैसे तुम्हारी उंगली जाने से उधर भी खुजली होने लगी है मैने कहा वाह मेरी जान आज तो खुद ही गान्ड देने को राज़ी हो रही हो




गीता बोली मैं तो तुम्हारी ही हूँ जैसे चाहो वैसे बरत लो तो मैने थोड़ा तेल अपने लंड पर लगाया और थोड़ा गीता की गान्ड के छेद पर और उसको उल्टा कर के लिटा दिया और अपने लंड को गान्ड के छेद पर रगड़ने लगा और फिर थोड़ा थोड़ा दबाव करके लंड को अंदर ठेलने लगा गीता को दर्द तो हो रहा था पर वो मेरा पूरा सहयोग कर रही थी थोड़ी ही देर मे पूरा लंड गान्ड मे जा चुका था मैं अपने हाथ नीचे ले गया और उसके बोबो को पकड़ लिया



अब मैं लंड को अंदर बाहर करने लगा था पर कसी हुई गान्ड मुश्किल पैदा कर रही थी तो मैने थोड़ा सा तेल और लगाया और अब उसकी गान्ड मारने लगा गीता की दर्द भरी आहे मुझे और भी आनंदित कर रही थी मैने उसके गालो को अपने दाँतों से काटना शुरू किया और पूरी रफ़्तार से उसकी गान्ड मारने लगा उसके मुलायम कुल्हो से मेरी गोलियाँ हर धक्के पर टकरा रही थी कसम से बड़ा ही मज़ा आ रहा था



उसकी गान्ड के छल्ले से जब मेरा मोटा लंड रगड़ ख़ाता तो जो गीता की आह निकलती गीता बोली दिल तो करता है कि तुम्हारा लंड हमशा ही मेरी गान्ड मे फसा रहे और जब मैं चलूं तो मेरे तन-बदन मे मज़ा छा जाए मैने कहा काटले इसको और रख ले अपने पास वो बोली काटने से इसमे अब जैसी बात कहाँ रहेगी ऐसे ही पूरा मज़ा लेते हुए 20-25 मिनिट तक चक के उसकी गान्ड मारी मैने और अंदर ही अपना पानी छोड़ दिया




हम दोनो के बदन पसीने से चिप चिप करने लगे थे मैने अपने लंड को गाड़ से बाहर निकाल लिया और बेड पर ही लेट गया गीता उठी और अपनी गान्ड से टपकते मेरे पानी को कपड़े से सॉफ करने लगी मैने कहा यार थोड़ा पानी पिला दे बड़ी प्यास लगी है उसने मुझे पानी पिलाया और बोली तुम आराम करो मैं ज़रा नहा कर आती हूँ पूरा बदन चिपचिपा सा हो गया है मैने कहा मैं भी चलता हू आज साथ ही नहाते है तो वो बोली आ जाओ किसने रोका है तो मैं उसके साथ उसके बाथरूम मे घुस गया जैसे ही ठंडा पानी शरीर पर पड़ा सारी थकावट ना जाने कहाँ गायब हो गयी



मैने कहा मेरे पास आ मेरी जान आज मैं तुझे अपने हाथो से नहलाता हू गीता मेरे सामने आकर खड़ी हो गयी मैने पानी का डिब्बा भरा और उसके बदन को भिगोने लगा मेरे स्पर्श से गीता के तन मे फिर से आग लगनी शुरू हो गयी और उसने अपनी आँखो को बंद कर लिया मैने उसके बालो की चोटी को खोलकर बालो को आज़ाद कर दिया गीता के शरीर को अच्छे से भिगोने के बाद




मैने साबुन लिया और उसके उभारों पर मलने लगा फिर उसके पेट से होते हुए जाँघो और फिर योनि प्रदेश और फिर मैने उसको पलटा और उसकी चिकनी पीठ , मांसल कुल्हो सब जगह अच्छे से साबुन लगा दिया मैं उसके पीछे उस से चिपक सा गया था तो मेरा लंड उसकी गान्ड से टकराने लगा था गीता अपना हाथ पीछे ले गयी और लंड को मुट्ठी मे भर लिया
Reply
10-07-2019, 12:37 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
मैं उसके साबुन से चिकने हो गये उरोजो का अपने हाथो से दबाने लगा गीता अपनी गान्ड को हल्का हल्का मटकाने लगी फिर उसने लंड को अपनी दोनो जाँघो मे दबा लिया और अपने बोबो को दब्वाने लगी बाथरूम मे भी एक सीन तैयार हो गया था कुछ देर तक हम दोनो एक दूसरे के शरीर को आपस मे रगड़ते रहे फिर मैने उसकी एक टाँग को थोड़ा सा उठाया और अपने लंड को चूत से छुआ दिया



और उसको योनि मुख पर रगड़ने लगा गीता जो गरम तो हो ही चुकी थी धीरे से बोली अब डालो भी ना अंदर तो मैने एक तेज शॉट लगाया और आधा लंड अंदर पहुचा दिया और उसकी कमर पर हाथ रख कर लंड को अंदर बाहर करने लगा गीता अब थोड़ा सा टेढ़ी हो गयी ताकि मैं उसको किस भी कर सकूँ बाथरूम मे चुदाई का मज़ा ही अलग होता है तो हमें भी बहुत मज़ा आ रहा था



और बीच बीच मे जब वो ठंडा पानी हम दोनो के जिस्म पे डालती तो क्या बताऊ कितना मज़ा आता था गीता अपनी हर अदा दिखाती हुई अपनी चूत मरवा रही थी थोड़ी देर बाद गीता फर्श पर घोड़ी बन गयी तो मैं उसको घोड़ी बना के रगड़ने लगा और फिर आधे घंटे बाद हम लोग साथ साथ ही झाड़ गये तो दोस्तो उस रात हम दोनो एक पल के लिए भी नही सोए पूरी रात मैं उसकी चूत और गान्ड दोनो को रगड़ता रहा गीता ने उस रात को अपने हुस्न की ताक़त से रंगीन कर दिया था सुबह मेरे शरीर मे बिल्कुल भी ताक़त नही बची थी

गीता भी अलसाई सी मेरी बाहों पड़ी थी मे उठा थोड़ा सा पानी पिया जैसे तैसे करके अपने कपड़े पहने फिर गीता को कहा कि यार मैं घर जा रहा हू तो वो भी उठ गयी उसने कहा चाइ बना ती हूँ चाइ पीके जाना मैने कहा नही चाइ फिर कभी पियुंगा आज मुझे बुआजी के यहाँ जाना है तो जल्दी ही निकलना होगा गीता बोली आओगे कब मैने कहा थोड़े दिन तो लग जाएँगे



मैने गीता से कहा कि तुम्हे किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बताओ वो बोली नही जो है बहुत है मैने कहा यार तू क्या मुझे पराया समझती है क्या मैं तेरे लिए कुछ नही कर सकता वो बोली मैं तो तुम्हारी ही हूँ ना और मेरा ये छोटा सा घर भी तुम्हारा ही है फिर कभी ऐसी बात ना करना वरना मैं नाराज़ हो जाउन्गी फिर मैने गीता को किस किया और अपने कुँए पर आ गया



