Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
10-05-2019, 02:06 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
मेरी उत्तेजना 200% बढ़ गयी मैं अपना हाथ उसके टॉप मे ले गया और उसके खरबूजो को दबाने लगा अब उसने कोई विरोध नही किया तो मैं और भी मज़े से उनको दबाने लगा

थोड़ी देर दबाने के बाद मैं अपना हाथ नीचे ले गया और जीन्स की उपर से ही चूत को दबाने लगा पद्मिैनी और भी पॅशनेट तरीके से किस करने लगी बल्कि अब मैं नही वो मेरे होटो को खा रही थी मैं लगातार उसकी चूत को मसले जा रहा था जब हमारी साँसे उखाड़ने लगी तो हम एक दूसरे के होंठो से अलग हुए कॅबिन का टेंप्रेचर गरम हो गया था नशा उसकी आँखो मे उतर आया था अब मैने अपना हाथ उसकी जीन्स मे थोड़ा सा घुसा दिया और पैंटी के उपर से चूत को कस के मसल दिया वो बोली प्लीज़ वहाँ टच मत करो मुझे कुछ कुछ होता है तो मैने कहा भाभी मैं वहाँ किस करू तो वो बोली कि नही मैं बोला प्लीज़ भाभी तो वो बोली कि ठीक है पर ओन्ली किस उनके कहते ही मैने झट से जीन्स का हुक खोल दिया और उसको पैंटी सहित घुटनो तक कर दिया मैं तो उसको पूरा ही निकालना चाहता था पर उन्होने मना कर दिया तो मैने पद्मिपनी की टाँगो को उपर किया और अपनी नाक से उनकी छूट से उठती हुवी महक को सूंघने लगा हाथ लगा कर देखा तो वो पूरी तारह से गीली हो गयी थी मैने झट से उस चूत को गोलगप्पे की तरह मुँह मे भर लिया और बड़े ही प्यार से उस प्यारी सी औरत की प्यारी चूत को किस करने लगा मुझे अब पकका लगने लगा था कि जल्दी ही पद्मि नी की चूत मे लंड भी डाल दूँगा वो भी धीरे धीरे सिड्यूस हो रही थी खैर अब मैं लगा उसकी चूत को चाटने पद्मिरनी बेहद हल्की आवाज़ मे आहे भर रही थी और अपने हाथो से मेरे सिर को चूत पर दबा रही थी


मैने उनके दाने को अपने दाँतों मे दबा लिया और उनकी चूत मे अपनी मिड्ल फ़िंगर घुसा दी और दाने को काट ते चूस्टे हुए चूत मे उंगली करने लगा पद्मिंनी भी एक हॉट माल थी तो वो भी अब खुल कर मैन्दान मे आ गई थी और मीठी मीठी सिसकारिया लेते हुए अपनी चूत चुस्वाई का पूरा मज़ा ले रही थी मैं तेज तेज उंगली करने लगा और दाने को भी जीभ से कुरेदने लगा 12-13 मिनट हो गये थे चूस्ते चूस्ते तो पद्मि नी ने कहा कि अपनी जीभ को अंदर डाल दो और अपनी कमर को तेज तेज हिलाने लगी मैने पूरी जीभ उस नमकीन चूत मे घुसा दी और फिर कुछ पॅलो बाद ही पद्मिपनी की चूत ने लावा उगल दिया उसका पानी मेरी ठोडी से होता हुआ नीचे गिरने लगा जिसे मैं चाटने लगा पद्मिकनी अब बेहद शांत हो गयी थी मैने रुमाल से उसकी चूत को सॉफ किया तो उसने जीन्स को उपर कर लिया मैने कहा मज़ा आया तो वो बोली याह इट वाज़ गुड इधर मेरा लंड पॅंट मे उछल कूद मचा रहा था तो मैने कहा भाभी बुरा ना मानो तो एक बात कहूँ वो बोली कहो तो मैने कहा कि मेरा ये भी परेशान है अगर आप इसे अपने हाथ से हिला कर शांत कर दो तो ………………………………………………………………………………………….



