Desi Porn Stories आवारा सांड़
03-20-2021, 08:47 PM,
#55
RE: Desi Porn Stories आवारा सांड़
दूसरी तरफ राज अपनी दीदी संध्या से सीटी दिखाने के लिए पीछे ही पड़ गया था….संध्या बड़ी असमंजस की स्थिति मे फँस गयी थी.

राज—देखो दीदी..सीधी तरह से मुझे वो सीटी फिर से बजा के दिखाओ वरना मैं अभी जा कर चाचा और चाची को सब बता दूँगा.

संध्या—राज ज़िद नही करते..समझा कर..ये ग़लत बात है.

राज—ठीक है…अब तो चाचा जी की डाँट खाने को रेडी हो जाओ….मैं ये चला.

संध्या (मन मे)—कहाँ फँस गयी मैं…ये पागल सच मे ना बता दे…क्या करूँ….?

संध्या—अच्छा राज सुन…सुन तो..

राज—अपनी सीटी दिखा रही हो.

संध्या—मैं सच कहती हूँ...मेरे पास कोई सीटी नही है....वो लड़किया जब बाथरूम करती हैं तब ऐसी ही आवाज़ होती है

राज—झूठ.....मैने और तो किसी की आवाज़ नही सुनी बाथरूम करते समय सीटी बजने जैसी....तुम झूठ बोल रही हो.

संध्या—तेरी कसम....हर लड़की को पेशाब करते समय ऐसी ही आवाज़ निकलती है.

राज—तो मुझे क्यो नही निकलती... ?

संध्या—क्यों कि तुम लड़की नही लड़का हो इसलिए.

राज—तो फिर मुझे एक बार तुम्हारी सीटी दिखाओ बजा कर तब मैं मानूँगा.

संध्या—नही…मैं ये नही कर सकती..मैं तुम्हारी बहन हूँ…तुम्हे शर्म आनी चाहिए ये कहते हुए भी.

राज—वाह…वाह…तुम्हे मूटते हुए सीटी बजाने मे शरम नही आई और मुझे शरम का पहाड़ा पढ़ा रही हो.

संध्या—तू समझता क्यो नही है….मैं नही दिखा सकती तुझे.

राज—अगर ज़्यादा शरम आ रही है तो तुम फिर से मूत कर सीटी बजाओ मैं उस फटे कपड़े मे से झाँक कर देख लूँगा.

संध्या (शॉक्ड)—तू ना सच मे बहुत बड़ा कमीना है.....जा बता दे जिसको बताना है....चल भाग यहाँ से.

संध्या उसके उपर चिल्लाते हुए अंदर जाने लगी....अपना दाँव खाली जाते देख कर राज ने कुछ सोचा और फिर ज़ोर ज़ोर से चीखने लगा.

राज (चिल्लाते हुए)—हाए..मर गया...संध्या दीदी ने मुझे मार डाला..बचाओ

संध्या (घबरा कर)—क्क्क..क्या किया है मैने... ? क्यो चिल्ला रहा है.... ?

राज—तुमने मेरी पीठ मे चाकू मार दिया...मैं मर गया रे...अब मैं सब को दिखाउन्गा कि तुमने मुझे जान से मरने की कोशिश की है...ये देखो मेरी पीठ..

राज ने अपनी शर्ट उपर कर के जैसे ही संध्या को अपनी पीठ दिखाई तो उसकी चोट देख कर संध्या भी अंदर तक काँप गयी क्यों कि चोट रियल थी.

संध्या—इतनी ज़्यादा चोट तुझे कैसे लगी.... ?

राज—तुमने ही तो मारा मुझे.... ?

संध्या—मैने कब मारा तुझे.... ?

राज—पर मैं तो सब को यही बताउँगा की संध्या दीदी ने मारा है....नही तो जल्दी से अपनी सीटी दिखाओ.

संध्या—नही..मतलब नही

राज—माआआ...चचीई...बचाअऊऊ

संध्या (मन मे)—अगर इसने मेरा नाम बताया तो सब मुझे ही डाटेंगे.....लाड़ला जो है ये सब का....मुझे इसको कैसे भी चुप कराना होगा....नही तो सब मेरा जीना मुश्किल कर देंगे.

