Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
10-05-2019, 01:38 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
मामी मुझसे और भी चिपक गयी और मेरे पयज़ामे को नीचे सरकाते हुए मेरे लंड को अपने हाथ मे ले लिया और उसको सहलाने लगी मैने उनकी गर्दन मे हाथ डाला और उनके चेहरे को अपनी ओर करते हुए उनके पतले पतले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा करीब दस पंद्रह मिनट तक बस मैं उनके होंठो का रस ही पीता रहा इधर लगातार उनका हाथ मेरे लड पर था तो वो भी पूरी तरह तन्कर एक दम टाइट हो चुका था और मामी की चूत की बखिया उधेड़ने को तैयार हो गया था मामी ने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और अपनी मॅक्सी भी उतार कर साइड मे रख दी और मामी का संगमरमरी बदन मेरी आँखो के सामने था मामी का फिगर आज भी ऐसा ही था जैसे पहले हुआ करता था एक इंच भी फरक नही आया था

तो मैने मामी को लिटाया और दुबारा से उनके होंठो को चूमने लगा थोड़ी देर चूमा था कि मामी बोली बस ज़्यादा मत चूसो होंठ सूज गये तो कही तुम्हारे मामा शक ना कर ले तो मैने कहा ठीक है मैं थोड़ा नीचे आया और और अपना मुँह उनकी एक साइड की चूची पर लगा दिया और उनके निप्पल को चूसने लगा और दूसरे वाले को अपने हाथ से दबाने लगा कुछ ही देर मे मामी की चूचियो मे कठोरता आ गयी वो ऐसे हो गयी जैसे की ठोस गोले हो आधे घंटे से भी ज़्यादा टाइम तक मैं मामी की दोनो चूचियो को पीता ही रहा जब मैने अपना मुँह उनसे से हटाया तो वो बिल्कुल लाल हो गयी थी मामी की आँखो मे वासना के डोरे तैरने लगे थे उन्होने मेरे हट ते ही अपनी टाँगो को चौड़ा कर लिया काली झान्टो से भरी हुई उनकी चूत के अंदर से आती सुगंध ने मुझ पर जैसे जादू सा कर दिया था मैने उनकी मांसल जाँघो को थामा और अपना मुँह उनकी पानी छोड़ती थी हुई चूत पर लगा दिया

मामी की चूत हद से ज़यादा पानी बहा रही थी तो मैं उस रिश्ते हुए पानी को अपनी जीभ से चाट ने लगा जैसे ही मेरी जीभ उनकी चूत से टच हुई मामी के बदन मे जैसे शोले से उठने लगे मामी ने अपनी टाँगो को थोड़ा सा टाइट सा कर लिया नीचे मैने चूत के छेद मे अपनी जीभ फसाई हुई थी और उपर मैं चूत के दाने को अपने अंगूठे से रगड़ने लगा तो मामी है है करने लगी मामी के होंठो से फुट ती हुई कामुक सिसकारियो से मेरे कान भी गरम होने लगे थे 5 मिनट मे ही कौशल्या के चूतड़ उपर की तरफ उठ गये थे अब वो चारपाई पर थोड़ा बैठी सी हो गयी थी मैं पूरे मज़े से उनकी रस से भरी हुई चूत को चाटे जा रहा था जब मैं अपने दाँतों से उनकी चूत की फांको को दबाता तो खारा पानी झट से मेरे मुँह मे भर जाता

मामी को थोड़ा दर्द होता पर वो बस मस्ती से मुस्कुरा ही देती मामी के सरीर मे अब कंपन बढ़ने लगा था तो मुझे हिंट मिल रहा था कि बस कुछ ही देर मे वो झड़ने को ही है तो मैं और ज़ोर से अपनी जीभ को चूत पर रगड़ने लगा और 4-5 मिनट बाद ही उनका कामुक शरीर अकड़ गया और चूत से रस का फव्वारा छूट गया मुझे ऐसा लगा कि जैसे किसी ने नमक की पूरी कटोरी को ही मेरे मुँह मे उडेल दिया हो मैने मामी की चूत को चाट चाट कर एक दम चमका दिया मैं अपना मुँह उनकी चूत से हटाने ही वाला था तो मामी बोली थोड़ी देर और चाटो ना मज़ा आ रहा है तो मैने फिर से अपनी जीभ उनकी योनि से सटा दी और दुबारा से चूत से छेड़खानी करने लगा शायद मामी आज बहुत ही आतुर थी तो थोड़ी देर बाद ही उनकी योनि फिर से गीली होने लगी