पद्मि…नी ने कुछ सोचा और कहा लाओ जब तुम मुझे ओर्गसम करवाया है तो मैं भी तुम्हारा करवाती हू तो मैने अपनी पॅंट और कच्छे को उतार दिया और पद्मि्नी के पास जाकर खड़ा हो गया उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लिया और बोली इट’स टू हॉट कितना गरम है ये तो मैने कहा कि भाभी आपको देख कर गरम हो गया है फिर उन्होने पूरे लंड पर अपना हाथ फेरा और बोली कि युवर टूल ईज़ गुड आइएम इंप्रेस्ड मैने कहा आपको पसंद आया वो बोली और क्या बोली मैं फिर वो हौले हौले उसको अपने हाथ से आगे पीछे करने लगी मैने आँखे बंद करली मुट्ठी मरवाने लगा कुछ देर बाद उसने अपने हाथ की स्पीड बढ़ा दी तो मुझे और भी मज़ा आने लगा पर थोड़ी देर बाद तो हद हो गयी मैं अपनी आँखें मूंडे मज़ा ले रहा था तभी मुझे लगा कि कुछ गीली चीज़ मेरे लंड से टकराई मैने आँखे खोल के देखा तो पद्मि नी ने मेरे लंड को अपने मुँह मे ले लिया था मैं तो बेहद ही खुश हो गया था मैने उसके सर पर अपने दोनो हाथ टिका दिए और थोड़ा सा दबाव दिया तो उसने लंड को पूरा मुँह मे ले लिया और चूसने लगी मैं तो एक दम से सातवे आसमान पर पहुच गया अपने को उस टाइम फिर कुछ याद ना रहा बस पुच पच की ही आवाज़ उसके मुँह से निकल रही थी 15 20 मिनट तक तबीयत से लंड चूसाया उसको फिर मेरा भी टाइम हो गया था तो मैने उसके सर को अपने लंड पर कस लिया और अपने गरम वीर्य की धार को उनके मुँह मे छोड़ दिया जिसे वो गटा गट पी गयी
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10-05-2019, 02:06 PM,
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कुछ देर शांत होने के बाद उन्होने अपने बॅग से नॅपकिन निकाला और अपने फेस को सॉफ किया और बोली कि काफ़ी स्टॅमिना है तुम मे और तुम्हारा माल भी टेस्टी था तो मैने कहा आप को जब भी टेस्ट करने का मन हो आप बता देना तो वो बोली हम अब मैं कभी कभी टेस्ट ज़रूर करूँगी कुछ देर बाते करने के बाद हम दोनो सो गये तो फिर सुबह ही आँख खुली आज का दिन और लगना था मुंबई पहुचने मे रात के 2 बजे के आस पास पहुचना था वहाँ पर तो दिन तो ऐसे ही निकल गया पर वो साथ थी तो मैं बोर ना हुआ तो रात को एक बार फिर से हम ने 69 मे एक दूसरे को झाड़ दिया था गाड़ी ने ठीक टाइम पर हमें मुंबई मे उतार दिया पामिनी की फ्रेंड ने गाड़ी भेजी थी तो कोई परेशानी ना हुई वो बंडारा मे एक पॉश सोसायटी मे रहती थी और घर देख कर पता चलता था कि काफ़ी अमीर फॅमिली से बिलॉंग करती थी तो साढ़े तीन बजे हम उनके घर पर पहुचे शादी का माहौल था तो कुछ लोग सो रहे थे कुछ जाग रहे थे उसकी फ्रेंड ने हमारा वेलकम किया और कहा कि वैसे तो सभी गेस्ट्स के रहने का इंतज़ाम होटेल मे किया है पर आप लोग अभी इस टाइम पहुचे हो तो अभी यही रेस्ट कर्लो सुबह मैं आपको होटेल रूम मे पहुचा दूँगी पद्मिअनी अपनी फ्रेंड से बाते करने लगी और मैं वही एक साइड मे ही सो गया सुबह पद्मिमनी ने मुझे जगाया और कोफ़ी दी बोली हाथ मुँह धो लू फ्लॅट मे काफ़ी भीड़ है तो हम होटेल जा रहे है तो मैने कहा कुछ खाना मिल जाता तो वो बोली अभी होटेल मे ही खा लेना और फिर कोई आधे घंटे बाद ड्राइवर ने हमे होटेल पहुचा दिया 5 स्टार होटेल मे जाने का पहला अनुभव था मेरा तो मैं थोड़ा एक्शिटेड हो गया पर पद्मिननी के लिए तो ये सब नॉर्मल ही था नहाने धोने मे ही दोपहर हो गयी तो मैने कहा मॅम मुझे अब अपनी फ्रेंड के घर जाने का है तो वो बोली ओके तुम मिल आओ मैं सीधा नम्रता के घर जाउन्गी और रस्मो को एंजाय करूँगी तुम सीधा वही आ जाना तो मैने अड्रेस ले लिया और एक टॅक्सी वाले को निशा का अड्रेस दिया और मन मे हज़ार उमंगे लिए चल पड़ा अब मुंबई का ट्रॅफिक दो घंटे लग गये मुझे पर जैसे तैसे पहुच ही गया उसके अड्रेस पर पहुच कर मैने घंटी बजाई तो एक बुजुर्ग आंटी ने गेट खोला तो मैने कहा कि जी मुझे निशा से मिलना है मैं उसके गाँव से आया हू तो वो बोली कि कॉन निशा बेटा इधर कोई निशा नही रहती है मैं बोला पर आंटी उसने लेटर मे तो यही का अड्रेस लिखा था तो वो बोले कि बेटा पिछले डेढ़ साल से भी ज़्यादा टाइम से इधर मैं और मेरे हज़्बेंड रेंट पर है हो सकता है हम से पहले वो इधर रहता हो पर हम को कुछ मालूम नही डेढ़ साल हूंम्म्मममम चिट्ठी भी तो इतने टाइम पुरानी ही थी खैर अब क्या करू तो मैं भारी मन से वापिस मुड़ा ही था कि आंटी ने बुलाया और कहा की एक काम करो सन तुम इस फ्लॅट के ओनर के पास चले जाओ हो सकता है कि वो तुम्हारी कोई मदद कर सके और मुझे मकान मालिक का पता दे दिया तो मैने फिर से टॅक्सी ली और चला गया शाम हो गयी वहाँ पहुचते पहुचते अंजान सहर कुछ रास्तो का पता नही तो मैं उनसे जाकर मिला तो उन्होने बताया कि हम निशा वो एसबीआइ वाली रहती तो थी पर फिर उसकी शायद ट्रान्स्फर हो गयी थी तो वो मेरा फ्लॅट खाली कर गयी अभी वो कहाँ रहती है आइ हॅव नो आइडिया फिर से मायूसी ही हाथ लगी मुझे निशा पर बहुत ही गुस्सा आ रहा था आख़िर क्यो वो मुझसे दूर हो गयी थी आख़िर क्या था वो कारण जो इस कदर उस की बेरूख़ी मुझे सहनी पड़ रही थी ऐसे ही रात घिर आई थी पर वो कहते है ना मुंबई मे कभी रात नही होती है मैं वही रोड पर ही एक पेड़ के पास बैठा था बिल्कुल मायूष हताश कि तभी पद्मिरनी का कॉल आया उसने कहा कि वो होटेल आ गयी है तुम कब तक आओगे तो मैने कहा कि आता हूँ और टॅक्सी लेकर होटेल आ गया पद्मि नी ने मेरी उजड़ी हुई शकल देखी और कहा कि हे मिस्टर क्या हुआ तो मैने रोते रोते उसको पूरी बात बड़ा दी आज फोजी अपनी भावनाओ पर कंट्रोल नही कर पाया था उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया और चुप करवाने लगी पर मैं बहुत देर तक सुबक्ता ही रहा जब सारा दर्द आसू बन कर बह गया तो मैं रिलॅक्स हुआ फिर मैं बाथ रूम मे गया और मुँह धोकर आया पद्मिंनी ने पूछा कि खाना खाया तो मैने कहा भूख नही है तो वो बोली कि ऐसे कैसे भूख नही है अभी ऑर्डर करती हू थोड़ी देर मे ही खाना आ गया तो वो मुझे अपने हाथो से खिलाने लगी कुछ देर बाद मेरा मूड ठीक हो गया मैं पूरा दिन का थका हुआ था तो खाना खाते ही मैं सो गया अगले सुबह पद्मि नी ने मुझे झींझोड़ कर उठाया और कहा कि क्या तुम भी कितना सोते हो मैने आँखे खोली तो आज उसका एक दूसरा ही रूप देखा आज उसने साड़ी पहनी हुवी थी और उपर से ढेर सारी गोल्ड ज्वेल्लेरी ऐसा लगा जैसे स्वर्ग से कोई देवी ही उतर आई हो उसने कहा अब ऐसे देखना बंद करो और रेडी हो जाओ हम नम्रता के घर जा रहे है मैं चाहती हू तुम भी शादी को एंजाय करो ताकि थोड़ा अच्छा फील करो तो मैने कहा कि मेरे पास तो शादी के कपड़े है ही नही तो वो बोली कोई बात नही हम रास्ते मे कुछ ड्रेस ले लेंगे फिर मैं तैयार हो गया और रास्ते मे शॉपिंग के बाद हम निकल पड़े उनकी फ्रेंड के घर पर
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10-05-2019, 02:06 PM,
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अब साउत इंडियन शादियो की फालतू रस्मे पद्मिपनी का तो कल्चर था और फिर उनकी लॅंग्वेज मुझे थोड़ी कम ही आती थी तो मैं एक कुर्सी ली और साइड मे बैठ गया और देखने लगा मैने नज़र दौड़ाई तो देखा कि माल तो यहाँ पर भी कम नही थे पर मेरी नज़र तो पद्मितनी पर ही थी और मेरे जैसे और भी कोई ठर्की थे वो भी उसको ही ताड़ रहे थे पर वो कहते है ना कि शादी ब्याह का माहौल ही कुछ ऐसा होता है कि आदमी का मन रम ही जाता है पर एक बात मैने नोटीस की कि वो लोग बड़े ही रेस्पेक्टफुल थे तो मुझे और भी अच्छा लगा तभी आंटी जी आई और बोली बेटा कुछ चाहिए तो शरमाना मत तो मैने कहा आंटी जी मेरा ही घर है आप चिंता ना करो और कोई काम हो तो बताना वो बोली अरे बेटा आप लोग तो गेस्ट हो आप बस एंजाय करो और चली गयी मैने कुछ खाया नही था तो मैने पद्मिपनी को बुलाया और कहा कि डियर, लंच कब होगा तो वो बोली कि कुछ देर मे होटेल्स से आता ही होगा फिर आधे घंटे बाद लंच भी आ गया कुछ लोग लंच कर रहे थे कुछ एंजाय कर रहे थे ऐसे ही पता ही नही चला कि कब शाम हो गयी पर उनकी रस्मे चलती ही रही शाम को कुछ रिश्तेदार डॅन्स कर रहे थे तभी वेटर आगया वाइन सर्व कर रहा था मैने दो पटियाला पेग लगाए और अब फोजी को चढ़ि हुड़क तो फोजी ने भी भांगड़ा कर ही डाला बड़ा ही मज़ा आया कुछ लड़के लड़किया भी मेरा साथ देने लगे समा सा बँध गया था जब तक मैं पसीने पसीने ना हो गया डॅन्स करता ही रहा फिर रात को 9 बजे हम लोग निकल गये रास्ते मे पद्मितनी ने कार रुकवाई और कहा कि चलो हम स्ट्रीट फुड टेस्ट करते है तो हम एक ठेले के पास गये और पाव भाजी ऑर्डर की पद्मिेनी बोली मुझे हमेशा से ही स्ट्रीट फुड बहुत पसंद है उस रात हम ने वही डिन्नर किया और 11 बजे के लगभग हम होटेल आ गये कपड़े वग़ैरा चेंज करने के बाद हम बात कर रहे थे ब्लॅक नाइटी जो उसके घुटनो तक ही आती थी उसमे से पद्मि नी एक सेक्स बॉम्ब लग रही थी वो कहने लगी अच्छा डॅन्स करते हो तुम तो मैने कहा जी वो तो बस कभी कभी ऐसे ही तो वो बोली कि तुम ड्रिंक कर के डॅन्स कर रहे थे ना मैं बोला आपको क्या पता तो वो बोली कि फ़ौजी की वाइफ हू और खुद फॉजन रह चुकी हू मैने कहा आप करती हो ड्रिंक वो बोली हम तो मैने कहा चलो बूज़ करते है तो मैने दो बॉटल बियर और आइस क्यूब का बॉक्स ऑर्डर कर दिया ऑर्डर आते ही हम दोनो लगे अपनी अपनी बॉटल पीने कुछ ही मिनट मे उसने अपनी बॉटल खाली कर दी और मैने भी ऐसे ही हमारा मज़ाक मस्ती चल रहा था तो मैने उसको अपनी तरफ खीच लिया और अपनी गोदी मे बिठा लिया वो अपनीी नशीली आँखे मेरी आँखो मे डाल के बोली यू फफफफफफ्फ़ क्या करते हो छोड़ो मुझे तो मैने कहा भाभी कुछ देर यही बैठो ना अच्छा लगता है और मैं अपनी उंगलिया उनके गालो पर फिराने लगा और एक उंगली उनके मुँह मे डाल दी वो उसको चूसने लगी मैं दूसरे हाथ से उनकी पीठ को सहलाने लगा पद्मिसनी क़ी आँखो मे मुझे आज वासना के डोरे दिखाई दे रहे थे उसकी उभरी हुवी चूचिया तन कर मेरे सीने मे समाने को आतुर लग रही थी तो मैने उसके मुँह से उंगली निकाली और उसको खुद के मुँह मे डाल के चूसने लगा वो बोली कि कभी कभी तुम मुझे पागल ही कर देते हो मैने उसके होंठो को हल्के से सहलाया पद्मिानी मेरी गोद मे बैठी बैठी काँपने सी लगी उसके बड़े बड़े चुतड़ों का दबाव मेरी टाँगो पर पड़ रहा था तो मैं उसके सुर्ख होंठो को चूमने लगा साथ ही साथ मैं उसके कुल्हो को भी दबाने लगा 10 मिनट तक उसके होटो से ही जुड़ा रहा मैं थूक लार सब को मैं चाट गया

