RE: Desi Sex Kahani दिल दोस्ती और दारू
हम सभी अपने ख़यालात खुद बुनते है, अपने अरमान खुद बनाते है ,तो फिर उनके अधूरे रह जाने पर ग़लती भी हमारी ही होती है, अभी का तो पता नही लेकिन उस वक़्त मेरा ऐसा मानना था कि लड़किया फ़िल्मो के पोस्टर्स उतरने से पहले बाय्फ्रेंड बदल लेती है और मैं इसी प्राइसिपल को अप्लाइ करके अपना लव- शव का एक्सपेरिमेंट आक्युरेट आन्सर के साथ लाना चाहता था....मैं उपर दिए गये प्रिन्सिपल से ये सोचने लगा था कि एश भी सभी लड़कियो की तरह बहुत जल्द ही गौतम को छोड़ कर मेरी गर्लफ्रेंड बनेगी और फिर हम दोनो किसी थियेटर मे बैठकर एक ही पेप्सी मे स्ट्राव पाइप डालकर पेप्सी पिएँगे......
एग्ज़ॅम्स जैसे जाने थे वो वैसे जा रहे थे मतलब की एकदम खराब...मेरी ज़िंदगी का ये सबसे खराब टेस्ट चल रहे थे, मैने न्सुई का फॉर्म खुशी खुशी भर दिया था और कुछ ही दिनो बाद मैं सीडार की तरफ से कॅंडिडेट का एलेक्षन लड़ने वाला था और आज आख़िरी टेस्ट है , मैं आज खुश भी हूँ और थोड़ा बेचैन भी हूँ, खुश इसलिए हूँ क्यूंकी आज के बाद एग्ज़ॅम्स ओवर ! और मैं कल से ,कल से नही बल्कि आज दोपहर के 12 बजे से आज़ाद हो जाउन्गा , बेचैन इसलिए था क्यूंकी गौतम कल से कॉलेज आने वाला था और मेरे पास सिर्फ़ आज का ही वक़्त था एश से वो सब कुछ कहने का जो मैं उसके लिए महसूस करता था...मेरी ज़ुबान से "आइ" के आलवा आयेज कुछ क्यूँ नही निकलता मैं नही जानता लेकिन मैने एश को आइ लव कहने का एक अलग ही तरीका निकाल लिया था, जो किसी भी फ़िल्मो से इन्स्पाइयर्ड नही था....
"हाई, एश..."आज मैने एश को फिर से कॉलेज के बाहर धरा,
वो शायद कल की घटना से मुझसे थोड़ा खफा होगी, क्यूंकी कल कॅंटीन मे जब मैं उसे परेशान कर रहा था तो उसने अपने सामने रक्खी पानी की बोतल पूरी की पूरी मेरे हॅंडसम फेस पर डाल दी थी और फिर मैं गुस्सा होकर वहाँ से चला गया था.....
"वो फिर आ गया..."उसने अपने किसी करीबी दोस्त से कहा....
"चल चलती क्या..."
"गो टू हेल..."
"वो तो मैं जाउन्गा ही, पर अभी मेरा प्लान उस बिल्डिंग की तरफ जाने का है ,जहा कल मैं पानी-पानी हो गया था...."मेरा इशारा कॅंटीन की तरफ था...
एश के जो दोस्त वहाँ खड़े थे उन्हे शायद बस पकड़नी थी ,वो वहाँ से एश को बाइ बाइ बोलकर चले गये और पिछले कुछ दिनो की तरह मैं और एश आज फिर अकेले थे....
"चल चुड़ैल, कॅंटीन से आते है..."
"डॉन'ट कॉल मी........."उसने मुझे गुस्से से धक्का दिया, और कॅंटीन की तरफ चल दी...
"एश कुछ कहना था तुमसे...."
वो कुछ नही बोली और सीधे कॅंटीन की तरफ चल पड़ी, उसी समय मैने अपने जेब से काग़ज़ निकाला और जो लिखा था वो पढ़ने लगा....
"मैं एक शर्त पर यहाँ से अभी चला जाउन्गा..."सामने वाली चेयर पर बैठ कर मैने कहा...
"और वो शर्त क्या है..."
"मैं जो तुमसे बोलूँगा, तुम वही एकदम सेम टू सेम मुझे बोलना..."