बाइक बाहर निकाली और घर की ओर उड़ चला फटाफट तैयार हुआ अपना बॅग पॅक किया और मम्मी से कहा कि मैं बाइक ले जा रहा हू तो मम्मी बोली लंबा सफ़र है बस से ही चला जा मैने कहा मम्मी बाइक पास रहेगी तो वहाँ काम ही आएगी फिर मैं अनिता भाभी के पास गया और कहा कि भाभी आपकी मदद चाहिए वो बता क्या कर सकती हू मैं तेरे लिए



मैने कहा आप निशा को तो जानती ही है ना वो बोली हाँ मैने कहा आप उसकी चाची से पता करो ना आजकल वो कहाँ है और कोशिश करना कि उसका कोई अड्रेस कोई फोन कुछ भी मिल जाए भाभी बोली तू क्या करेगा मैने कहा वो मेरी दोस्त थी काफ़ी दिन हो गये उसको ढूँढ रहा हूँ मुंबई भी गया उसकी तलाश मे पर बात नही बनी भाभी बोली एक बात बता आजकल तेरे दिल मे चल क्या रहा है कभी निशा कभी मिता कल को और किसी का नाम लेगा



आज तू बता ही दे तेरे दिमाग़ मे चल क्या रहा है मैने कहा भाभी अभी मैं जल्दी मे हूँ आप बस मेरा ये काम करदो कैसे भी करके सारी उमर आपके चरण धोकर पियुंगा अभी मैं चलता हू बुआ के यहाँ जा रहा हूँ तो भाभी बोली उधर आराम से रहना कोई शैतानी ना करना आजकल तेरा को भरोसा नही है मैने मोका देखकर उनके गालो को चूमा और कहा कि आप चिंता ना करो और फिर चल पड़ा बुआ की ससुराल की तरफ



दोपहर बाद तक मैं वहाँ पहुच गया सभी से दुआ-सलाम की शादी का घर था तो रोनक सी छाई हुई थी 4 दिन बाद शादी थी तो कुछ मेहमान लोग भी आए हुए थे बुआ बड़ी ही खुश हो गयी थी मुझे देख कर उन्होने मुझे चाइ-पानी करवाया और कहा कि तू कुछ देर आराम करले मैं कुछ काम निपटा कर आती हू



मैने कहा बुआ मैं ज़रा सबसे मिल लेता हूँ वैसे भी बुआ के यहाँ कई सालो बाद गया था मैं नलके पर अपना मूह धो ही रहा था कि तभी किसी ने कहा कि तो आ गये लेफ्टिनेंट साहब मैने पीछे मूड कर देखा तो बस देखता ही रह गया ये प्रिया थी फूफा के बड़े भाई की दूसरे नंबर वाली लड़की इसी की बड़ी बहन की शादी थी मैने रुमाल से अपना मूह पोंछते हुए कहा तुम प्रिया हो ना वो बोली शूकर है पहचान लिया मैं तो सोच रही थी कि जानोगे या नही



मैने कहा जानूंगा क्यू नही पर तू तो काफ़ी बड़ी हो गयी है वो बोली आप भी तो अब बड़े हो गये हो मैने कहा टाँग खीच रही है मेरी वो बोली हमारी इतनी हिम्मत कहाँ कि आर्मी ऑफीसर से पंगा ले मैने कहा यार सबको क्या हो गया है कोई यही बात रट के बैठा है फिर हम पास रखी कुर्सियो पर बैठ गये और बाते करने लगे मैने कहा यार और लोग कहाँ है कब से कोई दिख ही नही रहा है तो प्रिया बोली भाई लोग तो बाजार गये कुछ खरीदारी करने आते ही होंगे



मैने कहा और बता क्या चल रहा है तो वो बोली बस कट रही है लाइफ घिसत घिसट के जॉब के लिए टेस्ट दिया है देखो क्या रहता है मैने कहा अरे चिंता ना कर हो जाएगा सेलेक्षन मेरी नज़रे प्रिया के बदन की स्कानिंग करने लगी थी अब वो पूरी जवान हो गयी थी और निखर भी आई थी पता नही मेरे दिमाग़ मे ये ख़याल कैस आया तो मैने अपना ध्यान दूसरी तरफ लगाना चाहा



शाम होते होते सभी से मिल लिया था मैं प्रिया तो मुझे एक पल अकेला छोड़ ही नही रही थी जैसे तैसे उस से बच के मैने बुआ को पकड़ा और कहा आज रात को कुछ होगा क्या तो वो बोली घर मे तो गेस्ट है तो पासिबल नही होगा कल मैं तेरे साथ बाहर चलूंगी फिर मज़ा करेंगे मैने कहा ठीक है तो फिर वो रात बस ऐसे ही मस्ती मज़ाक मे कटने लगी



खाने-पीने के बाद हम सब लोग छत पर नीचे ही बिस्तर लगा के बाते कर रहे थे जिस तरफ हम थे उधर रोशनी थोड़ी कम थी जो भी थी बस चाँद की चाँदनी ही थी तभी मुझे लगा कि मेरे पैर पर कुछ रेंग रहा है मैने देखा तो ये दीप्ति थी जो अपने अंगूठे से मेरे पर को रगड़ रही थी मैने अपने पैरो को थोड़ा साइड मे कर लिया पर फिर कुछ देर बाद वो वैसा ही करने लगी



हम कई लोग थे तो इतने लोगो मे मैं दीप्ति को मना नही कर पाया तो उसको छेड़खानी करने दिया फिर हम बाते करते करते ही सो गये मुझे लगा कि कोई मेरे बदन पर हाथ फेर रहा है तो मैं जाग गया मैने देखा कि दीप्ति मेरे पास लेटी हुई है और उसका हाथ मेरे पयज़ामे के अंदर मेरे लंड पर था मैने पाजामे के उपर से ही उसके हाथ को पकड़ लिया और फुसफुसाते हुए कहा कि ये तुम क्या कर रही हो


तो उसने अपनी उंगली मेरे होंठो पर लगाई और मुझे चुप रहने को कहा और मेरे लंड को अपनी मुट्ठी मे भर के सहलाने लगी मेरी सिचुयेशन टाइट हो गयी आस पास सारे भाई बहन सो रहे थे और दीप्ति तो भी मेरी बहन ही लगी थी ना कुछ देर वो मेरा लंड सहलाती रही फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे खीच कर एक कमरे मे ले आई



ये कोई स्टोर रूम था उसने जल्दी से दरवाजा बंद कर दिया और मुझसे लिपट गयी और मुझे चूमते हुए बोली कि ओह!!!!!!!! ****** जब से तुम आए हो मेरी नज़र तुमसे हट ही नही रही कितने हॉट हो तुम उसने दुबारा से मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी मुझे समझ ही नही आ रहा था कि ये क्या हो रहा है मैने कहा दीप्ति तुम्हे पता है ना तुम क्या कर रही हो थोड़े दिन मे तुम्हारी शादी है
Reply
10-07-2019, 12:37 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
दीप्ति फुसफुसाती हुई बोली तुम शादी की टेन्षन मत लो और मुझ पर फोकस करो कहते ही उसने अपने होठ मेरे होंठों पर रख दिए और मुझे किस करने लगी और नीचे मेरे लंड को पूरे दम से हिलाए जा रही थी दीप्ति मेरी कज़िन थी और उपर से वो डाइरेक्ट ही मुझ पर पिल पड़ी थी तो मुझे अजीब सा लग रहा था ज़बरदस्ती का सेक्स अब कॉन करना चाहे मैने दीप्ति को अपने से दूर किया और कहा कि ये ठीक नही है