पद्मिसनी की आँखो मे हवस आज एक नयी इबारत लिखते हुए मुझे दिख रही थी फिर मैने उसकी नाइटी की किनारो को पकड़ा और उपर उठाते हुए उसको निकाल दिया अब वो खाली गोलडेन कच्छि बॉडी मे मेरी गोदी मे बैठी थी मैं अपना हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसकी ब्रा को भी खोल दिया रेशमी डोरी के खुलते ही उसकी चूचियाँ मेरे सीने पर झूल गयी तो मैने उसको थोड़ा सा अड्जस्ट किया और एक चूची को अपने मुँह मे ले कर निप्पल को पीने लगा पद्मिऔनी के पूरे बदन मे एक करंट सा भर गया पर वो मुँह से कुछ ना बोली वो मेरे बालों मे अपनी कोमल उंगलिया फिराने लगी मैं बारी बारी दोनो निप्पल्स को चूस्ता रहा आधे घंटे से भी अधिक टाइम तक मैं उसकी चूचियो पर ही लगा रहा जब वो बिल्कुल लाल हो गयी तब मैने उनको छोड़ा और फिर पद्मि नी को अपनी बाहों मे उठा कर बेड पर पटक दिया और उस पर चढ़ गया और फिर से उसको किस करने लगा पद्मिकनी मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी और उसको उतार दिया और मेरे सीने पर हाथ फेरने लगी
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10-05-2019, 02:06 PM,
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2 मिनट किस करने के बाद मैं नीचे आया और उसके पेट को चूमने लगा उसकी स्किन बहुत ही ज़्यादा सॉफ्ट थी तो वो गुदगुदी से उछलने लगी कुछ देर उसकी नवल को चूमा फिर पैंटी के उपर से ही चूत पर दाँत गाढ़ने लगा वो तो जल बिन मछली की तरह से बेड पर काम वासना मे जलती हुई तड़प रही थी और आहे भर रही थी पद्मिेनी के बदन की गर्मी से कमरा भी जैसे सुलग ही उठा था मैं उसके उपर से हटा और जल्दी से पूरा नंगा हो गया खुली हवा मे आते ही लंड महाराज अपना रोद्ररूप दिखाने लगे मैने उसकी पैंटी को सरकाने की कोशिश की तो उसने अपने कुल्हो को थोड़ा सा उपर कर लिया और मैने आसानी से पैंटी को भी उतार कर फेंक दिया अब हम दोनो नंगे ही बेड पर थे मैने उसकी टाँगो को फैलाया और चूत पर जीभ फिराने लगा पद्मि नी की चूत बेहद गरम हो रही थी कुछ देर चाटने के बाद मैने आइस बॉक्स से एक कूब निकाली और चूत पर रख दी पद्मिननी तो जैसे पागल ही हो गयी थी उस टाइम मैने क्यूब को चूत पर रगड़ना चालू किया चूत की गर्मी से वो पिघलने लगी और पद्मिोनी अपनी टाँगे पटाकने लगी थी जब क्यूब थोड़ी सी छोटी हुवी तो मैने उसको चूत के छल्ले मे फसा दिया और दाने को चूमने लगा पद्मि नी का पूरा बदन काम वासना से भर चुका था तो कुछ देर उसकी चूत के साथ मस्ती करने के बाद मैने अपने लंड को चूत पर टिका दिया और वही पर हौले हौले रगड़ने लगा पद्मिननी अपनी आखे फाडे मुझे ही देख रही थी तो मैं उस पर झुकते हुए उसके कान मे बोला भाभी डालु क्या तो वो बस इतना ही बोली कि हूंम्म्मममममममममममम और अगले ही पल मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ते हुए अंदर जाने लगा उसका पूरा बदन एक दम से टाइट हो गया वैसे तो वो भी एक्सपीरियेन्स होल्डर थी ही वो बोली अम्म्म्मममममममममममममाआआआआआआआआआआ कितना मोटा है तुम्हारा मेरी चूत तो छिल गयी लगता है मैने कहा भाभी कुछ नही होता बस एक मिनट और , और अगले झटके के साथ मैं पूरी तरह से उसमे समाता चला गया चूत का छल्ला मेरे लंड पर बुरी तरह से कसता चला गया बेहद ही गदराई हुवी चूत थी पद्मिलनी की तो मैने उसकी मोरनी सी गर्दन को चूमना शुरू किया और उसको चोदने लगा कुछ मिनट बाद उसने भी रफ़्तार पकड़ ली और मेरा साथ देने लगी बेड पर मैने आज तक इतनी हॉट औरत कभी नही चोदि थी अब वो मेरे होंठो को चूस रही थी और लगातार नीचे से सुर मे सुर मिलाते हुए चुद रही थी कुछ मिनट बाद उसने अपनी टाँगे उठा कर मेरे कंधो पर रख दी और फिर से चुदवाने लगी मैं बुरी तरह से उसकी चूत को पीट रहा था हम दोनो एक दूसरे मे समाए हुए जिंदगी के सबसे बड़े सुख की तलाश कर रहे थे