"और यदि मैने ऐसा किया तो..."
"तो कॅंटीन की खिड़की से कूदकर मैं चला जाउन्गा, शुरू करे...."काग़ज़ मे जो मैं लिख के लाया था उसे याद करते हुए कुछ देर मे बोला"जे त'आईमे..."
"हाइििन...ये क्या है..."
"फ्रेंच भाषा मे इसका मतलब , आइ'म सॉरी होता है...."
"लेकिन मैं तुम्हे आइ'म सॉरी क्यूँ बोलू, ग़लती तो तुम्हारी है तुम मुझे सॉरी बोलो, उस दिन फॉर्म भरते समय भी तुमने मुझे सॉरी नही बोला और कुछ दिनो से हर दिन तुम मुझे परेशान कर रहे हो, उसका भी सॉरी नही बोला...और उस दिन..."
अपना सर पीट कर मैने एश को बीच मे रोका"यदि तुम चाहती हो कि मैं यहा से जाउ तो वो सब रिपीट करो,जो मैं तुमसे कहूँ...वरना मैं पूरे चार साल तुम्हारी जान खाउन्गा...."
"फाइन, एक बार फिर से बोलो..."मुझसे छुटकारा पाने के लिए उसने मेरी बात मान ली...
" जे त'आईमे..."
"जे टेम.."
"त'आईमे..."
"टेम..."उसने फिर ग़लत कहा, तो मैने काग़ज़ का टुकड़ा उसके हाथ मे थमाया और उसी से देखकर बोलने को कहा...
"जे त'आईमे.."अबकी बार वो सही बोली...
"गुड, अब बोलो टू इबेस्क़..."
"इसका क्या मतलब हुआ..."
"रोमेनियन मे इसका मतलब होता है कि मैं तुमसे कभी बात नही करूँगा...."
"ओक, ते इबेस्क़...."काग़ज़ को देखकर वो बोली"क्या सच मे तुम अब मुझसे कभी बात नही करोगे "
"ज़्यादा खुश मत हो ,अभी तू आगे- आगे देख"अंदर ही अंदर खुश होते हुए मैने कहा"अब बोलो यस लयबलयो टेबया और रशियन मे इसका मतलब होता है कि मैं तुमसे कभी नही मिलूँगा..."
वो फिर खुश होते हुए बोली "एस लयबलयो टेबया..."
"थॅंक यू चुड़ैल "मैने एसा के हाथ से वो काग़ज़ लिया और जैसा कहा था मैं कॅंटीन की खिड़की से कूदकर वहाँ से बाहर गया, अभी-अभी मैं एश को तीन लॅंग्वेज मे "आइ लव यू" बोलके आया था और उसने भी मुझे तीन लॅंग्वेज मे आइ लव बोला था और उसने मुझे आइ लव यू बोला है उसका वीडियो कॅंटीन मे ही बैठे मेरे हॉस्टिल के एक दोस्त ने रेकॉर्ड किया था....मैं जानता था कि उस वीडियो से मैं एश का कुछ नही कर सकता था लेकिन फिर भी जब मैं उस वीडियो मे एश को आइ लव यू बोलते हुए देखता तो दिल को सुकून तो मिलता ही.....इधर मैं एश को आइ लव यू बोल कर खुश हुआ जा रहा था वही एश मुझसे सॉरी सुनकर खुश हुई जा रही थी और मेरी खुशी का रीज़न ये भी था कि अरुण और मुझमे एक बेट लगी थी जो मैं अभी अभी जीत गया था, बेट ये थी कि मैं एश को यदि आइ लव यू बोल दिया तो हफ्ते भर के सिगरेट का पैसा वो देगा, और यदि मैं ना बोल पाया तो मैं और अरुण के कहने पर ही मैने सबूत के तौर पर अपने एक दोस्त को वीडियो रेकॉर्ड करने के लिए कहा था....
"जा बे अरुण 10 पॅकेट सिगरेट लेकर आ..."रूम घुसते ही मैने अरुण से कहा...
"तूने एश को आइ लव बोल दिया "
"एक बार नही, तीन-तीन बार बोला और उसने भी तीन-तीन बार मुझे आइ लव यू बोला..."
"वीडियो दिखा, तब मैं मानूँगा..."