वो वापिस मुझसे चिपकती हुवी बोली क्या ठीक नही है मैं प्यासी हू मेरी प्यास बुझाना तुम्हारा कर्तव्य है और फिर अपने कजिन से चुदने मे कैसी बुराई ये कह कर वो नीचे बैठी और मेरे लंड को अपने मूह मे भर लिया और चूसने लगी अब लंड ठहरा लंड वो कहा इंसानी रिश्तो को समझता है और मैं तो पहले ही रिश्तो को भूल चुका था मैने भी सोचा कि चल अब जो हो रहा है होने दे जब ये ही तैयार है तो तू भी थोड़ा मज़ा ले लेता हू




दीप्ति नीचे बैठ कर मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसके बालो को सहलाने लगा 5-7 मिनिट बाद वो खड़ी हुई और मुझे किस करने लगी मैं अपना हाथ नीचे ले गया और उसकी पाजामी को नीचे सरका दिया और उसके कुल्हो पर हाथ फेरने लगा मेरे स्पर्श से दीप्ति उत्तेजित होने लगी कुछ देर की चूमा चाटी के बाद मैने उसकी टी-शर्ट को उपर करके निकाल दिया और उसकी ब्रा के उपर से ही उसके बूब्स प्रेस करने लगा



उसके मूह से सिसकारिया निकलने लगी तो मैने फुसफुसाते हुआ कहा कि ज़्यादा आवाज़ मत करो बाहर किसी ने सुन लिया तो मुश्किल हो जाएगी और उसकी ब्रा को खोल दिया उसके बोबे थोड़े छोटे साइज़ के थे तो मैं उनको चूसने लगा दीप्ति के बदन मे बिजलिया रेंगने लगी वो मेरे चेहरे को अपनी छातियो पर दबाने लगी इतना टाइम नही था कि खुल के सेक्स नही किया जा सकता था मैने कहा जल्दी से कर लेते है वो बोली हम मुझसे भी रुका नही जा रहा है



मैने उसकी कच्छि को नीचे सरकाया और चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा वहाँ पर एक भी बाल नही था और वो पूरी गीली भी थी तो मेरी उंगलियाँ फिसलने लगी मैने एक उंगली धीरे से उसकी चूत मे सरका दी और उसके होंठो को चबाने लगा दीप्ति मुझसे बुरी तरह से चिपक गयी थी और पूरा सहयोग कर रही थी फिर मैने उसको वही पर लिटा दिया और उसकी टाँगो को खोलते हुए लंड को चूत के मूह पर लगा दिया



जैसे ही सुपाडा अंदर जाने लगा दीप्ति का बदन टाइट होने लगा वो बोली दर्द हो रहा है मैने कहा पहले कभी किया नही क्या तो वो बोली किया है पर तुम्हारा बहुत मोटा है थोड़ा आराम से डालो मैने कहा इसकी मर्ज़ी है जैसे जाएगा वैसे ही जाएगा मैने दीप्ति पर अपनी पकड़ मजबूत की और एक तेज धक्का लगाते हुए लंड को उसकी चूत मे घुसाने लगा



दीप्ति मेरे शोल्डर पर काट ते हुए बोली कि आराम से डालो ना मैने कहा दो मिनिट रुक जा फिर सब सही हो गा और एक और शॉट मारते हुवी लंड को और अंदर डालने लगा दीप्ति की आँखे फैल गयी वो दर्द से कराहने लगी तो मैने उसके होंठो को अपने मूह मे भर लिया और उसके बदन को सहलाने लगा बेहद कसी हुई योनि थी उसकी थोड़े समय बाद मेरा लंड उसकी योनि मे सेट हो गया तो मैं उसकी रेल बनाने लगा



वो बोली कितना बड़ा है तुम्हारा मेरी तो आज फट ही गयी लगता है मैने कहा तू थोड़ी देर चुप रह ज़रा वो बोली मेरी पीठ पर फरश चुभ रहा है तो मैने उसको खड़ी किया और खड़े खड़े ही उसकी लेने लगा गुज़रते पलों के साथ हमारी साँसे भारी होने लगी और अंदर गर्मी भी बहुत थी तो पसीना आना शुरू हो गया था पर जब चुदाई का बुखार चढ़ा हो तो और बातों पर ध्यान कहाँ जाता है



हम दोनो एक दूसरे से लगे पड़े थे मैं उसके अंग अंग को चूमते हुवे उसको चोद रहा था फिर मैं उसकी चूची पीने लगा तो दीप्ति के तन बदन मे आग लग गयी वो लंबी लंबी साँसे लेते हुए चुदाई का मज़ा ले रही थी ना वो हर मान रही थी ना मैं अब मैने उसको पंजो के बल झुकाया और उसकी पतली कमर को थामते हुवे फिर से उसकी छोटी सी चूत मे मे लंड को उतार दिया



मैने एक हाथ उसकी गर्दन मे डाला और लगा ताबड तोड़ धक्के लगाने मे दीप्ति भी अपने कुल्हो को हिला हिला कर चुदाई मे सहयोग कर रही थी घपा घप चुदाई चल रही थी पर जिस चीज़ की शुरुआत होती है उसका अंत भी तो होता है ना कोई आधे घंटे तक एक दूसरे मे समाए रहने के बाद दीप्ति का बदन अकड़ गया और वो झड़ने लगी मैं भी बिल्कुल किनारे पर आ गया था मैने कहा अंदर ही डिसचार्ज हो जाउ क्या तो वो बोली नही बिल्कुल नही तो मैने जल्दी से लंड को बाहर निकाला और उसके कुल्हो पर ही अपने पानी की धार गिरानी शुरू कर दी



और फिर दीवार की सहारे खड़ा हो गया कुछ पलों बाद हमारी साँसे दुरुस्त हुई तो दीप्ति ने अपने कपड़े पहने और मुझे किस करके खिसक ली वहाँ से मैने भी अपने कपड़े डाले और बाहर आ गया मैने टाइम देखा तो सुबह के तीन बज रहे थे सभी लोग सोए पड़े थे पर मेरी नींद उचट गयी थी मैने मटके से गिलास भरा और पानी पीने लगा अब नींद तो आनी नही थी तो मैं एक कुर्सी पर बैठ गया और सोचने लगा



थोड़ी देर बाद दीप्ति भी मेरे पास आकर बैठ गयी और बोली कि नाराज़ हो मुझसे मैने कहा तुमने जो भी किया ग़लत किया वो मेरा हाथ पकड़ की बोली कुछ भी ग़लत नही हुआ है और फिर यंग एज मे ये सब तो होता ही रहता है मैने कहा तुम्हारी बात ठीक है और मैं तो वैसे भी बहुत ब्रॉडमाइंडेड हू पर ना जाने क्यो अच्छा नही लग रहा है
Reply
10-07-2019, 12:37 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
दीप्ति बोली कॉफी पियोगे मैने कहा इस टाइम कॉन बनाएगा वो बोली तुम बैठो मैं दो मिनिट मे बना कर लाई और थोड़े टाइम बाद ही हम लोग कॉफी की चुस्कियाँ लेते हुए बात करने लगे मैने कहा तुम्हारे हज़्बेंड को पता चलेगा कि तुम वर्जिन नही हो तो वो क्या सोचेगा तो वो बोली ओह! कम ऑन आजकल कॉन इन सब बातों के बार मे सोचता है और 99% लड़किया तो शादी से पहले ही वर्जिनेटी लूज कर देती है