हमारी सांसो की सरगोशिया एक गीत सा गाने लगी थी थप थप मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था आज मैने पद्मि नी को पा ही लिया था काफ़ी देर तक मैं उसको वैसे ही चोदता रहा फिर मैं एक बार फिर से उसपे सवार हो गया और दबा दबा उसकी चूत मारने लगा आधे घंटे से भी उपर हो चला था पर हम दोनो लगे हुए थे फिर आख़िर पद्मिेनी की चूत ने दम तोड़ दिया और वो एक तेज आह भरते हुए झड़ने लगी लंड उसके पानी से और भी ज़्यादा गुस्से मे आ गया और मैं तेज तेज स्ट्रोक लगाने लगा और थोड़ी देर बाद मैने भी उसकी चूत को अपने पानी से लबा लब भर दिया बेशक मैं झड गया था पर लंड का तनाव बिल्कुल कम नही हुआ था और ना मेरा जोश ठंडा हुआ था तो मैने दुबारा धक्के लगाने शुरू किए कुछ देर बाद वो बोली कि हटो मुझे छोड़ो अब मुश्किल हो रहा है तो मैने चूत पर थोड़ा थूक लगाया और फिर से उसको चोदने लगा अब वोहैईईईईईईईईईईईई आहियीईईईईईईईईई उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ करने लगी और छोड़ने को कहने लगी पर मैं लगातार उसको चोदे जा रहा आ था
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10-05-2019, 02:07 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
मुझ पर एक जुनून सा चढ़ गया था मैने उसकी चूची को मुँह मे लिया और पीते पीते लंड को अंदर बाहर करने लगा पद्मिूनी पर इसका जादुई असर हुआ और वो भी दुबारा से गरम होने लगी उसके बाल बिखर गये थे होंठो की लिपीसटिक उड़ चुकी थी कुछ मेरे होंठो पर लगी पड़ी थी एसी चल रहा था तब भी हमारे पसीने आ रहे थे बेड पर चोद्ते चोद्ते कई देर हो गयी थी तो मैने उसको फर्श पर घोड़ी बना दिया और चूत को चाटने लगा चूत से मेरे वीर्य और उसके पानी का मिला जुला टेस्ट आ रहा था जल्दी ही उसके चुतड फडक उठे तो मैने लंड को चूत मे डाला और दे दना दान दे दना दान घोड़ी बनी पद्मिमनी को स्वर्ग की सैर करवाने लगा पद्मिेनी तो अब पागला ही गयी थी और तमिल मे कुछ कुछ बड़बड़ा रही थी पसीने से हमारा शरीर बुरी तरह चिप चिप कर रहा था पर मैं उसकी पतली कमर को थामे लगातार उसको चोदे जा रहा था और वो भी मस्ती मे चुदे जा रही थी कभी मैं उसके बोबो को मसलता कभी चुतड़ों पर थपकी लगाता तो कभी उसकी पूरी पीठ को चूमता पता नही कितना टाइम बीत गया था वो फर्श पर घोड़ी बनी हुई थी फिर वो ज़ोर से बोली कि मैं जाने वाली हू तो मैने उसको लिटाया और और भी तेज़ी सी उसको चोदने लगा वो बार बार अपनी मुत्ठियो को खोल बंद कर रही थी तभी मेरे सारे बदन का ज़ोर लंड की नसों मे इकट्ठा होने लगा और फिर जैसे ही उसकी चूत से काम रस का बाँध टूटा मेरा लंड भी पिघल गया और हम दोनो के रस आपस मे मिलने लगे हम दोनो आज धन्य हो गये थे आज की रात एक ना भूलने वाली रात थे मेरे लिए डिसचार्ज होने के बाद भी मैं उसके उपर ही पड़ा रहा और फिर ना जाने कब हमारी आँख लग गयी

अगले दिन जब मेरी आँख खुली तो मैने देखा कि मासूम पद्मियनी मेरे सीने पर अपना सर रखे सो रही थी मैने उसको जगाया तो खुद को नंगी देख कर वो शर्मा गयी और कपड़े पहन ने लगी तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा भाभी कल आपने जो मुझे दिया उसके लिए थॅंक्स तो वो बोली कि कल रात जो भी हमारे बीच हुआ हम दोनो की सहमति से हुआ था और ये राज हमारे बीच ही रहना चाहिए तो मैने कहा आप इस बात की टेन्षन मत लो तो वो नंगी ही शीशे की तरफ गयी और बाहर देखने लगी तो मैने उनके पीछे जाके उनको बाहों मे ले लिया और उनके उभारों को दबाने लगा तो वो बोली उठते ही चालू तो मैने कहा कि आप हो ही इतनी स्वीट तो कैसे रुकु वो अपनी गान्ड को पीछे करके हिलाने लगी तो मेरे लंड मे तनाव आना शुरू हो गया मैं लगातार उसकी भारी भारी चूचियो को दबाए जा रहा था जैसे ही लंड अपने रोल मे आया मैने उसको वही पर घुटनो के बल झुका दिया और एक ही झटके मे उसकी गीली चूत मे लंड को घुसा दिया पद्मििनी ने एक गहरी सांस भरी और मैं उसकी कमर को थामे लगा लंड आगे पीछे करने पद्मि नी की पूरी पीठ पर हाथ फेरते हुए मैं उसको चोदे जा रहा था वो उफफफफफफफफ्फ़ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओह ईईईईईईईईईईईईईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ईईसस्सययययययययययययययययययययययययययययययययययययययसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स कोँम्म्मममममममममममममममममममममममममममममममममम्मूऊऊऊन्न्नमनननननननननननननणणन् फुउऊुऊउक्कककककककककककक मीईईईईईई फुउऊुुुुऊउक्ककककककककककककककक मिईीईईईईईईईईईईईई किए जा रही थी वो थोड़ा ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी जिस से मुझे और भी मज़ा आ रहा था पद्मिोनी को चोदने मे ऐसे ही काफ़ी देर तक उसको चोदने के बाद मैने उसको बेड पर लिटाया और फिर से घमासान शुरू हो गया वो किसी गुड़िया की तरह से मुझ से चिपक गयी थी आधे घंटे तक दबा के उसकी चूत मारी फिर हम ढेर हो गये चुदाई के बाद वो बाथरूम मे घुस गयी और मैं वही बेड पर ही लेट गया पूरे एक घंटे बाद नो नहा धोकर बाहर आई
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10-05-2019, 02:07 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
अब मेरी बारी थी तैयार होने मे ही दोपहर हो गयी थी फिर हम नीचे रेस्टोरेंट मे लंच के लिए गये पद्मिोनी ने नम्रता को बता दिया था कि आज हम मुंबई घूमने जा रहे है तो फिर लंच करके सीधा बंद स्टॅंड की तरफ निकल गये