तो मैने अपना मुँह वहाँ से हटा या और अपने लड को जो कि काफ़ी देर से परेशान हो रहा था उसको मामी की चूत पर टिका दिया मामी ने अपने चुतडो के नीचे एक तकिया लगा या और बोली चलो अब डाल भी दो इसको अंदर मेरी प्यासी चूत देखो कैसे फाड़ फाडा रही है इसको अपने अंदर लेने के लिए तो मैने एक धक्का लगाया और पहले धक्के मे ही आधा लड अंदर चला गया मामी के चेहरे पे एक चमक सी आ गयी जिसे शायद उस वक़्त मैं ही समझ सकता था और अगले धक्के के साथ मेरा लड मामी की चूत की गहराइयो को नाप रहा था अब मैं मामी के उपर नीचे होने लगा हर धक्के के साथ उनकी आँखो मे नशा उतरने लगा था मामी ने अपनी जीभ मेरे मुँह मे डाल दी और मैं उसको चूमने लगा मेरी उग्लिया उनकी उग्लियो मे उलझ गयी थी

बेहद खामोशी से सितारो से भरी रात के नीचे हम दोनो अपनी चुदाई मे मशगूल थे मैं अपने हर एक धक्के के साथ मामी मे समाए जा रहा था आज एक आह भी नही फुट रही थी हमारी साँसे भी जैसे आज गूंगी हो गयी थी पर पसीने से लथ पथ हमारे शरीर एक अलग ही दास्तान कह रहे थे अब मैने मामी को अपनी तरफ टेढ़ी कर लिया और उनकी टाँगो को अपनी कमर पर रख लिया और उनके चूतड़ को थामते हुए उनकी धुँआधार चुदाई शुरू कर दी मैं तेज तेज धक्के लगाते हुए मामी को उनकी मंज़िल की ओर पहुचाने लगा मामी के साथ साथ मैं भी बहुत मस्त हो गया था मेरा वीर्य मेरे टट्टो मे इकट्ठा होने लगा था मैं मामी के कान को काट ते हुए बोला जान मैं बस झड़ने ही वाला हू तो मामी बोली कि दो मिनट और बस मैं भी जाने ही वाली हू और कहते कहते ही इधर उनकी चूत से रस छूटा और मेरे लड से वीर्य की पिचकारी एक साथ ही हम दोनो अपनी अपनी मंज़िल को पा गये थे कुछ देर बाद हम दोनो अपनी अपनी सांसो को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे थे

फिर मामी उठी और अपनी मस्त गान्ड को मतकती हुई अंदर चली गयी और एक ठंडे पानी की बॉटल ले आई थोड़ा खुद पिया थोड़ा मुझे पिलाया गला एक दम तर हो गया फिर मामी वापिस मेरे पास आकर लेट गयी और हम बाते करने लगे वो कहने लगी कि आज कितने दिन बाद मेरी चूत को आराम मिला है तुम्हारे मामा तो बस मेरे चूतड़ छोड़े करने मे ही लगे रहते है महीने मे बस दो चार बार ही चूत मरते है पर गान्ड उनको डेली चाहिए तुम ही बताओ मैं क्या करू तो मैने कहा अब मैं क्या कर सकता हू ये आप हज़्बेंड –वाइफ के बीच का मॅटर है मैं भला क्या कर सकता हू

मामी ने मेरे लड को हाथ लगाया और बोली तेरा ये कभी डाउन भी होता है जब देखो खड़ा ही रहता है तो मैने कहा मामी जब आप जैसा चोखा माल पास हो तोये कैसे ढीला रह सकता है मामी बोली बाते बनाना तो कोई तुमसे सीखे और हँसने लगी तो मैने कहा कि मामी लड चूसो ना तो वो बोली अरे ये भी कोई कहने की बात है अभी लो और अपने चेहरे को मेरे लड पर झुका दिया और उसको चाटने लगी मामी के मुँह मे जाते ही लड और भी फुफ्कारने लगा मुझे बड़ा ही आनंद आ रहा था कि तभी मामी ने उसे अपने मुँह से निकाल दिया और बोली मैं अभी आई और अंदर चली गयी कुछ मिनट बाद जब वो वापिस आई तो उनके हाथ मे एक कटोरी थी जिसमे मलाई पड़ी थी तो मामी ने ढेर सारी मलाई मेरे लड पर चुपड दी और फिर उसको अपने मुँह मे ले लिया मलाई लगने से लड बेहद मुलायम और चिकना हो गया था मामी बड़े ही चटखारे लेते हुए बड़े ही मज़े से अब मेरे लड को चूसे जा रही थी