मैने कहा बात तो सही है पर फिर भी अजीब सा लग रहा है तो उसने कहा क्योंकि मैं बहन हू तुम्हारी इसलिए अगर मेरी जगह कोई और होती तो फिर गिल्ट नही होता तुम्हे और वैसे भी हर कोई किसी ना किसी की बहन होती है और मत भूलो हम दोस्त पहले है और अब सेनटी होना बंद करो मूड को फ्रेश करो तो मैं एक फीकी हसी हँस पड़ा फिर हम ने कुछ देर और बाते की और कुर्सी पर बैठे बैठे ही सो गये

सुबह जब मेरी आँख खुली तो बुआ चाइ लेके मेरे सामने खड़ी थी वो बोली अरे यहाँ कॉन सोया पड़ा था उपर नींद नही आई क्या ज़रूर सबने तंग किया होगा तुझे मैने कहा बुआ जी ज़रा सांस तो ले लो ऐसा कुछ नही है बस ऐसे ही इधर आके बैठा था फिर ना जाने कब आँख लग गयी तो वो बोली चल चाइ पी ले और जल्दी से रेडी हो जा आजकई काम है मैने कहा काम करने ही तो आया हू तो वो मुस्कुरा पड़ी और बोली तू नही सुधरेगा



नहा धोकर तैयार होने मे ही दस बज गये थे फिर खाना वाना खाकर हम मस्ती कर ही रहे थे कि बुआ आ गयी और बोली कि मुझे कुछ सदियो के ब्लाउज लेने सहर तक जाना है मेरा नाम लेते हुए वो बोली तू चल मेरे साथ इधर बोर हो जाएगा तो मैने कहा ठीक है जी चलिए वो बोली तू बाइक स्टार्ट कर मैं अभी आती हू और फिर हम चल पड़े पास के सहर मे जो कोई 20 किमी दूर था



मैने बाइक मेन रोड पर लगाई ही थी कि बुआ बोली बाइक को मोड़ ले और कच्चे रास्ते पर ले उधर से चलेंगे तो बुआ मुझे रास्ता बताने लगी और हम चल पड़े कोई 7-8 किमी चलने के बाद थोड़ा सा सुनसान सा इलाक़ा था एक साइड मे कच्चा रोड था और दूसरी साइड मे गन्ने के खेत थे थोड़ी खाली सी जगह देख कर बुआ बोली कि बाइक को यही लगा ले मैने बाइक इस तरह से छुपाई की किसी को दिखे नही और फिर बुआ गन्ने के खेत मे घुस गयी मुझे लेके



खेत के काफ़ी अंदर मैने थोड़ी सी खाली जगह बनाई और बुआ को अपने से चिपका लिया और उनके गुलाबी होंठो को चूसने लगा पिछले कई दिनो से चूत की बरसात हो रही थी पर बुआ की बात सबसे अलग थी दस पंद्रह मिनिट तक अच्छे से उनके होंठो का रास्पान किया मैने फिर मैने बुआ की सलवार का नाडा खोला और कच्छि समेत सलवार को उतार कर सावधानी से साइड मे रख दिया ताकि वो गंदी ना हो बुआ नीचे से पूरी नंगी हो चुकी थी



गुज़रते समय के साथ बुआ का जिस्म और भी गदरा गया था मैं उनके चुतड़ों पर थप्पड़ मारता हुआ बोला डार्लिंग तुम तो और भी गदरा गयी हो वो बोली सब तेरे कारण ही हुवा है पिछली बार तूने जो दमदार चुदाई की है सब उसी का असर है बात करते करते बुआ ने अपना सूट और ब्रा भी उतार कर साइड मे रख दिया मैने भी अपने कपड़े उतार दिए बुआ बोली तेरे लिए नंगी तो हो गयी हू पर कोई इधर आ ना निकले मैने कहा बुआ आप चिंता ना करो मैं हू ना



बुआ मेरे लंड को अपनी मुट्ठि मे भरती हुई बोली कि ये तो पहले से भी तगड़ा हो गया है मैने कहा सब आपकी चूत के पानी का कमाल है मैं बुआ को फिर से किस करने लगा बुआ मुझसे चिपक गयी और मेरे लंड को अपनी मस्त चूत पर रगड़ने लगी उन्होने अपना मूह थोड़ा सा खोला और अपनी जीभ मेरे मूह मे सरका दी तो मैं उसको चूसने लगा बुआ मुझसे ऐसी लिपट गयी जैसे चंदन के पेड़ से कोई नागिन लिपटी हो उनकी मस्त जंघे मेरी जाँघो से रगड़ खा कर मेरे लंड को और जोश चढ़ा रही थी



एक जबर दस्त किस के बाद वो बोली अभी चूसने-चूसने का टाइम नही है और जगह भी नही है तुम सीधा काम तमाम करो फिर कोई मोका मिलेगा तो देखेंगे और घूम कर पंजो के बल झुक कर खड़ी हो गयी उनकी विशाल नितंब मेरे लंड के सामने आ गये मैने उनकी चूत पर ढेर सारा थूक लगाया और अपने लंड को चूत के छेद पर लगा दिया बुआ ने अपनी गान्ड को पीछे करके मुझे अंदर घुसाने का इशारा किया



तो मैने धक्का लगाया और लंड उनकी मस्तानी चूत की फांको को अलग करता हुआ चूत मे जाने लगा बुआ ने एक सिसकी ली और बोली जल्दी से पूरा अंदर डालो मैं तुम्हारे लंड को अपने अंदर लेने को मरी जा रही हू तो मैने दो धक्को मे ही पूरा लंड बुआ की गरम चूत मे पहुचा दिया और आगे हाथ ले जाकर चूत के दाने को मसल्ने लगा बुआ के पूरे शरीर मे करेंट दौड़ गया वो धीमे से बोली कि बस बेटा अब जल्दी से काम पूरा कर दे टाइम नही है अपने पास




मैने कहा अभी लो और मैने लंड को चूत के अंदर बाहर करने लगा बुआ बोली मेरे बोबो को दबा तो मैने कहा थोड़ी सी उपर हो जाओ तो बुआ उपर को हो गयी और मैं आसानी से उनके बोबो को दबाते हुवे उनकी चूत मारने लगा बुआ आहे भरने लगी मेरा लंड उनकी चूत मे जाके आज निहाल हो गया था मस्ती के संसार मे दीन दुनिया से बेख़बर हम दोनो एक दूसरे की जिस्मो की प्यास बुझाने मे लगे हुए थे
Reply
10-07-2019, 12:38 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
ओह मेरी प्यारी बुआ कितनी मस्त हो आप काश आप मेरी वाइफ होती तो पूरी जिंदगी आपको अपने लंड पर बिठाये रखता बुआ बोली ओह बेटा अपनी पत्नी समझ कर ही चोद मुझे जब से तेरा लंड लिया है तेरे फूफा से मज़ा ही नही आता बस यही सोचती रहती हू कि कब कैसे तुझसे चुदु शाबाश बेटा ऐसी ही धक्के लगा फाड़ दे मेरी इस निगोडी चूत को आज इसकी ससेरी खुजली मिटा दे चोद दे अपनी बुआ की फाड़ दे अपनी बुआ की चूत को रगड़ दे मुझे और तेज और तेज चोद मुझे