ये मुंबई के प्रेमियो का एक जबरदस्त अड्डा है तो हम वहाँ पहुच गये बड़े बड़े पत्थरों के बीच प्रेमी जोड़े घुसे पड़े थे तो थोड़ी देर घूमने के बाद हम ने भी एक शांत सी जगह चूज़ की और बैठ गये भाभी कुलफी खा रही थी तो मैं भी उनकी कुलफी ही खाने लगा मैं कुलफी कम खा रहा था और उनके होंठो को ज़्यादा खा रहा था मैने उनकी चूचियो पर हाथ रखे तो उन्होने मना किया थोड़ी देर चूमा चाटी के बाद हम वहाँ से निकल लिए अब बांद्रा स्टॅंड थे तो सलमान का घर भी देख लिए रोड के किनारे खड़े होके फिर थोड़ा कुछ खाया पिया तो मैने सिद्धि विनायक के बारे मे बड़ा सुना था तो शाम को हम आरती मे गये वहाँ पर बड़ा ही अच्छा लगा प्रभु की शरण मे आकर काफ़ी टाइम उधर ही बिताया रात तो हो ही गयी थी पर ये ही तो टाइम था मुंबई विज़िटिंग का फिर मूर्ति सर का फोन आया तो वो उनसे बात करने मे बिज़ी हो गयी मैं थोड़ा साइड मे खड़ा हो गया तभी एक लड़की मेरे पास आई और बोली कि चलता है क्या तो मैं बोला कहाँ चलना है तो वो बोली अरे नही समझा क्या मैं बोला ना तू ही बता तो वो मराठी मे कुछ बोली पर अपने पल्ले ना पड़ा वो फिर डाइरेक्ट्ली बोली की चूत मारेगा 1000 रेट है तू 800 दे दियो तो मैने कहा चल भाग इधर से साली रंडी चूतिया समझा है क्या तो वो मुझसे उलझने लगी तबी पद्मिेनी आ गयी और उसने बात को संभाला फिर हम वहाँ से चल पड़े थोड़ा और घूमने के बाद हम वापिस होटेल आ गये अगले दिन नम्रता की शादी थी तो वहाँ भी जाना था रूम मे आते ही मैने पद्मििनी को पकड़ लिया और मसल्ने लगा वो बोली दो मिनट तो रूको ना ऐसा भी क्या है मुझमे जो तुम इतने बेसब्रे हो जाते हो तो मैने कहा आप को नही पता आप तो एक दीया हो अब औरत कोई भी हो अपनी तारीफ़ सुनकर खुश ही हो जाती है उसकी तारीफ़ करते करते ही मैने उसको नंगी कर दिया तो वो नीचे बैठ गयी और मेरी पॅंट को खिसकाते हुए मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और अपने मुँह मे भर के चूसने लगी सुपाडे पर उनकी जीभ की थिरकन ने मेरे बदन मे आग लगा डाली वो बड़ी ही कुशलता ही आहिस्ते आहिस्ते लंड को अपने मुँह मे अंदर बाहर करते हुए चूसे जा रही थी फिर उन्होने लंड को बाहर निकाल दिया और टट्टो पर टूट पड़ी उनको दाँतों से काट ते हुए वो मुझे एक अलग प्रकार का ही मज़ा दे रही थी मैं बस अपनी आँखे बंद किए मस्ती से आहे भरता हुआ उनको लंड चुस्वाए जा रहा था 10-12 मिनट तक चुसवाने के बाद मैने थूक से सने हुए लंड को उनके मुँह से बाहर निकाला और उनको बेड पर उल्टी लिटा दिया और उनके छोड़े छोड़े चुतड़ों को फैलाते हुए गान्ड के भूरे भूरे छेद को उंगलियो से सहलाने लगा जैसे ही मैने उनकी गान्ड मे थोड़ी सी उंगली को घुसाया उन्होने अपने कुल्हो को भींच लिया और बोली आराम से पेन होता है तो मैने कहा भाभी थोड़ा सा पेन सह लो मैने अपना मुँह गान्ड पर लगा दिया और गान्ड को चाटने लगा उनका बदन हल्के हल्के से काँपने लगा 5-7 मिनट बाद मैने अपना मुँह उनके कुल्हो से हटा लिया और बॅग से वसलीन निकाल कर गान्ड के छेद पर अच्छे से मल दी उसके बाद मैने लंड को वहाँ सटा ते हुए एक धक्का मारा तो गान्ड का रास्ता अपने आप खुल ता चला गया और सुपाडा बड़ी ही शान से उस प्रवेश द्वार को चीरते हुए गान्ड मे घुस गया उन्होने एक दर्द भरी चीख मारी तो मैने उनको टाइट पकड़ लिया वो बोली प्लीज़ आराम आराम से करना तो मैने कहा ओके और आहिस्ता आहिस्ता करते हुए लंड को गान्ड मे आगे करने लगा इस तरह थोड़ी मेहनत के बाद मैने जड़ तक लंड को गान्ड मे पहुचा दिया और फिर कोई 10 मिनट बाद जब पद्मि्नी थोड़ी सी सामान्य हुई तो मैं लंड को आगे पीछे करने लगा पर वो फिर से दर्द भरी सिसकारिया लेने लगी मुझे उसकी गान्ड मारने मे चूत से भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था कुछ देर बाद मैने उसको बेड के सिरहाने पर झुका दिया और गान्ड मे दना दान लंड पेलने लगा पद्मिेनी हाई हाई करती हुए लंड के झटको पर नाचने लगी गान्ड मारते मारते मैं अपना हाथ उसकी चूत पर ले गया और दाने को मसल्ने लगा अब वो और भी ज़्यादा मस्त हो गयी और उसकी सिसकारियो ने पूरे रूम के तहलका ही मचा दिया जैसे मैं आगे से उसकी चूत मे लगातार उंगली कर रहा था और पीछे से गान्ड मे लंड डाले था तो उसको एक तरह से दोहरा मज़ा प्राप्त हो रहा था उसके मुँह से निकलती हर एक आह मुझे बेकाबू कर रही थी अब उसको गान्ड के दर्द की कोई परवाह नही थी वो तो बस उस मज़े को लूट रही थी और मैं तो खुश था ही मुझे पद्मिीनी जैसे माल से संससर्ग करने का मौका मिल रहा था फिर अचानक से उसने अपनी दोनो टाँगो को भीच लिया और एक गहरी आह भरते हुए झड़ने लगी उसकी चूत से रिस्ते पानी से मेरी उंगलिया पूरी तारह से भीग गयी थी और ठीक उसी टाइम मैने लंड ने गान्ड मे ही पिचकारी मारी और मेरे लंड से भी सफेद गाढ़े रस की धारा बह चली पद्मिपनी की लिए ये एक दम नया एक्सपीरियेन्स था कुछ तो दिन भर की थकान थी और कुछ इस चुदाई ने बदन तोड़ डाला था तो फिर ना जाने कब नींद ने अपने आगोश मे ले लिया
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10-05-2019, 02:07 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
अगले दिन जब मैं उठा तो मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा था मैने देखा कि पद्मिदनी बेड पर नही थी मैने बाथरूम का डोर नॉक किया तो पता चला कि वो अंदर है तो मैने कहा गेट खोलो ना तो उसने गेट खोल दिया मैने जब उसको देखा तो देखता ही रह गया साबुन के झाग मे लिपटा उसका गोरा भरा हुआ बदन बड़ा ही सेक्सी लगा मुझे पर मुझे मूतना था तो मैं पेशाब करने लगा वो मेरे लंड से निकलते हुए पेशाब की धार को देखने लगी फिर मैं वही कॅमोड पर बैठ गया और उसको नहाते हुए देखने लगा उसने शवर ऑन कर दिया और अपने बदन को रगड़ते हुए साबुन को हटाने लगी वो भी आज कुछ अलग ही मूड मे थी तो नहाते नहाते वो अपनी चूत पर उंगली फिराने लगी और अपने निचले होंठो को दाँतों से काट ते हुए मेरी ओर देखने लगी और फिर उसने दो उंगलिया अपनी चूत मे घुसा ली और तेज तेज उनको अंदर बाहर करने लगी मुझे उसको ऐसा करते हुए देख कर बड़ा ही मज़ा आ रहा था थोड़ी देर वो तेज तेज उंगलिया चलाती फिर वो उन उंगलियो को अपने मुँह मे डाल कर चाटने लगती वो मुझे तडपा रही थी अपनी अदाए दिखा कर पर मैं बिल्कुल शांत कॅमोड पर बैठे उसको ही देखे जा रहा था फिर वो चल कर मेरे पास आई और अपनी चूत से उंगली निकाल कर मेरे मुँह मे डाल दी मैं उसकी चूत के रस से सनी उंगली को किसी आइस-क्रीम स्टिक की तरह चूसने लगा उसने एक आह भरी और फिर से चूत मे उंगली करने लगी उसका पूरा बदन बेहद गोरा था पर उसकी चूत एक दम काली थी जिस से वो बड़ी ही प्यारी लगती थी


मुझे पर उसका इरादा समझ नही आ रहा था तो मैने कहा कि डार्लिंग आज क्या प्लान है तो उसने अपनी उंगली मेरे होंठो पर रख दी और बोली कि तुम बस शांत रहो फिर उसने मुझे खड़ा किया और बाथरूम के बीच मे ले जाकर खड़ा कर दिया और बॉडी वॉश की बॉटल लेकर मेरे पूरे शरीर पर रगड़ने लगी उसे कोमल कोमल हाथ जब मेरे शरीर पर रेंग रहे थे तो मुझे एक बेहद ही अच्छा महसूस हो रहा था मैं अपनी सारी चिंता सब कुछ भूल गया था और बस मेरे सामने थे पद्मि नी वो बड़े ही प्यार से मेरे शरीर के प्रत्येक अंग को बॉडी वॉश से सॉफ किए जा रही थी आधे घंटे तक वो मेरी शरीर को रगड़ती रही फिर उसने मुझे नहलाना शुरू किया मैं जैसे कही खो गया था मुझे नही पता वो क्या कर रही थी क्या नही कर रही थी मुझे अच्छे से नहलाने के बाद वो नीचे बैठी और मेरी गोलियो पर जीभ फेरने लगी उसकी लंबी जीभ का लिज़लीज़ा स्पर्श से मेरे अंडकोष टाइट होने लगे और लंड मे खून ज़ोर मारने लगा तो लंड उत्तेजित होकर उसकी नाक से टकराने लगा वो सुपाडे को सूंघने लगी काफ़ी देर तक वो बस गोलियो को ही चूस्ति रही फिर उसने कुछ ऐसा किया कि मैं तो एक दम हैरान ही हो गया और उसकी अदा का दीवाना हो गया