"इधर आ बे..."बाहर खड़े उस लड़के को मैने आवाज़ दी और अपने मोबाइल मे बुकमार्क किया हुआ पेज ओपन किया, जिसमे आइ लव यू हज़ार लॅंग्वेज मे था....
"ये क्या तमिल मे आइ लव यू बोलकर आया है बे, "
मैने मोबाइल अरुण को दिया और बोला फ्रेंच ,रोमेनियन और रशियन मे आइ लव यू को क्या कहते है देख और इस वीडियो मे देख....
"ये धोखा है...मैने तुझसे कहा था कि एश को बोलना है आइ लव यू....मतलब आइ लव यू...."
"पर तूने ये नही कहा था कि किस लॅंग्वेज मे बोलना है...आइ लव यू मतलब आइ लव यू...."
कल रात से मैं उस वीडियो को कयि बार देख चुका था जिसमे मैं एश को और एश मुझे तीन-तीन लॅंग्वेज मे आइ लव यू बोल रहे थे....टेस्ट की टेन्षन ख़तम होने के बाद एलेक्षन की टेन्षन आ गयी थी...सीडार अपने कुछ दोस्तो के साथ दिन मे दस चक्कर हमारे हॉस्टिल के मारता और एक -एक के रूम मे जाकर उन्हे कहता कि वो मुझे वोट दे....अब जब एलेक्षन मे मैं भी शामिल था तो मुझे भी थोड़ी टेन्षन होने लगी थी, चलती क्लास मे भी एलेक्षन और उसका फॉर्म मेरे आँखो के सामने आ जाता, जिसमे मैने ब्लॅक पेन से अपनी डीटेल्स भरी थी,
आज मुझे रिसेस मे कंप्यूटर लब जाना पड़ेगा ये मैं जान गया था ,क्यूंकी आज असाइनमेंट जमा करने की बारी थी और मैं हमेशा की तरह खाली हाथ था, मेरे असाइनमेंट ना करने की वजह शायद दीपिका मॅम खुद भी थी, यदि किसी को स्टडी ना करने पर उसकी हॉट क्लास टीचर किस दे, अपने बूब्स दबाने के लिए बोले,..तो ऐसा मौका तो कोई भी नही छोड़ेगा, फिर मैं क्यूँ छोड़ता. उपर से दीपिका मॅम के हाथ मे क्ग सब्जेक्ट का नंबर था तो उसके हिसाब से मैं जितना वक़्त उनके साथ लॅब मे रहूँगा मेरे नंबर उतने ही बढ़ेंगे......
उस दिन भी वही हुआ, असाइनमेंट ना करने की वजह से दीपिका मॅम ने मुझे क्लास से बाहर भगाया और क्लास ख़त्म होहे के बाद रिसेस मे कंप्यूटर लॅब आने के लिए कहा और अभी मैं रिसेस मे उनके ही लॅब मे बैठा था.....
"तुम मुझे क्या समझते हो...."
"माल..."ऐसा मैं बोलना चाहता था लेकिन मैने नही बोला....
"तुम हर बार असाइनमेंट करके नही आते,क्या मैं क्लास मे टाइम पास करने आती हूँ, यू डॉन'ट नो कि मैं दिन के दो से तीन घंटे घर जाकर तुम लोगो के सब्जेक्ट को पढ़ती हूँ , ताकि नेक्स्ट डे तुम लोगो को अच्छे से समझा सकूँ...."
"दो से तीन घंटे,...."मैं सिर्फ़ इतना बोला,
"हां तो...."शुरू मे वो चिढ़ि लेकिन फिर जैसे मेरी बात का मतलब जानकार एक पल मे मुस्कुराते हुए बोली"क्या ? दो से तीन घंटे...."
"इट ईज़ माइ फक्किंग एफीशियेन्सी..."होंठो पर मुस्कान लाते हुए मैने कहा, और सेम टू सेम रियेक्शन उसके होंठो पर भी हुआ.....वो बोली..
"रियली , दो से तीन घंटे..."
"हां...."मैं कुछ सोचते हुए बोला...