संध्या—चुप...मैं तेरे हाथ जोड़ती हूँ....शाम को देख लेना.

राज—नही..अभी दिखाओ

संध्या—अभी सब घर मे हैं शाम को देख लेना….क्या मेरी इतनी बात भी नही मानेगा….?

राज—अगर शाम को नही दिखाया तो सोच लेना फिर.

संध्या—पक्का दिखा दूँगी..तेरी कसम

मैं कुछ आगे कर पाता कि तभी माँ और चाची दौड़ती हुई वहाँ आ गयी और मेरा सारा प्लान चौपट हो गया….संध्या दीदी जल्दी से अंदर चली गयी.

माँ—क्या हुआ..चिल्ला क्यो रहा था…?

चाची—हाँ..राज क्या हुआ..बता मुझे…?

राज—वो कुछ नही…..अभी अभी मैने यहाँ एक साँप देखा था…इसलिए डर गया था.

मा—कहाँ है साँप…?

राज—अब वो चला गया मा.

चाची—शूकर है…घर के अंदर नही घुस गया.

राज (मन मे)—क्या मस्त फूली हुई गोल मटोल बड़ी गान्ड है चाची की……हाए चाची एक बार अपनी ये गान्ड ही मरवा लो मुझसे….कसम से मस्त बुर भी होगी चाची की…….चाचा मादरचोद रोज चोदता होगा चाची को.

माँ—तुझे चोट कहाँ लगी है दिखा मुझे…?

चाची—हाँ, कल भी तेरी पीठ से खून निकल रहा था…?

राज—अरे कुछ नही चाची….वो कलर था..कोई खून नही था…अब मैं चला कॉलेज

माँ—सुन…आज तुझे रश्मि को उसके गाओं लेके जाना होगा…

राज—ठीक है माँ

मैं किसी तरह से रेडी हुआ…पीठ मे दर्द तो अभी भी हो रहा था…कपड़े पहनने मे भी दिक्कत हो रही थी…तभी कोई मेरे रूम मे एंटर हुआ तो मैने जल्दी से दर्द को इग्नोर कर के शर्ट पहन लिया और जैसे ही पलटा तो मेरे सामने शीतल दीदी खड़ी थी.

शीतल—ये चोट कहाँ से लगी तुझे….? सच सच बताना..नही तो बहुत मार खाएगा मुझसे….किस के साथ झगड़ा किया अब..?

राज—मैं आप से झूठ कभी नही बोलता दीदी.चाहे आप मुझसे कितनी भी नफ़रत कर लो…...कल वो नीलेश ठाकुर शिल्पा को उठा ले गया था तो उससे ही झगड़ा हो गया… मैने सालो को ढंग से धोबी की तरह कूटा लेकिन सालो ने धोखे से पीठ मे चाकू मार दिया.

शीतल (शॉक्ड)—क्याआअ….? चत्त्ताअक्ककक……तुझे मैने समझाया था ना कि उस लड़की से दूर रहा कर…अब ठाकुर चुप नही बैठेगा…हे भगवान..तेरे पास दिमाग़ है की नही…तू है ही नफ़रत करने के लायक….जा दूर हो जा मेरी नॅज़ारो से….मैं तेरी शकल भी नही देखना चाहती.

शीतल दीदी गुस्सा होकर रूम से बाहर निकल गयी….मैं जूते पहनने के लिए जैसे ही झुका तो बिस्तर मे दवाइयाँ रखी हुई थी..मैं समझ गया कि ये भी शीतल दीदी का ही काम है….मैं दवा खा कर रश्मि दीदी के साथ कॉलेज निकल गया….हालाँकि माँ और शीतल दीदी ने बहुत
मना किया मुझे कॉलेज जाने से…फिर भी मैं नही माना और चला गया.

मैं रश्मि दीदी के साथ जैसे ही कॉलेज पहुचा तो ...
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Porn Stories आवारा सांड़ - by desiaks - 03-20-2021, 08:47 PM
Next update please - by Kprkpr - 11-10-2021, 02:42 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 2,141 10 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 1,036 10 hours ago
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 858 10 hours ago
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,743,072 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 575,000 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,337,305 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,020,658 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,795,116 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,198,654 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,155,004 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 21 Guest(s)