हुआ कुछ यू कि वो मेरी गोलियो को चाट ते चाट ते वो थोड़ा सा और नीचे की तरफ गयी और मेरी गान्ड पर अपना मुँह लगा कर उसको चाटने लगी मेरा पूरा बदन हिल गया उसकी इस हरकत से मान गया बॉस सुना तो था कि औरत मे इतनी आग होती है आज देख भी लिया था वो मेरे कुल्हो पर अपनी जीभ फेरे जा रही थी मुझे थोड़ा सा अजीब भी लग रहा था पर मैने उसको रोका नही जब तक उसका मन नही भरा वो अपनी मन मानी करती ही रही फिर हम रूम मे आ गये उसने मुझे बेड पर लिटाया और पास रखी हनी के बोतल से कुछ हनी अपने हाथ मे लिया और मेरे चेहरे पर गिराने लगी आज पद्मि नी का एक नया रूप देखने को मिला था मुझे मेरे होंठो गालो और गर्दन पर शहद लगाने के बाद उसने कुछ सहद मेरी चेस्ट पर गिराया और फिर ढेर सारा मेरे लंड और गोलियो पर भी गिरा दिया और वो मेरे उपर चढ़ बैठी और लगी मेरे होंठो और गालो को खाने बड़ी ही वाइल्ड हरकते कर रही थी वो आज पर मैने उसको एक सेकेंड के लिए भी नही टोका कमरे मे बेहद शांति थी बस कभी कभी सांसो की आवाज़ भूले-भटके सुनाई दे जाती थी चेहरे को चाटने के बाद वो मेरी चेस्ट पर झुक गयी और मेरी निप्प्लस पर लगे हनी को जीभ फिरा फिरा कर मज़े से खाने लगी जब उसके दाँत मेरी चेस्ट मे धंसते तो मैं मस्ती मे भर उठा आज तक मैने ना जाने कितनी औरतो की चूची निचोड़ निचोड़ कर पी थी पर आज पद्मिमनी मेरी चेस्ट के साथ खिलवाड़ कर रही थी

मैने अपनी आँखे बंद कर ली और खुद को उसके हवाले कर दिया 5-7 मिनट बाद वो अब लंड पर पहुच गयी पर लंड को एक छोटा सा किस करके साइड से गोलियो पर आ गयी और उनको मुँह मे भर के खाने लगी मैं सोच रहा था कि शूकर है कि इसके पास लंड नही है वरना आज तो गान्ड ही मर्वानी पड़ती फिर उसने मेरी टाँगे खोली और गान्ड पर लगे हनी को भी चाटने लगी अब मेरी उत्तेजना इतनी बढ़ गयी थी कि बस अब मैं उसको पटक कर चोदने ही वाला था कि तभी वो मेरे लंड पर आ गयी और उसको अपने गले तक ले जाते हुए खप खप मुँह मे ले के अंदर बाहर करने लगी लंड अब भरा तो बैठा ही था लंड चूस्ते चुस्ते ही वो 69 मे आ गयी और बोली कि चलो तुम भी मुझे थोड़ा सा आनंद दो तो मैने अपनी गर्दन थोड़ा सा उठाई और उसकी टपकती चूत को अपने मुँह मे लेके उसके रस को निचोड़ने लगा दूसरी तरफ वो मेरे लंड पर अपने होंठो का जादू दिखा रही थी आज उसकी चूत से कुछ ज़्यादा ही पानी बह रहा था और लग भी बड़ा टेस्टी रहा था तो दोस्तो 10-15 मिनट तक हम दोनो एक दूसरे की तस्सल्ली करते रहे फिर हम लगभग साथ साथ ही झाड़ गये और बेड पर पसर कर अपनी अपनी सांसो को दुरुस्त करने लगे
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10-05-2019, 02:07 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
फिर पद्मिचनी उठी और मुझे पानी का गिलास भर के दिया एक के बाद एक करके मैं तीन चार गिलास पानी खीच गया जैसा कि मैं पहले भी बता चुका हू कि सेक्स के बाद मेरा गला कुछ ज़्यादा ही सूख जाता है फिर हम दुबारा से बाथरूम मे घुस गये और फटाफट तैयार होने लगे आज नम्रता की शादी थी तो दोपहर तक हमे वेन्यू पर पहुचना था पद्मिमनी ने टिपिकल साउत इंडियन साड़ी पहनी थी तो मैने जीन्स पर ब्लेज़र लगा लिया था जल्द बाजी मे कुछ थोड़ा बहुत खाया और फिर जो भी ज़रूरी सामान लेना था कॅरी किया और चल पड़े हम वहाँ जाकर देखा तो सभी मेहमान आ गये थे चूँकि शादी दिन मे थी तो मुझे थोड़ा अजीब सा लगा क्योंकि हमारे यहाँ तो रात मे शादी होती है पर अपने को क्या तो मेरे पास उस दिन वाले लड़के लड़किया आ गये और बोली भैया चलो ना डॅन्स करते है मैने कहा आप करो मेरा मूड नही है तो बोले भैया प्लीज़ तो मैने कहा ठीक है पर थोड़ी देर तो वो बोले ओके भैया जैसे जैसे टाइम बीत रहा था धमाल मच रहा था और मेरी नज़र तो बस पद्मिानी पर ही थी अब वो नम्रता की खास दोस्त थी तो वो उसके ही साथ थी तो मैने उसको इशारे से बुलाया और उसका हाथ पकड़ कर डॅन्स फ्लोर पर ले गया और ड्ज को बोला एक मस्त गाना लगा पंजाबी तो वो बोला कि सर यहाँ तमिल गाने चलाने को ही बोला गया है तो मैने कहा अबे तू बिंदास बजा मैं देख लूँगा तो भाई लगवा के गाना मैं लगा ड्ज पर नाचने जब एक बार फोजी का पैर खड़क गया तो फिर चाहे तमिल सोन्ग हो या और कुछ अपन तो लगे कुछ और लोग भी आ गये जो उस दिन मेरे साथ डॅन्स कर रहे थे मैने पद्मि नी को कहा आपके दोस्त की शादी है लगा दो दो चार ठुमके तो वो भी आ गयी फिर भाई मैं ना रुका ना वो रुकी पूरे डॅन्स फ्लोर पर अपना ही कब्जा था 20-25 मिनट तक जम के डॅन्स किया सभी लोग पूरा एंजाय कर रहे थे फिर मैं वहाँ से हट गया और एक कुर्सी पर जा कर बैठ गया गर्मी लगने लगी थी तो ब्लेज़र को निकाल कर रख दिया तो पद्मिगनी मेरे लिए कोल्ड ड्रिंक ले आई और मेरे साथ वाली कुर्सी पर ही बैठ गयी मेरा ध्यान कोल्ड ड्रिंक से ज़्यादा उसकी उपर नीचे होती चूचियो पर था तो मैने कहा भाभी चलो कुछ तूफ़ानी करते है वो बोली अब क्या करोगे तो मैंन हौले से कहा कि चुदाई और क्या तो वो बोली यहाँ पे पागल हो क्या तो मैने कहा ये भी एक अड्वेंचर ही है आप किसी तरह से टाय्लेट मे घुस जाओ बाकी मैं देख लूँगा तो वो बोली कि शादी का माहौल है कही कुछ प्राब्लम ना हो जाए अभी रहने दो रात को कर लेना जो भी करो तो मैने कहा अरे कुछ नही होगा आप ये बताओ कि लॅडीस टाय्लेट कॉन सी साइड है तो वो बोली कि उपर वाले फ्लोर पर लेफ्ट साइड मे तो मैने कहा कि आप मोका देख कर वहाँ खिस्को और फिर मुझे मिस कॉल करना मैं आ जाउन्गा तो वो बोली ठीक है मैं करती हू अड्जस्ट चलो तुम्हारे साथ ये एक्सपीरियेन्स भी हो जाएगा तो दस मिनट बाद उनकी मिस कॉल आई मैं नज़र बचाते बचाते उपर के फ्लोर पर पहुच गया वहाँ तो सन्नाटा पसरा पड़ा था क्यों कि सभी शादी मे बिज़ी थे मैं झट से अंदर घुस गया और डोर को बंद कर लिया और पद्मिीनी को अपनी बाहों मे ले लिया वो डरते हुए बोली कि जल्दी से ही करना कही कोई आ ना जाए मैने कहा आप अभी कुछ मत बोलो अब किस भी नही कर सकता था कही लिपीसटिक ना खराब हो जाए तो झट से पॅंट को नीचे किया और भाभी को भी थोड़ा सा झुका दिया साड़ी और पेटिकोट को उपर किया और पैंटी को नीचे सरका दिया लंड के टोपे पर थूक लगाया और लंड को चूत मे पेल दिया और दना दन पद्मिोनी की ठुकाई शुरू कर दी पद्मिचनी गहरी साँसे लेने लगी मैने उनकी कमर को कस के पकड़ लिया और तूफ़ानी चुदाई शुरू कर दी मैं भी जल्दी से ही काम निपटाना चाहता था पर ये काम जल्दी से निपट ता ही नही है पद्मि नी अपने दाँत भीचे बार बार कह रही थी कि जल्दी करो जल्दी करो मैने कहा दो मिनट चुप रहो और दना दन चूत को फाड़ने लगा मस्ती का रंग तो उस पर भी था पर वो थोड़ा सा घबरा रही थी इसलिए तो 15-20 फिर भी लग ही गये और एक बार फिर से मैने उसकी चूत को वीर्य से भर दिया उसने अपनी पैंटी से ही चूत को पोन्छा और फिर उसको पहन लिया फिर उसने थोड़ा सा अपने कपड़े ठीक किए और इधर उधर देख कर निकल गयी
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10-05-2019, 02:07 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है
कुछ देर बाद मैं भी नीचे आ गया शादी मे टाइम बहुत लग रहा था तो मैं एक साइड मे बैठे बैठे एंजाय करने लगा पद्मिमनी मंडप मे चली गयी थी खैर जैसे तैसे उनका विवाह हो ही गया फिर चला फोटो सेशन तो हम भी अपने गिफ्ट देने उन्हे चले गये खाना वाना खाते रात के 12 से उपर का टाइम ही हो गया था तो मैं थोड़ा सा थक भी गया था और अगली रात हमारी वापसी की ट्रेन भी थी तो मैने पद्मिगनी से कहा कि अभी चलते है तो वो बोली कि बस कुछ देर तो फिर वो सभी से मिली कुछ बाते नम्रता से की और फिर हम होटेल के लिए निकल गये