और अब वहाँ वो होने वाला था,जिसके लिए मैं वहाँ था,जिसका इंतेज़ार मैं तब से कर रहा था ,जब से मैं लॅब मे आया था...वो अपनी कुर्सी से उठी और जिस चेयर पर मैं बैठा था वहाँ झुक गयी और मेरी तरफ देखते हुए मेरे लंड पर हाथ फिराने लगी, दीपिका मॅम के ऐसा करते ही मेरे अंदर एक तूफान सा आ गया, मेरा दिल बहुत तेज़ी से वाइब्रट करने लगा....उस वक़्त मुझे बस यही लग रहा था अभी दीपिका मॅम को यही ज़मीन मे लिटा कर इसके मूह ,चूत और गान्ड मे अपना लवडा दे मारू....
दीपिका मॅम ने मेरे पैंट की ज़िप खोली और फिर अंदर हाथ डालकर सहलाने लगी, मेरे अंदर जो तूफान उठा था वो और भी तेज होने लगा, मैं जिस कुर्सी पर बैठा था उसको दोनो हाथो से कसकर पकड़ लिया और अपने होंठो को दांतो तले दबाने लगा, जैसे-जैसे दीपिका मॅम मेरे लंड को सहलाती मैं सिहारता जा रहा था और फिर वो वक़्त आया जब मैं उच्छल पड़ा,
दीपिका मॅम ने जैसे ही मेरे अंडरवेर के अंदर हाथ डाल मेरे लंड को छुआ तो उस वक़्त उच्छल पड़ा...
"आए ईडियट ,"मेरे अंडरवेर के अंदर वापस हाथ डालती हुई दीपिका मॅम ने कहा"चुप चाप बैठे रह..."
"हहिि हहा..."दीपिका मॅम ने जैसे ही मेरे लंड को पकड़ा मुझे गुदगुदी होने लगी और मैं हँसने लगा और दीपिका मॅम का हाथ अपनी अंडरवेर से निकाल कर दूर कर दिया....
"शांति से बैठे रह,वरना 100 असाइनमेंट दे दूँगी..."
"गुदगुदी होती है..."
"तो इन्हे दबा कसकर..."अपने सीने की तरफ इशारा करते हुए उसने कहा और एक बार फिर से अपना हाथ मेरी अंडरवेर के अंदर के डाल दिया,
मैने पहले सलवार के बाहर से ही दीपिका मॅम की छाती को सहलाया और अपने हाथ को उसकी गोरी चिकनी गर्दन पर फिराने लगा...मेरे ऐसा करने पर दीपिका मॅम ने अपने हाथ से मेरे लंड को और भी तेज़ी से सहलाने लगी और सहलाते वक़्त वो बीच बीच मे मेरे लंड को दबा भी देती थी, मेरे हाथ अब उसके पीठ को सहला रहे थे और उसी वक़्त मुझे क्या ख़याल सूझा कि मैने दीपिका मॅम की कुरती उठाई और उनकी नंगी पीठ पर अपने हाथ फिराने लगा, मुझे ऐसा करते देख वो रुकी और मेरी तरफ ,मेरी आँखो मे देखने लगी....और फिर उसने मेरा लंड पैंट के बाहर निकाला और अपने मुट्ठी मे भर कर हिलाने लगी, कभी एक हाथ से तो कभी दूसरे हाथ से....मैने भी दीपिका मॅम की सलवार को उठाते उठाते ब्रा का तक पहुचा दिया और उनकी गोरी चिकनी पीठ और कमर मसल्ने लगा, और एक हल्की सी थपकी उसके पीठ पर लगाई और जब दीपिका मॅम ने कुछ नही बोला तो उसकी पीठ सहलाते हुए एक के बाद एक थपकीया उसे देने लगा....वो भी पूरे जोश मे अपने हाथ बदल-बदल कर मेरे लंड को सहलाते रही....उस वक़्त मेरा मन कर रहा था कि दीपिका मॅम मुझसे लंड चूत की बात करे ,लेकिन जब उसने इसकी शुरुआत नही की तो मैं ही बोला...
"साइज़ कैसा है..."अब मेरे हाथ उसकी पीठ से होते हुए सामने उसकी पेट पर घूमने लगे थे,जो धीरे-धीरे उपर आ रहे थे,
"पर्फेक्ट है.."मेरे लंड को तेज़ी से आगे-पीछे करते हुए वो बोली...
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