मैने उनके चेहरे के सामने आ गये उनके बालो को साइड मे किया मामी के गुलाबी होंठ मेरे लड पे किसी लॉक की तरह कसे हुए थे अब वो खाली बस मेरे सुपाडे को ही चूस रही थी और अपने हाथो से मेरी गोलियो को लगातार सहलाए जा रही थी मुझे वहाँ पर बेहद गुद गुदि महसूस हो रही थी मुझे अब लगने लगा था कि कही उनके मुँह मे ही मेरा वीर्य ना छूट जाए तो मैने उनको अपने लड से हटा दिया और मामी को घोड़ी बना दिया जब मैने उनको घोड़ी बनाया तो मैने गौर किया कि उनकी गान्ड का छेद दो बेहद खुल गया है शायद रोज गान्ड मरवाने के कारण तो अब मैने अपना लड एक बार फिर से चूत पर सटा दिया मामी ने अपनी गान्ड को थोड़ा सा हिलाया और अगले ही पल मेरा लड उनकी चूत मे घुस गया था और मेरी गोलिया उनके चुतडो से टकराने लगी थी मैने उनकी चूचियो को अपने हाथो मे दबा लिया

और उनको बेरहमी से दबाते हुए मामी की चूत मारने लगा मामी भी लगातार अपने कुल्हो को आगे पीछे करे जा रही थी मैं बहुत ज़ोर से उनके बोबो को भिंचे जा रहा था उनको दर्द भी हो रहा था पर उन्होने मुझे एक बार भी नही रोका वो तो बस आज जी भर कर चुदना चाहती थी बस चुदना और कुछ नही उनकी चूत से पच पुछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ आने लगी थी उनकी चूत से बहता पानी लड को लगातार भिगोएे जा रहा था तो अब मैं उनको चोद्ते चोद्ते उनकी पीठ को भी चूमने लगा था मामी के हर एक अंग से मस्ती जैसे फूटने लगी थी मैं अपने दाँत भींचे चूत को चोदे जा रहा था तभी मुझे पता नही क्या सूझा मैने लड को निकाला और उनके चुतडो को थामते हुए उनकी चूत को पीछे से ही चूमने लगा

मामी का तो पूरा बदन ही कांप गया मैं उनके दाने को कुरेदे जा रहा था मामी बहुत ही ज़्यादा मस्ता गयी थी वो लरजती हुई आवाज़ मे बोली आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ आईईईीीइसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स मात्त्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त कार्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ आब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबभहिईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मुझीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबुउुउउस्सुउुुुुुुुुउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स लाआआआआआाअंद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड ही ईईईईईईईईईईईईईईईई चाहियीईईइईईईईईईईईईईईईईईईई तो मैं हटा और

लड को दुबारा घुसा कर उनकी ढलती हुई जवानी को लूटने लगा मैने कोई 25-30 धक्के और मारे थे कि मामी एक बार फिर ढह गयी और औधी पड़ गयी मामी झड चूँकि थी और उनकी हिम्मत अब जवाब दे गयी थी वैसे तो मैं भी बेहद ही करीब था तो मैं उनपर लगा ही रहा और तेज तेज धक्के मारने लगा जब मुझे लगा कि अब बस काम होने ही वाला है तो मैने अपने लड को बाहर निकाला और मामी के मुँह मे दे दिया वीर्य की धार उनके गले से टकराई और फिर लगातार टकराती ही गयी मामी ने मेरा सारा वीर्य पी लिया फिर उन्होने मेरी बनियान से अपने मुँह को सॉफ किया और मेरी बाहों मे आकर लेट गयी और हाँफती हुई बोली कि बस अब मेरी ओर हिम्मत नही है एक बार और चुदि तो फिर सुबह उठ नही पाउन्गि तो मैने कहा कोई बात नही आप आराम कर लो तो मामी और मैं एक दूसरे से चिपक कर ही सो गये
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