होटेल पहुचने मे भी आधा पोना घंटा लगना था तो पद्मिछनी मेरे कंधे पर अपना सर रख कर लेट सी गयी और एक झपकी सी लेने लगी सोते हुए वो बेहद ही मासूम लगती थी खैर हम होटेल पहुच गये और अपने रूम मे जाते ही वो मेरे सीने से लग गयी और बोली कि आइ’म रियली थॅंकफुल टू यू बिकॉज़ यू गेव मे सच आ प्लेषर यू सॅटिस्फाइड मी विद आ न्यू फ्लेवर तुम्हारे साथ रहकर मैने सेक्स को एक नये तरीके से महसूस किया है मूर्ति तुम्हारा जैसा नही कर सकता वो बहुत ट्रडीशनल है थॅंक्स फॉर कमिंग इन माइ लाइफ फिर वो बोली कि आज मैं तुमसे एक चीज़ मांगती हू तो मैने कहा सब कुछ ही आपका है जो माँग ना हो माँग लो तो वो बोली कि क्या तुम मेरे लाइफ टाइम फ्रेंड बनॉगे आइ मीन ट्रैनिंग के बाद जब तुम्हारी पोस्टिंग कहीं ओर हो जाएगी तब भी क्या तुम मुझे कभी कभी मिलोगे तो मैने कहा मॅम ये दोस्ती बड़ी ही अलग सी चीज़ होती है क्या आप निभा पाओगे तो वो बोली कि आइ प्रॉमिस टू यू तो मैने कहा ठीक है हमारा ये रिश्ता हमेशा रहे गा जब भी आप बुलाओगे मैं आउन्गा और अगर मैं बुलाउन्गा तो आप को भी आना पड़ेगा तो वो बोली कभी भी आजमा कर देख लेना मैने कहा थॅंक्स फॉर युवर फ्रेंड शिप मैं उसके चुतड़ों को मसल्ते हुए बोला कि चलो इसी बात पे गान्ड मर्वाओ तो वो बोली कि मार लो तुम्हे किसने रोका है सब कुछ तुम्हारा ही है जैसे चाहो उसे करो तो मैने कहा कि भाभी आपकी यही अदा तो मुझे दीवाना कर देती है तो मैने उनकी साड़ी का पल्लू पकड़ लिया और वो गोल गोल घूमते हुए अपनी साड़ी को उतरवाने लगी बिल्कुल फिल्मी अंदाज मे जैसे ही साड़ी उतरी वो फिर से मेरे सीने से आ लगी उनकी ढोंकनी सी उपर नीचे होती हुवी छातिया मेरे सीने मे दबने लगी उनकी गरम सांस मेरे चेहरे पर पड़ रही थी तो मुझे एक नशा सा चढ़ने लगा उनकी सांसो किखुश्बू से मुझे मदहोशी छाने लगी तो मैने पेटिकोट के नाडे मे हाथ फसाया और उसके नाडे को खोल दिया और उनकी मक्खन सी चिकनी जाँघो पर मेरा हाथ रेंगने लगा पद्मि नी मेरी बाहों मे समाने को आतुर थी तो मैने उसको बेड पर पटक दिया और उसकी ब्रा और पैंटी को भी उतार कर उसको पूरा नंगा कर दिया और अपने कपड़े भी उतार दिए तो पद्मि नी मेरी गोद मे आकर सिमट गयी तो मैं उसकी गर्दन पर अपने दाँतों से काट ते हुए उसके बोबो से खेल ने लगा फिर उन्होने अपना मुँह मेरी ओर घुमाया और हमारे होंठो एक दूसरे से जुड़ गये माहौल बड़ा ही रस से भर चुका था सरगोशिया दौड़ ने लगी थी वातावरण मे रात भी अपने पूरे शबाब पर थी तो मैने बिना देर करते हुए उनको उल्टी लिटाया और अपने लंड को पद्मि नी की मोटी गान्ड पर लगा दिया और एक धक्का लगा दिया पद्मि नी ने अपने बदन को टाइट कर लिया पर लंड गान्ड मे आधा चला गया उनको थोड़ा दर्द भी हो रहा था पर उन्होने एक उफ्फ भी ना की उन्होने अपने बदन को पूरी तरह से मुझे समर्पित कर दिया था मैने थोड़ी पेल और मारी और लंड को जड़ तक पद्मिझनी की मस्तानी गान्ड मे उतार दिया और हिचकोले खाते हुए पद्मिदनी की गान्ड को मारने लगा थोड़ी देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा तो उसने भी अपने शरीर को ढीला कर दिया और मुझसे बाते करते हुए अपनी गान्ड मे लंड लेने लगी पद्मियनी बोली कि बस तुम ऐसे ही मुझे अपनी बाहों मे लेकर प्यार करते रहो मैं चाहती हू कि ये टाइम यही पर रुक जाए और हम दोनो यू ही एक हुए पड़े रहे तो मैने कहा डार्लिंग हम तो अब एक ही है ना तो मैं उनके गोलगप्पे जैसे गालो को खाते हुए गान्ड मारने लगा
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10-05-2019, 02:07 PM,
RE: Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है