मैने कहा मेरी जान बहुत करारी है तू मैं बेदर्दी से बुआ के उभारों को मसलता हुआ उनकी चुदाई कर रहा था और फिर आधे- पोने घंटे तक दमदार चुदाई के बाद हम लोग साथ ही झड गये मैने बुआ की रसीली चूत को अपने वीर्य से तर कर दिया फिर हम वहाँ से निकले और सहर पहुचे बुआ ने काफ़ी खरीदारी की वापसी मे उसी खेत मे बुआ को एक बार और चोदने के बाद हम वापिस आ गये

जब हम वापिस आए तो उनके घर की तरफ जाने वाली गली मे एक गाड़ी खड़ी थी गली आगे थोड़ी तंग थी तो गाड़ी आगे नही जा सकती थी तो मैने भी बाइक रोक ली बुआ बोली अपने ही मेहमान आए लगते है मैं आगे जाती हू तू आता रहियो मैने कहा जी ठीक है पर फिर कुछ ऐसा हुआ जो मैं कभी भूल ही नही सकता तब पहली बार मुझे पता चला कि सर्प्राइज़ किसे कहते है



उस गाड़ी से पहले एक रोबदार आदमी बाहर निकला देखते ही मैं समझ गया कि ये कोई अपने ही डिपार्टमेंट का बंदा है फिर एक औरत निकली और गली मे आगे को बढ़ गये पर फिर जो कुछ हुआ आप लोग विश्वाश नही करेंगे और सच कहूँ तो मुझे भी उस टाइम विश्वास नही हुआ गाड़ी से जो तीसरी जनि उतरी जैसे ही वो पलटी मेरा दिल साला इतनी ज़ोर से धड़का कि सीने मे दर्द सा होने लगा



वो कोई और नही उर्वशी थी मैं तो उसको देखते ही सब कुछ भूल ही गया पर उसकी नज़र मुझ पर नही पड़ी उसने गाड़ी का गेट बंद किया आगे की तरफ बढ़ चली तभी मैने बाइक का हॉर्न बजाया तो उसने पलट कर देखा और फिर हैरत से उसके हाथो से बॅग छूट गया उसने अपना हाथ अपने मूह पर रख लिया वो जैसे शॉक्ड हो गयी थी मैने बाइक को स्टॅंड पर लगाया और उसकी तरफ बढ़ निकला



उर्वशी भाग कर आई और मेरे गले लग गयी और बोली फोजी जाट तू यहाँ पर मैने कहा पागल जाटनी तू यहाँ वो मेरे गले लगी हुई थी और गली के लोग हमें ही देख रहे थे तो मैने उसको अपने से अलग किया और इशारो मे समझाया कि लोग देख रहे है तो वो बोली कमिने कुत्ते कित मर गया था तू और तेरा वो फोन कित सै ला दे उसने तो तोड़ के फेक दूँगी कदे मिले ही ना सै वो तो



मैने कहा ओ मेरी झाँसी की रानी शांत होज़ा और घर चल फिर सब बता ता हूँ तभी बुआ का लड़का आ गया मैने कहा बाइक को ले आइयो और मैने उर्वशी का बॅग उठा लिया और घर आ गये वो बोली तू के करे सै अठे मैने कहा मेरी बुआ की ससुराल है यहाँ और हम बात करते करते घर के अंदर आ गये मैने कहा तू यहाँ कैसे तो वो बोली बुआ के ससुर जी का नाम लेते हुए कि वो मेरे पापा के मामा जी है मैने कहा है मेरी तकदीर बड़ी मुश्किल से तुमसे पीछा छुड़ाया था तुम यहाँ पर भी आ गयी



तो उर्वशी मेरी चेस्ट मे मुक्का मारते हुवे बोली कमिने एक बार सब रिश्तेदारों से मिल लू फिर तेरी खबर लूँगी तो उर्वशी अंदर चली गयी मैं बैठक मे चला गया वहाँ उर्वशी के पिता भी थे तो फूफा जी ने मेरा उनसे परिचय करवाया तो मैने कहा सर मैं आपको जाता हू आप ब्रिगेडियर. ***************** है ना तो वो बोले बेटे आप मुझे कैसे जानते है तो मैने कहा सर मैने आइएमए देहरादून मे ही ट्रैनिंग ली है और इसी एअर पोस्टिंग ली है



तो वो बोले आइ’म इंप्रेस्ड फिर कुछ लंबी बाते ही खीच गये वैसे भी दो आर्मी वाले बैठ जाए तो फिर माहौल अलग हो जाता है मुझे खिसकने का मोका जब मिला जब प्रिया मुझे बुलाने आई उसने कहा कोई आपको चॉबारे मे बुला रहा है मैं समझ तो गया था कि उर्वशी ही होगी मैं तेज़ी से सीढ़िया चढ़ता हुआ उपर पहुच गया उर्वशी बोली आजा मेरे प्रीतम तेरा ही इंतज़ार कर रही थी मैं



मैने कहा तुझे जो भी सज़ा देनी है दे दे पर पहले मेरी बात सुन ले और फिर मैने उसको सारी कहा नी बताई तो वो एमोशनल हो गयी वो बोली इतना सब हो गया तेरे साथ और मुझे नही बताया तूने तो खैर मुझे अपनी समझा ही नही मैं कहा यार फोन टूट गया था तो तेरा कॉंटॅक्ट लॉस्ट हो गया वो बोली और कही सेव नही कर सकता था क्या चल अब तू सबसे पहले तेरा नंबर मुझे दे



तो मैने उसको अपना फोन नंबर दे दिया उर्वशी मेरे पास आई और बोली फोजी पता है कितनी राते मैने तेरी याद मे जाग जाग के काटी है हर बार तेरा फोन नही मिलता था तो बहुत बुरा लगता था फिर वो थोड़ा सा और आगे आई उसके और मेरे बीच मे बस कुछ इंच का ही अंतर था और फिर उसने आगे बढ़ कर मुझे किस कर लिया किस करके हम हटे ही थे कि बुआ आ गयी और हम दोनो को साथ देख कर बोली तू उर्वशी को कैसे जानता है मैने कहा बुआ ये एक लंबी कहानी है बाद मे बताउन्गा और अभी आप हमें कुछ देर अकेला छोड़ दो



वो बोली पर तुम्हे ऐसे देखेगा तो क्या सोचेगा जल्दी ही नीचे आ जाना मैने कहा ठीक है और कुछ देर बाद हम नीचे आ गये उर्वशी अंदर लॅडीस के पास चली गयी तभी दीप्ति मेरे पास आई और बोली तेरा बाद लक है आज मेरी डेट्स आ गयी है वरना आज भी तुझे मज़ा करवाती मैने कहा चलो मेरी जान छूटी अब उसको कोन समझाए कि अपनेको कोई कमी थोड़ी है चूतो की



सारे घर मे मेहमान भरे पड़े थे तो समझ नही आ रहा था कि कहा जाउ मैं चाइ पी रहा था वही सीढ़ियो पर बैठ कर कि उर्वशी का मेसेज आया लिखा था रात को चॉबारे की छत पर मिलते है मैने रिप्लाइ ही नही किया था अब इतने मेहमानों मे कैसे रिस्क ले वो तो ठहरी पागल जाटनी पर अपनी बुआ का घर था यहाँ पर तो शराफ़त ज़रूरी थी



फिर बुआ मेरी तरफ आई तो मैने कहा बुआ इतने आदमियो को देख कर मेरा मन नही लग रहा यहाँ पर वो बोली बेटा शादी है तो मेहमान आएँगे ही ना दो दिन बाद शादी है अड्जस्ट तो करना ही पड़ेगा ना मैने कहा बुआ मेरा जी नही लग रहा और उपर से उर्वशी भी है वो थोड़ी पागल टाइप है मुझसे ही चिपकी रहेगी मैं नही चाहता कि मेरी वजह से कल को आपको कोई कुछ कहे



वो भी मेरे पास ही बैठ गयी और बोली पहले तू बता तू उसको कैसे जानता है तो मैने बुआ को सारी कहा नी बता दी बुआ बोली तो ये बात है वैसे लड़की अच्छी है मैं तो इसको बचपन से जानती तू कर ले इस से ब्याह मैने कहा क्या बुआ कुछ भी बोलती हो फिर बुआ बोली रात तक इंतज़ार कर फिर हम अपने घर चलेंगे कुछ मेहमान उधर भी होंगे पर मैं अड्जस्ट कर लूँगी कुछ भी करके चल अभी तू अपना मूड ठीक करले

मैने गोर किया कि सब भाई बहन बस अपनी ही पंचायत मे लगे हुवे थे वैसे भी टाइम तो निरंतर बदल रहा ही था तो लोग भी बदल रहे थे प्रिया मेरे पास आकर बैठ गयी और बोली भाई आप आज कुछ उदास लग रहे हो मैने कहा नही यार ऐसी तो कोई बात नही है बस इतने लोगो को एक साथ देखने की आदत नही है ना तो वो बोली पर भाई फोज मे तो बटालियन होती है मैने कहा होती है पर वहाँ भी हम ऐसे नही रहते



फिर भाई लोग और उसके दोस्त भी आ गये और बोली कि भाई रात मे कुँए पर ड्रिंक्स का प्रोग्राम है आप आओगे ना तो मैने कहा नही यार आज कुछ तबीयत ठीक नही है तुम लोग ही एंजाय करो तो वो लोग अपना जुगाड़ करने चले गये मैं जाके फूफा की मंडली मे बैठ गया शाम तो हो ही गयी थी तो उधर भी बस दारू-शरु की ही प्लॅनिंग हो रही थी
Reply
10-07-2019, 12:38 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
अब मजबूरी थी तो उधर ही बैठा रहा बॉटल पर बॉटल खुल रही थी उर्वशी के पापा बोले ऑफीसर तुम भी एक शॉट लो मैने कहा नही सर मैं घर पे नही पीता तो वो बोले अरे खुशी का महॉल है कोई बहाना नही चलेगा और मेरे हाथो मे एक पेग दे दिया तो मैने भी फिर दो-तीन पेग टिका ही लिए उनकी फालतू की पार्टी जब मुझे बोर करने लगी तो मैं खाना खाने के लिए आ गया



प्रिया भी मेरे साथ ही आ गयी और हम दोनो डिन्नर करने लगे उर्वशी कही दिखाई नही दे रही थी अब शादी का घर था तो सोना किसे था लोग बेवजह इधर से उधर भटक रहे थे मैं कोफ़ी के सीप लेता हुआ चूतिया ड्रामे को देखे जा रहा था तभी मेरा फोन बजा बुआ की कॉल थी उन्होने कहा कि बस थोड़ी देर मे चलेंगे अपने घर कुछ मेहमान है उनको खाना करवा दूं फिर चलते है मैने कहा ठीक है



कोई आधे घंटे बाद बुआ दो बूढियो के साथ निकली और मुझे बोली आजा फिर हम बुआ की घर चल पड़े उसका घर बस दो गली दूर था बुआ ने अपना बेडरूम खोला और मुझे कहा कि तू आराम कर मैं थोड़ी देर मे आउन्गि मैने कहा मैं ज़रा नहा लेता हू मैने देखा कि इधर ज़्यादा मेहमान नही थे और तकरीबन बुजुर्ग ही थे इसलिय उनके रहने की व्यवस्था इधर की गयी थी



मैं नहा कर आया तो रात के11 बज गये त बुआ कमरे मे ही थी उन्होने कपड़े बदल लिए थे साड़ी निकाल कर अब वो एक मॅक्सी मे थी मेरे अंदर आते ही उन्होने गेट बंद किया और लाइट बुझा दी हम दोनो बेड पर लेट गये मैने कहा बुआ आप मुझे अपने बेडरूम मे ले आई अगर फूफा आ गये तो वो बोली तू टेन्षन ना ले उधर दारू की पार्टी चल रही है और तू तो जानता ही है कि तेरे फूफा को तो बस मोका चाहिए पार्टी करने का वो नही हिलेंगे उधर से और फिर मुझ तेरे लंड का चस्का लग गया है तो थोड़ा सा रिस्क तो ले ही सकती हू ना मैने कहा मेरी प्यारी बुआ



बुआ फटा फट नंगी हो गयी और मेरे कच्छे को उतारते हुवे बोली दो बार आज ही चुद चुकी हू पर चूत फिर भी फडक रही है मैने कहा चिंता ना करो डार्लिंग सुबह तक आपको लंड पर बिठाए रखूँगा और गान्ड भी मारूँगा तो बुआ बोली जो मारनी है मारले मिटा दे मेरी खुजली को तो मैं उनकी मस्त 38 इंची छातियो को दबाने लगा तो वो सिसकारिया भरने लगी और बोली ज़ोर से दबा इनको इस दर्द का भी अपना ही मज़ा है



मैने कहा बुआ आज तो रोल मे लग रही हो वो बोली तुझे तो खुश करना ही पड़ेगा ना वरना तू कहेगा कि बुआ ने खातिरदारी नही की और फिर अपना बोबा मेरे मूह मे देने लगी तो मैं उन्हे निप्पल को दाँतों से काटने लगा बुआ अब मेरी गोदी मे चढ़ आई उनकी नंगी गान्ड पर लंड रगड़ खाने लगा मैने कहा अभी तो बस गान्ड मे ही डालूँगा कई दिनो से किसी की गान्ड नही चोदि है



थोड़ी देर बाद बुआ मेरी गोदी से उतर गयी और फिर मेरे लंड पर टूट पड़ी मैने कहा आराम से चूसो मैं कही भागा थोड़ी ना जा रहा हू तो उन्होने अपनी जीभ को सुपाडे पर फेर दी मैं तो बहाल हो गया उनकी इस अदा पर मैने बुआ के बालो को पकड़ लिया और लंड उनके मूह मे अंदर बाहर करने लगा घुप घुप करते हुए मैं उनके मूह को चोदने लगा था