गान्ड मेरे लंड पर बहुत ज़्यादा दबाव डाल रही थी जिस कारण मैं तेज तेज धक्के नही लगा पा रहा था पर फिर भी मज़ा आ रहा था कभी कभी जब उसके मुँह से एक दर्द भरी आवाज़ निकल पड़ती तो मेरा जोश और भी ज़्यादा हो जाता था पूरे आधे घंटे तक दबा कर मैने पद्मि नी की गान्ड मारी जब मेरा होने वाला था तो उसने कहा कि तुम अपना वीर्य मेरी नाभि मे गिराना तो मैने तुरंत ही उसको पलटा और उसकी नाभि को लंड से निकलते पानी से भरने लगा और फिर उसकी बगल मे जाके लेट गया पद्मिकनी लेटी लेटी नाभि मे पड़े वीर्य मे उंगली गोल गोल घुमाने लगी और फिर उस उंगली को अपने मुँह मे डाल के चूसने लगी फिर मैं पेशाब करने चला गया थोड़ा पानी पिया और वापिस उसके पास आ गया तो वो बोली कि एक काम करो मेरी चूत मे उंगली करके मुझे भी शांत करदो तो मैने कहा थोड़ी देर रुक जाओ तो चोद ही दूँगा पर वो बोली नही अभी तो तुम उंगली से ही मुझे शांत कर दो तो मैने दो उंगलिया पद्मिोनी की प्यासी फूली हुई चूत मे डाल दी और बड़े ही प्यार से चूत को मसल्ने लगा उसकी चूत तो पहले से ही काफ़ी पानी बहा रही थी और फिर मैं तेज तेज उंगली को अंदर बाहर कर रहा था पद्मिबनी लंबी लंबी सांस ले रही थी और मुस्कुराते हुए अपनी चूत मे उंगली करवा रही थी 8-10 मिनट तक मैने खूब ज़ोर से चूत को दबाया मसला और फिर पद्मिहनी ने भी अपना पानी मेरी हथेली मे गिरा दिया और फिर मेरी बाहों मे पसर गयी मैं उसको लिए लिए उसकी बाहों मे सो गया

जब मेरी आँख खुली तो पद्मिेनी मेरी बाहों मे लिपटी सोई पड़ी थी हमारी ट्रेन रात की थी तो पूरा दिन हमें होटेल मे ही स्पेंड करना था तो मैं उसको डिस्टर्ब नही करना चाहता था तो मैंन आहिश्ता से खड़ा हुआ और बाथरूम मे घुस गया और फ्रेश होकर वापिस आ गया पद्मिसनी सो ही रही थी तो मैने घर फोन कर दिया और सब का हाल चाल पूछने लगा कई दिन बाद घर फोन किया था तो बात थोड़ी ज़्यादा लंबी हो गयी मैने फोन कट किया और मूड कर देखा तो पद्मितनी जाग गयी थी और मुझे बड़े ही प्यार से देख रही थी मैने कहा आप सो रहे थे तो मैने सोचा क्यों ना घर पे ही फोन कर लू फिर उन्होने पूछा कि घर पे सब ठीक है तो मैने कहा सब भले चन्गे है फिर उन्होने मुझे एक प्यारी सी किस दी और बाथरूम मे घुस गयी


मैं उसकी मटकती गान्ड को घूर घूर कर देखता रहा आधे घंटे बाद जब वो बाहर आई तो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी मे ही थी तो मेरा लंड फिर से उत्तेजित होने लगा तो मैने अपना कच्छा उतार दिया और पद्मिरनी को लंड चूसने का इशारा किया वो मटकते हुए मेरे पास आई और घुटनो के बल बैठ कर मेरे लंड को चूसने लगी अबकी बार वो तेज तेज मुँह चला रही थी और लंड चूस्ते चूस्ते अपने हाथ से मेरे टट्टो को भी मसल्ने लगी तो मैं उत्तेजना से भर उठा पद्मितनी की होंठो से थूक बहकर उसकी चूचियो और उसकी जाँघो पर पड़ रहा था पर उसे कोई परवाह नही थी वो अपनी बड़ी बड़ी आँखो से मुझे देखते हुए मेरे लंड पर कहर ढा रही थी तो करीब 5 मिनट तक उसको लंड चुसवाने के बाद मैने उसको बेड पर लिटा दिया और उसकी टाँगो को उठा ते हुए उनकी कच्छि को उतार दिया मैने बड़े ही प्यार से उनकी पैंटी को अपने मुँह मे दबा कर चूमा और फिर साइड मे एक दिया और उसकी काली काली चूत पर अपने चेहरे को झुका लिया और अपनी जीभ को गोल गोल करके घुमाने लगा पद्मिकनी की नस नस मे वासना की तरंग दौड़ उठी और वो अपनी मस्त जाँघो को बेड पर पटाकने लगी उसके तन बदन मे जैसे भूचाल सा आ गया था पद्मिपनी काँपते हुए लहजे मे बोली कि यार तुम इसको लीक बहुत ही अच्छा करते हो तो मैं और भी मस्ती से चूत के खारे पानी को चाटने लगा थोड़ी देर बाद मैं बेड पर लेट गया और अपने खड़े लंड को दिखाते हुए पद्मिीनी को लंड पर बैठने का इशारा किया तो वो मुस्काई और झट से मेरे उपर आते हुए लंड को पकड़ कर चूत के मुंहाने पा रख दिया और उस पर बैठ ने लगी


जब पूरा लंड चूत मे समा गया तो फिर वो खुल के मैन्दान मे आ गई और मेरी चेस्ट पर अपने हाथ मजबूती से रखते हुए अपनी गान्ड को हिलान लगी उसकी गान्ड की थिरकन से मेरा लंड और भी ज़्यादा उत्तेजित हो गया मैने अपने हाथ से उसके कुल्हो को थाम लिया और चुदाई का मज़ा लेने लगा पद्मिहनी के मोटे मोटे चुतड़ों को मसल्ते हुए मैं पूरा मज़ा ले रहा था और वो भी पूरे जोश से मेरे लंड पर कूद रही थी फिर वो थोड़ा सा आगे को झुकी तो मैने उसकी झूलती हुवी चूची को अपने मुँह मे ले लिया जैसे ही उसके निप्पल्स पर मेरी जीभ टच हुई पद्मिकनी और भी ज़्यादा गरम हो गयी और बेहद तेज़ी से लंड पर कूदने लगी दूसरी ओर मैं अपने हाथो से उसके कुल्हो पर दबाव डाल रहा था पद्मि नी काफ़ी देर से मेरी लंड पर झूल रही थी तो उसको थकान होने लगी थी तो वो उपर से उतर गयी और मैं उसके उपर चढ़ गया और अब मेरी बारी थी उसकी चूत पर धक्के लगा ने की पद्मिढनी ने अपनी टाँगे मेरी कमर के चारो ओर लपेट ली और मेरे होंठो को चूमते चूमते अपनी चूत मुझे दे रही थी मैं तेज तेज धक्के मारता वो अपने बदन को उतना ही टाइट कर रही थी मेरे बदन मे भी अब झड़ने का सिग्नल आ रहा था तो मैने कहा डार्लिंग मैं जाने वाला हू तो वो बोली कि कुछ देर और सर्वाइव करो मैं भी समझो पहुच ही गयी पर मैं तो किनारे पर ही आ गया था तो मेरे लंड से वीर्य छूट गया पर फिर भी मैने कुछ धक्के और मारे और फिर पद्मि नी भी झाड़ गयी तो उसने मुझे धक्का देते हुए अपने उपर से उतार दिया और मेरे सीने से लग कर आहे भरने लगी फिर कुछ देर बाद हम ने कपड़े पहने और फिर मैने नाश्ता रूम मे ही मंगवा लिया और वही खाने लगे नाश्ते के बाद मैने कहा भाभी आप पॅकिंग को चेक कर लो कहीं कुछ रह ना जाए तो वो बोली कि सब सामान रख लिया बस शाम को चलना ही है तो मैने कहा कि मुंबई के ट्रॅफिक का कोई भरोसा नही है तो थोड़ा पहले ही निकलेंगे तो वो बोली हम पर अभी तो पूरा दिन ही पड़ा है तो मैं उनके चुतड़ों पर चिकोटी काट ते हुए बोला कि पूरा दिन पड़ा है तो …. वो कहने लगी कि अभी थोड़ी देर पहले ही तो किया है थोड़ा रेस्ट करते है फिर चलने से पहले एक बार और तुमको खुश करूँगी तो मैने कहा ओके फिर वो टीवी देखने लगी और मैं आँखे बंद कर के लेट गया एक बार सोया तो फिर सीधा शाम को 6 बजे ही आँख खुली तो मैं उनको बोला आपने दुपहर मे मुझे जगाया क्यो नही तो वो बोली कि अरे तुम गहरी नींद मे थे तो मैने तुम्हे डिस्टर्ब नही किया और फिर सेक्स तो हम ट्रेन मे भी कर लेंगे तो मैने कहा ठीक है अब जल्दी से एक बार सामान को चेक कर्लो फिर हम निकल जाएँगे
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