काफ़ी देर तक लंड को उनके मूह मे रखने के बाद मैने अब उनको बेड पर पटका और उनकी गान्ड को सहलाने लगा और अपनी उंगली को गान्ड मे डालने लगा बुआ बोली ऐसे नही जाएगी रूको मैं तेल देती हू वो अंधेरे मे ही तेल की शीशी ले कर आई और मुझे दे दी मैने ढेर सारा तेल उनकी गान्ड पर लगाया और अपने लंड पर भी मैने कहा करूँ वो बोली हाँ तो बुआ ने अपने हाथ पीछे ले जाते हुवे अपने कुल्हो को खोल लिया और मैने अपने सुपाडे को उनके छेद पर रख दिया



और थोड़ा सा दवाब डालते हुए अपने सुपाडे को अंदर घुसाने लगा बुआ का छेद फैल गया और उनके मूह से दर्द भरी आवाज़ निकली मैने बुआ को तड़पाने के लिए सुपाडे को छेद मे फसा दिया और रुक गया बुआ कराहती हुवी बोली तड़पाता क्यो है एक तो तेरी खुशी के लिए गान्ड मरवा रही हू और तू तडपा रहा है मैने कहा अभी ले मेरी जान अभी अंदर करता हूँ और थोड़ा थोड़ा करके लंड को अंदर डालने लगा एक तो उनकी गान्ड इतनी टाइट थी तो रगड़ खा खा कर लंड अंदर जा रहा था
Reply
10-07-2019, 12:38 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
जब जब मैं लंड को अंदर से बाहर खीचता लगता कि उनकी गान्ड का छल्ला भी साथ ही बाहर को निकल आएगा कई दिनो बाद किसी की गान्ड मे लंड गया था तो जोश भी कुछ ज़्यादा ही था और जुनून तो हद से ज़्यादा हमेशा की तरह मैं उनके उपर लदा हुआ अब अपनी रफ़्तार को कुछ तेज करता हुवा गान्ड मे दना दन लंड को पेलने लगा था और बुआ मेरे नीचे दबी हुई पिस रही थी




मैं उनके गालो को अपने दाँतों से काटने लगा तो वो मना करते हुवे बोली कि ऐसा ना कर गाल पर निशान लग गये तो मेरे लिए मुसीबत हो जाएगी मैने कहा डरती हो क्या किसी से तो वो कुछ ना बोली काफ़ी देर हो गयी थी उनकी गान्ड मारते हुए तो बुआ भी अब परेशान होने लगी थी वो बोली हुआ नही क्या तेरा अभी तक मैने कहा पता नही निकल ही नही रहा है

वो बोली अब बस उतर जा मेरे उपर से कब तक तेरा बोझ झेलती रहूंगी तो मैं उतार गया और बुआ को अपनी गोदी मे बिठा लिया बुआ ने कुछ पॅलो तक चूत पर लंड को रगड़ा और फिर उसे अपनी चूत मे लेते हुवे मेरी गोदी मे बैठ गयी मैने अपने होंठो मे उनके निचले होठ को दबा लिया और चूसने लगा क्या करारी जवानी थी उनकी बुआ अपनी बड़ी सी गान्ड को उचका उचका कर लंड पर कूद रही थी



उनके गुलाबी होंठो का सहद समान रस पीते हुए चुदाई का मज़ा बड़ा ही जबरदस्त था मैं और वो दोनो एक दूसरे मे खो गये थे थोड़ी देर बाद वो मेरी गोद से उतरी और खड़ी हो गयी मैने वही पर उनकी टाँगो को थोड़ा सा खोला और फिर से लंड को चूत मे डाल दिया और अपने हाथ आगे करके बोबो को थाम लिया और लगा उनको चोदने कभी मैं तेज तेज धक्के लगाता कभी बिल्कुल हौले हौले बुआ किसी शराबी की तरह मेरी बाहों मे झूल रही थी



और फिर ऐसे ही पूरी रात हम दोनो का प्रेमलाप चलता रहा तबीयत से चोदा उनको और उन्होने भी तबीयत से अपने जिस्म के अंग अंग को मेरे हवाले किया कमरे का कोई ऐसा कोना नही जहाँ मैने उनको नही रगड़ा वो रात भी मेरे लिए एक यादगार रात बन गयी थी सुबह साढ़े 5 बजे मैं उनके कमरे से निकला और बाहर की तरफ चला गया मैं थोड़ा खेतो की ओर घूमने चला गया

फ्रेश होकर दातुन करते हुए मैं आ ही रहा था कि मुझे रास्ते मे प्रिया और उर्वशी मिल गये तो उर्वशी ने प्रिया को कहा कि तू ज़रा आगे चल मैं अभी आती हू और मुझे गुस्से से देखते हुए मेरी ओर आने लगी फिर वो बोली कमिने दिखा दी ना तूने अपने वाली वैसे तो बड़ा दोस्ती का दम भरता है और कल दो पल भी ना दे सका मैने कहा शांत होज़ा मेरी झाँसी की रानी और मेरी बात सुन



वो बोली ना सुन ना मने कुछ भी तेरा और आइन्दा से बात ना करियो मेरे से मेरा दिमाग़ खराब हो रखा सै कुछ बोल दूँगी उल्टा सीधा मैने कहा यार बात तो सुन मैने प्रिया को कहा कि तू घर जा ये मेरे साथ बाद मे आ जाएगी तो उसने अजीब सी नज़रो से मुझे देखा और अपने कंधे उचकाते हुए चली गयी मैं उर्वशी के साथ वही पगडंडी पर बैठ गया और बोला कि यार कल बुआ ने मेहमानो के साथ ड्यूटी लगा दी थी अब उनको मना भी तो नही कर सकता था ना



पर आज का पूरा दिन तेरे साथ पक्का वाला प्रॉमिस करता हू चाहे कुछ भी हो जाए आज एक पल के लिए भी तुझसे जुदा नही होऊँगा तो वो बोली जा तू और तेरे वादे मैने कहा यार देख अब तू नाराज़ होगी तो मेरा जी भी नही लगेगा फिर थोड़ी मनुहार करके मनाया उसको दीप्ति की शादी मे बस आज का ही दिन था कल तो थी ही और फिर आज घरवाले भी आने वाले थे मैने कहा आज तुझे अपनी फॅमिली से मिलवाता हू बाते करते करते हम घर आ गये




आते ही प्रिया ने मुझे चाइ पकड़ाई और बोली भाई क्या सीन है उर्वशी के साथ और कैसे जानते हो मैने कहा लंबी कहानी है वो बोली बताओ ना क्यो भाव खा रहे हो मैने कहा तू क्या करेगी जानके वो बोली बस ऐसे ही तो मैने शॉर्ट मे उसको सारी बात बता दी वो बोली वाह भाई आप तो बड़े छुपे रुस्तम हो एक काम करो सब घरवाले तो है ही आप बात कर्लो उस से शादी की मैने कहा अरे बताया ना वैसा कुछ नही है बस दोस्त है



वो मुझे छेड़ते हुए बोली की शुरू मे तो सब दोस्त ही होते है मैने कहा अच्छा जी तुझे बड़ा पता है फिर मैं उसके पास से चला आया आज बस चारो तरफ काम ही काम थे हर कोई लगा हुआ था कुछ रस्मे चल रही थी हलवाई लग गया था टेंट वाले अपना काम कर रहे थे तभी उर्वशी ने मेसेज किया कि यार मुझे कुछ अर्जेंट समान लेना है आ ज़रा सहर तक चलते है
Reply
10-07-2019, 12:38 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
हालाँकि मेरी बिल्कुल भी इच्छा नही थी पर उसका दिल भी तो नही तोड़ सकता था तो मैने कहा मैं गली के बाहर इंतज़ार करता हू फटाफट से आजा और फिर 10 मिनिट बाद उसे लेकर मैं उड़ चला गाँव से बाहर वो बाते करते हुए बोली तू तो मुझे भूल ही गया है मैने कहा यार ऐसी बात नही है कुछ हालत ही ऐसे हो गये थे और मुझे खुद नही पता कि मेरी ज़िंदगी किस ओर जा रही है



मैने बाइक साइड मे रोक दी और उसको कहा कि तुम तो सब कुछ जानती ही हो पर पिछले कुछ दिनो से बड़ा ही बैचैन सा रहता हू मैं पता नही कैसे एक उदासी सी मेरे अंदर घर कर गयी है कुछ समझ नही आता कि करूँ तो क्या करूँ वो बोली फोजी कुछ परेशानी है तो मुझे तो बता ही सकता है तो मैने कहा यार वो ही तो पता नही चल रहा है बस एक घुटन सी हो रही है



तो उर्वशी बोली शायद तुझे जॉब का प्रेशर है पर थोड़े दिन मे ही तू सिस्टम मे रम जाएगा मैने कहा हो सकता है पर आ अब चलते है वापिस भी आना है तो हम सहर पहुच गये उर्वशी ने अपनी खरीदारी की और दोपहर होते होते हम वापिस आ गये जब हम पहुचे तो देखा कि घर वाले भी आ गये थे तो फिर उनसे बाते होने लगी तभी प्रिया आ गयी और बोली कि कहाँ थे तुम



मैने खाना भी नही खाया तुम्हारे इंतज़ार मे मैने कहा चल तू खाना लेकर आ मैं अभी आया तो वो बोली उपर चॉबारे मे आजा ना मैं उपर गया तो पूरी मंडली वही पर जमा थी सबसे पहले मैने खाने पे ध्यान दिया फिर ऐसा उलझा कि दिन कैसे निकला कुछ पता ही नही चला शाम को हलवाई के पास से आया तो देखा कि उर्वशी मम्मी से चिपकी हुई थी और काफ़ी हँस हँस कर के बाते कर रही थी



मैने सोचा ये क्या खुराफात कर रही है पर तभी फूफा आ गये और कुछ काम करने को बोले मैं वापिस आया तो रात हो गयी थी डीजे लगा हुवा था तो बस डॅन्स वॅन्स ही चल रहा था तभी बुआ का लड़का आया और बोला भाई एक वोड्का का शॉट लोगे क्या तो मैने कहा एक क्यो दो-चार ले लेता हू तो मैने थोड़ी सी वोड्का गले के नीचे उतारी मंडली आज अलग ही मूड मे थी



और पूरी रात धमाल मचाने का प्रोग्राम था और पता नही क्यो मैं भी मस्ती के मूड मे आ गया उर्वशी ने मुझे इशारा किया कि आजा डॅन्स करते है अब मैं ठहरा फोजी आदमी एक बार जो शुरू हुआ तो फिर बस उर्वशी इतना अच्छा डॅन्स करती है उस दिन पता चला मुझे हम अपनी मस्ती मे मस्त थे पर मेरी मम्मी की नज़रो ने मेरी और उर्वशी की नज़रो को पकड़ लिया



और वो थी भी तो इतनी प्यारी अगले दिन मुझे बुआ से पता चला कि मम्मी को उर्वशी जच गयी है और दीप्ति की शादी के बाद वो उर्वशी के पेरेंट्स से हमारे रिश्ते की बात करने वाली है अब ये क्या हुआ मम्मी तो वैसे ही शादी के लिए पीछे पड़ी रहती है और फिर उर्वशी भी तो यही चाहती है मैं थोड़ा सा परेशान हो गया मैने चाची को ये बात बताई तो वो बोली मैं कुछ नही कर सकती इस मामले मे

वो रात बस हँसते गाते खुशी के महॉल मे कट गयी पर ना जाने क्यो मुझे ऐसा लगा कि उर्वशी मेरे थोड़े और करीब आ गयी है सुबह के 3 बजे हम दोनो चॉबारे की छत पर लेटे हुवे बाते कर रहे थे वो बोली ****** मिता से ब्याह कब कर रहा है मैने कहा बस जल्दीही वो बोली पर वो तो अपनी जात की भी ना है उसके माँ बाप राज़ी होंगे क्या मैने कहा यार देखते है



उर्वशी बोली तू चिंता ना कर और वैसे भी अगर तेरी शादी उसके साथ ना हो सके तो मैं तो हूँ ही तेरे लिए मैने कहा यार क्यो बद्दुआ दे रही है शुभ शुभ बोल तो वो हँसते हुवे बोली भाग तो मेरे खराब है जो मुझसे पहले वो तेरी ज़िंदगी मे आ गयी पर जाने दे सब तकदीर के लेख है मैने कहा यार तू सेनटी क्यो होती है तुझे तो मुझसे लाख गुना अच्छा पति मिलेगा तो वो बोली पर तू तो नही मिलेगा ना फोजी



उर्वही मेरे सीने पर अपना सर रख कर लेट गयी और बोली फोजी साची साची बताना तुझे कश्मीर जाके मेरी याद आई मैने कहा यार तेरी कसम खा कर कहता हूँ हर पल तुझे याद किया पर तुझे बताया ना कि क्या हालत हो गए थे मेरे पर अब मैं वादा करता हू कि कही भी रहूं रोज़ तुझे पक्का फोन किया करूँगा पर तू तो जानती ही है ना कि एक फोजी की ज़िंदगी क्या होती है



तू तो अच्छे से समझती है कि वहाँ के क्या हाल हालात है और अबकी बार छुट्टी से जाते ही मुझे रॅपिड टास्क फोर्स मे ड्रेस सेक्टर मे भेज दिया जाएगा वहाँ के बारे मे तो तू जानती ही है ना ना जाने कॉन सी गोली बुलावा लेकर आ जाए तो उर्वशी ने मेरे मूह पर अपना हाथ रखा और बोली भगवान के लिए ऐसे ना बोलो मेरा दिल घबराता है मैने कहा यार अब पोस्टिंग ही ऐसी बटालियन मे मिली है क्या करूँ



वो कहने लगी चल छोड़ इनबातो को और अभी खुश हो जा तो मैं मुस्कुरा दिया उर्वशी बोली फोजी जब भी तेरे पास होती हू तो दिल कुछ शरारत करने को होता है मैने कहा खुद पे कोंटोल रख और वैसे भी मैं बड़ा थक गया हू तो चल थोड़ी देर सो जाते है मैने मोबाइल मे साढ़े पाँच का अलार्म लगाया और फिर हम सो गये मैं जब उठा तो वो वहाँ पर नही थी मैं भी आँखो को मसल्ते हुए नीचे आ या
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 8,470 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 4,010 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 2,791 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,749,882 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 576,460 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,340,549 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,024,503 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,800,062 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,202,588 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,161,926 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 16 Guest(s)